गोल्ड अकाउंट

ताकि उनके बुरे समय में वो काम आ सकें। लेकिन आज गोल्ड अकाउंट के समय में गोल्ड खरीदना हर किसी के बस की बात नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि सोने की कीमत इन दिनों काफी ऊपर पहुंच चुकी है जिसमें उतार चढ़ाव तो आते रहते है लेकिन एक साथ इतनी राशि इकट्ठी कर पाना आम जनता के बस की बात नहीं गोल्ड अकाउंट है। ऐसे में गोल्ड सेविंग अकाउंट आम लोगों के गोल्ड को खरीदने या उसे बुरे समय में उपयोग करने का काम कर सकता है।
क्या है गोल्ड सेविंग अकाउंट?
बैंक में आपने अब तक सेंविग अकाउंट, करंट अकाउंट, फिक्स डिपोर्जिट अकाउंट के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आपने गोल्ड सेविंग अकाउंट – Gold Savings Account के बारे में सुना है ये योजना अभी हमारे देश में ज्यादा प्रचलित नहीं है जिस वजह से बहुत सारे लोग इसका फायदा नहीं उठा पा रहे है। लेकिन भारत सरकार जल्द जन धन अकाउंट की ही तरह हर व्यक्ति का गोल्ड अकाउंट खोले की तैयारी कर रही है। जिसके लिए कैंबिनेट की गोल्ड अकाउंट मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है।
सरकार ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि सरकार गोल्ड के अत्यधिक इंपोर्ट में लगाम लगाना चाहती है। लेकिन आम गोल्ड अकाउंट लोगों के लिए गोल्ड सेविंग अकाउंट – Gold Savings Account के बहुत सारे फायदे है। और जैसा कि आप जानते ही है कि सोना हर किसी के लिए मूल्यवान है इसलिए प्राचीन समय में लोग अपनी गोल्ड अकाउंट सेंविगस से अक्सर सोने के गहने या सिक्के बनवा लिया करते थे।
क्या है गोल्ड सेविंग अकाउंट? – Gold Savings Account
गोल्ड सेविंग अकाउंट भी आम अकाउंट की ही तरह बैंक की किसी भी ब्रांच से खोला जा सकता है। और कोई भी व्यक्ति इसे खुलवा सकता है। लेकिन आम अकाउंट की पासबुक में जहां आपकी कुल जमा धनराशि लिखी नजर आती है।
वहीं गोल्ड अकाउंट की पासबुक में आपके दारा जमा किए हुए पैसे से उस दिन सोने के बाजार भाव के अनुसार जितना ग्राम सोना खरीदा जा सकता है उतने ग्राम सोना आपके पासबुक पर चढ़ा दिया जाता है जैसे कि मान लीजिए कि बाजार में सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 32,000 हजार रुपये है। और आपने अपने गोल्ड सेविंग अकाउंट में 16,000 हजार रुपये जमा कराये है तो आपकी पासबुक पर गोल्ड अकाउंट 5 ग्राम सोना प्रिंट होकर आएगा।
गोल्ड सेविंग अकाउंट के फायदे – Benefits of Gold Savings Account
- गोल्ड सेविंग अकाउंट में जमा पैसे के बराबर का सोना मिलेगा। इसे आपको ये फायदा होगा कि अगर भविष्य में सोने की कीमत बढ़ती है तो आपके अकाउंट में जमा सोने के दाम में भी अपने आप इजाफा हो जाएगा।
- गोल्ड सेविंग अकाउंट के ग्राहकों को साला 2.5 फीसदी तक का ब्याज मिलेगा।
- गोल्ड सेविंग अकाउंट गोल्ड अकाउंट से आप आपके अकाउंट में जमा सोने के अनुसार पैसे या सोना निकाल सकते है। वो आप पर निर्भर करता है।
- पैसे की निकासी के समय जितना गोल्ड मिलेगा उस पर किसी भी तरह की इंपोर्ट ड्यूटी भी लागू नहीं होगी।
- इसके अलावा पैसे निकालने पर कैपिटल गेन्स टैक्स भी नहीं लगेगा।
- इस अकाउंट सिर्फ एक जो मुख्य जोखिम है वो ये कि अगर आपकी जरुरत के समय गोल्ड की बाजार कीमत घटी तो आपको उसके पैसे भी उसी अनुसार मिलेंगे जिसे आप इसका पूरा फायदा नहीं उठा पाएंगे।
अब आप खोल सकेंगे गोल्ड सेविंग अकाउंट, जानिए आम सेविंग अकाउंट से कितना अलग और फायदेमंद!
सरकार ने सोने आभूषण, सिक्के की खरीद पर श्रम शुल्क, टैक्स आदि के भुगतान से बचाने के लिए गोल्ड सेविंग अकाउंट (जीएसए) शुरू करने की पेशकश रखी है. इससे न सिर्फ सोने में निवेश करना सस्ता होगा बल्कि सोने की सुरक्षा भी चिंता का विषय नहीं बनेगी. जानिए गोल्ड सेविंग अकाउंट के क्या क्या फायदे हैं?
सोने में किए निवेश पर रिटर्न भी देगा
निवेशकों को गोल्ड सेविंग अकाउंट (जीएसए) सोने को सुरक्षित रखने के लिए लॉकर किराए, बीमा आदि पर बचत करने के अलावा यह गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम (जीएमएस) के समान ही सोने की बचत पर रिटर्न भी देगा। इतना ही नहीं सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेशकों को एक तय समय के बीच गोल्ड अकाउंट ही निवेश की सुविधा मिलती है लेकिन इसमें दैनिक आधार पर निवेश करने का विकल्प होगा। आम एक निवेशक किसी भी दिन जीएसए की पेशकश करने वाली बैंक शाखा में जा सकता है और जमा के दिन कम से कम 1 ग्राम सोने की कीमत के बराबर पैसा जमा कर सकता है। 1 ग्राम सोने के मल्टीप्ल में अधिक जमा भी किया जा सकेगा।
बचत खाते की तरह ही गोल्ड सेविंग अकाउंट में खाताधारक द्वारा सोने की खरीद पर मात्रा को जमा किया जाएगा। सरकार पर सोने की शुद्धता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होगी। जमा करते गोल्ड अकाउंट समय, सोने की मात्रा जिसके लिए पैसा जमा किया जा रहा है-जीएसए धारक की पासबुक में क्रेडिट किया जाएगा।
इस तहर निकासी की सुविधा मिलेगी
जिस समय खाताधारक अपने खाते से निकासी करना चाहेंगे उस समय पासबुक में डेबिट प्रविष्टि दर्ज की जाएगी, जो सोने की मात्रा के संदर्भ में या तो सोने में या नकद में कम से कम 1 ग्राम सोने की कीमत के बराबर या 1 ग्राम के मल्टीपल में दर्ज की जाएगी। यह निकासी की तारीख पर सोने के रेट के हिसाब से होगा।
बैंक मासिक आधार पर जीएमएस के अंतर्गत स्वीकृत जमाराशियों के भुगतान के समान ही माह के अंतिम दिन उपलब्ध शेष राशि के अनुसार सोने के वजन पर ब्याज का भुगतान करेंगे।
सेविंग अकाउंट की तरह जल्द खुलेगा गोल्ड सेविंग अकाउंट
गोल्ड का इंपोर्ट कम करने का लक्ष्य
वित्त मंत्रालय के उच्च अधिकारियों का कहना है कि सरकार चाहती है कि गोल्ड का इंपोर्ट कम हो। फिलहाल गोल्ड की डिमांड भी कम हुई है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, 2018 की पहली तिमाही में भारत में गोल्ड की डिमांड 12 फीसदी कम हुई है। यह 131.2 टन से घटकर सिर्फ 115.6 टन रह गई है। पहले जहां 34,400 करोड़ रुपये के सोने की मांग थी वहीं जनवरी-मार्च के दौरान घटकर 31,800 करोड़ रुपये रह गई।
काउंसिल के मुताबिक, अगर डिमांड में इसी तरह की सुस्ती बनी रही तो कीमतों में कमी आ सकती है। इस दौरान जूलरी की डिमांड भी 12 फीसदी घटी है। इस साल की पहली तिमाही में जूलरी के लिए 87.7 टन सोने की मांग रही, जबकि पिछले साल 99.2 टन थी। इस दौरान गोल्ड इंपोर्ट 41 फीसदी घटा है। यह पिछले साल के 260 टन की तुलना में सिर्फ 153 टन रहा है। वित्त सचिव हंसमुख अधिया का कहना है कि हम इंपोर्ट और एक्सपोर्ट के बीच खाई को कम करना चाहते हैं। व्यापार घाटा नियंत्रण में रहा तो राजकोषीय घाटा भी नियंत्रण में रहेगा। इसके लिए सरकार का प्रयास जारी रहेगा।
गोल्ड सेविंग्स अकाउंट- क्या है जीएसए और ज्वेलरी, सोने के सिक्के खरीदने पर आपको कैसे मिलेंगे ढेरों फायदे
गोल्ड भारत में आम लोगों के बीच खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में फाइनेंसियल प्रोडक्ट के बजाय एक बचत साधन के रूप में पसंद किया जाता है। सरकार ने ऐसे लोगो को सोने आभूषण, सिक्के आदि की खरीद पर श्रम शुल्क, टैक्स आदि के भुगतान से बचाने के लिए गोल्ड सेविंग अकाउंट (जीएसए) शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। इससे न केवल सोने का निवेश सस्ता होगा, बल्कि सोने को सुरक्षित रखने की चिंता के बिना यह निवेश को भी सुरक्षित बनाएगा। सोने को सुरक्षित रखने के लिए लॉकर किराए, बीमा आदि पर बचत करने के अलावा यह निवेशकों के निवेश को फायदेमंद बनाने के लिए गोल्ड अकाउंट गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम (जीएमएस) के समान ही सोने की बचत पर रिटर्न भी देगा।