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क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है

क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है
टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से बदल रही है जिससे लोगों के काम करने, संवाद करने, खरीदने और भुगतान करने का तरीका भी बदल गया है। यह सब समय के साथ बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ साथ बदलता रहता है।

Cryptocurrency

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अल्टकॉइन बिटकॉइन के अलावा अन्य क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) हैं। अल्टकॉइन बिटकॉइन के साथ विशेषताओं को साझा करते हैं लेकिन ब्लॉक बनाने या लेनदेन को मान्य करने के लिए एक अलग सर्वसम्मति तंत्र का उपयोग करते हैं। या, वे स्मार्ट अनुबंध या कम लेनदेन शुल्क के साथ खुद को अलग करते हैं।

उपरोक्त ग्राफ सभी असेट के कुल क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है बाजार पूंजीकरण के सापेक्ष सबसे बड़ी दस क्रिप्टो परिसंपत्ति (क्रिप्टोअसेट) के अलग-अलग अनुपात को दर्शाता है। चूंकि BTC प्रथम असेट था, अत: यह मार्केट कैप के हिसाब से सबसे बड़ा बना रहा, क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है यही कारण है कि बाजार में इसका प्रभुत्व एक संख्या है जिसका बहुत से लोग अनुसरण करते हैं। हम इस चार्ट में ट्रैक किए गए असेट का वर्णन क्रिप्टो परिसंपत्ति (क्रिप्टोअसेट) के रूप में करते हैं क्योंकि इसमें टोकन और स्थिर कॉइन शामिल हैं।

अल्टकॉइन के प्रकार

विभिन्न कार्यक्षमता और सर्वसम्मति तंत्र एक अल्टकॉइन बना सकते हैं। इन विविधताओं के आधार पर, अल्टकॉइन एक से अधिक श्रेणियों में आ सकते हैं। यहां कुछ अधिक महत्वपूर्ण श्रेणियों पर क्रैश कोर्स दिए गए हैं :

माइनिंग (खनन)-आधारित

माइनिंग (खनन)-आधारित अल्टकॉइन, जैसा कि नाम से पता चलता है, अस्तित्व में खनन किया जाता है और कार्य के एक सबूत (PoW) के रूप में उपयोग किया जाता है, एक ऐसी विधि जिसमें सिस्टम ब्लॉकचेन में जोड़े गए सत्यापित लेनदेन के "ब्लॉक" को पूरा करके नए कॉइन उत्पन्न करता है। माइन-आधारित अल्टकॉइन के उदाहरण लाइटकॉइन, मोनेरो और Zcash हैं।

स्थिर कॉइन

स्थिर कॉइन U.S. डॉलर या यूरो जैसे फिएट मनी के मूल्य को बारीकी से ट्रैक करते हैं। वे मूल्य स्थिरता बनाए रखते हुए उपयोगकर्ताओं को दुनिया भर में सस्ते और तेजी से मूल्य अंतरित करने की अनुमति देते हैं। BUSD USD-समर्थित स्थिर कॉइन का एक उदाहरण है।

नई क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी)

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अपने बायनेन्स खाते में कोई भी असमर्थित क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) न भेजें या अपने बायनेन्स खाते का उपयोग करके ICO में भाग लेने का प्रयास न करें। ऐसा करने से विचाराधीन क्रिप्टो मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) का नुकसान होगा।

ये होती है डिजिटल करेंसी , ऐसे होता है इस्तेमाल

1- डिजिटल करेंसी का पूरा नाम सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी है
2- इसे रिजर्व बैंक जारी करता है, इसे सरकार की मान्यता मिलती है
3 - ये केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट में भी शामिल होती है
4 - इसकी खासियत ये है कि इसे देश की सॉवरेन करेंसी में बदला जा सकता है
5 - भारत के मामले में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है आप इसे डिजिटल रुपया कह सकते हैं
6 - डिजिटल करेंसी दो तरह की होती है-रिटेल और होलसेल
7 - रिटेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल आम लोग और कंपनियां करती हैं
8- होलसेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल वित्तीय संस्थाओं के ज़रिए किया जाता है

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि डिजिटल करेंसी को ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और दूसरी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के जरिए पेश किया जाएगा. ये डिजिटल इकोनॉमी को बिग बूस्ट देगा. साथ ही करेंसी मैनेजमेंट को ज्यादा इफीशिएंट और कम लागत वाला बनाएगा. उन्होंने कहा कि डिजिटल करेंसी 'डिजिटल रुपी' को नए वित्त वर्ष की शुरुआत में ही लॉन्च कर दिया जाएगा.

डिजिटल करेंसी के क्या हैं फायदे


- ये कम खर्चीली है. ट्रांजैक्शन भी तेजी से हो सकते हैं.
- डिजिटल करेंसी के मुकाबले करंसी नोट्स का प्रिटिंग खर्च और लेन-देन की लागत अधिक है
- डिजिटल करेंसी के लिए किसी व्यक्ति को बैंक खाते की जरूरत नहीं है, ये ऑफलाइन भी हो सकता है
- डिजिटल करेंसी पर सरकार की नजर रहेगी. डिजिटल रुपी की ट्रैकिंग हो सकेगी, जो कैश के साथ संभव नहीं है
- रिजर्व बैंक के हाथ में होगा कि डिजिटल रुपया कितना और कब जारी करना है.
- मार्केट में रुपए की अधिकता या कमी को मैनेज किया जा सकेगा.

1- डिजिटल करेंसी को उस देश की सरकार की मान्यता हासिल होती है, जिस देश का केंद्रीय बैंक इसे जारी करता है
2 - क्रिप्टो करेंसी एक मुक्त डिजिटल एसेट है, ये किसी देश या क्षेत्र की सरकार के अधिकार क्षेत्र या कंट्रोल में नहीं है
3 - बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी डिसेंट्रलाइज्ड है और किसी सरकार या सरकारी संस्था से संबंध नहीं है

RBI ने कानून में संशोधन का प्रस्ताव दिया

रिजर्व बैंक का प्रस्ताव है कि देश में डिजिटल करेंसी को भी बैंक नोट की परिभाषा में रखा जाए. यानी डिजिटल करेंसी को भी 'बैंक नोट' की तरह देखा जाए. इसके लिए RBI ने कानून में संशोधन का प्रस्ताव दिया है. सेंट्रल बैंक की डिजिटल करेंसी को ट्रांसफर करने के लिए इंटर मीडियरीज की जरूरत होगी.

मार्च से शुरू होने जा रहे नए वित्त वर्ष में शॉपिंग करने के लिए पर्स में कागज के नोट रखकर बाजार जाने की जरूरत नहीं होगी. क्योंकि आप डिजिटल रुपी के ज़रिए सभी तरह के पेमेंट कर सकते हैं. (आजतक ब्यूरो)

Cryptocurrency की भारत में आज की कीमत

क्रिप्टो करेंसी ऑनलाइन भुगतान का एक तरीका है जिसे वस्तु और सेवाओं के बदले दिया जाता है. दरअसल क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क आधारित डिजिटल मुद्रा है. कुछ कंपनियों ने अपनी क्रिप्टो करेंसी भी जारी की है. जिसे टोकन्स कहते हैं. इन टोकन्स का प्रयोग आमतौर पर कंपनी के ही गुड्स और सर्विसेस खरीदने के लिए होता है.

वास्तविक मुद्रा और क्रिप्टो करेंसी में बेसिक फर्क यही है कि आप जिस पैसे को बाजार में खर्च करते हैं उसे देश का केंद्रीय बैंक जारी करता है. जबकि क्रिप्टो करेंसी को कोई व्यक्ति या कंपनी जारी कर सकती है.

डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक क्या है?

डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक रिसोर्स का एलोकेशन है. आसान भाषा में समझें तो ये कहा जा सकता है क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है कि किसी वस्तु या रिसोर्स का नियंत्रण किसी एक व्यक्ति, संस्था या सेंट्रल टीम के पास नहीं होता है बल्कि उसका विकेंद्रीकरण यानी डिसेंट्रलाइजेशन होता है. क्रिप्टो करेंसी में जिस तकनीक ब्लॉकचेन का इस्तेमाल किया जाता है, उससे उस क्रिप्टो करेंसी पर किसी एक व्यक्ति या संस्था का नियंत्रण नहीं रहता, बल्कि डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी के जरिये उसे बहुत से कम्प्यूटर के जरिये अलग-अलग लोकेशन से मैनेज किया जाता है और ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड किया जाता है. यह तकनीक जितनी मजबूत होगी वो क्रिप्टो करेंसी उतनी ही सिक्योर होगी.

CryptoCurrency या डिजिटल करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है. इसका यूज भी डिजिटल लेन-देन के लिए किया जा सकता है. इसे आप ना देख सकते हैं ना ही छू सकते हैं. इसका पूरा बिजनेस ऑनलाइन ही होता है. बाकी देशों की करेंसी की तरह इसे कोई कंट्रोल नहीं करता है. इसे नेटवर्क के जरिए ऑनलाइन ऑपरेट किया जाता है. इस वजह से इसकी कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, कैसे करता है काम, मोदी सरकार क्यों ला रही बिल? जानें सबकुछ

Bitcoin (virtual currency) coins

नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) नाम सुना हुआ लग रहा होगा. क्योंकि ये इन दिनों सुर्खियों में है. वजह है कांग्रेस (Congress) का आरोप की देश का सबसे बड़ा घोटाला और मोदी सरकार (Modi government) क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक बिल लाने की चर्चा. इन सबके बीच आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे. आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is Cryptocurrency?) कैसे काम करता है?(How it Works) मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक क्यों लाने जा रही है? भारत में इसको इस्तेमाल करने वाले कितनी बड़ी हस्तियां है? कांग्रेस क्यों लगा रही देश का सबसे बड़ा घोटाला का आरोप और किन देशों में इसे मान्यता मिली हुई है. हम इस लेख में इन सारे मुद्दों पर क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है विस्तार से बात करेंगे.

करेंसी किसे कहते हैं | What is Currency in Hindi

हर देश की अपनी मुद्रा (Currency) होती है जैसे कि अमेरिका की डॉलर, यूरोपियन यूनियन की यूरो, भारत की रुपया, पाकिस्तान की पाकिस्तानी रुपया, चीन की युआन है यानी एक ऐसी भुगतान प्रणाली जो किसी देश द्वारा मान्य/अधिकृत हो और वहां के लोग इसके इस्तेमाल से चीजें खरीद सकते हों, जिसकी कोई वैल्यू हो, करेंसी (Currency) कहलाती है।

ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाई जाती है। ब्लॉकचेन डिजिटल कोड में लेनदेन को रिकॉर्ड करता है। यह एक काफी जटिल, तकनीकी प्रक्रिया है जिससे हैकर्स के लिए छेड़छाड़ करना मुश्किल है।

इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए two-factor authentication की प्रक्रिया भी होती है। जैसे, लेनदेन शुरू करने के लिए आपको Username और Password दर्ज करने के लिए कहा जा सकता है। या फिर, आपको एक authentication code दर्ज करना पड़ सकता है जो आपके व्यक्तिगत मोबाइल फ़ोन पर टेक्स्ट के माध्यम से आता है।

डिजिटल मुद्रा कहाँ क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है स्टोर कर सकते हैं? | Where can you store Digital Currency in Hindi?

यदि आप क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं, तो आप इसे क्रिप्टो एक्सचेंज पर या क्रिप्टो डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते क्रिप्टो करेंसी का उपयोग कैसे किया जाता है हैं। कई अलग-अलग प्रकार के वॉलेट हैं, प्रत्येक के अपने फायदे और सुरक्षा हैं।

इसमें कोई शक नहीं कि सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। बिटकॉइन (Bitcoin) अब तक की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है, इसके बाद एथेरियम(Ethereum), लाइटकॉइन (Litecoin) और टीथर (Tether) जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी हैं।

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क्रिप्टो करेंसी के नाम | Cryptocurrency Names in Hindi

Bitcoinबिटकॉइन
Ethereumएथेरियम
Litecoinलाइटकॉइन
Binance Coinबिनेंस कॉइन
Cardanoकार्डानो
Dogecoinडॉगकॉइन
Polka Dotपोल्का डॉट
Uniswapयूनिस्वैप
Rippleरिपल
Dashडैश
Tetherटीथर
Crypto Currency Names in Hindi

Popular Crypto Currency

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भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी कानूनी है? | Cryptocurrency legal in India in Hindi?

अभी भारत में बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी गैर कानूनी नहीं हैं, लेकिन रेगुलेटेड भी नहीं हैं इसका मतलब अगर क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन में कुछ भी गलत होता हैं तो आप किसी अथॉरिटी, बैंक और सरकार के पास नहीं जा सकते।

भारत में निजी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन सरकार के पास कोई आधिकारिक डेटा नहीं है। और सरकार के पास इन एक्सचेंजों से जुड़े निवेशकों की संख्या के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।

Question for you?

टेक्नोलॉजी हमेशा ही जन मानस की उत्सुकता को बढ़ाती रही है आप क्या कहते है की क्रिप्टोकरेंसी के साथ कैसे आगे बढ़ना चाहिए। कमेंट करिये-

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