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एक होगा Google का वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म, डुओ और मीट को मर्ज करने का किया ऐलान

सैन फ्रांसिस्को (आईएएनएस)। Google ने कहा कि उसने वीडियो कॉल और मीटिंग ऐप यूज करने वाले यूजर के लिए अब और आसान कर दिया है। कंपनी ने डुओ और मीट को एक ही प्लेटफॉर्म में मर्ज करने का ऐलान कर दिया है। कंपनी ने एक बयान में कहा की आने वाले हफ्तों में, हम सभी Google मीट सुविधाओं को डुओ ऐप में जोड़ रहे हैं। जिसमें आगे कहा गया था कि इस साल के अंत में, हम डुओ ऐप का नाम बदलकर Google मीट कर देंगे, जो कि Google पर हमारी सिंगल वीडियो कम्युनिकेशन सर्विस हैं। साथ ही यह फ्री ऑफ कॉस्ट हैं।
नई सुविधाएँ को भी किया हैं इंट्रोड्यूस
यह एक्सपीरियंस यूजर को वीडियो कॉलिंग और दुनिया भर के लोगों के साथ मीटिंग यानि दोनों के लिए सिंगल सॉल्यूशन प्रोवाइड करेगा। कंपनी ने यह भी मेंशन किया कि कि उसने 32 लोगों Platform ऐप तक ग्रुप कॉल, डूडल को जोड़ते हुए , और टैबलेट, फोल्डेबल, स्मार्ट डिवाइस और टीवी पर वीडियो कॉलिंग जैसी नई सुविधाएँ भी इंट्रोड्यूस की हैं। यह उनके लिए है जो अपने क्रॉस-प्लेटफ़ॉर्म वीडियो कॉलिंग ऐप के रूप में डुओ सर्विस को यूज कर रहे हैं। कंपनी ने कहा कि उसने क्वॉलिटी और रिलियाबिलिटी में सुधार के साथ-साथ मीटिंग को सेफ और प्रोडक्टिव बनाए रखने में मदद करने के लिए नए मॉडरेशन कंट्रोल भी इंट्रोड्यूस किए है।

SBI ने जारी किया अलर्ट, आज इंटरनेट बैंकिंग और YONO ऐप के इस्तेमाल में हो सकती है परेशानी

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने कस्टमर्स के लिए एक अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि आज उन्हें इंटरनेट बैंकिंग (Internet Banking) और योनो ऐप (Yono App) के Platform ऐप इस्तेमाल में दिक्कत हो सकती है। बैंक ने ट्विटर हैंडल पर यह अलर्ट जारी किया है।

SBI is upgrading its internet banking platform, customer may face issue in internet banking and yono app MJA

बिजनेस डेस्क। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने कस्टमर्स के लिए एक अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि आज उन्हें इंटरनेट बैंकिंग (Internet Banking) और योनो ऐप (Yono App) के इस्तेमाल में दिक्कत हो सकती है। बैंक ने ट्विटर हैंडल पर यह अलर्ट जारी किया है। बैंक ने ट्वीट में कहा है कि इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म को अपग्रेड किया जा रहा है। इससे 22 नवंबर यानी आज कस्टमर्स को कुछ परेशानी हो सकती है। स्टेट बैंक (SBI) के ट्वीट के मुताबिक, कस्टमर्स को बेहतर ऑनलाइन बैंकिंग एक्सपीरियंस देने के लिए बैंक अपने इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफॉर्म को अपग्रेड कर रहा है।

असुविधा के लिए जताया खेद
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अपग्रेडशन के दौरान कस्टमर्स को इंटरनेट बैंकिंग, YONO और YONO Lite ऐप का इस्तेमाल करने में कुछ दिक्कत हो सकती है। इन प्लेटफॉर्म्स पर 22 नवंबर को रुकावट आ सकती हैं। स्टेट बैंक ने रविवार को ग्राहकों को होने वाली इस असुविधा के लिए खेद जताया है।

UPI ट्रांजैक्शन फेल होने पर क्या करें
हाल ही में स्टेट बैंक (SBI) ने जानकारी दी थी कि अगर कस्टमर ने UPI पेमेंट कर दिया, लेकिन वह फेल हो गया और पैसे अकाउंट से कट गए, तो ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए, जिससे पैसा रिफंड हो जाए। हालांकि, बैंक ने यह भी कहा था कि रिफंड जनरेट करने के लिए कम्प्लेंट करने से पहले कस्टमर्स को 48 घंटे तक Platform ऐप इंतजार करना चाहिए। अगर इस दौरान भी अमाउंट रिफंड नहीं हो, तब कम्प्लेंट दर्ज कराना चाहिए।

(GAE) Google App Engine in Hindi

Google App Engine (GAE): A service from Google Cloud Platform through which applications can be developed, hosted and operated.

Google App Engine in Hindi

Google Cloud Platform and Google App Engine in Hindi

गूगल एप इंजन | (GAE) Google App Engine in Hindi:

Google App Engine (GAE) Google क्लाउड प्लेटफार्म की एक सर्विस है जिसके द्वारा एप्लिकेशन को डेवलप, होस्ट और ऑपरेट कर सकते हैं।

Google क्लाउड प्लेटफार्म की प्रमुख सर्विसेज में से एक ऐप इंजन (App Engine) के बारे में आप जानेंगे –

Google के अनुसार गूगल एप इंजन क्या है?

“Build highly scalable applications on a fully managed serverless platform.”

अगर आप क्लाउड पर एप्लीकेशन बनाना चाहते हैं तो निश्चित तौर पर एक अच्छी क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस इस्तेमाल करना चाहेंगे जिसमे सर्विसेज और फीचर्स बेस्ट हों तो आपके लिए Google App Engine एक बेस्ट चॉइस हो सकती हैं।

एप्लिकेशन को चलाने और होस्ट करने (चाहे वह मोबाइल या वेब पर) के लिए Google App Engine (GAE) पर सभी फीचर्स उपलब्ध हैं। ऐप इंजन में दो तरह के environment में ऐप डेवलप कर सकते हैं और दोनों तरह के environment में एक साथ Platform ऐप ऐप डेवलप कर सकते हैं।

  • Flexible environment
  • Standard environment

Google App इंजन के बारे में मुख्य बातें (Key things about Google App Engine in Hindi)

  • यह क्लाउड कंप्यूटिंग के प्लेटफार्म एज़ अ सर्विस Platform-as-a-Service मॉडल के रूप में सर्विस देता है जिसमे स्केलेबल एप्लिकेशन बना सकते है, डेप्लॉय कर सकते हैं और ऑपरेट कर सकते हैं।
  • ऐप इंजन में डेवलपर्स कई प्रोग्रामिंग भाषाओं में एप्लीकेशन बना सकते हैं। किसी भी पॉपुलर डेवलपमेंट लैंग्वेज जैसे Node.js, Java, Ruby, C#, Go, Python, या PHP में अपना एप्लिकेशन बना सकते हैं।
  • डॉकर कंटेनरों (एप इंजन का एक फीचर) के जरिये फ्रेमवर्क और लाइब्रेरीज भी जोड़ सकते हैं।
  • जब भी Google ऐप इंजन में आप कोई वेब एप्लीकेशन कोड जोड़ते हैं तो यह Platform ऐप कोड को melware और threats से बचाने के लिए firewall को enable कर देता हैं।
  • इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि जिस सर्विस को आप इस्तेमाल कर रहे हैं केवल उसी के लिए आपको पे(pay) करना पड़ता है। कह सकते हैं कि ऐप इंजन pay-as-you-go मॉडल पर चलता हैं।
  • आप अपने ऐप की हेल्थ और परफॉरमेंस को Cloud Monitoring और Cloud Logging के जरिये चेक कर सकते हो उसमें आने वाली कमियों और Bugs को Cloud Debugger और Error Reporting के जरिये ठीक कर सकते हो।

Google क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म क्या है (Google Cloud Platform or GCP in Hindi)

Google क्लाउड (जिसे Google Cloud Platform या GCP के रूप में भी जाना जाता है) एक क्लाउड प्लेटफार्म है जिस पर Platform ऐप एप्लीकेशन्स को डेवलप, डेप्लॉय, और ऑपरेट कर सकते हैं। Google क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म Google द्वारा दी जाने वाली क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाओं का एक समूह (suite) है।

Google क्लाउड प्लेटफार्म बहुत सी सर्विसेज है जिसमे प्रमुख निम्नलिखित हैं:

  • कंप्यूटिंग और होस्टिंग
  • नेटवर्किंग
  • स्टोरेज और डेटाबेस
  • बिग डेटा
  • आइडेंटिटी और सिक्योरिटी
  • मैनेजमेंट और डेवलपर टूल्स

कौन इन सर्विसेज को इस्तेमाल कर सकता है Platform ऐप इन सर्विसेज को डेवलपर्स, क्लाउड एडमिनिस्ट्रेटर और अन्य आईटी प्रोफेशनल्स द्वारा एक्सेस किया जा सकता है। इसके लिए पब्लिक इंटरनेट Platform ऐप या डेडिकेटेड नेटवर्क कनेक्शन के माध्यम की आवश्यकता होती है।

Google क्लाउड प्लेटफार्म (GCP) की कुछ प्रमुख सर्विसेज:

  • गूगल कंप्यूट इंजन | Google Compute Engine
  • ऐप इंजन | App Engine
  • क्लाउड स्टोरेज | Cloud Storage
  • गूगल कुबेरनेट्स इंजन | Google Kubernetes Engine

Question for you?

टेक्नोलॉजी हमेशा ही जन मानस की उत्सुकता को बढ़ाती रही है आप क्या कहते है की Google Cloud App Engine जैसी टेक्नोलॉजी के साथ कैसे आगे बढ़ना चाहिए। कमेंट करिये-

राहत : अब घर बैठे ऐप से बुक करें प्लेटफार्म और अनरिजर्व्ड ट्रेन टिकट

Indian Railway News : अगर आप भी अपने परिजनों को छोड़ने या पिक करने रेलवे स्टेशन जाते है और प्लेटफार्म टिकट के लिए भी लाइन में इंतजार करना पड़ता है तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. रेलवे की एप से घर बैठे अब प्लेटफार्म टिकट की बुकिंग कर सकते है. इसके अलावा जेनरल और अनरिजर्व टिकट भी बुक कराने की सुविधा दी है. जिससे कि स्टेशन पर लाइन में घंटों पैसेंजर्स को इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी. वहीं इस वजह से लोगों की ट्रेन भी नहीं छूटेगी. बताते चलें कि रेलवे पैसेंजर्स को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने को लेकर तत्पर है.

कैसे यूज कर सकते है एप

http://www.utsmobile.indianrail.gov.in पर Platform ऐप लॉग इन कर सकते है. यूटीएस एप को एंड्रायड, ओएस,विंडोज डिवाइस में डाउनलोड कर सकते है. रजिस्ट्रेशन के बाद लॉग इन करने की सुविधा मिलेगी. मोबाइल नंबर और पासवर्ड की मदद से लॉग इन करने के बाद आर वॉलेट में रिचार्ज करने का आप्शन मिलेगा. जिसमें 100 रुपए से लेकर 10 हजार तक का रिचार्ज कर सकते है. इसके बाद बुक टिकट में जाकर डिटेल्स भरकर टिकट बुक किया जा सकता है.

डीआरयूसीसी ने प्रचार-प्रसार पर जोर दिया

डिवीजनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमिटी (डीआरयूसीसी) के सदस्य प्रेम कटारूका ने कहा कि रेलवे के जिम्मेदार लोग रेल यूजर्स की समस्या से अवगत कराते ही समाधान बताते है. जबकि होना ये चाहिए कि किसी भी नई व्यवस्था का प्रचार- प्रसार कर लोगों को जागरूक करना चाहिए. साथ ही कहा कि अपेक्षा है रेलवे के द्वारा किए जा रहे नए-नए बदलाव/प्रयोग पर अमल करने से पूर्व उसकी उपयोगिता पर गहन अध्यन करने के बाद लागू करना चाहिए. जिससे सिस्टम में बदलाव के लिए खर्च की जाने वाली भारी-भरकम राशि का सदुपयोग हो सके.

What is Bulli Bai App: क्‍या है Github प्‍लेटफार्म Platform ऐप जहां विवादित ऐप लॉन्‍च हो रहे हैं, जानिए कैसे काम करता है?

Bulli Bai App

What is Bulli Bai App: सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से इस ऐप की काफी चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि ये ऐप मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ नफरत फैला रहा है। हालांकि, सरकार ने इसे अब बैन कर दिया है और अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। वहीं इस मामले पर AIMIM चीफ असुदद्दीन ओवैसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि ये शर्मनाक है। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। आइए जानते हैं आखिर इस ऐप में ऐसा क्या था ?

पहले से बदनाम है ये प्लेटफार्म

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस ऐप को Github नाम के एक प्लेटफार्म पर लाया गया था। यह प्लेटफार्म पहले से ही बदनाम है। पहले भी इस प्लेटफॉर्म से नफरत फैलाने वाले ऐप लॉन्च किए जा चुके हैं। Bulli Bai से पहले Sulli deal नाम का एक ऐप भी काफी चर्चाओं में था। इस ऐप के माध्यम से बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें शेयर की गईं थी और उनकी नीलामी करने की बात कही गई थी

हालांकि, बवाल मचने पर केंद्रीय सूचना और तकनीक मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि गिटहब प्लेटफॉर्म से उस ऐप को ब्लॉक कर दिया गया है। इसके अलावा कम्प्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम और पुलिस कार्रवाई भी कर रही हैं।

क्‍या-क्‍या है विवादित ऐप Bulli Bai में?

Bulli Bai ऐप पर खासतौर पर मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। इस ऐप को खोलने पर यूजर को इन्‍हीं महिलाओं की अलग-अलग तस्‍वीरें दिखती हैं। फिर यूजर इनमें से एक महिला की तस्‍वीर को Bulli Bai of the day चुनता है। इसके बाद उस महिला की बोली लगाई जाती है। बोली लगाने के साथ ही पोस्‍ट में #BulliBai भी लिखा जाता है। यह दिनभर ट्रेंड करता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस ऐप पर खासतौर पर उन मुस्लिम महिलाओं को टार्गेट किया जा रहा है जिनकी समाज में अपनी पहचान है और सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म पर नि‍र्भीकता के साथ अपनी बात रखती हैं।

Bulli Bai की तरह की काम करने वाला एक और ऐप Sulli deals करीब 6 माह पहले आया था। इसका खुलासा जुलाई में हुआ था। जब ऐप के कारण ट्वीटर पर ‘डील्‍स ऑफ द डे’ ट्रेंड करने लगा था। इस मामले में Platform ऐप दिल्‍ली पुलिस के FIR दर्ज करने के बाद GitHub को अपने प्‍लेटफार्म से Sulli deal app को हटाना पड़ा था।

कैसे चर्चा में आया यह मामला?

बता दें कि शनिवार को एक महिला जर्नलिस्‍ट ने इस मामले को सोशल मीडिया पर उठाते हुए आपबीती साझा की। उन्‍होंने पोस्‍ट के जरिए बताया कि कैसे लोग उन्‍हें मानसिक रूप से प्रताड़ि‍त कर रहे हैं। Bulli Bai ऐप ने महिला जर्नलिस्‍ट की फोटो भी अपने प्‍लेटफार्म पर शेयर की है। इनके लिए लोग भद्दे कमेंट का प्रयोग कर रहे हैं। महिला ने अपनी पोस्‍ट में जो स्‍क्रीनशॉट शेयर किया है उसका यूआरएल bullibai.github.io है, जो फिलहाल डिएक्‍ट‍िवेट कर दिया गया है। महिला पत्रकार की शिकायत पर सायबर पुलिस स्‍टेशन में FIR दर्ज कर ली गई है।

क्‍या है Github प्‍लेटफार्म जहां विवादित ऐप लॉन्‍च हो रहे?

आसान भाषा में समझें तो GitHub एक Platform ऐप इंटरनेट होस्टिंग प्‍लेटफार्म है। जहां पर ऐप और सॉफ्टवेयर को डेवलप और लॉन्‍च किया जाता है। यह एक ओपन प्‍लेटफार्म में जहां यूजर को कई तरह के ऐप मिलते हैं। यह प्‍लेटफार्म यूजर्स को ऐप बनाने और उसे साझा करने की सुविधा देता है। इसकी शुरुआत 2008 में अमेरिका के सैनफ्रांसिस्‍को में हुई थी। वर्तमान में इसके सीईओ थॉमस डोमके हैं।

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