रुझान या बाजार में हेरफेर

हुसैन ने इंडिया टुडे के इंवेस्टीगेटिव रिपोर्टर को बताया, 'उस अवधि में सिर्फ एक टैक्नेशियन ही दिक्कत रुझान या बाजार में हेरफेर को ठीक करने के लिए वहां गया था. अगर मैं गहराई से देखूं और अपने राजनीतिक चोले को अलग रख दूं तो मैं यही कहना चाहूंगा कि वो सिर्फ तकनीकी खामी थी.' कांग्रेस के भोपाल जिला महासचिव हुसैन ने पूरा जोर लगाकर ये दावा भी किया कि स्ट्रॉन्गरूम की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता.
UP Election Result 2022: चुनाव भर चर्चा में रहे राजभर, अब रुझानों में सूपड़ा साफ होने के आसार, साथ ही जानें- RLD की हालत
By: ABP Live | Updated at : 10 Mar 2022 11:22 AM (IST)
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर (फाइल फोटो)
Om Prakash Rajbhar: यूपी में पूरे चुनावभर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहे ओम प्रकाश राजभर चुनावी मैदान में अपनी पकड़ खोते जा रहे हैं. वहीं राष्ट्रीय लोक दल यानी आरएलडी को भी कांटे की टक्कर मिल रही है. जहां एक ओर ओम प्रकाश राजभर खुद तो आगे चल रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी के अन्य उम्मीदवारों के लिए रास्ता आसान नहीं लग रहा है. वहीं बीते दिन ओम प्रकाश राजभर ने ईवीएम को लेकर सवाल उठाया था, साथ ही सरकार पर कई आरोप भी लगाए थे. इस बीच बता दें कि आरएलडी 7 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं सुभासपा सिर्फ 4 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है.
मतगणना स्थल पर लोगों को डटे रहने की दी थी सलाह
MP में EVM से हेरफेर के आरोपों को लेकर कांग्रेस के झांसे का पर्दाफाश
- भोपाल,
- 10 दिसंबर 2018,
- (अपडेटेड 10 दिसंबर 2018, 8:52 PM IST)
अब हर चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) को लेकर विवाद खड़ा होना ट्रेंड सा बन गया है. इंडिया टुडे की जांच से सामने आया कि इन मशीनों में हेरफेर से जुड़े आरोपों को लेकर जितना भी हो-हल्ला हो लेकिन उन्हें तथ्यों के आधार पर ही लिया जाना चाहिए. जरूरी नहीं कि जो कुछ कहा जा रहा है वो सच ही हो.
मध्य रुझान या बाजार में हेरफेर प्रदेश में कांग्रेस के राष्ट्रीय और राज्य स्तर के वरिष्ठ नेताओं ने EVMs से कथित छेड़छाड़ की संभावित कोशिशों को लेकर अलार्म बजाया. दरअसल भोपाल जेल में 30 नवंबर को बिजली आपूर्ति बंद होने पर CCTV में कुछ देर के लिए रुकावट आई थी. ये घटना उस हॉल में हुई जहां EVMs को मतदान के बाद कड़ी सुरक्षा में रखा गया है.
क्रिप्टो बाजार में कुछ प्रभावशाली लोग जिन्हें आपको ट्विटर पर फॉलो करना चाहिए
इसके अलावा, केओएल बाजार के फैसले भी करते हैं, बाजार के रुझान की भविष्यवाणी करते हैं या कुछ केओएल तकनीकी विश्लेषक रुझान या बाजार में हेरफेर भी हैं। संक्षेप में, केओएल जानकारी के स्रोत हैं जिनका निवेशक उल्लेख कर सकते हैं और हमें उनके हर कदम का पालन करना चाहिए (याद रखें कि फॉलो करें, फॉलो न करें)।
क्रिप्टो स्पेस में सबसे अधिक अनुयायियों वाले कुछ KOL का सारांश नीचे दिया गया है:
माहौल पूरी तरह से एनडीए के पक्ष में, नहीं मिल रहे कांग्रस को बोली लगाने वाले: सट्टा बाजार
Reported by: IANS
Published on: April 27, 2019 9:57 IST
माहौल पूरी तरह से एनडीए के पक्ष में, नहीं मिल रहे कांग्रस को बोली लगाने वाले: सट्टा बाजार
आगरा: राजनीतिक रुझानों पर दांव लगाने के लिए कुख्यात आगरा के सट्टा बाजार में लोकसभा चुनाव के सातों चरण को लेकर गर्मी साफ देखी जा सकती है। अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि हार-जीत और सीटों के अंतर को लेकर बहुत बड़े-बड़े दांव लगाए गए हैं। बेलागंज क्षेत्र के रुझान या बाजार में हेरफेर नंदन गुरु के अनुसार, "पूरी तरह से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पक्ष में माहौल है। कांग्रस को बोली लगाने वाले नहीं मिल रहे है। सट्टेबाजों की नजर रुझान या बाजार में हेरफेर में उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन भी मजबूत है और इन पर अच्छा खासा पैसा लगाया गया है।"
बिहार में जब मंच पर राहुल से मिले मिले राहुल गांधी, फिर हुआ कुछ ऐसा
हरि गोपाल के अनुसार भैरों बाजार में दांव लगाने वाले थोड़ा अतिरिक्त सर्तक हैं और सावधानी बरत रहे हैं। लेकिन, राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी को लेकर नकारात्मक ट्रेंड है। हाल के महीनों में स्थानीय पुलिस प्रमुख अमित पाठक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को ध्यान में रखते हुए सट्टेबाजों पर अधिक सख्त रहे हैं। कई पकड़े भी गए हैं। खुद को इस सबसे दूर रखने वाले जौहरी बाजार के दुकानदार बांके लाल ने कहा, "कई लोग बिना किसी सही पहचान के फर्जी नाम से काम कर रहे हैं।"
सट्टा इस बात पर भी लगाया जा रहा है कि क्या राजग को 325 से ज्यादा सीटें मिलेंगी, या क्या बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव को छोड़कर राजग में शामिल होंगी। स्थानीय स्तर पर, फतेहपुर सीकरी से कांग्रेस के उम्मीदवार राज बब्बर ने कुछ समर्थन हासिल करने में कामयाबी हासिल की है, रुझान या बाजार में हेरफेर लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार राज कुमार चाहर पर अभी भी अधिक भाव लग रहा है।
MP में EVM से हेरफेर के आरोपों को लेकर कांग्रेस के रुझान या बाजार में हेरफेर झांसे का पर्दाफाश
- भोपाल,
- 10 दिसंबर 2018,
- (रुझान या बाजार में हेरफेर अपडेटेड 10 दिसंबर 2018, 8:52 PM IST)
अब हर चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) को लेकर विवाद खड़ा होना ट्रेंड सा बन गया है. इंडिया टुडे की जांच से सामने आया कि इन मशीनों में हेरफेर से जुड़े आरोपों को लेकर जितना भी हो-हल्ला हो रुझान या बाजार में हेरफेर लेकिन उन्हें तथ्यों के आधार पर ही लिया जाना चाहिए. जरूरी नहीं कि जो कुछ कहा जा रहा है रुझान या बाजार में हेरफेर वो सच ही हो.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के राष्ट्रीय और राज्य स्तर के वरिष्ठ नेताओं ने EVMs से कथित छेड़छाड़ की संभावित कोशिशों को लेकर अलार्म बजाया. दरअसल भोपाल जेल में 30 नवंबर को बिजली आपूर्ति बंद होने पर CCTV में कुछ देर के लिए रुकावट आई थी. ये घटना उस हॉल में हुई जहां EVMs को मतदान के बाद कड़ी सुरक्षा में रखा गया है.