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जब शेयर मार्केट गिरता है

जब शेयर मार्केट गिरता है

LIC के निवेशक धीरज बनाकर रखें, बाजार गिरने से शेयर टूटा: LIC के चेयरमैन

LIC के शेयर इतने टूटे कि यह लिस्टिंग के बाद सबसे ज्यादा गिरने वाला एशिया का दूसरा शेयर बन गया है। पहले नंबर पर दक्षिण कोरिया की कंपनी LG Energy Solution है

कंपनी की VNB Margin(नई पॉलिसी बिक्री की मार्जिन) मीडियम टर्म में 9.3 फीसदी से बढ़कर 15 फीसदी पर आती नजर आएगी। जबकि लॉन्ग टर्म में ये 20 फीसदी पर जाती नजर आएगी

फेड के फैसले से पहले भारतीय बाजार सतर्क आज सतर्क नजर आ रहा है। ग्लोबल और भारतीय बाजारों में कंसोलिडेशन का मूड दिख रहा है। निफ्टी 15750 के जब शेयर मार्केट गिरता है आसपास है। निफ्टी बैंक में 100 अंकों से ज्यादा की बढ़त देखने को मिल रही है दिग्गजों से ज्यादा आज मिडकैप जोश में दिख रहे हैं। बाजार की इस गिरावट से LIC का शेयर भी अछूता नहीं है। पिछले 10 दिनों से LIC के शेयरों में लगातार गिरावट जारी थी। LIC के शेयर इतने टूटे कि यह लिस्टिंग के बाद सबसे ज्यादा गिरने वाला एशिया का दूसरा शेयर बन गया है। पहले नंबर पर दक्षिण कोरिया की कंपनी LG Energy Solution है।

हालांकि आज LIC के शेयरों में लगातार दूसरे दिन हरियाली दिखी है। सरकारी बीमा कंपनी LIC (Life Insurance Corporation of India) के शेयर 15 जून को 4.70% यानी 31.25 रुपए बढ़कर 706 रुपए पर पहुंच गए हैं। यह लगातार दूसरा दिन है जब LIC के शेयरों में तेजी आई है।

इस बीच आज LIC चेयरमैन MR KUMAR ने CNBC TV18 से खास बातचीत में कहा है की निवेशकों को धैर्य बनाए रखना चाहिए। निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। मार्केट में गिरावट से शेयर पर दबाव दिख रहा है। कंपनी के कारोबार में कोई दिक्कतें नहीं है। आगे निजी इंश्योरेंस कंपनियों की तरह ही LIC में तेज ग्रोथ देखने को मिलेगी। कंपनी आंतरिक बदलाव (इंटरनल ट्रांसफॉर्मेशन) की प्रक्रिया से गुजर रही है। ऐसे में निवेशकों से धैर्य बनाए रखने की अपील है। भविष्य में निवेशकों को बेहतर डिविडेंड मिलने की उम्मीद है। पॉलिसीधारक बोनस को लेकर परेशान न हों। कंपनी की ग्रोथ के साथ बोनस भी बढ़ेगा।

Stock Tips: शेयर बाजार की कमजोरी में बॉटम फिशिंग को गिरते चाकू को थामने की कोशिश की तरह खतरनाक क्यों बता रहे हैं एक्सपर्ट मयूरेश जोशी

Stock INvestment Tips: शेयर बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए स्टॉक एक्सपर्ट मयूरेश जोशी ने कहा है कि निवेशकों को अपने इमोशन पर दांव नहीं लगाना चाहिए. मयूरेश जोशी ने कहा जब शेयर मार्केट गिरता है है कि डर, उम्मीद गर्व और लालच, यह ऐसी चीजें हैं जो निवेशकों को नुकसान पहुंचा सकती हैं.

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जब शेयर बाजार करेक्शन के फेज में होता है या कमजोरी का अपना ठिकाना तलाश रहा होता है उस समय इन निवेशकों को बॉटम फिशिंग की कोशिश नहीं करनी चाहिए.

मयूरेश जोशी ने कहा है कि गिरता हुआ चाकू हमेशा खतरनाक होता है और उसे पकड़ने की कोशिश में आपकी उंगलियां या हाथ कट सकते हैं. जोशी ने कहा है कि अगर कोई निवेशक शेयर बाजार में निवेश करना चाहता है तो उसको क्लियर अपसाइड डायरेक्शन दिखना चाहिए.

मयूरेश जोशी ने कहा है कि अगर शेयर बाजार में जब शेयर मार्केट गिरता है कमजोरी की इंटेंसिटी का अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं तो आपके लिए फायदेमंद यह है कि आप साइड में बैठकर बाजार के स्थिर होने का इंतजार करें. बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी फिफ्टी अपने उच्च स्तर से 10 फ़ीसदी से अधिक गिर चुके हैं.

शेयर बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए स्टॉक एक्सपर्ट मयूरेश जोशी ने कहा है कि निवेशकों को जब शेयर मार्केट गिरता है अपने इमोशन पर दांव नहीं लगाना चाहिए. मयूरेश जोशी ने कहा है कि डर, उम्मीद गर्व और लालच, यह ऐसी चीजें हैं जो निवेशकों को नुकसान पहुंचा सकती हैं.

मयूरेश जोशी ने कहा है कि शेयर बाजार में तेज गिरावट की वजह से निवेशक कई बार लालच में आ जाते हैं शेयर बाजार की मौजूदा कमजोरी के दौर में आपको अपनी भावनाओं पर काबू पाने की जरूरत है और निवेश के लिए जो मौजूदा नियम हैं, उनका पालन करने की जरूरत है.

मयूरेश जोशी ने कहा है कि जब शेयर बाजार 10 फ़ीसदी से अधिक गिर चुका है, इसका मतलब है कि तकनीकी रूप से यह गंभीर बात है. जोशी ने निवेशकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि गिरते हुए चाकू को पकड़ने की कोशिश ना करें. शेयर बाजार में कमजोरी का इंतजार करें और जब शेयर बाजार स्थिर दिखने लगे, तब निवेश करने की कोशिश करें.

शेयर बाजार क्यों हुआ धड़ाम, 5 प्वाइंट्स में समझिए गिरावट की वजह

घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को तेज गिरावट आई। BSE का सूचकांक सेंसेक्स 1189.73 अंक की गिरावट के साथ 55,822.01 पर बंद हुआ। वहीं, NSE का इंडेक्स निफ्टी 2.18 फीसदी की गिरावट के साथ 16,164.20 पर बंद हुआ।.

शेयर बाजार क्यों हुआ धड़ाम, 5 प्वाइंट्स में समझिए गिरावट की वजह

घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को तेज गिरावट आई। BSE का सूचकांक सेंसेक्स 1189.73 अंक की गिरावट के साथ 55,822.01 पर बंद हुआ। वहीं, NSE का इंडेक्स निफ्टी 2.18 फीसदी की गिरावट के साथ 16,164.20 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स 55,132.68 के लेवल तक गिर गया था। स्टॉक मार्केट में सोमवार को निवेशकों को 6.81 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। आइए समझते हैं कि स्टॉक मार्केट में इस तेज गिरावट की क्या वजह रही.

ओमिक्रॉन से सहमा शेयर बाजार

जहां देश में ओमिक्रॉन के मामले 150 के पार चले गए हैं। वहीं, कई देशों में स्थिति और भी बदतर हो गई है। ओमिक्रॉन को लेकर दुनिया भर में अनिश्चितता का माहौल है। ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वेरियंट्स से अब तक 12 लोगों की मौत हो जब शेयर मार्केट गिरता है चुकी है। इसके अलावा, ब्रिटेन में एक स्टडी में कहा है कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन वेरियंट लोअर सिवैरिटी वाला है। अगर घरेलू बाजार की बात करें तो सोमवार यानी 20 दिसंबर को सिनेमाहाल, टूर एंड ट्रैवल्स, बैंक, NBFC, होटल कारोबार से जुड़ी कंपनियों के शेयर में गिरावट देखी गई है। एक्सपर्ट भी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट की वजह ओमिक्रॉन को ही बता रहे हैं।

लिक्विडिटी की समस्या

कोरोना की पहली और दूसरी लहर के समय सरकार की तरफ से कई तरह की मदद लोगों को की गई। यही वजह थी कि बाजार में एक्सेस लिक्विडिटी आई और उसका असर हमें म्यूचुअल फंड और इक्विटी मार्केट में भी दिखा था। लेकिन दुनिया भर के बैंक बढ़ती महंगाई से काफी चिंतित हैं यही वजह कि एक्सेस लिक्विडिटी को कंट्रोल करना चाहते हैं। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने गुरुवार को ब्याज दरें 15 बेसिस प्वाइंट बढ़ा दी हैं, ऐसा करने वाला वो दुनिया का पहला सेंट्रल बैंक है। इसके अलावा, US फेड ने भी अपने हालिया के बयानों में ब्याज दर बढ़ाने का इशारा किया है। इन्हीं दोनों बैंकों की वजह से दुनिया भर के बाजार में गिरावट देखा गया है।

यूरोप में लॉकडाउन का डर

क्रिसमस और न्यू ईयर हॉलिडे से पहले कई यूरोपीय देशों में कोविड-19 को लेकर पाबंदियां बढ़ाई जा सकती हैं, क्योंकि ओमिक्रॉन वेरियंट तेजी से फैलता है। नीदरलैंड्स ने पहले ही अपने यहां लॉकडाउन की घोषणा जब शेयर मार्केट गिरता है कर दी है। अगर ग्लोबल मार्केट्स की बात करें तो चाइनीज ब्लू चिप्स 0.4 फीसदी डाउन हैं। जापान के निक्केई में 1.7 फीसदी और दक्षिण कोरिया के बाजार में 1.2 फीसदी की गिरावट आई है।

ब्रोकेरज हाउस ने कहा, इंडियन इक्विटीज का वैल्यूशन ज्यादा

एक्सपर्ट्स का कहना है कि सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही सूचकांक टेक्निकल करेक्शंस जोन में एंट्री कर गए हैं। जब शेयर मार्केट गिरता है अक्टूबर 2021 के अपने रिकॉर्ड हाई से इंडेक्स में करीब 12 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इस साल के शुरुआती 10 महीने में सेंसेक्स में 20 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया था। हालांकि, हाल के हफ्तों में गोल्डमैन सैक्स ग्रुप, नोमुरा होल्डिंग समेत कई ब्रोकरेज हाउसेज ने इंडियन इक्विटीज को लेकर अपने आउटलुक को घटाया है। उनका कहना है कि इसका वैल्यूएशन ज्यादा है।

बड़ी संख्या में IPO का आना

शेयर बाजार में साल 2021 को IPO का साल कहा जाएगा। एक के बाद एक कंपनियां अपना आईपीओ लेकर आई हैं, जिसकी तरफ निवेशक लपके भी हैं। एक वजह यह भी हो सकती है कि निवेशक इन IPO में निवेश करने के लिए मौजूदा मार्केट इनवेस्टमेंट से अपना पैसा निकालकर इन नई कंपनियों में लगा दिया है। कई बार शेयर बाजार में इस वजह से भी गिरावट देखने को मिलती है।

विदेशी निवेशकों ने दिसंबर में अब तक भारतीय बाजारों से 17,696 करोड़ रुपये निकाले हैं। आंकड़ों के मुताबिक एफपीआई ने 1-17 दिसंबर के बीच इक्विटी से 13,470 करोड़ रुपये, लोन सेक्शन से 4,066 करोड़ रुपये और हाइब्रिड इंस्ट्रूमेंट्स से 160 करोड़ रुपये निकाले। एफपीआई ने नवंबर में भारतीय बाजारों में 2,521 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री की थी।

GCL सिक्योरिटीज के रवि सिंघल का कहना है कि निफ्टी और जब शेयर मार्केट गिरता है सेंसेक्स में गिरावट की 3 प्रमुख वजहें हैं- ओमिक्रॉन के बढ़ते मामले, FII और FPI का इंडियन इक्विटी मार्केट से पैसा निकालना और इनफ्लेशन (घरेलू और वैश्विवक बाजार दोनों जगह) में उछाल। उनका कहना है कि कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर में लिक्विडिटी और इनफ्लेशन चिंता का विषय नहीं थे। लेकिन, मौजूदा बिकवाली की वजह कोविड के बढ़ते मामलों के साथ लिक्विडिटी का संकट और इनफ्लेशन है। सिंघल का कहना है कि अगर कोविड-19 के केसेज का बढ़ना जारी रहता है तो सप्लाई चेन से जुड़ी दिक्कत के कारण इनफ्लेशन में और उछाल आ सकता है। सिंघल के मुताबिक, ऐसी हालत में NSE निफ्टी 16,000 से 16,200 के स्तर तक जा सकता है।

Tradingo के फाउंडर पार्थ नयति कहते हैं, 'ओमिक्राॅन के बढ़ते मामले, दुनिया भर के बैंकों के रूख और FIIs की सेलिंग की चिंताओं की वजह से बाजार में गिरावट देखी गई।' वे कहतें हैं, 'अपने खराब से खराब की स्थिति में बाजार 16,000 से 16,200 तक आएगा। जबकि यह ऊपर 17,000 से 17,250 तक चढ़ सकता है। रियल एस्टेट, टेलीकाॅम बैंकिंग जैसे सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।'

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Investment Tips: शेयर वैल्यू गिरने से जब शेयर मार्केट गिरता है मुनाफे का हो जाए कमी तो घबराएं नहीं, जानें लाभ कमाने के टिप्स

शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव का दौर हमेशा देखने को मिलता है, लेकिन लॉस (Loss) और गेन (Gain) इस बात पर निर्भर करता है कि आपका पोर्टफोलियो कितना मजबूत है.

शेयर से कमाई का टिप्स

Personal Finance : अच्छे रिटर्न (Good Return) की आस में निवेशक शेयर मार्केट (Share Market) में निवेश करते हैं. स्टॉक को खरीद कर उसे होल्ड भी करते हैं, ताकि आने वाले समय में उन्हें अच्छा मुनाफा हो, लेकिन कई बार इसका उल्टा हो जाता है. आपने जिस शेयर को खरीदा है, उसका वैल्यू गिर जाता है और आपका मुनाफे का नुकसान हो जाता है. आम तौर पर सामान्य निवेशक इससे घबरा जाते हैं. हालांकि, बाजार के जानकार ऐसी परिस्थिति से घबराने की बजाए संयम बनाये रखने की सलाह देते हैं.

अपने पोर्टफोलियो पर रखें ध्यान

मॉर्निंगस्टार के डायरेक्टर का ऐसी परिस्थिति में कहना है कि अगर निवेशकों के सामने यह समस्या आती है तो यह सोचने का समय है कि ऐसे माहौल में जब स्टॉक का वैल्यू ऊपर नहीं जा रहा हो, उस स्थिति को कैसे नेविगेट किया जाए. उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में अगर बड़ी बिकवाली (Selling) हो रही है तो इससे घबराना नहीं है. उन्होंने जोर देकर कह कि ऐसी स्थिति में अपने पोर्टफोलियो में क्या हो रहा है, इस पर जब शेयर मार्केट गिरता है ध्यान देना चाहिए.

आपका पोर्टफोलियो कितना मजबूत

शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव का दौर हमेशा देखने को मिलता है, लेकिन लॉस (Loss) और गेन (Gain) इस बात पर निर्भर करता है कि आपका पोर्टफोलियो कितना मजबूत है. अगर आपके पोर्टफोलियों में स्टॉक बुलिश (Bullish) हैं तो बाजार में गिरावट के बाद भी उस स्टॉक के वैल्यू बढ़ने की संभावना रहेगी. फंड मैनेजर मॉर्निंगस्टार की मानें, तो अगर आपका पोर्टफोलियों सिर्फ उच्च विकास (High Growth) और कम मुद्रास्फीति (Low Inflation) पर आधारित है तो आपके पास एक मजबूत पोर्टफोलियो नहीं है.

Investment Tips: स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय इन बातों का रखें ख्याल, मिलेगा जबरदस्त रिटर्न!

Investment Tips: स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय इन बातों का रखें ख्याल, मिलेगा जबरदस्त रिटर्न!

अच्छे शेयर का करें चयन

शेयर मार्केट में सबसे बड़े दिग्गज वॉरेन बफेट (Warren Buffett) अक्सर यह कहा करते हैं कि जब दूसरे निवेशक डर रहे हों, हो तो आप स्टॉक होल्ट करें. वहीं, जब दूसरे लोग होल्ट कर रहे हों तो आप सचेत रहें. साफ है कि अच्छे शेयर को खरीदना अक्सर लाभकारी (Profitable) होता है. शेयर को लेकर अगर आपका चुनाव अच्छा होगा तो आप जब शेयर मार्केट गिरता है निश्चत ही गिरते बाजार से भी निवेश का लाभ उठा सकते हैं. ऐसे में जरूरी है कि अगर बाजार गिर रहा है तो तुरंत बिकवाली न करें, संयम के साथ स्टॉक को होल्ड करने की आदत डालें.

विशेष नोट: स्टॉक मार्केट में निवेश जोखिम के अधीन है. स्टॉक पर निवेश, होल्ड और सेल करने से पहले किसी जानकार की सलाह जरूर ले लें. prabhatkhabar.com किसी भी वित्तीय हानि या लाभ के लिए उत्तरदायी नहीं होगा.

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