आदर्श रणनीति

भारतीय सिविल लेखा सेवा
अपना आदर्श ग्राहक ढूँढना: अपने लक्षित दर्शकों तक कैसे पहुँचें
अपने लक्षित दर्शकों को जानने और केवल उस वर्ग के लोगों को लक्षित करने से आपको उन समूहों के विज्ञापन पर समय और धन की बचत होगी, जिनकी आपके उत्पाद को खरीदने में रुचि होने की संभावना नहीं है। अपने मार्केटिंग अभियान पर शोध और योजना बनाने के लिए समय निकालना आवश्यक है क्योंकि यह आपके ग्राहकों के साथ आपके संबंधों को मजबूत और मजबूत करता है।
एक स्पष्ट और सुसंगत ब्रांडिंग रणनीति और मैसेजिंग आपके संभावित खरीदारों के आधे हिस्से को हासिल करने के बराबर है। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, वे सभी आपको अपने लक्षित दर्शकों को उनकी विकास यात्रा में जल्दी से परिभाषित करके अपने व्यवसाय को सफल बनाने में सक्षम बनाएंगे।
एक लक्षित दर्शक क्या है?
लक्षित दर्शक उन लोगों का समूह है जो आपके उत्पाद या सेवा के संभावित खरीदार हैं। कई कंपनियां लिंग, आयु, व्यवसाय, स्थान, सामाजिक आर्थिक स्थिति और शिक्षा स्तर जैसे लक्षणों की खोज करती हैं।
अपने लक्षित बाजार को ढूंढना भी आदर्श है ताकि आप जान सकें कि किन समूहों को विज्ञापन देना है और आप पैसा, समय और संसाधन बचा सकते हैं।
अपने लक्षित दर्शकों की पहचान करना क्यों महत्वपूर्ण है?
अपने ब्रांड के बारे में बात करना महत्वपूर्ण है, लेकिन प्रत्येक ग्राहक कुछ अलग की अपेक्षा करता है। अपना आला खोजने से आपको समय और पैसा बचाने में मदद मिलती है, जिसका इस्तेमाल आपने बेकार विज्ञापन समूहों पर विज्ञापन देने के लिए किया होगा। अब, जब आपने अपने लक्षित दर्शकों की पहचान कर ली है, तो आप अपना समय और संसाधन एक क्षेत्र, जनसांख्यिकीय या खरीदारों के वर्ग में लगा सकते हैं, जो आपके उत्पाद को खरीदने की अधिक संभावना रखते हैं, जिससे आपको अपना मार्केटिंग बजट प्रभावी ढंग से आवंटित करने में मदद मिलेगी।
एक्सेंचर की एक रिपोर्ट के अनुसार, "91% उपभोक्ताओं का कहना है कि वे उन ब्रांडों के साथ खरीदारी करने की अधिक संभावना रखते हैं जो उनके लिए प्रासंगिक ऑफ़र और अनुशंसाएं प्रदान करते हैं, और 66% उपभोक्ताओं का कहना है कि ऐसी सामग्री का सामना करना जो वैयक्तिकृत नहीं है, उन्हें खरीदारी करने से रोक देगी। ।"
अपने लक्षित दर्शकों को कैसे पहचानें और उन तक कैसे पहुँचें
एक ठोस योजना है
अपने लक्षित दर्शकों को खोजने के लिए आपके पास एक निश्चित विपणन योजना होनी चाहिए। जितना अधिक विशिष्ट और आप योजना के साथ हैं, उतनी ही अधिक संभावना है कि आप ग्राहकों में परिवर्तित हो जाते हैं।
एक खरीदार व्यक्तित्व (आपकी लक्षित ग्राहक प्रोफ़ाइल) तैयार करने के लिए, विचार करें कि आपके ग्राहकों को उनकी जानकारी कहां मिलती है, उनकी अन्य रुचियां क्या हैं, उनका सोशल मीडिया उपयोग, उनका भौगोलिक क्षेत्र और अन्य जनसांख्यिकी। आप एक गाइड के रूप में अपनी कंपनी के फेसबुक इनसाइट्स या अन्य सोशल मीडिया एनालिटिक्स का उपयोग कर सकते हैं। एक स्पष्ट रूप से परिभाषित ग्राहक प्रोफ़ाइल और मार्केटिंग योजना आपको यथासंभव आर्थिक रूप से अपने लक्षित जनसांख्यिकीय तक पहुंचने की अनुमति देती है।
कैसे शुरू करे यूपीएससी की तैयारी
यू.पी.एस.सी सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से शीर्ष स्तर केंद्र सरकार सेवाओं के लिए भर्ती का आयोजन करता है। इस परीक्षा में ग्रुप ए और ग्रुप बी सेवाओं की भर्ती होती हैं:
हर साल यू.पी.एस.सी. सी.एस.ई प्रीलिमिनरी परीक्षा अगस्त में आयोजित कि जाती है। परीक्षा भारत के सबसे प्रतिस्पर्धी परीक्षा है। लगभग 11 लाख उम्मीदवार इसके लिए रजिस्टर करते है लेकिन आधे से भी कम वास्तव में दिखाई देते हैं। 1 लाख गंभीर उम्मीदवार हैं और इन में से 15000 से 16000 उम्मीदवार परीक्षा के लिए चुने जाते हैं। इस परीक्षा में दो पेपर देने पड़ते है जिसमेंसे पेपर १ यह सामान्य नयन का होता है और इस पेपर में उम्मेद्वारोकों २०० अंको मेंसे १२० अंकों का कटऑफ होता है। पेपर २ में २०० अंको से ३३% का कटऑफ होता है. उम्मीदवार को पेपर २ में ३३% से काम अंक मिले तो उसके पेपर १ के अंकोको नहीं गिना जायेगा और उससे परीक्षा अगले साल दोबारा देनी पड़ेगी।
द्वितेय परीक्षा:
इस परीक्षा के लिए तैयारी शुरू कर सकते हैं प्रीलिमिनरी परीक्षा के बाद. परिणाम का इंतजार किए आदर्श रणनीति बिना द्वितीय परीक्षा की तैयारी करनी शुरू करनी चाहिए । लोक प्रशासन जैसे वैकल्पिक विषय के दो पेपर है। पहिला पेपर २५० मार्क्स का है और इसमें किताबो को पढ़कर उत्तर दिए जाते है. इस पेपर की तैयारी करनी चाहिए प्रेलिमिनिरय परीक्षा के तुरंत बाद. इस वेबसाइट पर जो पाठ्यक्रम दिया गया है उससे अच्छे से पढ़ना चाहिए. जो अन्य किताबो ई आवश्यकता होगी उससे इन्टरनेट से पढ़ा जा सकता है. दूसरा पेपर भी २५० अंको का होता है और इसमें ८०% सवाल आते है मौजूदा मामलो से। इस आदर्श रणनीति लिए अख़बार पढ़ना जरुरी है. उम्मेद्वारोकों इस परीक्षा के पेपर हमारी वेबसाइट से मिल जायेंगे और वे इनका उपयोग कर सकते है. सारे पढ़ने के साधन इस वेबसाइट पर निशुल्क उपलभ्द की गए है।
UPSC CSE has the following subjects for preparation:
परीक्षा
परीक्षा तीन भागों में है:
सिविल सेवा एप्टीट्यूड टेस्ट: यह दो 200 अंकों के पेपर है। 1/3 गलत उत्तर के लिए नकारात्मक अंक है । पेपर १ - मैं सामान्य अध्ययन औरपेपर २ में है - द्वितीय सामान्य योग्यता परीक्षा है। चूंकि सीसैट 2015 के पेपर - द्वितीय केवल 33% अंकों के लिए यह स्पष्ट करने की आवश्यकता के साथ योग्यता बन गया है। पेपर १ - मैं उम्मीदवार को जितने गन मिलते है वह अगले दौर के लिए पात्रता के बारे में फैसला करेगा। प्रीलिमिनरी परीक्षा के मार्क्स अंतिम मेरिट सूची में नहीं गिने जाते हैं। पेपर १ - मैं 100 MCQ की है और पेपर - द्वितीय में 80 है।
द्वितीय परीक्षा: इसमें 9 परीक्षण है जिनमें से 7, 250 अंकोंके पेपर हैं और 2, 300 अंको के हैं। 300 अंकों के पेपर एक भारतीय आदर्श रणनीति भाषा [उम्मीदवारों के पसंद की ] और अंग्रेजी के हैं । इन परीक्षाओ में २०-३०% अंको को लाना आदर्श रणनीति पड़ता है । इनमे मिले कोको अंतिम मेरिट सूची में नहीं गिने जाते हैं। 7 पेपर्स अनिवार्य हैं और इनके अंक अंतिम मेरिट सूची में गिने जाते हैं।
लोजपा-(रामविलास) ने जदयू मुक्त बिहार बनाने के रणनीति किया तैयार
लोजपा-(रामविलास) ने जदयू मुक्त बिहार बनाने के रणनीति तैयार किया है। आज लोजपा-(रा.) के राज्य मुख्यालय में पार्टी नेताओं कि बैठक में इस रणनीति पर गहन मंथन किया गया है। बिहार में बढ़ते अपराध खासकर, दलितों अतिपिछड़ों पर हो रहे जुल्म की घटना की गहन समीक्षा करने के बाद कहा गया कि बिहार सरकार में चुन-चुनकर दलितों पर अत्याचार किया जा रहा है।
पटना ,(पंजाब केसरी) : लोजपा-(रामविलास) ने जदयू मुक्त बिहार बनाने के रणनीति तैयार किया है। आज लोजपा-(रा.) के राज्य मुख्यालय में पार्टी नेताओं कि बैठक में इस रणनीति पर गहन मंथन किया गया है। बिहार में बढ़ते अपराध खासकर, दलितों अतिपिछड़ों पर हो रहे जुल्म की घटना की गहन समीक्षा करने के बाद कहा गया कि बिहार सरकार में चुन-चुनकर दलितों पर अत्याचार किया जा रहा है। भोजपुर, जिला में हाथ-पैर बाधकर दलित युवक को जिन्दा जलाने की घटना, पटना के बिहटा कंचनपुर गांव में दलितों को निर्मम हत्या किये जाने के घटना सहित बेगूसराय, समस्तीपुर, गोपालगंज, खगड़िया, अररिया, नवादा, सारण, बेतिया की घटना पर चर्चा की गई और कहा गया की राज्य में विधि व्यवस्था ध्वस्त हो चुका है। सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है और अनेकों जिलों में बालू माफिया और शराब माफिया खुलेआम पुलिस बल पर हमला कर रहे है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य के शासन व्यवस्था सभालने के बजाय अपनी पार्टी जनता दल यू को बचाने में पूरा समय लगा रहे आदर्श रणनीति है। बैठक में उपस्थित पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यानन्द शर्मा, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पाण्डेय, राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज अहमद कैफी, युवा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह उर्फ गबरू सिंह ने प्रेस को बताया कि नीतीश कुमार जितना प्रयास कर लें,जनता दल (यू) नाम की पार्टी बिहार में नही रहेगी इसका अस्तिव समाप्त हो रहा है जिसका शुरूआत मणिपुर और अरूणाचल से हो गया है। आज नीतीश कुमार आदर्श की बात कर रहे है कल भूल गय जब इन्होंने लोजपा को पांच बार तोड़ने का काम किया। इसके विधान पार्षद और सांसद को अपने दल में लगातार मिलाने का काम करते रहे। राजनीति में पाप और दूसरों को नुकसान पहुंचाये तब आदर्श की बात नही याद आती। जब अपने उपर पड़ता है तो आदर्श एवं नैतिकता की दुहाई देने लगते है। लोक जनशक्ति पार्टी-(रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष निरंतर प्रयास करके संगठन को ग्रास रुट तक पहुंचाया है। हम संगठन के बल 2025 में सरकार बनाएंगे और चिराग पासवान मुख्यमंत्री होगे।
आदर्श ग्राम योजना से बदलेगी 10 गांवों की सूरत
गोरखपुर ब्यूरो
Updated Tue, 02 Jul 2019 11:42 PM IST
आदर्श ग्राम योजना से बदलेगी 10 गांवों की सूरत
महराजगंज। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत चयनित गांवों की सूरत बदलने के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इन गांवों में पेयजल व्यवस्था से लेकर कौशल विकास योजना पर विशेष जोर रहेगा। गांव में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। इसके लिए विभागों के अधिकारी योजना तैयार करने में जुटे हैं।
इस योजना के तहत उन गांवों का चयन किया गया है, जहां 50 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति की आबादी निवास करती है। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत जिले के कलनही खुर्द, पचदेउरी, औसानी, शिकारपुर, कुसुमहां, माहेथा, पड़री खुर्द, बसंतपुर राजा, मठिया, सोनाबंदी गांव का चुनाव किया गया है। इसके लिए जिला अभिसरण समिति की गठन किया गया है। इसका अध्यक्ष डीएम को बनाया गया है। समिति में शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा समेत अन्य विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है। साथ ही हर गांव में समिति बनाकर ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्य आदि को शामिल किया जाएगा।
समाज कल्याण अनुभाग के वित्त विकास निगम सहायक प्रबंधक विजय चंद प्रसाद ने बताया कि चयनित गांव के विकास के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है। इसके बाद गांवों में विकास कार्य की रणनीति तैयार की जाएगी।
आदर्श नगर में बच्चा बेचने का गिरोह चला रहा था डॉक्टर, फर्जी खरीददार बन पुलिस ने किया गिरफ्तार
रोहिणी साउथ पुलिस ने नवजात शिशुओं की खरीद-फरोख्त में शामिल गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सोमवार को गिरोह के सरगना डॉक्टर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें नवजात बच्ची की मां भी शामिल है।
पर्जी खरीदार बन किया गिरफ्तार
रोहिणी साउथ के एसआई नीरज कुमार को सूचना मिली थी कि एक डॉक्टर नवजात बच्चों को बेचता है। वह दो महिला साथियों के साथ रोहिणी सेक्टर-3 में आने वाला है। जब डॉक्टर अपने साथियों के साथ पहुंचा तो हेडकांस्टेबल प्रदीप को खरीदार बनाकर भेजा गया। पेशगी के तौर रकम लेने पर एसआई नीरज की टीम ने छापा मारा तो एक डॉक्टर और तीन महिलाओं को दबोच लिया। इसमें एक महिला के पास एक माह की नवजात बच्ची भी मिली। पुलिस ने सरगना की पहचान डाक्टर संजय मलिक के तौर पर की। वह बीएएमएस है और आदर्श नगर में ग्लोबस अस्पताल संचालित करता है।