परफेक्ट मनी

महाठग केजरीवाल के भ्रष्टाचारी मंत्री का एक और वीडियो। मंत्री जी से मिलने पहुंचे सस्पेंडेंट जेल अधीक्षक।@AamAadmiParty के दोगलेपन और झूठ की इंतहा हो गई है लेकिन अभी भी इनको शर्म नहीं है। अगर @ArvindKejriwal जी आपमें थोड़ी सी भी शर्म बची है तो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दो। pic.twitter.com/5HAF8Fg7UX — Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) November 26, 2022
तिहाड़ जेल में दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन का दरबार, जेल सुपरिटेंडेंट हाजिरी देते नजर आये, भाजपा ने वीडियो शेयर किया
यही केजरीवाल का सुशासन मॉडल है, मंत्री सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल में दरबार लगा रहे हैं.
NewDelhi : दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. तिहाड़ जेल से उनका एक नया वीडियो सामने आया है. भाजपा ने वीडियो शेयर करते हुए इसे सत्येंद्र का दरबार करार दिया है. दावा किया गया है कि जेल सुपरिटेंडेंट रात आठ बजे के बाद सत्येंद्र जैन से मिले थे. भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्वीट किया है. वीडियो को लेकर दिल्ली की आप सरकार और सीएम अरविंद केजरीवाल पर हल्ला बोला है. कहा है कि यही केजरीवाल का सुशासन मॉडल है, मंत्री सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल में दरबार लगा रहे हैं.
सुना है सत्येंद्र जैन की जेल में ख़ाना रेडिसन और ताज से आता है लेकिन वकील कह रहे है की 28 किलो वजन कम हो गया है भाईसाब का । pic.twitter.com/2G4gAV5cW8
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) November 23, 2022
महाठग केजरीवाल के भ्रष्टाचारी मंत्री का एक और वीडियो।
मंत्री जी से मिलने पहुंचे सस्पेंडेंट जेल अधीक्षक।@AamAadmiParty के दोगलेपन और झूठ की इंतहा हो गई है लेकिन अभी भी इनको शर्म नहीं है।
अगर @ArvindKejriwal जी आपमें थोड़ी सी भी शर्म बची है तो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दो। pic.twitter.com/5HAF8Fg7UX
— Vishvas Kailash Sarang (@VishvasSarang) November 26, 2022
शहजाद पूनावाला ने सत्येंद्र जैन का इस्तीफा मांगा है
वीडियो शेयर करते हुए भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सत्येंद्र जैन परफेक्ट मनी का इस्तीफा मांगा है. शहजाद पूनावाला ने वीडियो को ट्वीट कर लिखा, मीडिया ने जारी किया तिहाड़ का एक और वीडियो! इस बार परफेक्ट मनी सत्येंद्र के दरबार में जेल अधीक्षक हैं, जिन्हें अब निलबित कर दिया गया है! बच्ची से रेप करने वाले से मालिश और नवाबी खाने के बाद अब ये! यह आप की भ्रष्टाचार चिकित्सा है, लेकिन केजरीवाल जी इसका बचाव करते हैं! क्या वह अब सत्येंद्र जैन को बर्खास्त करेंगे?
सत्येंद्र जैन की सेल के अंदर कई लोग नजर आ रहे हैं
भाजपा द्वारा जारी किये गये वीडियो में सत्येंद्र जैन की सेल के अंदर कई लोग नजर आ रहे हैं. दिख रहा है कि जब जेल अधीक्षक सेल में आते हैं तो वहां मौजूद लोग, सेल से बाहर चले जाते हैं. सीसीटीवी फुटेज सितंबर माह का बताया जाता है. जान लें कि जेल अधिकारी अजीत कुमार को सत्येंद्र जैन को कथित वीआईपी ट्रीटमेंट देने के लिए निलंबित कर दिया गया है.
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इससे पूर्व सत्येंद्र जैन का जेल में मसाज कराते हुए वीडियो सामने आया था, उसके बाद से लगातार भाजपा-कांग्रेस आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं. हाल ही में जैन के कई वीडियो सामने आये हैं. जिनमें वह जेल की सेल में कच्ची सब्जियां और फल खाते दिख रहे थे.
मसाज करने वाला शख्स था रेप का आरोपी
सबसे पहले जो वीडियो सामने आया था, उसमें सत्येंद्र जैन मसाज कराते नजर आ रहे थे. सेल में एक कैदी उनकी मसाज कर रहा था और वह लेटकर दस्तावेज पढ़ रहे थे. भाजपा ने दावा किया था कि मंत्री की मालिश करने वाला शख्स नाबालिग से रेप का आरोपी है. इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोप लगाया था कि कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार सत्येंद्र जैन को तिहाड़ जेल के अंदर वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है.
एक परफेक्ट डेट इंस्ट्रूमेंट पोर्टफोलियो ऐसे कर सकते हैं तैयार, जाने पूरी डिटेल
Portfolio: आपके लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट एक्सपीरिएंस की झलक आपके एसेट एलोकेशन पर नजर आती है, न कि म्यूचुअल फंड सिलेक्शन पर.
- Himali Patel
- Publish Date - July 7, 2021 / 04:18 PM IST
निवेशकों को एक मैनेजमेंट शैली का चयन करना चाहिए जो पोर्टफोलियो मैनेजमेंट का अधिकतम लाभ उठाने के लिए उनके निवेश पैटर्न से मेल खाता हो
किसी एक कैटेगरी के फंड में 100% एलोकेशन, चाहे वो डेट में हो या इक्विटी में, सही कदम नहीं है इसकी वजह से भारी नुकसान हो सकता है. सेविंग और इन्वेस्टमेंट फाइनेंशियल गोल को पूरा करके अपने भविष्य को सुरक्षित रखने का एक जरिया है. इसका मतलब यह है कि आपके द्वारा चुना गया इन्वेस्टमेंट ऐसा हो जो आपका पैसा बढ़ाय और उसकी सुरक्षा भी करे. कुल मिलाकर, इक्विटी निवेश को लंबी अवधि के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है, जबकि डेट इन्वेस्टमेंट का इस्तेमाल आपके पोर्टफोलियो (P ortfolio ) को सुरक्षित रखने के तौर पर किया जाता है.
“आपके निवेश अनुभव का 80-90% (आपने जो उतार चढ़ाव देखा और और आपको जो रिटर्न मिला) का पता आपके एसेट एलोकेशन द्वारा लगाया जा सकता है. दूसरे शब्दों में, आपके लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट एक्सपीरिएंस की झलक आपके एसेट एलोकेशन पर नजर आती है, न कि म्यूचुअल फंड सिलेक्शन पर (जहां ज्यादा समय व्यतीत होता है), “अरुण कुमार, हेड ऑफ रिसर्च, फंड्सइंडिया
हालांकि, डेट इन्वेस्टमेंट के ब्रॉड स्पेक्ट्रम में भी, सभी कैटेगरी इन्वेस्टमेंट सेफ्टी और रिस्क एडजस्टेड रिटर्न नहीं देते हैं. एक तरफ, आपके पास गवरमेंट या पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग (PSUs) द्वारा जारी किए गए बांड होते हैं जिनमें क्रेडिट रिस्क न के बराबर या कहें बहुत कम होता है और डिफॉल्ट की स्थिति में इन्हें सुरक्षित माना जाता है.
दूसरी तरफ, इन्वेस्टमेंट-ग्रेड कॉरपोरेट्स द्वारा जारी किए गए बांड हैं जो दूसरों की तुलना में ज्यादा रिस्की हैं.
“इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करके, आप अपने पोर्टफोलियो (P ortfolio ) को ज्यादा मजबूत बना सकते हैं. ऐसा करके रिटर्न के लिए सिंगल एसेट क्लास पर अपनी निर्भरता को कम कर सकते हैं. एक अच्छा मजबूत पोर्टफोलियो आपको वोलैटिलिटी से बचाता है और लॉन्ग टर्म में अच्छे रिटर्न देता है. अच्छा पोर्टफोलियो बनाने के लिए डायवर्सिफिकेशन बहुत जरूरी है” अरुण कुमार
एक इन्वेस्टर के रूप में, आप डेट कैटेगरी में सही एसेट एलोकेशन कैसे कर सकते हैं?
डेट फंड इंस्ट्रूमेंट्स
डेट फंड में तीन तरह के रिस्क होते हैं: क्रेडिट रिस्क (प्रिंसिपल और इंटरेस्ट पेमेंट पर डिफॉल्ट का रिस्क), इंटरेस्ट रेट रिस्क(इंटरेस्ट रेट में बदलाव का रिस्क), और लिक्विडिटी रिस्क (डेट इंस्ट्रूमेंट को कैश में जरूरत पड़ने पर नहीं बदल सकने का रिस्क).
लिक्विड और ओवरनाइट फंड में सबसे कम क्रेडिट रिस्क होता है, अल्ट्रा-शॉर्ट-टर्म से शॉर्ट-टर्म फंड में मॉडरेट क्रेडिट रिस्क होता है, और लॉन्ग-टर्म फंड में क्रेडिट रिस्क सबसे ज्यादा होता है.
निवेशक को अपने जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर फंड का चुनाव करना चाहिए. अपने पोर्टफोलियो की रिस्क उठाने की क्षमता के आधार पर फंड चुने. एक इन्वेस्टर के लिए डेट फंड चुनने से पहले अपनी रिस्क कैपेसिटी को समझना बेहद जरूरी है.
रेगुलर डेट इंस्ट्रूमेंट
हर पोर्टफोलियो में एक इमरजेंसी फंड शामिल होना चाहिए, जिसके लिए निवेशक शॉर्ट टर्म वाले डेट इंस्ट्रूमेंट का विकल्प चुन सकते हैं जैसे कमर्शियल पेपर, ट्रेजरी बिल या ट्रेजरी बांड.
अन्य इन्वेस्टमेंट्स में फिक्स्ड इनकम का भी विकल्प है, जैसे एम्पलॉई प्रोविडेंट फंड, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, सरकारी बॉन्ड, और कॉरपोरेट बॉन्ड. ये विकल्प उनके लिए है जो अपनी इन्वेस्टमेंट कैपिटल की सेफ्टी के लिए कम रिस्क उठाना चाहते हैं.
इसके अलावा, उनके पोर्टफोलियो का एक हिस्सा डेट म्यूचुअल फंड आदि के लिए एलोकेट किया जा सकता है. इन कैटेगरी में एलोकेशन कई बातों पर निर्भर करेगा, जिन पर एक इन्वेस्टर को एक बढ़िया पोर्टफोलियो का बनाते समय विचार करना चाहिए, जिसमें शामिल हैं बांड के टाइप, कूपन रेट, मैच्योरिटी ड्यूरेशन, क्रेडिट रेटिंग और मार्केट का ओवरऑल इंटरेस्ट रेट.
“कुछ बांड ऐसे भी हैं जो परफेक्ट मनी टैक्सेशन के लिहाज से फायदेमंद हैं जैसे कि इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड, टैक्स-फ्री बॉन्ड, आदि. टैक्स बेनिफिट क्लेम करने के लिए इन्हें चुना जा सकता है. आरएसएम इंडिया के फाउंडर सुरेश सुराणा कहते हैं, “कम जोखिम वाले निवेशक ऐसे फंडों के लिए अधिक एलोकेशन कर सकते हैं क्योंकि ये उनका क्रेडिट रिस्क कम करेगा”
अपने एसेट एलोकेशन में डेट इंस्ट्रूमेंट को जगह देना क्यों जरूरी है?
डायवर्सिफिकेशन
डायवर्सिफिकेशन आपके जोखिम को काफी कम करता है. जैसा कि कहावत है “अपने सभी अंडे एक टोकरी में न रखें” कहने का मतलब है, एक निवेशक परफेक्ट मनी को रिस्क कम करने के लिए अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सीफाइड करना चाहिए.
सुराना ने कहा, “किसी एक तरह की कैटेगरी के फंडों में 100% एलोकेशन, चाहे वो डेट में हो या इक्विटी में, सही नहीं है और इसके चलते आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है यदि वो फंड अच्छा परफॉर्म नहीं करते”
वोलैटिलिटी
यहां तक कि अगर एक एसेट क्लास किसी साल बहुत अच्छा प्रदर्शन करता है, तो इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वो अगले साल भी अच्छा प्रदर्शन करेगा. साथ ही, एसेट क्लास अंडरपरफॉर्म भी कर परफेक्ट मनी सकता है. अलग-अलग इंस्ट्रूमेंट में निवेश करने से, एक निवेशक का पोर्टफोलियो किसी एक एसेट क्लास के अच्छा प्रदर्शन न करने की स्थिति में कम प्रभावित होगा, और मार्केट की उथल-पुथल का सामना कर पाएगा.
रेगुलर और स्थिर रिटर्न
इक्विटी फंड्स के विपरीत, कुछ डेट फंड निवेशकों को समय-समय पर सेट रिटर्न देते हैं. इस तरह, एक इन्वेस्टर के पोर्टफोलियो में डेट एसेट क्लास शामिल होने से पोर्टफोलियो और मजबूत बनता है.
अरुण जेटली के मना करने के बाद अब कौन बनेगा वित्त मंत्री
आनंद राठी ग्रुप के चेयरमैन आनंद राठी ने कहा कि अगर अरुण जेटली को वित्त मंत्री नहीं बनाया जाता है तो पीयूष गोयल इस जिम्मेदारी के लिए परफेक्ट है
अरुण जेटली ने नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से ठीक एक दिन पहले लेटर लिखकर यह कहा है कि कैबिनेट में उन्हें कोई पद ना दिया जाए। अब सवाल यह है कि अरुण जेटली नहीं तो फाइनेंस मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी किसे मिल सकती है।
ऐसे में सबसे पहला नाम दिमाग में पीयूष गोयल का आता है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल का आखिरी बजट भी पीयूष गोयल ने ही पेश किया था।
आनंद राठी ग्रुप के चेयरमैन आनंद राठी ने कहा कि अगर अरुण जेटली को वित्त मंत्री नहीं बनाया जाता है तो पीयूष परफेक्ट मनी गोयल इस जिम्मेदारी के लिए परफेक्ट हैं। उन्हें पहले ही इस मंत्रालय के कामकाज का अनुभव है।
नारनोलिया फाइनेंशियल एडवाइजर्स चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर शैलेन्द्र कुमार का भी मानना है कि पीयूष गोयल ही इस जिम्मेदारी के लिए सही हैं।
पीयूष गोयल रैंक होल्डर CA हैं और उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इनवेस्टमेंट बैंकर के तौर पर की थी। इसके बाद उन्होंने फुल टाइम राजनीति में कदम रखा था।
पीयूष गोयल अगर फाइनेंस मिनिस्टर बनते हैं तो उनके सामने NBFC क्राइसिस, अर्थव्यवस्था की सुस्त ग्रोथ, बैंकों का बढ़ता NPA, GST और बैंकरप्सी कोड को लेकर चुनौतियां होंगी।
"दीदी, यह स्वेटर मम्मी जी की आखिरी निशानी है"
" रजनी की मां बना कर दी. इसलिए साले साहब सीने परफेक्ट मनी से चिपकाए बैठे हैं.". जीजा सुधीर बोल कर दांत निपोर हंसने लगे और साथ दिया दीदी सुधा ने.
रजनी को उन दोनों की बातें और कहकहे लगाना बहुत बुरा लगा। साथ ही रजत की यूं हंसी उड़ाना बिल्कुल भी पसंद नहीं आया।
रजनी की शादी के बाद मां को गठिया का ऐसा रोग लगा कि वे बिस्तर पर आ गईं। न खुद उठ सकती थी ना बैठ सकती थीं। परफेक्ट मनी करवट बदलना तो दूर का विषय था ।पर लेटे-लेटे भी वह अपने दामाद के लिए स्वेटर बनाती थीं। हाथों में, कोहनी में दर्द होने लगता तो बिठाने के लिए कहतीं
पापा नाराज होते ..बुनने के लिए मना करते.… पर रजनी को याद आता.. कमोबेश मां साल भर बुनती रहती थी। कभी किसी के लिए तो कभी किसी के लिए ।कभी अपनी इच्छा से तो, कभी दूसरों की फरमाइश पर ।कैसा भी डिजाइन क्यों ना हो. तुरंत समझ में आ जाता उन्हें। इसीलिए "मनोरमा और सहेली" पत्रिका ले अड़ोस पड़ोस की महिलाएं आती, किताब में छपी किसी खास डिजाइन को सीखने ।
आखिर घर का पहला दामाद.. उसके लिए कैसे ना बनता.. तो लेटे-लेटे ही बनाना शुरू कर दिया। अपनी आंखों के सामने दामाद को पहना देख, मां खुशी से झूम गई। आखिर उनकी महीनों की मेहनत सफल हो गई ।
"मम्मी, आपने तो कभी मेरी माप भी नहीं ली फिर इतना परफेक्ट कैसे बनाया"रजत पूछता?
मां हंसती . आखिर इतने सारे स्वेटर बनाये थे इतना तो अंदाजा हो ही जाता।
दीदी सुधा की बातों से आहत हो रजत बोला,
"दीदी, यह स्वेटर मम्मी जी की पहली और आखिरी निशानी है ।कितनी तकलीफ में थीं फिर भी उन्होंने दिन रात एक कर मेरे लिए स्वेटर बुना। इसमें ना सिर्फ उनका प्यार छुपा, ढेरों आशीर्वाद भी छुपे हैं।उनका परिश्रम, मुझे स्वेटर पहनाने की चाहत,उनके बनाए स्वेटर में परफेक्ट मनी मुझे देखने की ख्वाहिश. सब कुछ छुपा है।
उनके इसी स्नेह की गर्मी से भरी है यह स्वेटर। पैसों से खरीदे बहुत से स्वेटर हैं पर प्यार, अपनेपन के धागों से बुनी यह इकलौती स्वेटर है इसलिए प्रिय है "।
रजनी का चेहरा खिल गया, पति रजत की बातें सुन। मां की अंतिम निशानी.. स्वेटर के बारे में उनके ख्यालात जान कर उसका सिर गर्व से ऊंचा हो गया ।रजत के प्रति उसका सम्मान और बढ़ गया।
बेटियां बस यही तो चाहती हैं कि उनके माता-पिता का भी सम्मान किया जाए। उनकी सम्मान भरी बातें सुन ससुराल के प्रति उनका सम्मान और बढ़ जाता है।
दीदी का चेहरा उतर गया। रजत के स्वेटर को फिर से तह कर रख दिया।
हाथ से बुने स्वेटर भले कितने भी पुराने क्यों ना हो जाए पर उससे जुड़ी यादें अनमोल होती है ।उनकी भावनाओं को ठेस लगने पर आहत हो जाते हैं उनके मनोभाव की कद्र करें।
धन्यवाद आपके विचारों और सुझावों का इंतजार रहेगा 🙏🙏
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