दलाल नुकसान

दलाल नुकसान
निवेशक इन दिनों दलाल पथ पर निवेश से मुनाफा कमाए जाने के लिए शेयरों के चयन को लेकर अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं। वे इसे लेकर ऊहापोह की स्थिति में हैं कि वे हाल में दलाल नुकसान अच्छा प्रदर्शन कर चुके शेयरों पर दांव लगाएं या फिर गिरावट का शिकार हुए शेयरों में पैसा लगाया जाए। यह चयन आसान नहीं है, क्योंकि पिछले तीन वर्षों में अच्छा प्रदर्शन कर चुके शेयर ऊंचे मूल्यांकन पर कारोबार कर रहे हैं।
कोटक इंस्टीट्ïयूशनल इक्विटीज के कार्यकारी निदेशक एवं प्रमुख संजीव प्रसाद ने कहा, 'निवेशकों को इस जोखिम के साथ शेयरों का चयन करना पड़ेगा कि खराब शेयरों में नुकसान हुआ है और यदि मौजूदा प्रतिकूल वृहद आर्थिक परिृदश्य बरकरार रहता है तो अच्छे शेयरों में भी उनका निवेश डूब जाएगा। Ó
पिछले एक साल में निवेशकों को जिन क्षेत्रों में निवेश पर मुनाफा कमाने में मदद मिली है, उनमें सूचना प्रौद्योगिकी, उपभोक्ता वस्तु क्षेत्र और फार्मास्युटिकल शामिल हैं। धातु, दलाल नुकसान बिजली, रियल एस्टेट और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों को पिछले तीन वर्षों में दबाव का सामना करना पड़ा है।
निवेशकों ने स्थिर आय परिदृश्य और अन्य क्षेत्रों की तुलना में बेहतर ऋण रिकॉर्ड की वजह से पिछले तीन वर्षों में उपभोक्ता वस्तु और फार्मा कंपनियों के शेयरों को चुना है। हालांकि समीक्षाधीन अवधि में इन शेयरों में बढ़त ने इनमें से ज्यादातर शेयरों का मूल्यांकन बढ़ा दिया है जिनमें हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईटीसी जैसे शेयर प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इसके अलावा निवेशक अब इसे लेकर भी आशंकित हैं कि क्या मौजूदा मूल्यांकन बरकरार रहेगा, क्योंकि खपत में सुस्ती के संकेत दिख रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि उन विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा इन शेयरों में बड़ी बिकवाली की जा सकती है जिनका इन कंपनियों में बड़ा निवेश लगा हुआ है।
फंड प्रबंधक कम मूल्यांकन के बावजूद धातु, बिजली और रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों को खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। उनका मानना है कि बाजार में मंदी इन क्षेत्रों के लिए शायद अभी खत्म नहीं हुई है। हालांकि उन्हें इन शेयरों में बड़ी गिरावट की संभावना नहीं दिख रही है, पर कंपनियों की आय कमजोर बने रहने का अनुमान है। एक यूरोपीय बैंक के स्वामित्व वाले म्युचुअल फंड के प्रबंधक ने कहा, 'कमजोर आय और सुस्त जोखिम पूंजी प्रवाह की वजह से इन शेयरों का प्रदर्शन अगले साल भी सुस्त बना रहेगा।Ó
यूपी के संभल में असदुद्दीन ओवैसी का विवादित बयान, सपा नेताओं को बताया 'दलाल' और सर्टिफाइड.
UP Elections: ओवैसी संभल के असमोली विधानसभा में AIMIM के शोषित वंचित समाज सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेताओं को 'दलाल और सर्टिफाइड भिखारी' बताया.
By: ABP Ganga | Updated at : 06 Jan 2022 01:24 PM (IST)
Asaduddin Owaisi on Samajwadi Party: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने समाजवादी पार्टी को लेकर विवादित बयान दिया है. ओवैसी संभल के असमोली विधानसभा में AIMIM के शोषित वंचित समाज सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेताओं को 'दलाल और सर्टिफाइड भिखारी' बताया.
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भड़के हुए हैं. उन्होंने अखिलेश यादव को दलाल नुकसान लेकर यहां तक कह दिया कि आप मुख्यमंत्री भी बने हैं तो मुसलमानों के खैराती वोट से बने हैं.
अखिलेश यादव के बयान से ओवैसी नाराज हैं
दरअसल, पिछले दिनों अखिलेश यादव ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में एआईएमआईएम से गठबंधन करने से इनकार कर दिया था. साथ ही कहा था कि किसी ऐसे साथी को गठबंधन में नहीं लिया है जिसपर बहुत ज्यादा आरोप लग रहे हों. अखिलेश यादव के इसी बयान से ओवैसी नाराज हैं. उन्होंने एक रैली में कहा, ''मैंने फैसला किया और फिर कह रहा हूं कि कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर किसी से भी गठबंधन करने के लिए तैयार हैं, तो एबीपी चैनल पर अखिलेश यादव से पत्रकार ने सवाल किया कि ओवैसी से समझौता क्यों नहीं कर लेते हैं? तो अखिलेश ने जवाब दिया दलाल नुकसान कि ओवैसी पर बहुत से इल्जाम लगते हैं.''
हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, ''अखिलेश साहब. इल्जाम तो हमपर ही लगता है न, आप पर तो कुछ नहीं लगता है. रीवर फ्रंट आप बनाए. आप पर कोई इल्जाम नहीं. लखनऊ से कानपुर रोड आप बनाए कोई इल्जाम नहीं. आपने सबकुछ किया. आपकी 10-10 अंगुलियां घी में थी. मगर आजम पर आरोप लगा बकरी चोरी और भैंस चोरी का. ये इल्जाम सिर्फ हमपर लगता है. ये 60 साल से इल्जाम हमपर लगता है. कभी आतंकवाद का, कभी फिरकापरस्ती का, कभी पुलिस को मारने का, तो कभी किसी और इल्जाम का. इल्जाम तो भारत के मुसलामानों के मुकद्दर का हिस्सा बन चुका है.''
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Published at : 06 Jan 2022 01:24 PM (IST) Tags: AIMIM Asaduddin Owaisi Samajwadi Party Akhilesh Yadav up election UP assembly election 2022 up election 2022 Election 2022 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: States News in Hindi
दलाल नुकसान
एसीबी दलाल नुकसान की गिरफ्त में आरोपी।
भीलवाड़ा। एसीबी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए माइनिंग इंजीनियर को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। परिवादी ने शिकायत दी कि आरोपी माइनिंग इंजीनियर गोपाल लाल ने उसकी खान की लीज को बदलने की एवज में दलाल लक्ष्मण धाकड़ के जरिए 25 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की, जिसमें से 10 लाख रुपए पहले ही ले चुका है। इस पर एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन कर ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया।
एसीबी टीम ने बुधवार को 4 लाख रुपए लेते हुए दलाल लक्ष्मण धाकड़ को रंगे हाथों दबोचा और उसके बाद माइनिंग इंजीनियर को भीलवाड़ा से गिरफ्तार किया। एसीबी टीम आरोपी माइनिंग इंजीनियर के बेगूं स्थित पैतृक आवास और भीलवाड़ा में घर पर तलाशी में जुटी है।
हरियाणा में टिड्डी दल का हमला, मंत्री बोले- सरकार को 6 महीने पहले से पता था
हरियाणा के गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में टिड्डी दलों ने हमला किया है. हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल रेवाड़ी ने नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने दावा किया है कि प्रभावित इलाकों में स्प्रे कराया जा रहा है.
सतेंदर चौहान
- रेवाड़ी,
- 27 जून 2020,
- (अपडेटेड 27 जून 2020, 2:37 PM IST)
- हरियाणा के किसानों पर टिड्डी दलों का कहर
- फसल पर संकट, किसानों की बढ़ी मुश्किलें
उन्होंने कहा कि सरकार को 6 महीने पहले पता था कि पाकिस्तान की ओर से टिड्डियों का दल भारत की ओर आ रहा है. लेकिन सरकार को लगा कि टिड्डियों का रुख राजस्थान और मध्य प्रदेश की ओर जा रहा है. यह तो हरियाणा का सौभाग्य है कि टिड्डी दल ने 6 महीने बाद दस्तक दी है.
उन्होंने किसानों को यह संदेश दिया कि किसान अपने खेतों में टिड्डियों को न बैठने दें और इनका प्रजनन रोकने की कोशिश करें. किसान अपने खेतों की खुद देखभाल करें.
किसानों का टिड्डी दलों के हमले के मामले में कहना है कि अगर सरकार को 6 महीने पहले पता था तो इन्हें रोकने की कोशिश क्यों नहीं की गई. सरकार ये किसानों का सौभाग्य बता रही है कि 6 महीने बाद किसानों का नुकसान हुआ है. सरकार ने किसानों को बर्बादी की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है.
गौरतलब है कि टिड्डी दलों ने शनिवार को ही गुरुग्राम में भी धावा बोला है. साइबर सिटी के ऊपर आसमान में टिड्डियों के चलते बादल छाने जैसी स्थिति हो गई. गुरुग्राम के पास के राजेंद्र पार्क, सूरत नगर, लक्ष्मण विहार, दौलताबाग फ्लाईओवर पर टिड्डियों ने लाखों की संख्या में धावा बोल दिया.
स्थानीय लोग तेज आवाज करके टिड्डी दलों को भगाने की कोशिश कर रहे हैं. फसलों के ऊपर टिड्डी दलों को मंडराते देखकर किसान परेशान हैं और उन्हें भगाने की कोशिशों में जुटे हैं. किसान पटाखे, टिन के डिब्बे बजाकर और धुएं के जरिए टिड्डियों को भगाने की कोशिशों में जुटे हैं. टिड्डी दलों के लगातार हमले से किसान परेशान हैं.