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एक दलाल का वेतन क्या है?

एक दलाल का वेतन क्या है?
सॉफ्टवेयर डेवलपर ने हाल ही में एक ब्रोकर के साथ बातचीत की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिसने अपने अतीत के बारे में जानकारी का अनुरोध किया था, यह कहते हुए कि व्यवसाय का मालिक “विशेष क्रेडेंशियल्स” वाले लोगों के लिए ट्विटर पर खोज कर रहा था। ट्वीट को लोकप्रियता मिली, हालांकि, अब इसे हटा लिया गया है। (यह भी पढ़ें: अपने आधार कार्ड को मोबाइल नंबर से लिंक करना चाहते हैं? इसे एक दलाल का वेतन क्या है? ऑनलाइन करने के लिए इन सरल चरणों का पालन करें)

रतलाम मेडिकल कॉलेज : अस्थाई नौकरी दिलाने में दलाल हो गया वीडियों में कैद, सोशल मीडिया पर वायरल के बाद मचा हडक़ंप

रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
शासकीय मेडिकल कॉलेज एक बार फिर सोशल मीडिया पर वीडियों वायरल होने से सुर्खियों में आ गया है। कॉलेज में अस्थाई नौकरी दिलाने के नाम पर क्लर्क दलाल द्वारा मांग करते हुए वीडियों सामने आने के बाद कॉलेज प्रशासन में हडक़ंप व्याप्त है। चूंकि मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आ चुका है, इसलिए दोषियों के खिलाफ जांच शुरू हो चुकी है।

सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियों में मेडिकल कॉलेज का दलाल क्लर्क अपना नाम अक्षत दुग्गल के साथ इंद्रानगर निवासी होना बता रहा है। दलाल क्लर्क दुग्गल आईसीएमआर के एक दलाल का वेतन क्या है? प्रोजेक्ट में काम दिलाने के नाम पर एक माह का वेतन यानी 31 हजार रुपये की मांग करता नजर आ रहा है। वीडियों में लिपिक दलाल दुग्गल युवकों के सामने कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्राध्यापक ध्रुवेंद्र पांडे से भी मोबाइल फोन पर चर्चा करते हुए दिखाई दे रहा है। वह आवेदक को 6 महीने के प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए 1 महीने का वेतन यानी 31 हजार रुपये लेकर नौकरी लगवाने की बात खुलकर करता हुआ वीडियो में कैद हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन में हडक़ंप व्याप्त है।

ग्वालियर में फर्जी वचनपत्र पर दलाल ने की 1 करोड़ रु. की धोखाधड़ी

ग्वालियर. कोतवाली थाना अंतर्गत एक व्यापारी से फर्जी वचन पत्र के आधार पर 1 करोड़ की राशि उधार लेकर दलाल चंपत हो गया। व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने दलाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। कोतवाली थाना पुलिस के अनुसार हुजरात पुल के पास सेनेट्री की दुकान का संचालक प्रमोदी वैश्य निवासी निंबाजी की खो ने निंबालकर की गोठ में रहने वाले नवीन कामरा के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
क्या है पूरा मामला
उन्होंन बताया कि नवीन कामरा वचन पत्र (हुंडी) पर पैसा लेन देन कराने के बीच में दलाली का काम करता है और उसने दो साल पहले 2018 में कुछ व्यापारियों के नाम से वचन पत्र गिरवी रखे थे जिसके आधार पर उसे 1 करोड़ की राशि उधार दी गई थी। एक निर्धारित मियाद पर यह राशि नवीन कामरा के बीच में व्यापारी को वापस करनी थी मगर अपना वचन पत्र लेने व राशि लौटाने नहीं आया तो उससे संपर्क किया। तब पता चला कि उक्त व्यापारी द्वारा किसी तरह का न तो उधार लिया और न ही उसके द्वारा कोई वचन पत्र दिया गया। जब नवीन के द्वारा प्रमोदी के पास जमा किए गए वचन पत्र पर हस्ताक्षर से व्यापारी के हस्ताक्षरों का मिलान कराया गया तो वह मिलान नहीं हुए जिसके बाद नवीन से राशि की मांग की गई तो वह गायब हो गया। इस आधार पर प्रमोद ने थाने में नवीन के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया।

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वेतन व जीपीएफ का भुगतान नहीं हो रहा है तो सेवा शुल्क अदा कर दीजिए, अन्यथा चक्कर लगा-लगा कर घिस जाएंगी चप्पलें, क्योंकि यह मनमानी का दफ्तर है

वेतन व जीपीएफ का भुगतान नहीं हो रहा है तो सेवा शुल्क अदा कर दीजिए, अन्यथा चक्कर लगा-लगा कर घिस जाएंगी चप्पलें, क्योंकि यह मनमानी का दफ्तर है

मनमानी का दफ्तर।

एसीएन एक दलाल का वेतन क्या है? टाइम्स @ रतलाम । रतलाम विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय शिक्षकों के हितों का संरक्षण करने के बजाय कुठाराघात करने वाला कार्यालय साबित हो रहा है। खासकर वेतन, जीपीएफ लोन सहित अन्य आर्थिक मामलों के बिल कोषालय में समय पर लगाकर उनका भुगतान कराने के मामले में विभाग नकारा ही साबित हो रहा है। शिक्षकों को 1 वर्ष से ज्यादातर महीनों में तय समय पर वेतन का भुगतान नहीं हो पा रहा है। शिक्षकों के संगठन कई बार इस समस्या पर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कर चुके हैं लेकिन किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। जबकि अन्य विकासखंडों में शिक्षकों को हर माह समय पर वेतन व अन्य भुगतान हो रहे हैं।

बेंगलुरु में घर किराए पर लेने के लिए केवल उच्च वेतन पर्याप्त नहीं; जमींदार बिज़ारे की माँग करता है – अंदर ही अंदर – खबर सुनो

नई दिल्ली: किरायेदार इस बात से अवगत हैं कि घर बुलाने के लिए जगह का पता एक दलाल का वेतन क्या है? लगाना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। अपनी शिक्षा या रोजगार के स्थान के पास पड़ोस चुनना, दलाल के साथ बातचीत करना, और मकान मालिक की प्राथमिकताओं और मानदंडों को समझना, यह एक दलाल का वेतन क्या है? सब बहुत कठिन हो सकता है। बेंगलुरु के जमींदार संभावित किरायेदारों का मूल्यांकन करने के लिए कड़े मानदंड पेश कर रहे हैं, जिससे स्थिति और जटिल हो गई है।

प्रियांश जैन नाम के एक व्यक्ति ने एक अजीब लेकिन मनोरंजक लेख में कहा कि बेंगलुरु में जमींदार केवल आईआईटी, आईआईएम और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से डिग्री वाले किरायेदारों का पक्ष लेते हैं। (यह भी पढ़ें: गृह ऋण ब्याज दर एक दलाल का वेतन क्या है? 2022: एसबीआई बनाम एचडीएफसी बनाम आईसीआईसीआई बनाम पीएनबी बनाम एलआईसी दरों की तुलना; ईएमआई कैलकुलेटर की जाँच करें)

यहाँ क्यों सुचेता दलाल, हर्षद मेहता घोटाले की मुख्य नायिका है

यहाँ क्यों सुचेता दलाल, हर्षद मेहता घोटाले की मुख्य नायिका है

अब सुचेता दलाल कहाँ है? भारत के सबसे बड़े प्रतिभूति घोटाले के 28 साल बाद पहली बार सामने आने के बाद, am 1992 घोटाला: द हर्षद मेहता स्टोरी, ‘किस कालक्रम में यह सब नीचे चला गया। यह 10-हिस्सा सच्चा-अपराध ड्रामा वेब सीरीज़ क्रॉनिकल्स है कि कैसे एक स्टॉकब्रोकर हर्षद मेहता ने बॉम्बे स्टॉक मार्केट खेलने के लिए भारतीय बैंकिंग उद्योग के भीतर खामियों का फायदा उठाया और उन्हें अपने लाभ के लिए करोड़ों रुपये से बाहर धोखा दिया।

हालाँकि यह सुचेता दलाल और उनके पति देबाशीष बसु की किताब ‘द स्कैम: हू विन, हू लॉस्ट, हू गॉट अवे,’ का एक रूपांतर है, हम यह नहीं भूल एक दलाल का वेतन क्या है? सकते कि यह वास्तव में पिछली थी जिसने सबसे पहले इस खबर को तोड़ा था धोखाधड़ी का। समझने के लिए उत्सुक है कि वह अब कहाँ है? हमने आपका ध्यान रखा है।

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