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शेयर कैसे खरीदें और बेचे?

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डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है-delivery trading Kya Hai (Full Information) | डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करे ?

दोस्तों स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग करने के बहुत सारे तरीके है लेकिन आज हम आपको डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में बताएँगे की डिलीवरी ट्रेडिंग क्या होती है और डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करे,डिलीवरी ट्रेडिंग के नुकशान और फायदे क्या क्या है क्या हमें डिलीवरी ट्रेडिंग करना चाहिए या नहीं करना चाहिए ये सारे सवालो के जवाब इस पोस्ट में हमने आपको बताया है

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है (Full Information)-what delivery trading in Hindi

जब भी आप स्टॉक मार्केट में से शेयर को खरीदते हो और उसे अपने पास कुछ ज्यादा समय तक रखते है तो यही ट्रेडिंग आपकी डिलीवरी ट्रेडिंग कहलाती है डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक अपने शेयर को एक लम्बे अवधि तक होल्ड करके रखते है और जब प्राइस ज्यादा बड जाता है तब उस शेयर को बेचकर प्रॉफिट कमा लेते है तो यही होती है डिलीवरी ट्रेडिंग |

डिलीवरी ट्रेडिंग में आप चाहे तो अपने शेयर को एक दिन, हफ्ते ,महीने,साल ,पाच साल ,दस साल जब तक रखना चाहते हो तब तक रख सकते हो इसका कोई निर्धारित समय नहीं होता है ये intraday trading से बिलकुल अलग है intraday trading में same day ट्रेडिंग की जाती है शेयर को जिस दिन खरीदते है और उसी दिन बेच भी देते है लेकिन डिलीवरी ट्रेडिंग में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट होता है |

निवेसको को शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक डीमैट खाता होना आवश्यक है इसी खाते से आप शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग कर सकते है |

डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करे-how to do delivery trading :

डिलीवरी ट्रेडिंग करना तभी सही रहता है जब आप long term investment करते है डिलीवरी ट्रेडिंग में आप स्टॉक खरीदते है और अपने डीमेट खाते में होल्ड करके रखते है इसलिए आपका डीमैट खाता होने अनिवार्य है |

आप किसी भी ब्रोकरेज जैसे Upstox, zerodha, 5 paisa, groww, Astha trad, angel broking में डीमैट अकाउंट ओपन करके डिलीवरी ट्रेडिंग सुरु कर सकते है लेकिन ध्यान रहे हर एक ब्रोकर के कुछ हिडन चार्ज रहते है उन्हें स्टडी करने के बाद ही किसी ब्रोकरेज में ट्रेडिंग करे

डिलीवरी ट्रेडिंग में जब हम शेयर खरीदते है तब हमें फुल कैश पेमेंट करना होता है जब आप शेयर खरीद लेते है उसके बाद आपके शेयर आपके डीमैट खाते में सेव रहते है

delivery/holding trading जो सुरुआती निवेशक होते है उनको डिलीवरी ट्रेडिंग के द्वारा स्टॉक मार्केट में इंटर होना चाहिए स्टॉक मार्केट में उनकी ट्रेडिंग या फिर इन्वेस्टिंग की सुरुआत करना चाहिए

दोस्तों किसी भी ब्रोकरेज में शेयर कैसे खरीदें और बेचे? leverage/margin प्रोवाइड करते है अगर आपके अकाउंट में 10 हज़ार रूपए है तो आपको 1 लाख या 1 लाख से भी ज्यादा अमाउंट दे देते है स्टॉक खरीदने के लिए लेकिन डिलीवरी ट्रेडिंग में जो भी अमाउंट आपके पास है उसी अमाउंट में आपको शेयर खरीदना है

उधाहरण से समझते है : मानलो किसी स्टॉक रिलायंस इन्फ्रा की जो स्टॉक प्राइस है 100 रूपए है मतलब 1 शेयर की प्राइस 100 रूपए है डिलीवरी में रिलायंस इन्फ्रा की एक शेयर खरीदने के लिए आपको 100 रूपए ही देना पड़ेगा यहाँ पर कोई लिवरेज या मार्जिन नहीं मिल रहा है लेकिन कुछ ब्रोकर येसे भी है जो डिलीवरी के लिए भी आपको थोडा बहुत मार्जिन प्रोवाइड करते है

अगर आपको विडियो फार्मेट में डिलीवरी ट्रेडिंग में sell और buy कैसे करते है इसको समझने के लिए हमने आपके लिए एक विडियो प्रोवाइड किया है जो tech & finance YouTube channel से लिया गया है और इस विडियो में angel broking ब्रोकरेज का सहारा लेकर आपको बताएँगे –

डिलीवरी ट्रेडिंग के फायदे-benefit of delivery trading:

  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक लम्बे समय तक ट्रेडिंग कर सकते है और ये निवेशको के लिए फायदेमंद है
  • आप जिस भी कंपनी में निवेश करते है उनके द्वारा निकाला गया बोनस से भी आपको फायदा हो सकता है
  • यदि पूरी समझ और सही जानकरी के साथ डिलीवरी रीडिंग करे तो आप हमेशा फायदे में रहोगे
  • ट्रेडिंग में एक अच्छे शेयर में इन्वेस्ट करने पर आपको बैंक से लोन लेने में मदत भी मिलती है
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशको को ब्रोकरेज नहीं देना पड़ता
  • ट्रेडिंग करते समय सभी शेयर्स की डिलीवरी अपने डीमैट खाते में ले सकते है
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में एक फायदा ये है की निवेशक अपने शेयर को तब तक होल्ड करके रख सकता है जब तक उस शेयर को बेचने का सही समय ना आ जाये
  • शेयर खरीदते और बेचते समय ब्रोकरेज फीस नहीं देना होता है डिलीवरी ट्रेडिंग ये एक बड़ा फायदा है

डिलीवरी ट्रेडिंग के नुकशान-loss of delivery trading :

  • दोस्तों किसी भी ट्रेडिंग में निवेशको के लिए ट्रेडिंग में कुछ फायदे होते है तो कुछ नुकशान भी उठाना होता है
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए एडवांस में पैसे देना होता है लेकिन आपके पर्याप्त मात्र में धन की शेयर कैसे खरीदें और बेचे? उपलब्धता नही है तो आप डिलीवरी ट्रेडिंग नहीं कर सकते लेकिन आपके पास प्रयाप्त मात्र में धन उपलब्ध है तो आसानी से ट्रेडिंग कर सकते है
  • यह एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है इसमे इन्वेस्टरो को धर्य रखना होता है
  • स्टॉक मार्केट क्रेश होने का डर रहता है इसलिए इसमें नुकशान होने का खतरा रहता है
  • दूसरी बात ये भी की लाभी समय तक इन्वेस्ट करने के बाद भी अच्छे रिटर्न आने की उम्मीद नहीं रहती है

डिलीवरी ट्रेडिंग शुल्क- delivery trading charges in Hindi :

  • डिलीवरी ट्रेडिंग में सबसे पहला शुल्क GST का लगता है ये GST का शुल्क 18% देना होता है वो भी ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन चार्ज दोनों पर देना होता है
  • 1899 में भारत स्टाम्प एक्ट ने गवर्नमेंट को डिलीवरी ट्रेडिंग पर स्टाम्प शुल्क लगाया गया है
  • इसमें STT (security transaction tax) लगता है जो की 0.25% खरीद और बिक्री पर लगता है इसके अलावा CTT और ट्रांजेक्शन चार्ज भी डिलीवरी ट्रेडिंग में सामिल है
  • बात करे exchange transition charge की इसमें NSE और BSE कुछ चार्ज लेते है यह चार्ज आपको 0.00325% खरीद और बिक्री पर देना होता है
  • ब्रोकरेज चार्ज आपको 0.2% देना ही पड़ता है कुछ ब्रोकरेज चार्ज जीरो होता है और फुल ब्रोकरेज सर्विस में 0.2% ब्रोकरेज देना ही पड़ता है
  • इसमें SEBI (security and exchange board of India) चार्ज भी लगता है वो चार्ज 0.0001% का जो शेयर खरीद और बिक्री पर लगता है
  • स्टाम्प ड्यूटी देना होता है जो हर राज्य की अलग अलग होती है इसके अलावा कुछ और चार्ज देने होते है जैसे अनुअल चार्ज और टैक्स चार्ज आपको पे करने होते है |

डिलीवरी ट्रेडिंग में सावधानी (caution of delivery trading) :

  • डिलीवरी ट्रेडिंग में आपको हमेशा लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करना चाहिए
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में आपके पास प्रयाप्त राशी होनी चाहिए तभी आप इन्वेस्टमेंट कर सकते है
  • ट्रेडिंग करते समय कुछ transaction चार्ज भी लगते है जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए
  • निवेशको को शेयर खरीदते समय कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करना बहुत जरुर होता है
  • किसी भी ब्रोकरेज के जरिये इन्वेस्ट या ट्रेडिंग करते है तो उसके हिडन चार्ज जानना बहुत जरुरी होता है

निष्कर्ष :

दोस्तों यदि आप सुरुआती ट्रेडर है और आप डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में जानते है तो आपके लिए ये जरुरी होगा की आप लगातार डिलीवरी ट्रेडिंग में बने रहे क्योकि डिलीवरी ट्रेडिंग एक लॉन्ग टर्म प्रोसेस है

उम्मीद करते है हमारे द्वारा बताई गयी जानकारी डिलीवरी ट्रेडिंग को लेकर आपको समझ आ गयी होगी क्योकि आप सुरुआती निवेशक है तो ये बाते जानना बहुत जरुरी होता है इसके अलावा हमारे द्वारा जानकारी में कोई कमी है तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते है हम आपकी समस्या का निराकरण देने की कोशिश करेंगे |

लास्ट में ये कहना सही रहेगा की जब भी आप इन्वेस्ट शेयर कैसे खरीदें और बेचे? करने का सोचते है उससे पहले उस ट्रेडिंग और शेयर्स की सम्पूर्ण जानकारी जुटा लेना चाहिए ताकि आप नुकशान से बच कसो हलाकि ट्रेडिंग एक येसा प्लेटफार्म है जहा आपको नुकशान भी झेंलना पड़ सकता है लेकिन उस नुकशान से कुछ न कुछ सिखने भी मिलता है |

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है-delivery trading Kya Hai (Full Information) | डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करे ?

दोस्तों स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग करने के बहुत सारे तरीके है लेकिन आज हम आपको डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में बताएँगे की डिलीवरी ट्रेडिंग क्या होती है और डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करे,डिलीवरी ट्रेडिंग के नुकशान और फायदे क्या क्या है क्या हमें डिलीवरी ट्रेडिंग करना चाहिए या नहीं करना चाहिए ये सारे सवालो के जवाब इस पोस्ट में हमने आपको बताया है

डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है (Full Information)-what delivery trading in Hindi

जब भी आप स्टॉक मार्केट में से शेयर को खरीदते हो और उसे अपने पास कुछ ज्यादा समय तक रखते है तो यही ट्रेडिंग आपकी डिलीवरी ट्रेडिंग कहलाती है डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक अपने शेयर को एक लम्बे अवधि तक होल्ड करके रखते है और जब प्राइस ज्यादा बड जाता है तब उस शेयर को बेचकर प्रॉफिट कमा लेते है तो यही होती है डिलीवरी ट्रेडिंग |

डिलीवरी ट्रेडिंग में आप चाहे तो अपने शेयर को एक दिन, हफ्ते ,महीने,साल ,पाच साल ,दस साल जब तक रखना चाहते हो तब तक रख सकते हो इसका शेयर कैसे खरीदें और बेचे? कोई शेयर कैसे खरीदें और बेचे? निर्धारित समय नहीं होता है ये intraday trading से बिलकुल अलग है intraday trading में same day ट्रेडिंग की जाती है शेयर को जिस दिन खरीदते है और उसी दिन बेच भी देते है लेकिन डिलीवरी ट्रेडिंग में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट होता है |

निवेसको को शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक डीमैट खाता होना आवश्यक है इसी खाते से आप शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग कर सकते है |

डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करे-how to do delivery trading :

डिलीवरी ट्रेडिंग करना तभी सही रहता है जब आप long term investment करते शेयर कैसे खरीदें और बेचे? है डिलीवरी ट्रेडिंग में आप स्टॉक खरीदते है और अपने डीमेट खाते में होल्ड करके रखते है इसलिए आपका डीमैट खाता होने अनिवार्य है |

आप किसी भी ब्रोकरेज जैसे Upstox, zerodha, 5 paisa, groww, Astha trad, angel broking में डीमैट अकाउंट ओपन करके डिलीवरी ट्रेडिंग सुरु कर सकते है लेकिन ध्यान रहे हर एक ब्रोकर के कुछ हिडन चार्ज रहते है उन्हें स्टडी करने के बाद ही किसी ब्रोकरेज में ट्रेडिंग करे

डिलीवरी ट्रेडिंग में जब हम शेयर खरीदते है तब हमें फुल कैश पेमेंट करना होता है जब आप शेयर खरीद लेते है उसके बाद आपके शेयर आपके डीमैट खाते में सेव रहते है

delivery/holding trading जो सुरुआती निवेशक होते है उनको डिलीवरी ट्रेडिंग के द्वारा स्टॉक मार्केट में इंटर होना चाहिए स्टॉक मार्केट में उनकी ट्रेडिंग या फिर इन्वेस्टिंग की सुरुआत करना चाहिए

दोस्तों किसी भी ब्रोकरेज में leverage/margin प्रोवाइड करते है अगर आपके अकाउंट में 10 हज़ार रूपए है तो आपको 1 लाख या 1 लाख से भी ज्यादा अमाउंट दे देते है स्टॉक खरीदने के लिए लेकिन डिलीवरी ट्रेडिंग में जो भी अमाउंट आपके पास है उसी अमाउंट में आपको शेयर खरीदना है

उधाहरण से समझते है : मानलो किसी स्टॉक रिलायंस इन्फ्रा की जो स्टॉक प्राइस है 100 रूपए है मतलब 1 शेयर की प्राइस 100 रूपए है डिलीवरी में रिलायंस इन्फ्रा की एक शेयर खरीदने के लिए आपको 100 रूपए ही देना पड़ेगा यहाँ पर कोई लिवरेज या मार्जिन नहीं मिल रहा है लेकिन कुछ ब्रोकर येसे भी है जो डिलीवरी के लिए भी आपको थोडा बहुत मार्जिन प्रोवाइड करते है

अगर आपको विडियो फार्मेट में डिलीवरी ट्रेडिंग में sell और buy कैसे करते है इसको समझने के लिए हमने आपके लिए एक विडियो प्रोवाइड किया है जो tech & finance YouTube channel से लिया गया है और इस विडियो में angel broking ब्रोकरेज का सहारा लेकर आपको बताएँगे –

डिलीवरी ट्रेडिंग के फायदे-benefit of delivery trading:

  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक लम्बे समय तक ट्रेडिंग कर सकते है और ये निवेशको के लिए फायदेमंद है
  • आप जिस भी कंपनी में निवेश करते है उनके द्वारा निकाला गया बोनस से भी आपको फायदा हो सकता है
  • यदि पूरी समझ और सही जानकरी के साथ डिलीवरी रीडिंग करे तो आप हमेशा फायदे में रहोगे
  • ट्रेडिंग में एक अच्छे शेयर में इन्वेस्ट करने पर आपको बैंक से लोन लेने में मदत भी मिलती है
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशको को ब्रोकरेज नहीं देना पड़ता
  • ट्रेडिंग करते समय सभी शेयर्स की डिलीवरी अपने डीमैट खाते में ले सकते है
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में एक फायदा ये है की निवेशक अपने शेयर को तब तक होल्ड करके रख सकता है जब तक उस शेयर को बेचने का सही समय ना आ जाये
  • शेयर खरीदते और बेचते समय ब्रोकरेज फीस नहीं देना होता है डिलीवरी ट्रेडिंग ये एक बड़ा फायदा है

डिलीवरी ट्रेडिंग के नुकशान-loss of delivery trading :

  • दोस्तों किसी भी ट्रेडिंग में निवेशको के लिए ट्रेडिंग में कुछ फायदे होते है तो कुछ नुकशान भी उठाना होता है
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए एडवांस में पैसे देना होता है लेकिन आपके पर्याप्त मात्र में धन की उपलब्धता नही है तो आप डिलीवरी ट्रेडिंग नहीं कर सकते लेकिन आपके पास प्रयाप्त मात्र में धन उपलब्ध है तो आसानी से ट्रेडिंग कर सकते है
  • यह एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट है इसमे इन्वेस्टरो को धर्य रखना होता है
  • स्टॉक मार्केट क्रेश होने का डर रहता है इसलिए इसमें नुकशान होने का खतरा रहता है
  • दूसरी बात ये भी की लाभी समय तक इन्वेस्ट करने के बाद भी अच्छे रिटर्न आने की उम्मीद नहीं रहती है

डिलीवरी ट्रेडिंग शुल्क- delivery trading charges in Hindi :

  • डिलीवरी ट्रेडिंग में सबसे पहला शुल्क GST का लगता है ये GST का शुल्क 18% देना होता है वो भी ब्रोकरेज और ट्रांजेक्शन चार्ज दोनों पर देना होता है
  • 1899 में भारत स्टाम्प एक्ट ने गवर्नमेंट को डिलीवरी ट्रेडिंग पर स्टाम्प शुल्क लगाया गया है
  • इसमें STT (security transaction tax) लगता है जो की 0.25% खरीद और बिक्री पर लगता है इसके अलावा CTT और ट्रांजेक्शन चार्ज भी डिलीवरी ट्रेडिंग में सामिल है
  • बात करे exchange transition charge की इसमें NSE और BSE कुछ चार्ज लेते है यह चार्ज आपको 0.00325% खरीद और बिक्री पर देना होता है
  • ब्रोकरेज चार्ज आपको 0.2% देना ही पड़ता है कुछ ब्रोकरेज चार्ज जीरो होता है और फुल ब्रोकरेज सर्विस में 0.2% ब्रोकरेज देना ही पड़ता है
  • इसमें SEBI (security and exchange board of India) चार्ज भी लगता है वो चार्ज 0.0001% का जो शेयर खरीद और बिक्री पर लगता है
  • स्टाम्प ड्यूटी देना होता है जो हर राज्य की अलग अलग होती है इसके अलावा कुछ और चार्ज देने होते है जैसे अनुअल चार्ज और टैक्स चार्ज आपको पे करने होते है |

डिलीवरी ट्रेडिंग में सावधानी (caution of delivery trading) :

  • डिलीवरी ट्रेडिंग में आपको हमेशा लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करना चाहिए
  • डिलीवरी ट्रेडिंग में आपके पास प्रयाप्त राशी होनी चाहिए तभी आप इन्वेस्टमेंट कर सकते है
  • ट्रेडिंग करते समय कुछ transaction चार्ज भी लगते है जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए
  • निवेशको को शेयर खरीदते समय कंपनी का फंडामेंटल एनालिसिस करना बहुत जरुर होता है
  • किसी भी ब्रोकरेज के जरिये इन्वेस्ट या ट्रेडिंग करते है तो उसके हिडन चार्ज जानना बहुत जरुरी होता है

निष्कर्ष :

दोस्तों यदि आप सुरुआती ट्रेडर है और आप डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में जानते है तो आपके लिए ये जरुरी होगा की आप लगातार डिलीवरी ट्रेडिंग में बने रहे क्योकि डिलीवरी ट्रेडिंग एक लॉन्ग टर्म प्रोसेस है

उम्मीद करते है हमारे द्वारा बताई गयी जानकारी डिलीवरी ट्रेडिंग को लेकर आपको समझ आ गयी होगी क्योकि आप सुरुआती निवेशक है तो ये बाते जानना बहुत जरुरी होता है इसके अलावा हमारे द्वारा जानकारी में कोई कमी है तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते है हम आपकी समस्या का निराकरण देने की कोशिश करेंगे |

लास्ट में ये कहना सही रहेगा की जब भी आप इन्वेस्ट करने का सोचते है उससे पहले उस ट्रेडिंग और शेयर्स की सम्पूर्ण जानकारी जुटा लेना चाहिए ताकि आप नुकशान से बच कसो हलाकि ट्रेडिंग एक येसा प्लेटफार्म है जहा आपको नुकशान भी झेंलना पड़ सकता है लेकिन उस नुकशान से कुछ न कुछ सिखने भी मिलता है |

शेयर कैसे खरीदें और कैसे बेचे? (How to Buy & Sell Shares Online UM?)

दोस्तों नमस्कार आज की इस पोस्ट में आप सभी का स्वागत है दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं इस शेयर मार्केट के शेयर कैसे खरीदें और कैसे बेचे इन सारे सवालों का जवाब आपको इस पोस्ट में मिलने वाला है तो चलिए दोस्तों बिना किसी देरी किए हुए शुरुआत करते हैं दोस्तों सबसे पहले आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना चाहिए डिमैट अकाउंट में वह आपको चार्ट दिखाई देगा जिसमें से आप अपना चुनाव कर सकते हैं अपना शेयर को खरीद सकते और वहां से उसको भेज भी सकते हैं तो सबसे पहले हम आपको बता देते हैं कि डीमेट अकाउंट कैसे ओपन करें यह समझा देते हैं |

मार्केट में बहुत सारे ऑप्शन है और बहुत सारे ऐसे प्लेटफार्म है वहां पर आप अपना डिमैट अकाउंट ओपन कर सकते हैं लेकिन जो सबसे ज्यादा पॉपुलर है उसके बारे में बात करने वाले हैं जैसे कि सबसे ज्यादा पॉपुलर अगर इस समय है तो वह upstox हैवैसे आप कहीं पर भी डिमैट अकाउंट खोल सकते हो लेकिन हम आपको सलाह यही देंगे कि आप ऑफिस टॉप्स में ही डिमैट अकाउंट ओपन करें क्योंकि यहां पर आपको एडवांस फीचर आपको मिल जाएंगे लेकिन अन्य की बात करें अब हम आपको बताने वाले हैं कि डीमेट अकाउंट कैसे ओपन करें

डिमैट अकाउंट कैसे ओपन करें

यहा से आप फ्री मे Demat Account खोले

डिमैट अकाउंट खोलने के लिए आप मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे या फिर लैपटॉप पीसी हम दोनों का यहां पर बताने वाले हैं कि किस तरीके से आपको डिमैट अकाउंट ओपन करना है और उसमें क्या-क्या जरूरत होता है क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगेंगे वह आपको बताने जा रहा हूं गूगल में जाए आप स्टॉक की वेबसाइट पर क्लिक करें

अकाउंट खोलने के Upstox में दो स्टेप

Upxtox में Account खोलने के 2 तरीका है एक है ऑनलाइन और दूसरा ऑफलाइन। अगर आपका आधार कार्ड मोबाइल नंबर से लिंक है तो आप ऑनलाइन से ही अकाउंट खोल सकते है।लेकिन आपका मोबाइल आधार के साथ लिंक नहीं है तो आप ऑफलाइन भी अकाउंट खोल सकते हैं। इसके लिए आपको ऑनलाइन जैसा ही पहले अप्लाई करना है। उसके बाद आप अकाउंट ओपनिंग फॉर्म को डाउनलोड कर लेने के बाद हस्ताक्षर करके Upstox ऑफिस में कोरियर करना होता है। इसके बाद आपका अकाउंट 2-3 दिनों में खुल जाता हैं. इस पोस्ट से आज हम जानेंगे Upstox में Online कैसे अकाउंट खोल सकते है।

Upstox में Demat Account खोलने के लिए कार्यवाही काग़जी

आधार कार्ड (Aadhar Card)।

पान कार्ड (Pan Card):- इसमें आपका उम्र साल या उससे ज्यादा होना चाहिए।

हस्ताक्षर की फोटो आपके (सफेद पृष्ठ पर अपना हस्ताक्षर)।

बैंक अकाउंट (Bank Account):- इसमें आप IFSC कोड जरुर देख ले।

यदि आप Futures & Option पर ट्रेड करना है तो Last 6 Month बैंक स्टेटमेंट देना होगा। मेरी राय रहेगा आप यदि नए हो तो इसे active ना ही करो तो बढ़िया रहेगा। इसे Active किये बिना भी आप कोई भी शेयर खरीद सकते हैं।

Step 1- खाता खोलने के लिए Upstox के पेज पर जाये फिर अपने मोबाइल पर Creat an Account पर क्लिक करेंगे अब भी आप इस पेज पर ही आयेंगे

Step 2- ईमेल और मोबाइल नंबर दर्ज करें और OTP को दर्ज करें.

step 3- अब ध्यानपूर्वक अपना पेनकार्ड और डेट ऑफ़ बर्थ को डालें.

Step 4- पर्सनल डिटेल्स जैसे की आपका Gender, Martial Status, Annual income (सालाना आय ), Trading Experience (ट्रेडिंग का अनुभव ), Choose Politically exposed यानी अगर आप पोलिटिकल में कोई पद पर हैं तभी यस करें अन्यथा No करें. Choose your Occupation, दर्ज़ करे.

Step 5- अगर आप NRI है तो Choose is your country of Tax Residency में yes कर सकते है इतना दर्ज करने के बाद Next पर क्लिक करें

Step 6- अब Equity, FO, Currency और Commodity में से कोई एक या दोनों चुने और अपने Basic या Priority प्लान का चुनाव करे|

Step 7- अपने बैंक का विवरण दें. जैसे Account Holder Name & Bank account no Bank IFSC code Fill करे|

Step 8- Income Proof और हस्ताक्षरकॉपी दस्तावेजों की स्कैन की हुई कॉपी अपलोड करें, signature के लिए आप सिर्फ jpeg या png फॉर्मेट का ही इस्तेमाल कर सकतें हैं.

Step 9- अब आपको 24 से 48 घंटे के अंदर Upstox की टीम की तरफ से आपको फ़ोन आ सकता है और एक मेल के जरिये आपको आपकी डीमेट अकाउंट की ID और पासवर्ड आपको दे दिया जायेगा

Sale और buy कैसे करे|

शेयर को buy करने के बाद आपको अगर मुनाफा होने पर आप शेयर को बेच सकते हे। लेकिन अगर आप ने जिन दिन शेयर को ख़रीदा और उसी दिन बेच दिया तो उसे interday trading जाता हे। और अगर आप डिलेवरी में शेयर खरीदते हो। तो आप उस शेयर को लम्बे समय के लिए अपने डीमेट कहते में रख सकते हो। और अगर आप जिस दिन शेयर को खरीदते हो उस दिन को छोड़कर २ दिन बाद या महीने बाद शेयर को बेचते हो। तो उसे swing trading कहा जाता है।

शेयर को बेचने से पहने अपने upstox आप्लिकेशन को लॉगिंग कर लेना हे

लॉगिन करने के बाद portfolio नाम के तब में जाना हे।

उसमे आपक ख़रीदा हुए शेयर रहेंगे ,अगर डिलेवरी में खरीद तो holding में रहेगा। और interday में ख़रीदा तो वो शेयर position में रहेगा।

फिर उस ख़रीदे हुए शेयर पर क्लिक करो। क्लिक करने के बाद exit बटन पर क्लिक करो।

फिर आपके सामने शेयर को बेचने का एक फॉर्म निकल आएगा। उस फॉर्म को भरो। वैसे ही जैसे खरीदते वक्त भरा था। आपको कितने शेयर बेचने हे उतनी संख्या भरो।

डायरेक्ट मार्किट प्राइज पर शेयर की बेचना हे तो market बटन पर क्लिक करो। ता अगर कोई दूसरी कीमत पर शेयर को बेचना हे तो limit बटन पे क्लिक कीजिये।

और निचे दिए हुए swipe to sell बटन पर क्लिक करने के बाद आपका ख़रीदा हुआ शेयर बिक जायेगा।

उदाहरण के तौर पर हम मैंने ख़रीदे हुए शेयर को बेच के देखते हे। जैसे की मैंने hdfc 150 शेयर ख़रीदे थे डिलेवरी में। तो अब हम उन शेयर को बेचते हे| इस तरह आप अपने ख़रीदे हुए शेयर को आसानी से बेच सकते हे। और मुनाफा कमा सकते हे। एक बात यद् रखिये interday (MIS)में ख़रीदा हुए शेयर को आपको उसी दिन बेचना होगा। जिस दिन आपके ख़रीदा हे। नहीं बेचा तो आपका ब्रोकर खुद उस शेयर को बेच देगा और आप पे पेनल्टी लगा देगा।आपने अगर डिलेवरी (CNC) में शेयर को ख़रीदा हे। तो आप उस शेयर को २ दिन बाद या महीने या साल भर में बेच सकते हे। अगर आप उस शेयर को नहीं बेचना चाहते। या होल्ड करके भी रख सकते हे। वो शेयर आपके डीमेट कहते में सेव रहेगा। जबतक की आप उस शेयर को बेच नहीं सकते।

उम्मीद करता हूं कि दोस्तों यह जानकारी आपको पसंद आई होगी और समझ गए होंगे कि आपको शेयर मार्केट में कैसे खरीदे औरबेंच सकते हैं अगर हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई हो तो आप अपने दोस्तों को भी शेयर करें लेकिन वेबसाइट को सब्सक्राइब करना बिल्कुल ना भूलें जब-जब भी पोस्ट अपलोड की जाएगी उसके नोटिफिकेशन आप तक पहुंच जाएंगे उसे पढ़कर क्या मोटिवेट हो सकते हैं मिलते हैं अगले पोस्ट में धन्यवाद

Posted by Unique Motivation

मेरा नाम सतीश है ,मै हरदोई उत्तर प्रदेश का रहने वाला हु ,मैने लखनऊ विश्वविद्यालय शेयर कैसे खरीदें और बेचे? से बी,ए की डिग्री ली है, मुझे लोगो के साथ अपने विचार बाँटने मे बहुत आनंद मिलता है, इसी को देखते हुए मैने विचार किया ,की मै आप लोगो के साथ रुवरू होंगे मुझे ब्लॉग लिखने का शौक है ब्लॉग के माध्यम से आप लोगो से रूबरू होता हु अगर आपको हमारे द्वारा लिखे गये ब्लॉग पसंद आये तो कमेंट करके जरूर बताना धन्यवाद।।

शेयर बाजार से हुई कमाई पर कैसे और कितना लगता है टैक्स, समझिए पूरा नफा-नुकसान

अगर शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स कहते है.

शेयर बाजार में आप भी निवेश करते हैं. अगर हां तो आपको टैक्स शेयर कैसे खरीदें और बेचे? का नियम समझना जरूरी है. हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट से कमाई पर कितना और कैसे टैक्स देना पड़ता है.

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 09, 2022, 11:07 IST

नई दिल्ली . शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कई तरह के टैक्स लगते हैं. बहुत सारे लोगों को यह जानकारी कम होती है कि कितना टैक्स लगता है. जब कमाई के बाद पैसा कट कर आता है तो निवेशक सोचते हैं कि पैसा कहां कट गया. आज हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट से कमाई पर कितना और कैसे टैक्स देना पड़ता है.

मान लीजिए आपको एक साल में शेयर बाजार से 5 लाख की कमाई हुई. लेकिन आपके अकाउंट में सिर्फ 4.50 लाख रुपए ही आएंगे. दरअसल, इस कमाई पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स यानी STT और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स यानी LTCG देना पड़ा. इसके साथ ही कुल कमाई पर इनकम टैक्स भी देना होगा. यानी आपको तीन टैक्स देने पड़ रहे हैं.

टैक्स को ऐसे समझें…

आपके 4 लाख की कमाई वाले शेयर बेचते समय ही STT के 125 रुपए कट गए. एक साल पूरा होने के एक हफ्ते बाद ये 5 लाख रुपए के शेयर बेचे तो उस पर LTCG टैक्स 10% लगा और 50 हजार रुपए कट गए. मान लीजिए अब आपने इसके अलावा 3 लाख रुपए दूसरे जरिए से कमाए. इस तरह उसकी टोटल इनकम 3 लाख+5 लाख = 8 लाख रुपए हो गई. इसमें से पहले 50 हजार रुपए कट गए थे. इनकम बची 8 लाख-50,000=7.50 लाख रुपए. अब इस 7.50 लाख पर आपको इनकम टैक्स भी देना है.

लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स (Long term Capital gains tax)

अगर शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स कहते है. शेयरों की बिक्री करने वाले को इस कमाई पर टैक्स देना पड़ता है. 2018 के बजट में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स को फिर से शुरू किया गया था.

इससे पहले इक्विटी शेयरों या इक्विटी म्यूचुअल फंड ( Equity Mutual funds) की यूनिटों की बिक्री से होने वाले लाभ पर टैक्स नहीं लगता था. इनकम टैक्स रूल्स (Income tax Rules) के सेक्शन 10 (38) के तहत इस पर टैक्स से छूट मिली हुई थी. लेकिन 2018 के बजट में शामिल किए गए प्रावधान में कहा गया कि अगर एक साल के बाद बेचे गए शेयरों और इक्विटी म्यूचुअल फंड की यूनिटों की बिक्री पर एक लाख रुपये से ज्यादा का कैपिटेल गेन हुआ है तो इस पर 10 फीसदी टैक्स लगेगा.

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135 रुपये पर जा सकता है यह शेयर, अभी दांव लगाने वालों को तगड़ा मुनाफा, एक्सपर्ट बुलिश, कहा- खरीदो

Stock To Buy: अगर आप भी शेयर मार्केट (Stock market) में दांव लगाने की सोच रहे हैं तो आप इस बैंकिंग शेयर पर नजर रख सकते हैं। ब्रोकरेज इस शेयर पर बुलिश हैं और इसे खरीदने की सलाह दे रहे हैं।

135 रुपये पर जा सकता है यह शेयर, अभी दांव लगाने वालों को तगड़ा मुनाफा, एक्सपर्ट बुलिश, कहा- खरीदो

Stock To Buy: अगर आप भी शेयर मार्केट (Stock market) में दांव लगाने की सोच रहे हैं तो आप फेडरल बैंक के शेयरों पर नजर रख सकते हैं। ब्रोकरेज इस शेयर पर बुलिश हैं और इसे खरीदने की सलाह दे रहे हैं। फेडरल बैंक के शेयर वर्तमान में 122.75 रुपये पर हैं। प्रभुदास लीलाधर ने फेडरल बैंक के शेयर (Federal bank share) पर 135 रुपये का टारगेट प्राइस रखते हुए 'बाय रेटिंग' दी है।

क्या कहा ब्रोकरेज ने?
प्रभुदास लीलाधर सुझाव देते हैं कि अगले एक साल में फेडरल बैंक के शेयर 135 के टारगेट प्राइस तक पहुंच सकते हैं। बता दें कि वर्तमान शेयर प्राइस के हिसाब से यह 9.98% उछल सकता है। पिछले पांच दिनों में यह शेयर 8.72% का रिटर्न (Stock return) दिया है। वहीं, इस साल YTD में यह 40.77% उछला है।

कंपनी के बारे में
फेडरल बैंक लिमिटेड साल 1931 में स्थापति एक बैंकिंग कंपनी है। इसका मार्केट कैप 25210.56 करोड़ रुपये है। 30 जून 2022 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी ने 4318.17 करोड़ रुपये की समेकित कुल आय दर्ज की, जो पिछली तिमाही की कुल आय 4170.55 करोड़ रुपये से 3.54% अधिक है। पिछले साल की इसी तिमाही की कुल आय 4147.77 करोड़ रुपये से 4.11% अधिक है। नवीनतम तिमाही में बैंक ने 634.22 करोड़ रुपये का टैक्स पश्चात शुद्ध लाभ दर्ज किया।

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