मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है

(viii) उत्पाद की रेखा का नियंत्रण - हमारे उत्पादों की श्रृंखला में कौन से उत्पाद हमें बनाये रखने हैं, किन्हें हटाना है और श्रृंखला में हमे क्या जोड़ना है ?
Channel Marketing मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है Kya Hai
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Hello Friends Tutorialsroot मे आपका स्वागत है आज हम आपको इस Post में चैनल मार्केटिंग के बारे में बताने जा रहे है जिसमे आपको चैनल मार्केटिंग के बारे में सीखने को मिलेगा हमे आशा है की पिछली बार की तरह इस बार भी आप हमारी Post को पसंद करेंगे. बहुत कम लोग ही जानते होंगे की मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है चैनल मार्केटिंग क्या है और इसका उपयोग कैसे और क्यों किया जाता है अगर आप इसके बारे में नही जानते तो कोई बात नहीं हम आपको इसके बारे में पूरी तरह से जानकारी देंगे इसके लिए हमारी Post को शुरू से अंत तक ज़रुर पढ़े.
Channel Marketing Kya Hai - चैनल मार्केटिंग क्या है
हर Product एक निर्माता से एक निश्चित तरीके से एक व्यक्ति के पास जाता है जो इसका उपयोग करेगा. यह तरीका छोटा हो सकता है जैसे कि Direct Marketing या इसमें कुछ स्टॉप शामिल हो सकते हैं जैसे कि Wholesaler Warehouse और Retail Shop. मार्केटिंग में इस तरह से मार्केटिंग चैनल कहा जाता है. आज बड़ी संख्या में चैनल हैं जो हर निर्माता को अपने माल को अलग-अलग तरीकों से बाजार में लाने का मौका देता है इस प्रकार व्यापक दर्शकों तक पहुंचता है.
इसलिए Channel मार्केटिंग यह है कि मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है Accessories या Services को अंतिम उपयोगकर्ता तक कैसे पहुंचाया जा रहा है. Channel मार्केटिंग का मुख्य लक्ष्य उपलब्ध मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है बिक्री मार्गों का विश्लेषण करना है उन लोगों को ढूंढना है जो इस या उस निर्माता के लिए बेहतर काम करेंगे और उन्हें कुशलता से उपयोग करेंगे.
किसी Company की सभी वितरण गतिविधियां आमतौर पर उत्पादन के आकार और उपयोग किए जाने वाले Channels की संख्या के आधार पर एक Company के Channel मार्केटिंग Manager या Managers की टीम की जिम्मेदारी के तहत होती हैं.
Types of Marketing Channels
प्रत्येक मार्केटिंग Channel के कुछ लाभ हैं इसलिए निर्माता आमतौर पर अपने व्यवसाय के लक्ष्यों के आधार पर किस Channel का उपयोग करते हैं.
अक्सर सीधे Marketing के रूप में संदर्भित किया जाता है निर्माता-से-उपभोक्ता रिश्तों में किसी Service या Product को अंतिम उपयोगकर्ता तक पहुंचाने के तरीके में कोई बिचौलियों को शामिल नहीं किया जाता है.
ग्राहक ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं निर्माता से व्यक्तिगत रूप से मिल सकते हैं या निर्माता के स्वामित्व मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है वाले ब्रांड स्टोर में खरीदारी कर सकते हैं. एक निर्माता से सीधे खरीदना ग्राहकों को पैसे बचाने और यह सुनिश्चित करने की अनुमति देता है कि वे गुणवत्ता के लिए भुगतान करते हैं. सीधे Marketing में एक निर्माता के लिए सबसे बड़ा लाभ ग्राहकों के साथ घनिष्ठ संबंध है.
निवेशक और स्पेक्युलेशन में अंतर
निवेशक अपने धन को सुरक्षित करने के लिए किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने के लिए उस कंपनी का विश्लेषण करता है जबकि वहीं दूसरी ओर स्पेक्युलेशन टिप्स के जरिए तथा रिस्क पर वह अच्छा मुनाफा कमाते हैं।
निवेशक की रिटर्न दर की उम्मीद जो होती है वह औसत होती है जबकि स्पेक्युलेशन की रिटर्न दर्ज होती बहुत अधिक होती है।
निवेशक कभी भी पैसा उधार लेकर इन्वेस्ट नहीं करते हैं जबकि स्पेक्युलेशन उधार लेकर पैसा इन्वेस्ट कर देते हैं।
निवेशक की चौथ भवानी की जो संभावना होती है वह बहुत कम होता है क्योंकि वह कंपनी का विश्लेषण कर कर किसी भी कंपनी में इनवेस्ट करता है वहीं दूसरी ओर स्पेक्युलेशन उनकी पैसा गंवाने की जो संभावना होती हुए 50 परसेंट होता है क्योंकि वह टिप्स के जरिए तथा अधिक रिक्स पर पैसा इन्वस्ट करते हैं।
बाजार में स्पेक्युलेशन होने के फायदे
स्पेक्युलेशन शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव लाते हैं इस अस्थिरता के कारण निवेशकों को कम भाव पर शेयर खरीदने का मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है अच्छा मौका मिलता है।
शेयर बाजार एक स्टॉक एक्सचेंज संस्था है जो SEBI (SECURITY AND EXCHANGE FOOD OF INDIA) द्वारा रेगुलेट किया जाता है। कोई भी कंपनी शेयर बाजार में आकर लिस्ट हो सकती है अगर कोई कंपनी शेयर बाजार में आकर लिस्ट होती है तो उन्हें कंपनी का कुछ शेयर लोगों में बांटना मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है होता है जिसे लोग खरीद सकते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि कंपनी का क्या फायदा हुआ है तो आइए उसी को जानते हैं अब कोई कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट हो गई है अब लोग उस कंपनी के शेयर को खरीदेंगे अगर उस कंपनी का डिमांड अधिक है और शेयर कम है तो उस कंपनी का जो शेयर प्राइस वह बढ़ेगा जिससे कंपनी के पास अधिक से अधिक धन आएगा और उस धन से कंपनी अपने विकास अपने जो आगे जो बिजनेस स्टार्ट करना चाहते उसमें उस धन को खर्च करेगी और इससे कंपनी का तो फायदा हुआ इसके साथ-साथ लोगों का भी फायदा हुआ।
किसी कंपनी का शेयर कैसे खरीदें
किसी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए सबसे पहले तो आप को प्ले स्टोर में जाकर किसी अच्छे ब्रोकर का ऐप डाउनलोड करना पड़ेगा। उसके बाद उसमें अपना अकाउंट बनाना होगा उसके बाद आप वहां से किसी भी कंपनी का शेयर खरीद सकते हैं। ध्यान देने बात यह है किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले उस कंपनी के बारे में पूर्ण रूप से एनालिसिस मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है कर लें कि कंपनी क्या करती है कंपनी का आगे का गोल किया है कंपनी के पास प्रजेंट टाइम में कितना कर्ज है कंपनी के पास प्रजेंट टाइम में कितना दायित्व है कंपनी के पास प्रजेंट टाइम में कितना संपत्ति है यह सभी देख लें उसके बाद किसी भी कंपनी में आप इन्वेस्ट कर सकते हैं और फर्स्ट ऑफ ऑल अगर आपको कंपनी के बारे में सब कुछ मालूम है कंपनी क्या करती है कैसा है तब आप उसमें पैसा इन्वेस्ट करेंगे तो हो सकता है आपका पैसा आगे बढ़े लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि कंपनी कैसे चुने इसी को चुना सबसे बड़ी बात है इसलिए अभी कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले कंपनी के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी खट्टा कर ले।
SEBI क्या हैं ; -
अप्रैल 1992 को " द सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया" नामो बोर्ड का गठन किया गया भारत में शेयरो का केंद्रीय नियंत्रण सेबी के पास होता है। जो सभी निवेशकों के हित में काम करता है SEBI के गठन के फौरन बाद अनुचित शेयर ट्रेडिंग कार्य पर रोक लगा दी गई इसके तुरंत बाद एनएससी "नेशनल स्टॉक एक्सचेंज" का गठन हुआ। जिससे शेयर बाजार में इन्वेस्ट करना और भी आसान हो गया तथा शेयर बाजार और भी पारदर्शी हो गया।
आपने जब भी किसी से शेयर मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है मार्केट के बारे में सुना होगा तो ज्यादातर लोग शेयर मार्केट को एक जुआ समझते हैं पर ऐसा नहीं है यह वही लोग हैं जो लोग शेयर मार्केट में बिना किसी जानकारी के आते हैं और अपने पैसे को लगाते हैं फिर अपना पैसा जब सारा गंवा बैठते हैं तो शेयर मार्केट को वह जुआ कहते हैं लेकिन यह सरासर गलत है वास्तव में शेयर मार्केटिंग जुआ नहीं है बल्कि शेयर मार्केट अपने पैसे को पढ़ाने का एक सबसे अच्छा तरीका है अगर यह जुआ होता तो सरकार इसे अभी तक बैन कर देती।शेयर मार्केट में अगर आपको आना है तो आपको एक अच्छी खासी नॉलेज शेयर मार्केट में ले कर आना पड़ेगा।आप उन लोगों से आप जाकर पूछ जिन्हें बहुत अच्छा खासा पैसा इस मार्केट में बनाया है या फिर इस मार्केट में काम करते हैं जो लोग। वे सभी लोग भी यही बताएंगे कि शेयर मार्केटिंग जुआ नहीं है
अन्तर्राष्ट्रीय विपणन में उत्पाद नियोजन ( Product Planning in International Marketing ) किस प्रकार किया जाता है ?
अन्तर्राष्ट्रीय विपणन नियोजन एक प्रकार की क्रिया है जिसमें एक संस्था अपने संसाधनों को अपने उद्देश्यों एवं अवसरों को प्राप्त करने के लिए मिलाती है । इसमें एक संस्था यह निर्णय लेती है कि भावी विदेशी बाजार के मद्देनजर वह अपने संसाधनों, पूँजी, उत्पाद, प्रबन्ध आदि का किस प्रकार उपयोग करेगी ? अन्तर्राष्ट्रीय बाजारों में 'पतिस्पर्द्धा' सबसे प्रमुख तत्त्व होता है, यानी इसमें कोई भी उत्पाद सदैव प्रतिस्पर्द्धी उत्पादों के एक क्षेत्र का भाग होता है । क्रेता इस प्रतियोगी क्षेत्र में से अपने उत्पाद का चयन करता है । वह किस निर्माता या विक्रेता के उत्पाद का चयन करता है, यह अनेक बातों पर निर्भर करता है, जैसे उत्पाद की उपलब्धता, किस्म, कीमत, निर्माता की ख्याति आदि । एक अन्तर्राष्ट्रीय विपणनकर्त्ता अपने उत्पाद में वास्तविक या मनोवैज्ञानिक अन्तर प्रदान करता है जो ग्राहक के मस्तिष्क में विशिष्ट स्थिति उत्पन्न करने के कार्य करती है । इस प्रकार की भिन्नता उत्पन्न करना ही 'उत्पाद नियोजन' कहलाता है ।
अन्तर्राष्ट्रीय विपणन में उत्पाद नियोजन ( Product Planning in International Marketing ) किस प्रकार किया जाता है ?
अन्तर्राष्ट्रीय विपणन नियोजन एक प्रकार की क्रिया है जिसमें एक संस्था अपने संसाधनों को अपने उद्देश्यों एवं अवसरों को प्राप्त करने के लिए मिलाती है । इसमें एक संस्था यह निर्णय लेती है कि भावी विदेशी बाजार के मद्देनजर वह अपने संसाधनों, पूँजी, उत्पाद, प्रबन्ध आदि का किस प्रकार उपयोग करेगी ? अन्तर्राष्ट्रीय बाजारों में 'पतिस्पर्द्धा' सबसे प्रमुख तत्त्व मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है होता है, यानी इसमें कोई भी उत्पाद सदैव प्रतिस्पर्द्धी उत्पादों के एक क्षेत्र का भाग होता है । क्रेता इस प्रतियोगी क्षेत्र में से अपने उत्पाद का चयन करता है । वह किस निर्माता या विक्रेता के उत्पाद का चयन करता है, यह अनेक बातों पर निर्भर करता है, जैसे उत्पाद की उपलब्धता, किस्म, कीमत, निर्माता की ख्याति आदि । एक अन्तर्राष्ट्रीय विपणनकर्त्ता अपने उत्पाद में वास्तविक या मनोवैज्ञानिक अन्तर प्रदान मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है करता है जो ग्राहक के मस्तिष्क में विशिष्ट स्थिति उत्पन्न करने के कार्य करती है । इस प्रकार की भिन्नता उत्पन्न करना ही 'उत्पाद नियोजन' कहलाता है ।
अन्तर्राष्ट्रीय विपणन में उत्पाद नियोजन ( Product Planning in International Marketing ) किस प्रकार किया जाता है ?
अन्तर्राष्ट्रीय विपणन नियोजन एक प्रकार की क्रिया है जिसमें एक संस्था अपने संसाधनों को अपने उद्देश्यों एवं अवसरों को प्राप्त करने के लिए मिलाती है । इसमें एक संस्था यह निर्णय लेती है कि भावी विदेशी बाजार के मद्देनजर वह अपने संसाधनों, पूँजी, उत्पाद, प्रबन्ध आदि का किस प्रकार उपयोग करेगी ? अन्तर्राष्ट्रीय बाजारों में 'पतिस्पर्द्धा' सबसे प्रमुख तत्त्व होता है, यानी इसमें कोई भी उत्पाद सदैव प्रतिस्पर्द्धी उत्पादों के एक क्षेत्र का भाग होता है । क्रेता इस प्रतियोगी क्षेत्र में से अपने उत्पाद का चयन करता है । वह किस निर्माता या विक्रेता के उत्पाद का चयन करता है, यह अनेक बातों पर निर्भर करता है, जैसे उत्पाद की उपलब्धता, किस्म, कीमत, निर्माता की ख्याति आदि । एक अन्तर्राष्ट्रीय विपणनकर्त्ता अपने उत्पाद में वास्तविक या मनोवैज्ञानिक अन्तर प्रदान करता है जो ग्राहक के मस्तिष्क में विशिष्ट स्थिति उत्पन्न करने के कार्य करती है । इस प्रकार की भिन्नता उत्पन्न करना ही 'उत्पाद नियोजन' कहलाता है ।