हमें एक द्वितीयक बाजार की आवश्यकता क्यों है?

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Ashish Urmaliya
सुरक्षित भविष्य के लिए हर कोई निवेश कर रहा है. जिसने अब तक नहीं किया है वो करने के बारे में सोच रहा है. लेकिन समस्या ये है कि लोगों को इन्वेस्टमेंट के लिए उचित प्लेटफॉर्म खोजने में थोड़ी मुश्किल होती है. इसलिए आज हम आपको तीन ऐसे धांसू इन्वेस्टमेंट प्लान (Investment Planning ) के बारे में बता रहे हैं जहां आप कम निवेश करके मोटा पैसा (Earn money) कमा सकते हैं. आपने SIP यानि Systematic Investment Plan के बारे में आपने ज़रूर सुना होगा। दरअसल, SIP म्यूच्यूअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करने का सबसे प्रचलित तरीका है. यह एक सुरक्षित निवेश माना जाता है जिसमें आप हमें एक द्वितीयक बाजार की आवश्यकता क्यों है? अपनी सुविधा के हिसाब से निवेश कर सकते हैं. सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश करने के लिए आपके पास कई तरह के एक से बढ़कर एक प्लान मौजूद होते हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि इसमें लंबे समय के निवेश पर ही आप अच्छा रिटर्न प्राप्त कर पाते हैं. निवेश जितने लंबे समय के लिए होगा बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना भी उतनी ही अधिक होती जाएगी.
अगरबत्ती का बिज़नेस- घर बैठे कमाएं 25 हजार का महीना
भारत में धूप और अगरबत्तियों का बहुत ही ज्यादा प्रचलन है। जैसा कि हम जानते हैं, भारत में हिन्दू धर्म की बहुलता है और हिन्दू धर्म में पूजा-पाठ, धार्मिक कार्यक्रमों में धूप-अगरबत्ती का उपयोग करने की परंपरा है। इसके अलावा बाकी के लोग भी अगरबत्ती को उपयोग में लाते हैं क्योंकि इसकी महक घरेलू वातावरण को पवित्र व सुगम बनाती है। इसलिए इसका व्यापार और बाजार सफलतापूर्वक फलफूल रहा है। अगर आप भी कोई नया बिज़नेस शुरू हमें एक द्वितीयक बाजार की आवश्यकता क्यों है? करने के बारे में विचार कर रहे हैं और आपके दिमाग में कोई उचित आईडिया नहीं आ रहा है, तो धूप-अगरबत्ती के बिज़नेस के बारे में भी सोच सकते हैं। आइये जानते हैं इसकी पूरी कहानी…
Olymp Trade के साथ वित्त बाजारों में ट्रेड शुरू करने से पहले पता होने वाली ये अहम बातें
नई दिल्ली। हमें एक द्वितीयक बाजार की आवश्यकता क्यों है? ट्रेडिंग केवल एक कौशल ही नहीं, बल्कि कुछ आदतों को बनाए रखने का अभ्यास भी है। ऑनलाइन ट्रेडिंग के बारे में कई भ्रांतियां और अपवाहें भी हैं लेकिन इतनी सारी अलग-अलग राय और आवाजें ट्रेडिंग से जुड़ी भ्रांतियों को वास्तविकता से अलग करना मुश्किल हमें एक द्वितीयक बाजार की आवश्यकता क्यों है? बनाती हैं। फ़ॉरेक्स और ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में ये गलत बातें कई जगहों और लोगों से आती हैं। हालांकि, जहां कोई पोडकास्ट डे ट्रेडिंग को लाखों कमाने का तरीका बता सकता है, या कोई यूट्यूबर पूरे उद्यम को धोखाधड़ी कह सकता है, यह जरूरी नहीं कि इनमें से कोई भी पूरी तरह सही हो।
RBI का डिजिटल रुपी क्या है और यह कैसे काम करेगा?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मंगलवार को देश की पहली डिजिटल करेंसी के रूप में ई-रुपी (e-rupee) का पायलट लॉन्च कर दिया है। इसका इस्तेमाल विशेष उपयोग के मामलों में किया जाएगा। RBI की ओर से कहा गया है कि शुरुआत में देश के नौ बैंक इस ई-रुपी का उपयोग सरकारी प्रतिभूतियों में द्वितीयक बाजार लेनदेन निपटाने के लिए करेंगे। ऐसे में आइए जानते हैं कि क्या है ई-रुपी और यह करेंसी के रूप में कैसे काम करेगा।
RBI द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) लाने की अपनी योजना की दिशा में ई-रुपी का पहला पायलट परीक्षण एक नवंबर को शुरू होगा। इसमें देश के नौ बैंक शामिल होंगे और वह सरकारी प्रतिभूतियों में द्वितीयक बाजार लेनदेन के निपटान में इसका उपयोग करेंगे। इन बैंकों में भारतीय स्टेट बैंक (SBI), बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, HDFC, ICICI, कोटक महिंद्रा, यस बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और HSBC शामिल है।