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पैसा कमाने के लिए निवेश कहां करें

पैसा कमाने के लिए निवेश कहां करें

PPF आपको बनाएगा करोड़पति! बस जमा करने होंगे 411 रुपये, जाएं कैसे होगा ये, यहां पूरा गणित समझें

नई दिल्ली: आज के समय को सभी को पैसा बचाना चाहिए। इसके लिए निवेश ही बेहतरीन ऑप्शन माना जाता है। वैसे निवेश करने के लिए कई तरीके हैं। हम आपको एक ऐसा ही तरीका बताते हैं जिसमें पैसा सुरखित रहेगा और ब्याज भी बेहतरीन मिलता है। यह एक सरकारी स्कीम है। इसका नाम पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) है, जिसे PPF भी कहते हैं।

बता दें कि यह काफी पॉपुलर स्मॉल सेविंग स्कीम (Small Saving Scheme) है। लोग इसपर भरोसा भी करते हैं और ज्यादा से ज्यादा पैसा लगाते है। दरअसल इसमें निवेश पर पैसा डूबता नहीं है बल्कि ज्यादा सुरक्षित रहता है, क्योंकि केंद्र सरकार की इसमें गारंटी होती हो। चलिए जानते हैं PPF योजना की खूबियां।

PPF में कितना निवेश करना होगा?

PPF में सालाना कम से कम 500 रुपये का निवेश किया जा सकता है और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। एक साल में 1.5 लाख रुपये से ज्यादा जमा किए गए पैसे पर कोई पैसा नहीं मिलता है। आप चाहते तो यह पैसा एकसाथ या फिर किश्तों में जमा कर सकते हैं। इसके लिए कोई सीमा नहीं तय नहीं है।

PPF पर कितना ब्याज मिलता है?

बैंक और पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposite) की तुलना में पब्लिक प्रोविडेंट फंड में ज्यादा ब्याज मिलता है। इस समय PPF पर सरकार सालाना 7.1 फीसदी ब्याज ऑफर कर रही है। ब्याज चक्रवृद्धि मिलता है, जिसका सालाना आधार पर आंकलन होता है। ब्याज का भुगतान हर साल मार्च में किया जाता है। ब्याज दरों की समीक्षा हर तीन महीने में की जाती है। हालांकि ब्याज को लेकर अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय का होता है।

PPF पर टैक्स छूट का फायदा मिलता है?

टैक्स के मामले देखें तो यह अच्छी स्कीम है। दरअसल इसे टैक्स छूट के मामले में बेहतरीन स्कीम माना जाता है। इसलिए यह स्कीम नौकरी-पेशा लोगों में काफी पॉपुलर है। इसमें इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट ली जा सकती है। जिसके लिए अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये तक है। देखें तो PPF में निवेश, उसपर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पूरी होने पर मिलने वाली रकम, तीनों पूरी तरह टैक्स मुक्त होती हैं। PPF में 15 साल के लिए निवेश कर सकते हैं।

PPF में कितने साल तक निवेश करना होता है?

सरकारी नियम के मुताबिक पीपीएफ स्कीम में 15 साल तक के लिए निवेश करना होता है. अगर आप मैच्‍योरिटी के बाद भी जारी रखना चाहते हैं, तो फिर ऐसी स्थिति में PPF अकाउंट को 5-5 साल के लिए एक्सटेंड कर सकते हैं. पीपीएफ एक्‍सटेंशन के लिए मैच्‍योरिटी से एक साल पहले ही आवदेन देना होगा.

PPF से बीच में पैसे कैसे निकाल सकते हैं?

इस स्कीम में मैच्‍योरिटी का समय 15 साल होता है। पर आप इसमें इमरजेंसी के समय 50 फीसदी जमा रकम निकाल सकते हैं। बस शर्त यह है कि खाता खोलने के 6 साल पूरे होने चाहिए। यानी 6 साल बाद ये रकम निकाल सकते हैं।

पीपीएफ में जमा राशि पर लोन की भी सुविधा है?

आप PPF खाता खोलकर और उसे तीन साल तक चलकर इसपर लोन ले सकते हैं। देखा जाए तो लोन की यह सुविधा 3 साल से लेकर छठे साल तक उपलब्ध होती है। वैसे पहला लोन लोन बन होने के बाद ही दूसरे लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। बता दें कि PF अकाउंट में जमा रकम का 25 फीसदी ही लोन ले सकते हैं। PPF पर लिए गए ब्याज पर 2 फीसदी अधिक ब्याज चुकाना पड़ता है। जैसे- इस समय PPF पर ब्याज 7.1 फीसदी है तो लोन पर खाताधारक को 9.1 फीसदी ब्याज देना होगा। लोन चुकाने के लिए अधिकतम समय 36 महीने होगा।

PPF खाता कौन और कहां से खुलवा सकते हैं?

आप PPF खाता पोस्ट ऑफिस के साथ सभी सरकारी और प्राइवेट बैंकों में खुलवा सकते हैं। बस इसके लिए भारतीय नागरिक होना चाहिए। वहीं आप नाबालिग बच्चों के नाम पर PPF खाता खुलवा सकते हैं। हालांकि इसका पूरा कंट्रोल अभिवावक के पास रहेगा।

क्या PPF अकाउंट को बंद करवा सकते हैं?

नियमों के अनुसार PPF खाता खोलने के 5 साल तक खाता बंद नहीं कर सकते हैं। इसके आलावा कुछ मामले हैं जब खाता बंद कराया जा सकता है। जैसे- खाताधारक, पति या पत्नी, आश्रित बच्चों या माता-पिता को प्रभावित करने वाली खतरनाक बीमारियों से घिरे हों। ऐसे मामलों में खाता बंद करने के लिए मेडिकल दस्तावेजों की जरूरत होती है। इसके अलावा खाताधारक की मौत पर अकाउंट अपने आप बंद हो जाता है।

PPF में पैसे जमा करने को लेकर ये एक खास नियम है?

आपको PPF खाते में पैसा हमेशा हर महीने की 5 तारीख को करना चाहिए, जिससे आपको उस पूरे महीने का ब्याज मिलेगा। पर अगर आप PPF खाते में 6 तारीख या उस महीने की आखिरी तारीख तक पैसा जमा करते हैं तो फिर उसपर ब्याज अगले महीने से जुड़ेगा। ब्याज की 5वें दिन की समाप्ति और हर महीने की अंतिम दिन पर न्यूनतम शेष रकम पर की जाती है।

PPF से कैसे करोड़पति बन सकते हैं?

इस सरकारी स्कीम में थोड़ा-थोड़ा पैसा जमाकर करोड़पति बना जा सकता है। इसमें सिर्फ 411 रुपये रोजाना यानी सालाना 1.5 लाख रुपये जोड़कर 25 साल में मौजूदा ब्याज दर 7.1 फीसदी के आधार पर 1.3 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं।

Saral Pension Yojana: मात्र 1 किस्त दें और जीवन भर करें आराम, जानें कैसे

LIC Saral Pension Yojana, LIC Saral Pension Scheme

LIC में आपके द्वारा जमा किया गया सारा पैसा पूरी तरह से सेफ माना जाता है

आम आदमी से लेकर बड़े बड़े अधिकारी तक LIC की योजनाओं में निवेश करते हैं.

कहीं पर भी निवेश करने से पहले नियम व शर्ते जरूर जान लें

LIC Saral Pension Scheme: आज तक आपने हमेशा सुना होगा कि पेंशन 60 साल या उससे अधिक वाले लोगों को ही दी जाती है. लेकिन आज हम पैसा कमाने के लिए निवेश कहां करें आपको एक ऐसी स्कीम के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर आपको पेंशन के लिए इतना लंबा इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. दरअसल, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की तरफ से एक शानदार प्लान लॉन्च किया गया है, इसके तहत एकमुश्त राशि जमा करने पर आपको महज 40 साल की उम्र से ही पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो जाता है. तो चलिए जानते हैं इस योजना के बारे में.

क्या है सरल पेंशन योजना?

LIC की तरफ से जारी की गई इस योजना का नाम सरल पेंशन योजना (Saral Pension) है. आपको बता दें कि ये एक सिंगल प्रीमियम पेंशन प्लान है, जिसमें पॉलिसी लेते समय एक बार प्रीमियम भरने की जरूरत होती है. इसके बाद ताउम्र आपको पेंशन का लाभ मिलता रहेगा. बता दें कि पॉलिसी धारक की मृत्यु होने की स्तिथि में नॉमिनी को सिंगल प्रीमियम की राशी लौटा दी जाती है. सरल पेंशन योजना एक इमीडिएट एन्यूटी प्लान है, यानी पॉलिसी लेते ही आपको पेंशन मिलना प्रारंभ हो जाती है. इस पॉलिसी को लेने के बाद जितनी पेंशन से शुरुआत होती है, उतनी ही पेंशन लाइफटाइम मिलती है.

पॉलिसी में निवेश करने के दो विकल्प मौजूद

LIC की सरल बीमा पॉलिसी में निवेश करने के लिए दो तरह के निवेश विकल्प दिए जाते हैं. पहला है लाइफटाइम निवेश ऑप्शन. वहीं दूसरा ऑप्शन है, ज्वाइंट लाइफ लास्ट सर्वाइवर एन्युटी (Joint Life Last Survivor Annuity). पहले ऑप्शन के तहत अगर किसी पॉलिसी होल्डर की मौत हो जाती है, तो उसके एन्युटी के पैसे बंद हो जाते हैं और निवेश की गई राशि नॉमिनी को दे दी जाती है. वहीं दूसरे प्लान में एक व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी जीवनसाथी को एन्युटी के पैसे मिलने की प्रक्रिया लागू रहती है. वहीं दोनों की मृत्यु होने की स्तिथि में निवेश के पूरे पैसे नॉमिनी को मिल जाते हैं.

पेंशन पाने के लिए उपलब्ध हैं 4 विकल्प

इस योजना में निवेश करके आप 4 तरीके से रिटर्न हासिल कर सकते हैं. पहले तरीके के अनुसार, आप मासिक आधार पर पेंशन ले सकते हैं. दूसरा 3 महीने, तीसरा 6 महीने और फिर सलाना आधार पर भी आप पेंशन प्राप्त कर सकते हैं. इस स्कीम के तहत हर महीने पेंशन के रूप में 1,000 रुपये, 3 महीने पर 3,000 रुपये, 6 महीने पर 6,000 रुपये और सलाना के आधार पर 12,000 रुपये की पेंशन धारक को मिलती है.

Investment Tips - निवेश करने से पहले जरूर जान लें निवेशक ये 5 बात, वरना होगा बड़ा नुकसान

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HR Breaking News, Digital Desk- निवेश की शुरुआत जितनी कम उम्र में की जाए आगे चलकर उतना ही लाभ होता है. निवेश सलाहकार भी हमेशा यही कहते हैं कि रेगुलर इनवेस्टमेंट जितनी जल्दी शुरू करेंगे उतना ही बेहतर होगा. लेकिन लेकिन नए निवेशक कई बार ऐसे फैसले कर बैठते हैं, जिससे उन्हें फायदे की जगह नुकसान उठाना पड़ सकता है. यहां हम आपको उन पांच गलतियों के साथ-साथ उनसे बचने के उपाय भी बता रहे हैं, जिन पर अमल करके नए और युवा निवेशक भी अपने इनवेस्टमेंट पर बेहतर और सुरक्षित रिटर्न हासिल कर सकते हैं.


फाइनेंशियल लिटरेसी की कमी-


फाइनेंशियल लिटरेसी पर ध्यान न देना बहुत बड़ी गलती है. कई बार नए और युवा निवेशक इस मामले में चूक कर जाते हैं. उन्हें इस बात की जानकारी नहीं होती कि उन्हें अपनी आमदनी का कितना हिस्सा कैसे और कहां निवेश करना चाहिए. उन्हें कंपाउंडिंग रिटर्न की खूबियों और निवेश में मौजूद रिस्क को बारे में पता नहीं होता है. इस जानकारी के अभाव में वे कई बार अपना बड़ा नुकसान कर बैठते हैं. अगर निवेश का फैसला करने से पहले आप पर्सनल फाइनेंस और निवेश की बारीकियों को अच्छी तरह से समझ लेंगे तो इस नुकसान से बचा जा सकता है. इसके लिए निवेश के बारे में जानकारी देने वाली किताबें पढ़ सकते हैं या फिर ऑनलाइन या ऑफलाइन सलाह देने वाले विशेषज्ञों की मदद ली जा सकती है.


वित्तीय लक्ष्य और निवेश का प्लान तय न होना-


इनवेस्टमेंट के बारे में फैसला करते समय युवा निवेशक दूसरी बड़ी गलती तब करते हैे, जब उनके सामने निवेश का लक्ष्य और उसे हासिल करने का पैसा कमाने के लिए निवेश कहां करें पूरा रोडमैप नहीं होता है. अगर निवेश का टार्गेट ही तय नहीं है, तो बेहतर नतीजे मिलने की उम्मीद भी नहीं की जा सकती. अगर आप अपने निवेश करने को लेकर सीरियस हैं तो उसकी प्लानिंग अच्छी तरह से करें. समय देकर रिसर्च करें और तय करें कि आपके निवेश का लक्ष्य क्या है? निवेश एक स्ट्रैटेजी के तहत करें और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए एसेट जुटाएं.

रातों-रात मुनाफा कमाने के लालच से बचें-


शार्ट-टर्म गेन यानी कम से कम समय में मुनाफा हो जाए तो सबको अच्छा लगेगा. लेकिन हकीकत में ऐसा कम ही होता है. कई बार नौजवान किसी मशहूर शख्सियत या अपने किसी परिचित व्यक्ति के बेहद कम समय में अचानक हुई तरक्की को देखकर सोच लेते हैं कि वे भी निवेश करके रातों-रात अमीर हो जाएंगे. लेकिन बिना सोचे समय हड़बड़ी में उठाया गया कदम उनके लिए नुकसानदेह साबिक हो सकता है. युवाओं के लिए ये समझना बेहद जरूरी है कि निवेश एक लांग-टर्म डील है. इसके लिए संयम बहुत जरुरी है. जब आप किसी स्कीम में निवेश करते हैं तो प्रॉफिट मिलने में वक्त लगता है. आपका ध्यान फौरन मुनाफे कमाने पर नहीं, बल्कि बेहतर स्कीम में निवेश करने पर होना चाहिए, जो समय के साथ ग्रो करे और आपके भविष्य के लिए फाइनेंशियल सिक्योरिटी यानी वित्तीय सुरक्षा भी मुहैया कराए.

निवेश में डायवर्सिफिकेश का ध्यान रखें-


आपको अपनी सारी बचत किसी एक ही स्कीम में निवेश करने से बचना चाहिए. अगर आप अपनी पूंजी को अलग-अलग योजनाओं और इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं, तो पैसे डूबने या खराब रिटर्न मिलने का रिस्क घटता है. मान लीजिए कोई एक स्कीम फेल भी हो जाए या उसका परफार्मेंस उम्मीद से कम हो, तो उसके नुकसान की भरपाई पैसा कमाने के लिए निवेश कहां करें दूसरी जगह किए गए निवेश से की जा सकती है.

भावनाओं में बहकर न करें निवेश का फैसला-


वित्तीय निवेश के मामलों में भावनाओं से काम न लें. जब भी आप निवेश करने की सोचे उससे जुड़ी जानकारियां जुटाएं. निवेश संबंधी रिसर्च करें और अपडेटेड रहें. इसके लिए फाइनेंशियल टर्म्स और कंसेप्ट्स की बुनियादी जानकारी होना बेहद जरुरी है. निवेश के बारे में कोई भी फैसला करने से पहले इकॉनमी, शेयर मार्केट या ग्लोबल मार्केट में हो रहे उतार-चढ़ावों और रुझानों को समझना भी जरूरी है.

वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त पैसा कमाने के लिए निवेश कहां करें करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.

म्यूचुअल फंड

म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम

रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त करना चाहते हैं.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड

पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.

एनपीएस

एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.

रियल एस्टेट

रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करता है.

गोल्ड बॉन्ड्स

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.

आरईआईटीएस

आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.

क्रिप्टो

क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

जोखिम उठाने की क्षमता आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.

अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.

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Banana Chips Business : हजार रुपये रोज कमाना है तो शुरू करें यह बिजनेस, नहीं करना पड़ेगा ज्‍यादा निवेश

Banana Chips Business : केले के चिप्स बनाने का व्यवसाय ( Banana Chips Business ) एक लाभदायक व्यवसाय है ! अभी तक केवल छोटी कंपनियां ही केले के चिप्स ( Banana Chips ) बना रही हैं और बेच रही हैं ! अभी इस क्षेत्र में ज्यादा प्रतिस्पर्धा नहीं है ! हर जगह केले के चिप्स की मांग ( Banana Chips Demand ) दिनों दिन बढ़ती जा रही है ! इसलिए आपको अपने उत्पाद को बाजार में बेचने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी !

Banana Chips Business

खास बात यह है कि केले के चिप्स बनाने की यूनिट लगाने के लिए आपको ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने होंगे ! आप यह व्यवसाय शुरुआत ( Start Banana Chipss Business ) में बहुत छोटे स्तर पर शुरू कर सकते हैं ! व्रत और त्योहारों पर इनकी काफी मांग रहती है ! इसलिए अगर आप इस Business को शुरू करते हैं तो अच्छा मुनाफा ( Profit ) हो सकता है !

इन चीजों की होगी जरूरत

केले के चिप्स बनाने ( Banana Chips Making ) की इकाई लगाने के लिए आपके पास 5000 वर्ग गज जगह होनी चाहिए ! चिप्स बनाने के लिए कुछ खास मशीनों की जरूरत होती है ! इसे बनाने के लिए केले को धोने के लिए एक टैंक की जरूरत होगी ! और केले को छीलने के लिए एक मशीन खरीदनी होगी ! इसके अलावा केले को चिप्स के रूप में काटने, तलने और मसाले डालने के लिए एक मशीन की जरूरत पड़ेगी ! आपको पैकिंग के लिए पैकेजिंग मशीन भी खरीदनी होगी !

ये मशीनें आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं ! आप इन्हें ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं ! इसके लिए आपको इंडिया मार्ट या अलीबाबा की वेबसाइट पर सर्च करना होगा ! मशीन खरीदने से पहले उसकी अच्छी तरह जांच कर लेनी चाहिए ! इस बिज़नेस ( Banana Chips Business ) में शुरुआत में आप छोटी-छोटी मशीनें खरीदकर अपना काम शुरू कर सकते हैं ! इन मशीनों पर करीब 70 हजार रुपये खर्च होंगे ! चिप्स बनाने के लिए कच्चे केले, चिप्स में इस्तेमाल होने वाले तेल और मसालों की जरूरत पड़ेगी ! आपको पैकिंग के लिए पैकेजिंग सामग्री भी खरीदनी होगी !

50 किलो चिप्स बनाने की लागत : Banana Chips Business Cost

चिप्स फ्रायर मशीन चलाने के लिए कम से कम 1,000 रुपये के केले होना ! और 1,000 रुपये के कुकिंग ऑयल, कम से कम 1,000 रुपये के डीजल चाहिए ! और 50 किलो चिप्स बनाने के लिए करीब 200 रुपये के मसालों की जरूरत होगी ! इस तरह 3200 रुपये में 50 किलो चिप्स बनकर तैयार हो जाएंगे ! यह केला चिप्स बिज़नेस ( Banana Chips Business ) आसानी से आप कर सकते है !

कितनी होगी कमाई?

इस लाभदायक व्यवसाय ( Profitable Banana Chips Business ) में एक किलो चिप्स के पैकेट की कीमत 70 रुपये होगी ! जिसमें पैकिंग खर्च भी शामिल है ! इसे आप आसानी से 90-100 रुपये प्रति किलो में बेच ( Sell ) सकते हैं ! भले ही 20 रुपये प्रति किलो का लाभ हो और आप रोजाना 50 किलो चिप्स बेच सकें ! आप प्रति दिन 1000 रुपये का लाभ कमा ( Profit ) सकते हैं ! जैसे-जैसे आपके उत्पाद की खपत बढ़ेगी, वैसे-वैसे आपकी कमाई ( Earning ) भी बढ़ेगी !

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