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कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट

कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट

डॉलर से भी 300 गुना महंगी है यह मुद्रा, जानकर हैरान रह जाएंगे आप!

डॉलर से भी 300 गुना महंगी है यह मुद्रा, जानकर हैरान रह जाएंगे आप!

आप जानना चाहेंगे कि आखिर यह बिटकॉइन है क्या? कैसे काम करता है? यह कैश, मोबाइल वॉलेट और बैंक से कैसे अलग है? क्या मुझे इसका इस्तेमाल करना चाहिए?

नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। दुनियाभर में इन दिनों फिरौती वायरस (रैनसम वेयर) की धूम है। हर कोई इस बात से डरा हुआ है कि कहीं उनकी जानकारी इस वायरस ने न चुरा ली हो। अगर ऐसा हुआ तो फिर डाटा वापस पाने के लिए फिरौती के रूप में मोटी रकम चुकानी पड़ेगी। नहीं चुकाई तो सारा डाटा खत्म करने की चेतावनी भी यह वायरस दे रहा है। फिरौती वसूलने के लिए वायरस जिस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहा है उसका नाम 'बिटकॉइन' है।

बिटकॉइन के बारे में शायद आपने पहले न सुना हो, लेकिन दुनियाभर के कंप्यूटरों और मोबाइल फोनों पर रैनसम वेयर के हमले के बाद बिटकॉइन रातों-रात सबकी जुबान पर चढ़ गया है। ऐसे में आप जानना चाहेंगे कि आखिर यह बिटकॉइन है क्या? कैसे काम करता है? यह कैश, मोबाइल वॉलेट और बैंक से कैसे अलग है? क्या मुझे इसका इस्तेमाल करना चाहिए? आदि.

बिटकॉइन क्या है?

दरअसल बिटकॉइन एक नई और अनोखी डिजीटल टेक्नोलॉजी या वर्चुअल करेंसी है। इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा सकता है। इसलिए कई डेवलपर्स और बिजनेस ने बिटकॉइन को अपनाया है। हजारों कंपनियों, लोगों और एनजीओ ने ग्लोबल बिटकॉइन सिस्टम को अपना लिया है। बिटकॉइन आज दुनिया की सबसे महंगी करेंसी बन गई है। फिलहाल एक कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट बिटकॉइन की ऑनलाइन या बाजार कीमत करीब 300 डॉलर है। भारत में भी बिटकॉइन का इस्तेमाल करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना किसी मध्यस्थता (बिना बैंक) के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है। वहीं, इस डिजिटल करेंसी को डिजिटल वॉलेट में भी रखा जाता है। बिटकॉइन को क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है।

कैसे काम करता है बिटकॉइन?

अगर आप तकनीक को बहुत अच्छे से नहीं भी समझते हैं तो भी आप बिटकॉइन का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक नए उपयोगकर्ता के रूप में आप बिटकॉइन को अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर बिटकॉइन वॉलेट के रूप में इंस्टॉल कर सकते हैं। इससे आपका पहला बिटकॉइन एड्रेस बनेगा और जरूरत पड़ने पर आप एक से ज्यादा एड्रेस भी बना सकते हैं। अब आप अपने मित्रों को अपना बिटकॉइन एड्रेस दे सकते हैं। इसके बाद आप उनसे भुगतान ले या उन्हें भुगतान कर भी सकते हैं।

यह कैश, मोबाइल वॉलेट और बैंक से कैसे अलग है?

दुनियाभर के देशों की अपनी अगल-अलग मुद्रा है। दुनियाभर में डॉलर के जरिए व्यापार होता है और हर मुद्रा की कीमत डॉलर के आधार पर ही ऊपर-नीचे होती रहती है। फोरेक्स बाजार में जिस तरह से रुपये, डॉलर, यूरो, येन आदि खरीदे-बेचे जाते हैं, उसी तरह बिटकॉइन की भी खरीददारी होती है। बिटकॉइन से आप ऑनलाइन तो खरीददारी कर ही सकते हैं, साथ कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट ही साथ इसे कैश में भी भुना सकते हैं। इसके लिए बकायदा दुनियाभर में एक्सचेंज बनाए गए हैं। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज और गोल्डमैन साक्स ने भी बिटकॉइन को काफी तेज और कुशल तकनीक बताया है और इसकी जमकर तारीफ भी की है।

विवादों में बिटकॉइन

वित्तीय लेन-देन के लिए बिटकॉइन सबसे तेज और कुशल मुद्रा मानी जा रही है। इसलिए बिटकॉइन को वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता है। आज दुनियाभर के कंप्यूटरों को फिरौती वायरस से खतरा है और इसके लिए भी फिरौती बिटकॉइन के जरिए ही वसूली जा रही है। कालाधन, हवाला का धंखा, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स की चोरी और आतंकवादी गतिविधियों में इसके ज्यादा इस्तेमाल की वजह से भी बिटकॉइन खबरों में रहता है। बिटकॉइन के बढ़ते इस्तेमाल ने दुनियाभर के देशों में सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। इधर भारत में रिजर्व बैंक या किसी भी अन्य रेग्युलेटर ने इस वर्चुअल मुद्रा को कानूनी मान्यता नहीं दी है।

बिटकॉइन के बारे में ये बातें आपको जरूर जाननी चाहिए

अगर आप बिटकॉइन के बारे में पता लगाने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातें पता होनी चाहिए। बिटकॉइन आपको सामान्य बैंकों की तुलना में अलग तरीके से पैसे का आदान प्रदान करने की सुविधा देता है। किसी भी गंभीर लेन-देन के लिए बिटकॉइन का उपयोग करने से पहले आपको इन सारी बातों का पता होना चाहिए। बिटकॉइन को अपने नियमित वॉलेट के रूप में ही देखभाल की जानी चाहिए या और मामलों में कुछ और अधिक!

अगर सही तरीका इस्तेमाल किया जाए तो बिटकॉइन उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करता है। ध्यान रखें कि अपने पैसे को हमेशा सुरक्षित रखना आपकी जिम्मेदारी है। कभी-कभी अस्थिर बाजार की वजह से बिटकॉइन की कीमत छोटी अवधि में ही बढ़ती या कम हो सकती है। यहां शेयर बाजार की तरह बिटकॉइन की कीमत कम-ज्यादा होती रहती है। इसलिए जागरण डाट काम आपको सलाह देता है कि अपनी जमापूंजी बिटकॉइन में न रखें। जिस पैसे के खोने से आपको कम से कम नुकसान हो उसी को बिटकॉइन वॉलेट में रखें।

क्या मुझे इसका इस्तेमाल करना चाहिए?

बिटकॉइन एक प्रयोगात्मक नई मुद्रा है, जिसका विकास सक्रिय है। जैसे-जैसे इसका उपयोग बढ़ता है यह कम प्रयोगात्मक बनता जाता है। याद रखें कि बिटकॉइन एक नया आविष्कार है, जो नए तरीके खोज रहा है, जिसका आज तक प्रयोग नहीं किया गया। इसलिए इसका भविष्य कोई नहीं बता सकता। यही नहीं भारत में रिजर्व बैंक या किसी भी अन्य रेग्युलेटर ने इसे मान्यता भी नहीं दी है। इसलिए कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट इसका इस्तेमाल पूरी तरह से आपके विवेक पर है। बिटकॉइन के ट्रांजेक्शन में व्यक्तिगत जानकारियों की जरूरत नहीं होती है। लेकिन क्रेडिट कार्ड या बैंक ट्रांजेक्शन के विपरीत इससे होने वाले ट्रांजेक्शन इररीवर्सिवल होते हैं। यानी अगर आपने एक बार गलत भुगतान कर दिया तो उसे वापस नहीं लिया जा सकता। अंत में फैसला आपका है, आप चाहें तो तेजी से बढ़ती इस ई-मुद्रा का इस्तेमाल करें या न करें.

भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स | What are some of the crypto trading platforms in India

भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

बिनेंस एक्सचेंज को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो प्लेटफॉर्म माना जाता है, लेकिन भारत में भी कुछ लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हैं।

  • वज़ीरएक्स एक भारतीय बिटकॉइन और क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज है जहां आप इथीरियम, रिप्पल, लिटकॉइन और बिटकॉइन में ट्रेडिंग कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको स्पॉट प्लेटफॉर्म पर 0.2% चार्ज देना होगा। वज़ीरएक्स के दावों की मानें तो इसकी प्रमुख विशेषताओं में शामिल है इसका इस्तेमाल करना आसान है, लेन-देन तेजी के साथ होता है और विश्वस्तरीय सुरक्षा इंतजाम है। वज़ीरएक्स पी2पी ट्रांजैक्शन की भी सुविधा प्रदान करता है।
    भारत में शीर्ष क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल है, खासकर नौसिखिये लोगों के लिए। आप इसके ग्राहकों के अनुकूल प्लेटफॉर्म पर तत्काल लेनदेन के माध्यम से अपना क्रिप्टो पोर्टफोलियो बना सकते हैं। विशेषज्ञ ट्रेडर कॉइन डीसीएक्स का उपयोग सिंगल एक्सेस के माध्यम से और बहुत कम स्प्रेड के साथ कर सकते हैं। उपयोगकर्ता 0.1% ट्रेडिंग शुल्क देकर 250 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी में इसके स्पॉट ट्रेडिंग, मार्जिन और फ्यूचर प्लेटफॉर्म पर खरीद और बिक्री कर सकते हैं। आप इसकी विकेन्द्रीकृत उधार सेवा में भी निवेश कर सकते हैं। का उपयोग 15 लाख से अधिक लोग करते हैं और यह भारत में सबसे पुराने क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म में से एक है। यह ऑफलाइन डेटा स्टोरेज और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के साथ सुरक्षा का भरोसा देता है। यूपीआई और बैंक हस्तांतरण की भी अनुमति है। हालांकि, बिटकॉइन ट्रेडिंग चार्ज 0.7% वसूला जाता है जो कि काफी अधिक है।
    नौसिखियों के लिए एक अन्य लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। यह ग्रेड-ए सुरक्षा का दावा करता है और ऑफ़लाइन कोल्ड स्टोरेज में 95% स्टोरेज के अभ्यास का पालन करता है। बिटबन्स बिटकॉइन बेचने और खरीदने के कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट लिए यूपीआई और बैंकिंग हस्तांतरण की सुविधा देता है और साथ ही पी2पी जमा भी स्वीकार करता है। इसका ट्रेडिंग शुल्क 0.03% से 0.25% तक है। क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रूप से भेजने और प्राप्त करने के लिए एक क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो कि वॉलेट सेवा भी प्रदान करता है। यह 2014 से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में है और इसने 30 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान की है। एक अतिरिक्त सुरक्षा सुविधा के रूप में ज़ेबपे में आउटगोइंग लेनदेन को अक्षम करने की सुविधा है। बनाने वाले पर ट्रेडिंग शुल्क 0.15%, लेने वाले पर 0.25% और इंट्राडे पर 0.1% है।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

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बिटकॉइन की जांच के लिए समिति गठित, 3 माह में मिलेगी रिपोर्ट

बिटकॉइन की जांच के लिए समिति गठित, 3 माह में मिलेगी रिपोर्ट

नई दिल्ली। क्या बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी का इस्तेमाल काले धन को वैध बनाने में हो रहा है? सरकार ने इस मामले की तह तक जाने के लिए एक समिति का गठन किया है जो वर्चुअल करेंसी से जुड़े तमाम मुद्दों पर विचार करेगी।

वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग के विशेष सचिव की अध्यक्षता वाली समिति तीन माह में अपनी रिपोर्ट देगी। वित्त मंत्रालय का कहना है कि इस समिति में राजस्व विभाग, गृह मंत्रालय, रिजर्व बैंक, एसबीआई और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल हैं।

मंत्रालय का कहना है कि समिति भारत में बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी के मौजूदा फे्रमवर्क और विदेशों में इस संबंध में कानूनी ढांचे पर विचार करेगी। समिति इस बारे में सुझाव भी देगी कि बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी से उपभोक्ताओं के हितों का किस तरह बचाव किया जाए।

साथ ही इस बात पर भी विचार करेगी कि कहीं इसके जरिए काले धन को वैध बनाने का धंधा तो नहीं चल रहा है। वर्चुअल करेंसी पर दुनियाभर में विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं। रिजर्व बैंक ने भी समय-समय पर इस बारे में आगाह किया है।

भारत में गैर कानूनीकुछ समय पहले वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने संसद की स्थायी समिति को बताया था कि भारत में बिटकॉइन गैर कानूनी है। मंत्रालय के अधिकारियों ने कांग्रेस सदस्य वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली वित्त मामलों संबंधी संसदीय समिति को यह जानकारी दी है।

संसद में भी उठा है मसला वहीं बिटकॉइन का मुद्दा संसद में भी उठाया जा चुका है। संसद में यह मसला उठाने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमैया का कहना है कि यह एक वैश्विक पोंजी स्कीम है। सरकार और आरबीआई को इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस योजना में हजारों करोड़ रुपए लगे हैं, लिहाजा लोगों को इसके प्रति सावधान करना चाहिए।

शुरुआत 2009 मेंः 2008 में पहली बार बिटकॉइन के संबंध में एक लेख प्रकाशित किया गया था। लेकिन लोगों के इस्तेमाल के लिए यह 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में उपलब्ध हुई।

इसे अज्ञात कंप्यूटर प्रोग्रामर या इनके समूह ने सातोशी नाकामोटो के नाम से बनाया। यह नाम किसका है, कहां का है या कौन है, यह अभी तक रहस्य है। वैसे विशेषज्ञों का मानना है कि इसे चीन या जापान में बनाया गया।

1.5 करोड़ बिटकॉइन चलन मेंः पूरी दुनिया में कुल 1.5 करोड़ बिटकॉइन चलन में होने का अनुमान है। इस पर किसी सरकार का नियंत्रण नहीं है। लेकिन, इसे दुनिया में कहीं भी सीधा खरीदा या बेचा जा सकता है।

इन्हें रखने के लिए बिटकॉइन वॉलेट उपलब्ध होते हैं। इन्हें आधिकारिक मुद्रा से भी बदला जाता है। चूंकि यह कोड या अक्षरों में होती है, लिहाजा इसे न तो जब्त किया जा सकता है और न ही नष्ट।

भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स | What are some of the crypto trading platforms in India

भारत के दिग्गज क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

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    नौसिखियों के लिए एक अन्य लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। यह ग्रेड-ए सुरक्षा का दावा करता है और ऑफ़लाइन कोल्ड स्टोरेज में 95% स्टोरेज के अभ्यास का पालन करता है। बिटबन्स बिटकॉइन बेचने और खरीदने के लिए यूपीआई और बैंकिंग हस्तांतरण की सुविधा देता है और साथ ही पी2पी जमा भी स्वीकार करता है। इसका ट्रेडिंग शुल्क 0.03% से 0.25% तक है। क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रूप से भेजने और प्राप्त करने के लिए एक क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट जो कि वॉलेट सेवा भी प्रदान करता है। यह 2014 से क्रिप्टोकरेंसी बाजार में है और इसने 30 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान की है। एक अतिरिक्त सुरक्षा सुविधा के रूप में ज़ेबपे में आउटगोइंग लेनदेन को अक्षम करने की सुविधा है। बनाने वाले पर ट्रेडिंग शुल्क 0.15%, लेने वाले पर 0.25% और इंट्राडे पर 0.1% है।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2018 में भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि, पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रतिबंध को हटा दिया था। यह भारतीय निवेशकों खासकर डिजिटल रूप से कुशल लोगों के लिए स्वागत योग्य कदम था। क्रिप्टो बाजार में निवेश और व्यापार में व्यस्त भारतीयों के साथ साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और बिटकॉइन एक्सचेंजों की बढ़ती संख्या इस बात की गवाही देती है।

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