विदेशी मुद्रा ब्रोकर

अन्य एशियाई बाजारों में सोल, शंघाई और हांगकांग विदेशी मुद्रा ब्रोकर विदेशी मुद्रा ब्रोकर के बाजार हरे निशान में थे, जबकि तोक्यो में गिरावट दर्ज की गई.
'रुपये की स्थिरता विदेशी मुद्रा भंडार पर निर्भर'
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बीओए-एमएल) ने कहा, हमारे हिसाब से डॉलर के मुकाबले रुपया विदेशी मुद्रा ब्रोकर 58 से 62 के स्तर पर रह सकता है। विदेशी कोष 22 मई से लगातार बांड तथा शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। इससे देश का विदेशी मुद्रा भंडार घटा है और यह इतना रह गया है, जिससे सात महीने का आयात पूरा हो सके।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने उस समय से अब तक 65,000 करोड़ रुपये घरेलू बाजार से निकाल लिए हैं। 6 अगस्त को कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रपया 61.80 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर चला गया था और बाद में 61.30 पर बंद हुआ। चालू वित्तवर्ष में अब तक रुपया 12 प्रतिशत से अधिक नीचे आ चुका है। रिपोर्ट में कहा गया है, जब तक रिजर्व विदेशी मुद्रा ब्रोकर विदेशी मुद्रा ब्रोकर बैंक के पास विदेशी मुद्रा भंडार की स्थिति नहीं सुधरेगी, रुपया स्थिर नहीं होगा. ।
बीओए-एमएल ने उम्मीद जताई कि सरकार तथा रिजर्व बैंक विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने के लिए अगले सप्ताह कुछ नीतिगत उपायों की घोषणा कर सकते हैं। बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) को उदार बनाने, एफसीएनआरबी जमा दरों को बढ़ाने तथा सार्वजनिक उपक्रमों के बांड जारी किए जाने से 5 से 10 अरब डॉलर जुटाए जा सकते हैं।
चीन के विदेशी मुद्रा भंडार में आई 1.2 अरब डॉलर की गिरावट, भारत का भंडार पहुंचा रिकॉर्ड विदेशी मुद्रा ब्रोकर ऊंचाई पर
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: March 09, 2020 11:44 IST
China's forex reserves stand at $3.11T
नई दिल्ली। भले ही भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अपने सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया है फिर भी चीन के साथ तुलना करने पर अभी भी दोनों देशों के बीच जमीन-आसमान का अंतर है। भारत का विदेशी मुद्रा ब्रोकर विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 481.54 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, वहीं चीन का विदेशी मुद्रा भंडार फरवरी अंत में 31.067 खरब डॉलर रह गया। चीनी राष्ट्रीय विदेशी मुद्रा प्रबंध ब्यूरो द्वारा 7 मार्च को जारी आंकड़ों के हिसाब से फरवरी, 2020 तक चीन में विदेशी मुद्रा भंडार 31.067 खरब अमेरिकी डॉलर है, जिसमें 2020 के शुरुआती महीने की तुलना में 1.2 अरब डॉलर या 0.04 प्रतिशत की गिरावट आई है। कोरोनावायरस की वजह से यूएस डॉलर इंडेक्स में थोड़ी वृद्धि और प्रमुख देशों के बांड मूल्य में इजाफा होने की वजह से चीन के मुद्रा भंडार में यह गिरावट आई है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सर्वकालिक ऊंचाई पर
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 14 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 5.42 अरब डॉलर बढ़कर 481.54 अरब डॉलर के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। विदेशीमुद्रा आस्तियों में वृद्धि से सकल भंडार बढ़ा है। इससे पिछले सप्ताह देश का विदेशी मुद्रा भंडार 2.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 476.12 अरब डॉलर पर पहुंचा था।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा यानी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 4.36 अरब डॉलर बढ़कर 445.82 अरब डॉलर पर पहुंच गईं। इस दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार 10.2 लाख डॉलर बढ़कर 30.38 अरब डॉलर हो गया। आलोच्य सप्ताह के दौरान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में विशेष आहरण अधिकार 50 लाख डॉलर घटकर 1.43 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ में देश की आरक्षित निधि 3.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 3.61 अरब डॉलर हो गई।
क्या डॉलर-रुपया फ्यूचर्स का मतलब जानते हैं आप?
प्रश्न: डॉलर-रुपया फ्यूचर्स के सौदे कहां होते हैं?
उत्तर: इनका कारोबार NSE, BSE और MSE जैसे एक्सचेंजों पर होता है. इनका कारोबार ब्रोकर के जरिए होता है. आपको ब्रोकर के पास ट्रेडिंग खाता खुलवाना पड़ता है. इस सौदे विदेशी मुद्रा ब्रोकर का सेटलमेंट रुपये में होता है. हर महीने के अंतिम कारोबारी दिवस के दो दिन पहले इस सौदे की एक्सपायरी होती है. इस तरह मार्च की एक्सपायरी तारीख 27 मार्च होगी.
प्रश्न: यह काम कैसे करता है?
उत्तर: मान लीजिए कि आपको लगता है कि डॉलर में तेजी आएगी. ऐसे में आप मार्च कॉन्ट्रैक्ट 69 के भाव पर खरीद लेते हैं. इस कॉन्ट्रैक्ट का आकार 1,000 अमेरिकी डॉलर होता है.
Sensex Today : शेयर बाजारों में लगातार छठे दिन तेजी बरकरार, सेंसेक्स 172 अंक उछला, डॉलर के मुकाबले रुपया 8 पैसे मजबूत
Published: November 29, 2022 11:45 AM IST
Sensex Today : एशियाई बाजारों में मजबूती और विदेशी कोषों की लगातार आवक के बीच शेयर बाजारों में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में बढ़त रही.
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इस दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 172.4 अंक की तेजी के साथ 62,677.20 अंक पर पहुंच गया. व्यापक एनएसई निफ्टी 62.05 अंक विदेशी मुद्रा ब्रोकर बढ़कर 18,624.80 पर था.
बाद के सौदों में सेंसेक्स 62,724.02 के अपने नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया.
सेंसेक्स में हिंदुस्तान यूनिलीवर, डॉ रेड्डीज, टाइटन, टाटा स्टील, सन फार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और महिंद्रा एंड महिंद्रा बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे.
डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे मजबूत
विदेशी पूंजी की आवक और घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले विदेशी मुद्रा ब्रोकर रुपया आठ पैसे बढ़कर 81.60 रुपये पर पहुंच गया.
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की कमजोरी ने भी स्थानीय मुद्रा को समर्थन दिया.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 81.58 पर मजबूत खुला और फिर पिछले बंद भाव से 8 पैसे की वृद्धि दर्ज करते हुए 81.60 पर आ गया.
रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले तीन पैसे की तेजी के साथ 81.68 पर बंद हुआ था.
इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.38 प्रतिशत गिरकर 106.28 पर आ गया.
वैश्विक तेल सूचकांक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.39 फीसदी बढ़कर 84.35 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था.