क्रिप्टो करेंसी से पैसा कैसे कमाए?

कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग

कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग
विजय नगर टीआई रविंद्र गुर्जर ने बताया होटल में मोना नाम का पता चला। जांच के लिए टीम होटल के कमरे में पहुंची। गेट पर दस्तक दी, गेट खुला तो वहां मोना नाम की महिला बुर्के में मिली। बुर्के में महिला को देख पुलिस टीम को संदेह हुआ। यहां खास बात यह थी कि पुलिस मोनिका के भाई को भी उसकी पहचान के लिए साथ ले गई थी। बुर्के में छिपी मोनिका की सच्चाई जानने के लिए पुलिस ने उससे पूछताछ शुरु की। पुलिस के कई सवालों का मोनिका कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग सही जवाब नहीं दे सकी। मोनिका के चेहरे से जब नकाब हटाया गया, तो उसके भाई ने उसे पहचान लिया। आवाज से तो भाई को भी लग रहा था कि बहन ही है लेकिन वह नकाब हटाने की पहले हिम्मत नहीं कर सका।

शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी , जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद

कमोडिटी मार्केट निवेशकों के लिए कीमती धातुओं, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, ऊर्जा और मसालों जैसी कमोडिटीज में ट्रेड करने की एक जगह होती है। इस समय में, फॉरवर्ड मार्केट कमीशन भारत में करीबन 120 कमोडिटीज के लिए फ्यूचर्स ट्रेडिंग करने की अनुमति देता है। कमोडिटीज में ट्रेडिंग अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने की मांग करने वाले निवेशकों के लिए बहुत बेहतर होती है, क्योंकि इसके निवेश अक्सर मुद्रास्फीति के साथ मदद करते हैं।

इक्विटी, रियल एस्टेट और सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं में निवेश के बाद, लोगों ने कमोडिटी में भी निवेश करना शुरू कर दिया। यह रिटेल इन्वेस्टर और ट्रेडर के लिए निवेश करने का एक नया प्लेटफॉर्म मिल गया। कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग हालांकि, कमोडिटी ट्रेडिंग में जोखिम और चुनौतियां भी हैं। लेकिन यह ट्रेडर को मुनाफा कमाने का भी एक अच्छा प्लैटफॉर्म देता है, जहाँ ट्रेडर कमोडिटी को ऑनलाइन खरीद और बेच सकता है।

कमोडिटी मार्केट कैसे काम करती है

मान लीजिए कि आपने एमसीएक्स पर हर 100 ग्राम के लिए 72,000 रुपये पर सोना फ्यूचर्स अनुबंध खरीदा है। एमसीएक्स पर गोल्ड का मार्जिन 3.5 प्रतिशत होता है। तो आप अपने सोने के लिए 2,520 रुपये का भुगतान करेंगे। मान लीजिए कि अगले दिन सोने की लागत प्रति 100 ग्राम 73,000 रुपये तक बढ़ जाती है। 1,000 रुपये उस बैंक अकाउंट में जमा किए जाएंगे, जिसे आपने कमोडिटी मार्केट से लिंक किया है। मान लें कि एक दिन के बाद, यह 72,500 रुपये तक गिर जाता है। उसी प्रकार से, 500 रुपये आपके बैंक अकाउंट से डेबिट किए जाएंगे।

कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग

कमोडिटी ट्रेडिंग का मूल आधार मांग और आपूर्ति (Demand and Supply) है, जैसे जब आपूर्ति (Supply) कम हो जाती है, तो मांग (Demand) बढ़ जाती है और इसलिए कीमतें (Prices) बढ़ जाती है और जब आपूर्ति (Supply) अधिक हो जाती है, तो मांग (Demand) के साथ कीमतें घट जाती है। ट्रेडर इन उतार-चढ़ाव से लाभ उठाकर मुनाफा (Profit) कमाता है या नुकसान (Loss) से बचता है। व्यापक रूप से ट्रेडिंग के लिए कमोडिटीज की चार श्रेणियां है: धातु (Metal), ऊर्जा (Energy), पशुधन (Livestock) और कृषि (Agri)।

कमोडिटी ट्रेडिंग के फायदे

कमोडिटी ट्रेडिंग में अन्य ट्रेडिंग सेगमेंट की तुलना में कई फायदे प्रदान करती है। ज्यादातर, ट्रेडिंग निवेश आर्थिक अनिश्चितताओं के समय निवेशकों को लाभ प्रदान करता है।

पोर्टफोलियो का विविधीकरण

कमोडिटी ट्रेडिंग, ट्रेडर को उनके पोर्टफोलियो में विविधता लाने में मदद करती है। एक ट्रेडर कमोडिटीज के साथ स्टॉक, बॉन्ड और अन्य सेगमेंट में निवेश करके, किसी एक सेगमेंट में अचानक आये गिरावट से अपने नुकसान को कम करने में सक्षम हो सकता है। कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग इसके अलावा, कमोडिटी, स्टॉक की तुलना में आर्थिक कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग और भौगोलिक कारकों के लिए अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देती हैं। इसलिए कमोडिटी में निवेश करके बेहतर रिटर्न और अस्थिरता को कम कर सकते है।

हेजिंग

जब अर्थव्यवस्था में गिरावट आती है तो, मुद्रास्फीति बढ़ जाती है और कमोडिटी की कीमतें बढ़ जाती हैं। इस समय, स्टॉक और बॉन्ड की कीमतें नीचे आती है कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग लेकिन कमोडिटी में निवेश निवेशकों को उछाल से लाभ उठाने और कमोडिटी की ऊंची कीमती से बचाने में मदद करती है।

हैदराबाद के होटल में बुर्के में मिली लेडी ठग:मुस्लिम मोना बन मोनिका कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग ने लिया कमरा; जानिए पुलिस ने कैसे किया बेनकाब

इंदौर में 50 करोड़ रुपए के फोरेक्स ट्रेडिंग फर्जीवाड़े कैसे काम करती है फोरेक्स ट्रेडिंग में गिरफ्तार मोनिका बिष्ट के मामले में नया खुलासा हुआ है। इंदौर पुलिस ने मोनिका की तलाश में हैदराबाद की एक होटल में दबिश दी। यहां मोनिका जिस हाल में मिली उसे देखकर भाई के साथ गई पुलिस भी हैरान रह गई। इस हैरानी की वजह जानकार आप भी आश्चर्य में पड़ जाएंगे।

चलिए आपको बताते है मोनिका बिष्ट की गिरफ्तारी की कहानी…

मोनिका बिष्ट फर्जी एडवाइजरी कंपनी का सर्वर संचालित करती थी। इंदौर पुलिस को लंबे समय से मोनिका की तलाश थी। जांच में जुटी पुलिस को उसके हैदराबाद में होने की सूचना मिली। पता चला कि वह एक होटल में रुकी है। हैदराबाद में मोनिका के इलाइट (ओयो) होटल में होने की पुष्टि होने पर हैदराबाद पुलिस के साथ इंदौर पुलिस होटल पहुंची। यहां होटल के रजिस्टर की जांच करने पर उन्हें पहले तो मोनिका का नाम ही नहीं मिला। क्योंकि मोनिका वहां मोना नाम से रुकी थी। मोना नाम का डॉक्यूमेंट भी उसने होटल में दिया था।

रेटिंग: 4.53
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 732
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *