कम अस्थिरता

अस्थिरता (रसायन विज्ञान)
में रसायन शास्त्र , अस्थिरता एक सामग्री की गुणवत्ता जो बताती है कि आसानी से एक पदार्थ है vapourizes । किसी दिए गए तापमान और दबाव में , उच्च अस्थिरता वाले पदार्थ के वाष्प के रूप में मौजूद होने की अधिक संभावना होती है , जबकि कम अस्थिरता वाले पदार्थ के तरल या ठोस होने की संभावना अधिक होती है । वाष्पशीलता वाष्प की तरल या ठोस में संघनित होने की प्रवृत्ति का भी वर्णन कर सकती है ; कम वाष्पशील पदार्थ अत्यधिक वाष्पशील पदार्थों की तुलना में वाष्प से अधिक आसानी से संघनित होंगे। [१] पदार्थों का एक समूह कितनी तेजी से वाष्पित होता है (या .) की तुलना करके अस्थिरता में अंतर देखा जा सकता हैउदात्तीकरण ठोस के मामले में) जब वातावरण के संपर्क में। अत्यधिक वाष्पशील पदार्थ जैसे रबिंग अल्कोहल ( आइसोप्रोपाइल अल्कोहल ) जल्दी से वाष्पित हो जाएगा, जबकि कम अस्थिरता वाला पदार्थ जैसे वनस्पति तेल संघनित रहेगा। [२] सामान्य तौर पर, ठोस तरल पदार्थ की तुलना में बहुत कम अस्थिर होते हैं, लेकिन कुछ अपवाद भी हैं। ठोस जो उदात्त (ठोस से वाष्प में सीधे परिवर्तित होते हैं) जैसे सूखी बर्फ (ठोस कार्बन डाइऑक्साइड ) या आयोडीन मानक परिस्थितियों में कुछ तरल पदार्थों के समान दर से वाष्पीकृत हो सकते हैं। [३]
अस्थिरता का कोई परिभाषित संख्यात्मक मान नहीं होता है, लेकिन इसे अक्सर वाष्प दबाव या क्वथनांक (तरल पदार्थ के लिए) का उपयोग करके वर्णित किया जाता है। उच्च वाष्प दबाव उच्च अस्थिरता का संकेत देते हैं, जबकि उच्च क्वथनांक कम अस्थिरता का संकेत देते हैं। वाष्प दबाव और क्वथनांक अक्सर तालिकाओं और चार्ट में प्रस्तुत किए जाते हैं जिनका उपयोग रुचि के रसायनों की तुलना करने के लिए किया जा सकता है। अस्थिरता डेटा आमतौर पर तापमान और दबाव की एक सीमा पर प्रयोग के माध्यम से पाया जाता है।
वाष्प दबाव
वाष्प दाब इस बात का माप है कि किसी दिए गए तापमान पर संघनित चरण कितनी आसानी से वाष्प बनाता है। एक सीलबंद बर्तन में शुरू में वैक्यूम (अंदर कोई हवा नहीं) में संलग्न पदार्थ जल्दी से किसी भी खाली जगह को वाष्प से भर देगा। सिस्टम के संतुलन तक पहुंचने के बाद कम अस्थिरता और कोई और वाष्प नहीं बनता है, इस वाष्प दबाव को मापा जा सकता है। तापमान बढ़ने से बनने वाली वाष्प की मात्रा बढ़ जाती है और इस प्रकार वाष्प का दबाव बढ़ जाता है। एक मिश्रण में, प्रत्येक पदार्थ मिश्रण के समग्र वाष्प दबाव में योगदान देता है, जिसमें अधिक वाष्पशील यौगिक एक बड़ा योगदान देते हैं।
क्वथनांक
क्वथनांक वह तापमान होता है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब आसपास के दबाव के बराबर होता है, जिससे तरल तेजी से वाष्पित हो जाता है या उबल जाता है। यह वाष्प के दबाव से निकटता से संबंधित है, लेकिन दबाव पर निर्भर है। सामान्य क्वथनांक वायुमंडलीय दबाव पर क्वथनांक होता है, लेकिन इसे उच्च और निम्न दबावों पर भी सूचित किया जा सकता है। [३]
अंतर आणविक बल
किसी पदार्थ की अस्थिरता को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक उसके अणुओं के बीच बातचीत की ताकत है। अणुओं के बीच आकर्षक बल वे होते हैं जो सामग्री को एक साथ रखते हैं, और मजबूत अंतर-आणविक बल वाले पदार्थ, जैसे कि अधिकांश ठोस, आमतौर पर बहुत अस्थिर नहीं होते हैं। इथेनॉल और डाइमिथाइल ईथर , एक ही सूत्र (सी 2 एच 6 ओ) वाले दो रसायनों में तरल चरण में उनके अणुओं के कम अस्थिरता बीच होने वाली विभिन्न बातचीत के कारण अलग-अलग अस्थिरता होती है: इथेनॉल अणु हाइड्रोजन बंधन में सक्षम होते हैं जबकि डाइमिथाइल ईथर अणु नहीं होते हैं . [४] इथेनॉल अणुओं के बीच एक समग्र मजबूत आकर्षक बल का परिणाम, जिससे यह दोनों का कम वाष्पशील पदार्थ बन जाता है।
आणविक वजन
सामान्य तौर पर, बढ़ते आणविक द्रव्यमान के साथ अस्थिरता कम हो जाती है क्योंकि बड़े अणु अधिक अंतर-आणविक बंधन में भाग ले सकते हैं, [५] हालांकि संरचना और ध्रुवीयता जैसे अन्य कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आणविक द्रव्यमान के प्रभाव को समान संरचना वाले रसायनों (जैसे एस्टर, एल्केन्स, आदि) की तुलना करके आंशिक रूप से पृथक किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, जैसे-जैसे श्रृंखला में कार्बन की संख्या बढ़ती है , रैखिक अल्केन्स घटती अस्थिरता प्रदर्शित करते हैं।
मिश्रण से घटकों को अलग करने में अस्थिरता का ज्ञान अक्सर उपयोगी होता है। जब संघनित पदार्थों के मिश्रण में विभिन्न स्तरों की अस्थिरता वाले कई पदार्थ होते हैं, तो इसके तापमान और दबाव में हेरफेर किया जा सकता है ताकि अधिक वाष्पशील घटक वाष्प में बदल जाएं जबकि कम वाष्पशील पदार्थ तरल या ठोस अवस्था में रहें। नवगठित वाष्प को तब त्याग दिया जा सकता है या एक अलग कंटेनर में संघनित किया जा सकता है। जब वाष्पों को एकत्र किया जाता है, तो इस प्रक्रिया को आसवन के रूप में जाना जाता है । [6]
पेट्रोलियम शोधन की प्रक्रिया भिन्नात्मक आसवन के रूप में जानी जाने वाली तकनीक का उपयोग करती है , जो एक ही चरण में अलग-अलग अस्थिरता के कई रसायनों को अलग करने की अनुमति देती है। रिफाइनरी में प्रवेश करने वाला कच्चा तेल कई उपयोगी रसायनों से बना होता है जिन्हें अलग करने की आवश्यकता होती है। कच्चा तेल एक आसवन टॉवर में बहता है और गर्म किया जाता है, जो ब्यूटेन और मिट्टी के तेल जैसे अधिक वाष्पशील घटकों को वाष्पीकृत करने की अनुमति देता है । ये वाष्प टॉवर की ओर बढ़ते हैं और अंततः ठंडी सतहों के संपर्क में आते हैं, जिससे वे संघनित हो जाते हैं और एकत्र हो जाते हैं। सबसे वाष्पशील रासायनिक स्तंभ के शीर्ष पर संघनित होता है जबकि सबसे कम वाष्पशील रसायन सबसे कम भाग में संघनन को वाष्पीकृत करता है। [१] दाईं ओर एक आसवन टॉवर के डिजाइन को दर्शाती एक तस्वीर है ।
पानी और इथेनॉल के बीच अस्थिरता में अंतर पारंपरिक रूप से शराब पीने के शोधन में इस्तेमाल किया गया है । उत्पाद में इथेनॉल की कम अस्थिरता सांद्रता बढ़ाने के लिए , अल्कोहल निर्माता प्रारंभिक अल्कोहल मिश्रण को उस तापमान पर गर्म करेंगे जहां अधिकांश इथेनॉल वाष्पीकृत हो जाता है जबकि अधिकांश पानी तरल रहता है। फिर इथेनॉल वाष्प को एक अलग कंटेनर में एकत्र और संघनित किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप बहुत अधिक केंद्रित उत्पाद होता है। [7]
परफ्यूम बनाते समय अस्थिरता एक महत्वपूर्ण विचार है । जब सुगंधित वाष्प नाक में रिसेप्टर्स के संपर्क में आते हैं तो मनुष्य गंध का पता लगाते हैं । सामग्री जो लागू होने के बाद जल्दी से वाष्पीकृत हो जाती है, तेल के वाष्पित होने से पहले थोड़े समय के लिए सुगंधित वाष्प उत्पन्न करेगी। धीरे-धीरे वाष्पित होने वाले तत्व त्वचा पर हफ्तों या महीनों तक रह सकते हैं, लेकिन एक मजबूत सुगंध पैदा करने के लिए पर्याप्त वाष्प पैदा नहीं कर सकते हैं। इन समस्याओं को रोकने के लिए, परफ्यूम डिजाइनर अपने परफ्यूम में आवश्यक तेलों और अन्य अवयवों की अस्थिरता पर ध्यान से विचार करते हैं। उपयोग किए जाने वाले अत्यधिक वाष्पशील और गैर-वाष्पशील अवयवों की मात्रा को संशोधित करके उपयुक्त वाष्पीकरण दर प्राप्त की जाती है। [8]
Political Crisis in UK: क्या PM लिज ट्रस की कुर्सी खतरे में, ब्रिटेन में राजनीतिक अस्थिरता के 5 बड़े फैक्टर
ब्रिटेन में नागरिकों के विरोध को देखते हुए प्रधानमंत्री ट्रस ने वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग को बर्खास्त करते हुए जेरेमी हंट को वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी। हंट ने कार्पोरेशन टैक्स कम करने के ट्रस के फैसले को उनकी गलती करार दिया। इससे ट्रस की साख को धक्का लगा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ब्रिटेन में राजनीतिक अस्थिरता का दौर अभी थमा नहीं है। टैक्सों में कटौती कर महंगाई की मार झेल रहे लोगों को राहत देने का वादा कर प्रधानमंत्री बनीं ट्रस की सरकार अपने फैसलों के चलते विवादों में घिरती नजर आ रही है। नए वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने टैक्स बढ़ाए जाने के संकेत दिए हैं। नए वित्त मंत्री के इस फैसले के बाद कंजर्वेटिव पार्टी बैकफुट पर नजर आ रही है।
ऋषि सुनक फिर आए चर्चा में
महज एक महीने पुरानी सरकार से मोहभंग का आलम यह है कि रिपोर्टों में लिज ट्रस के पूर्व प्रतिद्वंद्वी ऋषि सुनक की 10 डाउनिंग स्ट्रीट के लिए वापसी की अटकलें लगने लगी हैं। आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है। क्या सच में ट्रस की कुर्सी खतरे में है। कंजर्वेटिव पार्टी की बड़ी चिंता क्या है। क्या ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री हो सकते हैं।
संकट में प्रधानमंत्री लिज ट्रस
1- विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत का कहना है कि बोरिस जानसन के बाद प्रधानमंत्री के लिए शुरू हुई रेस में टैक्स कटौती एक बड़ा मुद्दा था। उस वक्त पीएम पद की उम्मीदवार के रूप में लिज ट्रस ने जनता से वादा किया था कि वह भारी टैक्स से देश को राहत दिलाएंगी। उधर, कोरोना महामारी के बाद ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना उनके लिए एक बड़ी चुनौती है। ट्रस के समक्ष यह बड़ी चुनौती थी।
हालांकि, सरकार के गठन के बाद ब्रिटेन के नए वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने वादा किया कि वह देश की आर्थिक विश्वनीयता को फिर से कायम करने में सफल होंगे। उनका दावा है कि ऐसा सरकार की टैक्स व्यवस्था को ठीक करके और उसके विस्तार की योजना को लागू करके किया जाएगा, लेकिन ऐसा करने में वह सफल नहीं हुए।
2- प्रो पंत ने कहा कि ब्रिटेन में नागरिकों के विरोध को देखते हुए प्रधानमंत्री ट्रस ने वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग को बर्खास्त करते हुए जेरेमी हंट को वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी। हंट ने कार्पोरेशन टैक्स कम करने के ट्रस के फैसले को उनकी गलती करार दिया। इससे ट्रस की साख को भी बड़ा धक्का लगा है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भविष्य में नागरिकों पर टैक्स के बोझ को बढ़ाया जाएगा। प्रो पंत ने कहा कि इससे पार्टी के अंदर ट्रस को लेकर दो फाड़ हो गए हैं।
3- प्रो पंत ने कहा कि टैक्स की कटौती का वादा करके कंजरवेटिव पार्टी की ट्रंस पीएम पद का कम अस्थिरता चुनाव जीतीं थी। उनके इस फैसले से कहीं न कहीं ट्रस ने पार्टी का भी विश्वास खोया है। पार्टी की नजर होने वाले संसदीय चुनाव पर टिकी है। ट्रस का यह कदम देश में होने वाले संसदीय चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। पार्टी का मानना है कि ट्रस की विश्वसनीयता का असर पार्टी की साख पर पड़ेगा। अब ट्रस का राजनीतिक भविष्य पार्टी के फैसले पर टिका है। उन्होंने कहा कि पार्टी उनको हिदायत का संयमित बयान देकर बरी कर सकती है। इसके अलावा ट्रस को हटाने पर भी निर्णय हो सकता है। अब पूरा दारोमदार कंजरवेटिव पार्टी की बैठक पर टिकी है।
4- प्रो पंत ने का कि पार्टी ने पूर्व वित्त मंत्री और लिज को आगाह किया था कि इतने बड़े पैमाने पर गैर वित्त पोषित कर कटौती से बाजार में नकारात्मक असर होगा। यह भी कहा गया था कि इस फैसले से निवेशकों में घबराहट का माहौल उत्पन्न हो सकता है। हालांकि, प्रधानमंत्री लिज ने इस सुझाव को अनसुना कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने वित्त विभाग में शीर्ष सिविल सेवक टाम स्कालर को बर्खास्त कर दिया। टाम स्कालर के पास अच्छा अनुभव था जो उनको बेहतरीन सलाह दे सकते थे। यह बात भी ट्रस के खिलाफ गई। उधर, वित्त मंत्री हंट ने आयकर के न्यूनतम दर में कटौती के प्रस्ताव को भी एक वर्ष के कम अस्थिरता लिए टाल दिया है। अर्थशास्त्रियों ने सरकार के इस निर्णय का आर्थिक स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ने की आशंका जताई थी।
5- प्रो पंत ने कहा कि ब्रिटेन में सियासत में पिछले एक हफ्ते का दौर काफी उथल-पुथल का रहा है। इन घटनाक्रमों के बीच सट्टेबाज ब्रिटेन में सियासी फेरबदल और ऋषि सुनक की वापसी की संभावनाएं जता रहे हैं। सट्टेबाजों के एग्रीगेटर आड्सचेकर ने 42 वर्षीय सुनक को ट्रस के मुकाबले पसंदीदा चेहरे के रूप में आगे दिखाया है। उनका कहना है कि विवादों से घिरी ट्रस यदि पद छोड़ने के लिए राजी हो जाती हैं तो भी ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस एक मजबूत दावेदार हैं। यही नहीं बोरिस जानसन की भी संभावित वापसी की कोशिशें करने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
अगले हफ्ते खुलेगी ICICI की नई स्कीम! मिलेगा मोटी कमाई का मौका, जानिए सबकुछ
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Funds) ने नई स्कीम का एलान किया है. यह निवेश के लिए 23 मार्च को खुलेगी. इसमें 6 अप्रैल तक निवेश किया जा सकेगा.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकित त्यागी
Updated on: Mar 17, 2021 | 6:23 PM
अगर आप नए फंड में पैसा लगाने की सोच रहे हैं तो आपके पास एक अच्छा मौका है. ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की नई स्कीम अगले हफ्ते यानी 23 मार्च से खुल रही है. इसमें 6 अप्रैल 2021 तक पैसा लगाया जा सकता है. कंपनी की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक, बाजार की गिरावट में ये स्कीम अच्छा प्रदर्शन कर सकती है. वे कम अस्थिरता के साथ विभिन्न सेक्टरों की दिग्गज कंपनियों में निवेश कर सकें. यह स्कीम डीमैट अकाउंट के बिना निवेशकों को स्मार्ट बीटा ईटीएफ में निवेश का मौका देगी. लोग इसमें एकमुश्त या सिप से निवेश कर सकेंगे.
क्या होता है एनएफओ
एनएफओ यानी न्यू फंड ऑफर किसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी की ओर से शुरू की गई नई स्कीम होती है. इसके जरिए ये एएमसी शेयरों, सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के लिए आम लोगों से पैसे जुटाती है और उसे पर अच्छे रिटर्न हासिल कर निवेशकों के पैसों को बढ़ाती है.
इसी कड़ी में ICICI Prudential नई स्कीम ला रही है. इस स्कीम का नाम आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी लो वॉल्यूम 30 ईटीएफ है. यह 23 मार्च 2021 को खुलेगा.
इसमें 6 अप्रैल तक निवेश किया जा सकेगा. इसका मकसद अपने बेंचमार्क जितना रिटर्न देना है. इसका बेंचमार्क निफ्टी 100 लो वोलेटिलिटी 30 इंडेक्स होगा.
ICICI Prudential कहां लगाएगी पैसा
ये कंपनी निफ्टी लो वॉल्यूम 30 ईटीएफ में निवेश करेगी यानी इन शेयरों में उठा-पठक होगी. इसमें टॉप-3 सेक्टर्स जैसे आईटी, पर्सनल केयर और सीमेंट कंपनियों के शेयर्स शामिल है. इस सेक्टर में तीन महीने बाद री-बैलेंसिंग की जाती है.आंकड़ों के मुताबिक, निफ्टी 100 लो वोलेटिलिटी 30 कम अस्थिरता इंडेक्स ने पिछले 5 साल में 12-15 फीसदी रिटर्न (सीएजीआर) दिया है.
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि निफ्टी लो कम अस्थिरता वॉल्यूम 30 ईटीएफ एफओएफ के जरिये निवेशकों को गिरावट का जोखिम कम करने में मदद मिलेगी. वे अच्छे रिटर्न हासिल कर पाएंगे. बाजार की अस्थिरता का निवेशकों पर कम से कम असर पड़े.
कैसे लगा सकते हैं पैसा
शेयर बाजार के मुकाबले म्युचुअल फंड में पैसा लगाना ज्यादा बेहतर माना जाता है. इसमें दो तरीको से इन्वेस्टमेंट होता है. एकमुश्त और एसआईपी.
एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (systematic investment plan) जैसा की इसके नाम से समझ आ रहा है. अगर कोई निवेशक इसमें पैसा लगाना चाहता है तो हर महीने इसमें निवेश कर सकता है. ऐसे में रिस्क कम हो जाता है और बड़े रिटर्न हासिल करने में मदद मिलती है.
कम अस्थिरता
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