इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चयन कैसे करें

Intraday trading को स्टॉक का चयन करते समय विभिन्न प्रकार के सेक्टरों के विश्लेषण के आधार पर उनमें उपस्थित कंपनियों की तुलना करके अच्छे शेयर का चयन कर सकते हैं।
Intraday Trading क्या है? Day Trading कैसे करें?
Intraday Trading क्या है? Day Trading कैसे करें? क्या आप भी intraday trading करने की सोच रहे हैं। लेकिन आप डे ट्रेडिंग के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं। तो फिर आइए आज हम इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चयन कैसे करें आपको इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता है? इसे कैसे करे? साथ ही intraday करने के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा।
Intraday Trading में किसी भी कंपनी के शेयर को एक ही ट्रेडिंग दिन के लिए खरीदा और बेचा जाता हैं। इसलिए इसे Day Trading भी कहते है। एक दिन में शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव से intraday traders या day traders शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाने का प्रयास करते हैं।
अगर आसान शब्दो में समझाए तो intraday trading का मतलब intraday traders बाजार के खुलने के बाद शेयर को खरीदते हैं और ठीक बाजार के बंद होने से पहले बेच देते हैं। अगर आपने अपना शेयर नहीं बेचा तो आपका ब्रोकर अपने आप position को square off कर देता है। वहीं अगर शेयर आपने NRML पर खरीदे हैं तो आपका ब्रोकर पोजिशन को delivery trade में बदल देगा।
Intraday Trading कैसे करे?
Day Trading करने के लिए आपको online trading platform (जैसे कि Zerodha, Upstock, Angel broking आदि) अंगेलब्र पर अपना demat account खोलना पड़ेगा। बिना डिमैट खाता के आप किसी भी तरह की ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। इसलिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए डिमैट अकाउंट होना आवश्यक है। बता दूं कि intraday trading में काफी risk होता है। इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चयन कैसे करें डे ट्रेडिंग करने से पहले आपको कुछ खास जानकारी होना आवश्यक है। आइए तो फिर जानते हैं।
1. Intraday Trading करने के लिए आपके द्वारा चुने गए शेयर लिक्विड होना चाहिए। इसका मतलब यह हुआ कि जिस स्टॉक इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चयन कैसे करें को आप खरीद रहे हैं उसमे वॉल्यूम हाई होना चाहिए। अगर किसी भी स्टॉक में वॉल्यूम कम है तो intraday trading के लिए उस share से दूर रहना चाहिए।
2. Intraday Trading करने के लिए सिर्फ 2 - 3 तीन अच्छे शेयरों का चुनाव करें।
3. शेयर के चुनाव से पहले बाजार का ट्रेंड देखे। इसके बाद ही intraday trading के लिए शेयर चुने।
Intraday Trading के फायदे क्या है?
Intraday Trading के advantages जाना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि यह फायदे अन्य ट्रेडिंग से डे ट्रेडिंग को भिन्य करते हैं।
1. निवेश या डिलीवरी की तुलना में इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चयन कैसे करें इंट्राडे ट्रेडिंग में कम capital कि जरूरत होती है।
2. Intraday Trading में कम समय में प्रॉफिट कमा लेते हैं। लंबे समय तक आपको इंतजार नहीं करना पड़ता है।
3. अगर stock market में volatility ज्यादा हुई तो ज्यादा कमाई कर सकते हैं।
4. Day Trading में आपको leverage ज्यादा मिलता है। लेकिन लीवरेज सुविधा सभी ब्रोकर की अपनी अलग अलग होती है।
5. Day Trading में overnight risk नहीं होता है। वहीं होल्डिंग और लॉन्ग टर्म निवेश में overnight risk होता है।
6. Intraday Trading में आपको short selling कि भी सुविधा मिल जाती है। इसका मतलब यह हुआ कि किसी स्टॉक को पहले बेच सकते हैं। इसके बाद कम रेट पर खरीद सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग क्या है? | Swing Trading in Hindi
आसान भाषा में कहें तो स्विंग ट्रेडिंग में एक से अधिक ट्रेडिंग सत्र में मध्यम या छोटी अवधि के लिए पोजीशन को होल्ड करना होता है, लेकिन आमतौर पर स्विंग ट्रेडिंग में ये होल्डिंग पीरियड कई हफ्तों या कुछ महीनों से अधिक नहीं होना चाहिए।
स्विंग ट्रेडिंग का टारगेट कम समय में शेयर का प्राइस बढ़ने पर प्रॉफिट बुक कर लाभ कमाना है। स्विंग ट्रेडिंग में कुछ ट्रेडर काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव वाले स्टॉक की तलाश करते हैं, तो कुछ स्टेबल रहने वाले स्टॉक को सेलेक्ट करते हैं लेकिन दोनों ही कंडीशन में टारगेट अल्प अवधि में प्रॉफिट बुक कर लाभ कमाना ही होता है।
एक अच्छा स्विंग ट्रेडर किसी एक स्टॉक से बहुत ज्यादा प्रॉफिट की उम्मीद नहीं रखता बल्कि छोटे प्रॉफिट को बुक कर अपने दुसरे स्टॉक की तलाश शुरू कर देता है।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छे स्टॉक का चयन कैसे करें?
एक स्विंग ट्रेडर के तौर पर आपको ये बिल्कुल साफ़ होना चाहिए कि आपको कितने प्रतिशत प्रॉफिट के बाद निकल जाना है, 4 से 15% का प्रॉफिट स्विंग ट्रेडिंग के लिए पर्याप्त है लेकिन ट्रेड लेने से पहले आपको ध्यान रखना है कि आपको केवल ऐसे स्टॉक का चयन करना है जिसका फंडामेंटल स्ट्रांग हो।
आपको स्विंग ट्रेड लेने से पहले रिस्क और रिवॉर्ड रेश्यो को भी ध्यान में रखना होगा। जैसे मान लीजिए आपने कोई ट्रेड लिया जिसमें हर शेयर में आप ज्यादा से ज्यादा 100 रुपए का रिस्क लें सकते हैं और कम से कम प्रति शेयर 300 रुपए के प्रॉफिट के बाद ही आप पोजीशन से एग्जिट लेंगें। 100 रुपए का रिस्क लेकर केवल 75 रुपए का प्रॉफिट लेकर निकल जाना बिल्कुल भी बुद्धिमानी नहीं है। आप चाहे तो टोटल इन्वेस्ट किए गए Amount के परसेंटेज के आधार पर भी रिस्क और रिवॉर्ड तय कर सकते हैं। यानी तब आपका रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो 1:3 का होना चाहिए।
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
- स्विंग ट्रेडिंग में आपको कम समय में प्रॉफिट मिल जाता है।
- कम प्रॉफिट का टारगेट होने के कारण टारगेट हिट करने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।
- स्टॉक में एंट्री लेने के लिए उसके गिरने का इंतज़ार नहीं करना पड़ता।
- स्टॉक के फंडामेंटल स्ट्रांग होने के कारण नुकसान होने की संभवना कम होती है।
- यह एक लेस स्ट्रेस यानी कम तनाव वाली ट्रेडिंग है।
- अगर आप शेयर बाजार में नए हैं तो भी इसे Try कर सकते हैं।
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
- शार्ट टर्म में एग्जिट लेने के कारण आपको बड़ा प्रॉफिट नहीं मिल पता है।
- स्टॉक से जुडी रोजाना आने वाली हर छोटी बड़ी खबर से शेयर के प्राइस में उतार-चढ़ाव आता है।
- एक दिन से ज्यादा होल्ड करने के कारण शेयर में गैप अप और गैप डाउन का भी सामना करना पड़ता है।
- डे ट्रेडिंग करने वालों को धैर्य के साथ स्टॉक में बने रहने में प्रॉब्लम आती है।
Intraday trading कैसे कार्य करती है?
Intraday trading उच्च जोखिम के साथ ही उच्च लाभ वाली टेक्निक है जिसमें व्यक्ति किसी शेयर या कमोडिटी मैं होने वाले उतार-चढ़ाव पर दांव लगाकर लाभ प्राप्त करने का प्रयत्न करता है।
इसमें ट्रेडर शेयरों के उतार-चढ़ाव के आधार पर बाजार में अपनी स्थिति बनाता है तथा बाजार बंद होने से पहले उसे अपनी पोजीशन को बंद करना पड़ता है। अन्यथा उसकी पोजीशन अपने आप स्क्वायर ऑफ हो जाती है।
Intraday trading कम समय में लाभ प्राप्त करने हेतु कारगर विकल्प है। क्योंकि इसमें पोजीशन को स्विंग ट्रेडिंग की भांति 1 दिन से अधिक के लिए नहीं रखना पड़ता इसलिए रातों-रात होने वाले बदलावों का जोखिम नहीं होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग को विभिन्न प्रकार की परिस्थितियां प्रभावित करती हैं जिनके आधार पर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं।
Intraday trading में स्टॉक का सिलेक्शन कैसे करें?
किसी Intraday trading को शेयर बाजार में लाभ प्राप्त करने के लिए अच्छे स्टॉक का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है।इसके आधार पर आप उच्च लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
अच्छे शेयरों का चयन करने हेतु निम्न बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
लिक्विडिटी
शेयर बाजारमैं किसी स्टॉक मैं ट्रेडिंग करने हेतु लिक्विडिटी बहुत आवश्यक है। इसके आधार पर आप अच्छे शेयरों का चुनाव कर सकते हैं।
इसके लिए किसी शेयर या कमोडिटी में उच्च लिक्विडिटी का होना स्टॉक को Intraday trading हेतु लाभकारी बनाता है। हाई लिक्विड स्टॉक उच्च वॉल्यूम वाले होते हैं जहां बहुत अधिक संख्या में शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं।जिसके कारण ट्रेडर बड़ी संख्या में शेयरों की खरीदी बिक्री का कार्य उसके स्थैतिक मूल्य के परिवर्तन कर सकता है। कम लिक्विडिटी वाले शेयरों Intraday trading को लाभ कमाने हेतु मौके उपलब्ध नहीं होते हैं परंतु उच्च लिक्विडिटी वाले शेयरों में उसके अनेक मौके होते हैं।
डिलीवरी-आधारित ट्रेडों को परिभाषित करना
जहां तक डिलीवरी ट्रेडों का संबंध है, खरीदे गए स्टॉक को इसमें जोड़ा जाता हैडीमैट खाता. जब तक आप बेचने का फैसला नहीं करते तब तक वे कब्जे में रहते हैं। भिन्नइंट्राडे ट्रेडिंग, इसकी कोई सीमित समयावधि नहीं है। आप अपने स्टॉक को दिनों, हफ्तों, महीनों या वर्षों में भी बेच सकते हैं।
- अगर आपको लगता है कि कंपनी काफी अच्छा कर रही है तो आपको किसी स्टॉक में लंबे समय तक निवेश करने का फायदा मिलता है
- जोखिम इंट्राडे से कम है
डिलिवरी-आधारित ट्रेडिंग के नुकसान
- स्टॉक खरीदने के लिए आपको पूरी राशि का भुगतान करना होगा; इस तरह, जब तक आप अपने शेयर बेचने का निर्णय नहीं लेते, तब तक आपके फंड ब्लॉक हो जाते हैं
अब जब आप इंट्राडे और डिलीवरी के अंतर को समझ गए हैं, तो यहां बताया गया है कि उनका व्यापार करने का तरीका भी अलग है:
वॉल्यूम ट्रेड
इसे एक दिन के भीतर किसी कंपनी के शेयर खरीदे और बेचे जाने की संख्या के रूप में परिभाषित किया जाता है। आमतौर पर अच्छी तरह से स्थापित और बड़े संगठनों के लिए उनकी विश्वसनीयता के कारण मात्रा अधिक होती है। इस प्रकार, यदि आप इंट्राडे चुन रहे हैं, तो विशेषज्ञ आपको इन ट्रेडों से चिपके रहने की सलाह देंगे।
लंबी अवधि के लिए कारोबार करने वालों के संदर्भ में, वे अस्थिरता के पहलू पर कम निर्भर करते हैं क्योंकि स्टॉक बेचने को तब तक के लिए टाल दिया जा सकता है जब तक कि यह इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चयन कैसे करें आपके द्वारा निर्धारित लक्ष्य मूल्य तक नहीं पहुंच जाता।
इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग के बीच अंतर: आपको कौन सा चुनना चाहिए?
ज़रूर, इंट्राडे ट्रेडिंग लुभाने लगती है, लेकिन यह सभी के लिए नहीं है। जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, आपको सफलता हासिल करने के लिए हर मिनट बाजार पर नजर रखनी होगी। साथ ही, इस प्रकार को चुनना आपको तकनीकी पहलुओं, जैसे कि एल्गोरिदम और चार्ट पर निर्भर रहने के लिए मजबूर करेगा। इस प्रकार, यदि आप इस दृष्टिकोण से सहज नहीं हैं, तो आपको इस ट्रेडिंग प्रकार से दूर रहना चाहिए।
दूसरी ओर, यदि आप कुछ घंटों का निवेश करके जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं, तो डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग आपके लिए एक बढ़िया विकल्प नहीं है क्योंकि इस प्रकार के लिए बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही इसमें फंडामेंटल अप्रोच की मदद से पैसा लगाने की भी जरूरत होती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए?
दोस्तों Intraday trading में पैसे लगाने से पहले आपको मार्केट में चल रहे ट्रेंडस और खबरों के बारे में जानकारी होनी चाहिए क्योंकि एक गलत खबर आपका पूरे पैसौ का नुकसान करवा सकती हैइसके लिए आपको मार्केट में चल रहे ट्रेंड्स का एनालिसिस और अच्छी स्टडी करनी जिसके लिए आप किसी टूल्स का भी उपयोग कर सकते हैं। मार्केट ट्रेंड का एनालिसिस करने के लिए कई सारे टूल्स मार्केट में उपलब्ध है। ट्रेंड्स का एनालिसिस करने के बाद आप सही समय पर सही स्टॉक में अपना पैसा इंट्राडे ट्रेडिंग में लगा सकते हैं।
2.अपने लक्ष्य को निर्धारित करें
कई बार आपने देखा होगा की कई लोग अपनी दिनचर्या को सरल बनाने के लिए एक सूची तैयार करते है। उस सूची की मदद से वह दिन के ख़त्म होने तक अपने सारे काम आसानी से पूरा कर लेते है और कही न कही अपने जीवन के लक्ष्य को भी पूरा करने में सक्षम होते है।इसी तरह से एक ट्रेडर के लिए भी काफी ज़रूरी है कि वह एक लक्ष्य के साथ इंट्राडे ट्रेड में आए इस तरह से वह कई चीज़े जैसे किस तरह के स्टॉक्स का चयन करना है, कितने पैसो से ट्रेड करना है जैसे पेहलूओं की समझ के साथ ट्रेड करने से आप ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त कर सकते है