ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai?

ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai?
रेजिडेंट इंडिविजुअल अकाउंट खोलने के चार्जेस इस प्रकार हैं:
ऑनलाइन अकाउंट खोलने के लिए:
इक्विटी ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट | ₹200 |
डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, UPI, नेटबैंकिंग या वॉलेट का इस्तेमाल करके पेमेंट की जा सकती है।देखिए Zerodha में ऑनलाइन अकाउंट कैसे ओपन कर सकते है?
ऑफलाइन अकाउंट खोलने के लिए :
इक्विटी ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट | ₹400 |
इक्विटी ट्रेडिंग, डीमैट और कमॉडिटी अकाउंट | ₹600 |
पेमेंट को Zerodha Broking Ltd चेक के नाम पर होना चाहिए जिस पर अकाउंट ओपनिंग फीस का अमाउंट लिखा हुआ होना चाहिए और अकाउंट ओपनिंग फॉर्म और डाक्यूमेंट्स के साथ भेजा जाना चाहिए। ऑफलाइन अकाउंट खोलने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? चार्जेस ज्यादा लगते हैं क्योंकि इसमें पेपरवर्क शामिल होता है। ज्यादा जानकारी के लिए देखिये Zerodha अकाउंट ऑफलाइन कैसे खोल सकते हैं ?
कमॉडिटी अकाउंट सिर्फ तभी खोला जा सकता है जब आपके पास पहले से ही ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट है। कमॉडिटी सेगमेंट को एक्टिवेट करने के लिए देखिये Zerodha में कमोडिटी अकाउंट कैसे खोल सकते है?
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Demat Account क्या है ? और यह कैसे काम करता है
दोस्तों सिक्का बाजार पर एक बार फिर आपका स्वागत है। जब भी हम शेयर या शेयर मार्केट के बारे में बात करते है। तो एक बहुत ही महत्वपूर्ण शब्द का प्रयोग होता है और वो शब्द है डीमैट अकाउंट (Demat Account), बात सही भी है क्योंकी जब तक हम डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल नहीं लेते तब तक हम शेयर मार्केट में निवेश नहीं कर सकते।
बहुत से लोग आज भी नहीं जानते है की डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है (What is Demat and Trading Account) और सच में इन दोनों अकाउंट में कोई अंतर है, या डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक ही है?
वैसे तो डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग है।
तो आज की पोस्ट में हम समझेँगे की डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर है? (Difference Between Demat and Trading Accounts)
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट (Demat Account)
डीमैट खाता 'डीमटेरियलाइज्ड अकाउंट' का एक संक्षिप्त रूप है। यह एक बैंक खाते के समान है। जिस तरह आपके बचत खाते में पैसा रखा जाता है, उसी तरह आपके खरीदे गए शेयरों को आपके डीमैट खाते में रखा जाता है।
दूसरे शब्दों में, एक डीमैट खाता एक सुविधा के रूप में कार्य करता है जहां आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों को जमा किया जाता है और बेचे गए स्टॉक को हटा दिया जाता है। डीमैट खाते का उपयोग केवल स्टॉक के भंडारण के लिए किया जाता है, लेन-देन (खरीदने / बेचने) के लिए नहीं।
डीमैट खाते के बारे में त्वरित तथ्य
भारत में इंटरनेट लोकप्रिय होने से पहले, डीमैट खाते नहीं थे। जब भी आप स्टॉक खरीदते थे , वो स्टॉक्स कागजात पर ख़रीदे जाते थे और शेयर सर्टिफिकेट प्रदान किए जाते थे। हालाँकि, पेपर शेयर प्रमाणपत्रों का उपयोग करने की कई सीमाएँ थीं। वे फटे हुए या चोरी या सुरक्षा से संबंधित मुद्दों का सामना करते ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? थे या स्याही समय के साथ फीकी पड़ जाती थी ।
फिर भी, 1990 के दशक के मध्य से इंटरनेट आने के बाद, शेयरों को खरीद्दारो के डीमैट खाते में इलेक्ट्रॉनिक डीमटेरियलाइज्ड रूप में रखा जाने लगा। इसने पुराने पेपर शेयर प्रमाणपत्रों की अधिकांश सीमाओं को हल कर दिया।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट किस प्रकार खोला जाता है
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है-
- पैन कार्ड/ PAN Card
- आधार कार्ड (पते के प्रमाण के लिए) /Aadhar card (for address proof)
- रद्द किया गया चेक / बैंक स्टेटमेंट / पासबुक/Canceled cheque/Bank Statement/Passbook
- पासपोर्ट साइज फोटो/ Passport size photos
आपका सेविंग अकाउंट किसी भी निजी / सार्वजनिक भारतीय बैंक में हो सकता है।
उस बैंक के माध्यम से आप अपना ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोल सकते है।
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?
ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account)
ट्रेडिंग अकाउंट शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने का एक माध्यम है। सरल शब्दों में, इसका उपयोग बाजार में स्टॉक के लिए ऑर्डर देने के लिए मतलब खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है।
विभिन्न स्टॉकब्रोकर अपने ट्रेडों को सरल बनाने के लिए अपने क्लाइंट को विभिन्न ट्रेडिंग टूल प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, Zerodha, भारत में सबसे बड़ा स्टॉकब्रोकर है जो स्टॉक में व्यापार करने के लिए अपने प्लेटफॉर्म के रूप में KITE ’प्रदान करता है। एक बार जब आप एक स्टॉकब्रोकर के साथ अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोल लेते हैं, तो आप उन प्लेटफार्मों का उपयोग करके अपने स्टॉक के खरीदी और बिक्री के आदेश दे सकते हैं।
डीमैट और ट्रेडिंग खातों का उदाहरण
आइए एक उदाहरण की मदद से ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट के बीच के अंतर को समझते हैं। मान लें कि आप टाटा मोटर्स के 100 स्टॉक खरीदना चाहते हैं। यहां, प्रक्रिया के दौरान अनुक्रम निम्नानुसार होगा -
- सबसे पहले, आपको अपने बचत खाते में खरीद राशि के बराबर या उससे अधिक की बचत राशि रखनी होगी।
- इसके बाद, आप बचत खाते से ट्रेडिंग खाते में धन स्थानांतरित करेंगे।
- अब, आप अपने ट्रेडिंग खाते का उपयोग करके और राशि का भुगतान करके स्टॉक एक्सचेंज से टाटा मोटर्स के शेयर खरीदेंगे।
- अंत में, पैसा आपके ट्रेडिंग खाते के माध्यम से विक्रेता को ट्रांसफर किया जाता है और टाटा मोटर्स के शेयरों को आपके डीमैट खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है।
अब मान लेते हैं कि कुछ महीनों के बाद, आप अपने 100 शेयरों में से टाटा मोटर्स के 20 शेयरों को बेचना चाहते हैं। यहाँ क्रम निम्नानुसार होगा -
- सबसे पहले, आप खरीददार को खोजने के लिए अपने ट्रेडिंग खाते का उपयोग करके बाजार में बेचने का आदेश देंगे।
- यदि कोई खरीददार मिल जाता है, तो शेयर आपके डीमैट ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? खाते से खरीददार तक पहुंच जाएंगे।
- अंत में, आपके स्टॉक को बेचकर प्राप्त धन आपके ट्रेडिंग खाते से आपके लिंक्ड बचत खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में जानने के लिए कुछ अन्य बिंदु
- भारत के अधिकांश लोकप्रिय स्टॉकब्रोकर, डीमैट और ट्रेडिंग खाते एक साथ खोलते हैं (भारत में इन्हे 2-इन-1 खाते के रूप में भी जाना जाता है) । उदाहरण के लिए, ज़ेरोधा, एंजेल ब्रोकिंग, 5 पैसा (Zerodha, Angel Broking, 5 Paisa) आदि।
- कुछ बड़े स्टॉकब्रोकर (आम तौर पर बैंक ब्रोकर) भी अपने ग्राहकों को 3-इन-1 खाते यानि सेविंग + डीमैट + ट्रेडिंग खाते की पेशकश करते हैं। उदाहरण के लिए आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज (ICICI Direct, HDFC Securities) आदि।
- सामान्य तौर पर, ट्रेडिंग खाते के लिए कोई वार्षिक रखरखाव शुल्क नहीं होता है, जहां डीमैट खाते के लिए यह रखरखाव शुल्क दलाल से दलाल तक ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? भिन्न हो सकता है। यह आमतौर पर प्रति वर्ष लगभग 300-400 रुपये होता है।
- इन दिनों, निवेशक और व्यापारी, प्रमुख स्टॉकब्रोकर के साथ 10 मिनट के भीतर तत्काल (पेपरलेस) डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं। बहरहाल, ऑफ़लाइन खाता खोलने की सुविधा अभी भी भारत में लोकप्रिय है और इन सभी दलालों द्वारा पेश की जाती है।
- डीमैट और ट्रेडिंग खाते के लिए खाता खोलने का शुल्क भी दलाल से दलाल तक भिन्न होता है। कुछ ब्रोकर मुफ्त खाता खोलने की पेशकश करते हैं। हालांकि, उनमें से अधिकांश आपके ब्रोकरेज खाते को खोलने के लिए 300-500 रुपये के बीच कहीं चार्ज करेंगे।
- इसके अलावा, आपको एक ही पैन कार्ड का उपयोग करके कई डीमैट और ट्रेडिंग खाते खोलने की भी अनुमति है। उदाहरण के लिए, आपके पास कई खाते हो सकते हैं - एक आईसीआईसीआई (ICICI direct) में और दूसरा ज़िरोधा (Zerodha) में।
- अंत में, अपने ब्रोकर को अपना डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए समझदारी से चुनें यदि आप अनावश्यक शुल्क और जोखिम से बचना चाहते हैं।
सारांश
भारत में ट्रेडिंग और डीमैट खाते के बारे में इस लेख में हमने जो चर्चा की है, उसे जल्दी से संक्षेप में समझेंगे।
एक ट्रेडिंग खाता, बाजार में हिस्सेदारी खरीदने या बेचने के लिए एक मंच प्रदान करता है। यह आपके बचत खातों और डीमैट खातों के बीच मध्यस्थ के रूप में कार्य करता है। सरल शब्दों में, यह आपके डीमैट खाते से हिस्सा लेता है और उन्हें बाजार में बेचता है।
दूसरी ओर, यह आपके बचत खाते से पैसे लेता है और डीमैट खाते में रखने के लिए एक शेयर खरीदता है। इसके अलावा, एक डीमैट खाता आपके शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक डीमटेरियलाइज्ड रूप में रखने की सुविधा प्रदान करता है।
तो दोस्तों आज हमने जाना है की Demat Account Kya Hai, Trading Account Kya hai और इन्हे किस प्रकार खोला जाता है (Demat Account Kaise open Kare) और इनका उपयोग क्या है।
दोस्तों हम उम्मीद करते है की हमारे इस पोस्ट से आपको मदद मिली होगी। ऐसी ही और महत्त्वपूर्ण जानकारी के साथ मिलते है अगले पोस्ट में।
क्या आप भी शेयर मार्केट में करना चाहते हैं निवेश? तो इन अकाउंट की जानकारी है बेहद जरूरी
शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए तीन अकाउंट जरूरी होते हैं.
शेयर मार्केट में आप अपने पैसे निवेश कर मोटी रकम कमा सकते हैं. हालांकि, शेयर मार्केट में निवेश के लिए तीन अकाउंट डीमैट, . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 25, 2022, 12:31 IST
नई दिल्ली . शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है, जहां आप अपने पैसे निवेश कर मोटी रकम कमा सकते हैं. इस मार्केट में अलग-अलग कंपनियों के शेयर होते हैं. हालांकि, नए निवेशकों ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? को शुरुआती दौर में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शेयर बाजार में अपनी निवेश यात्रा शुरू करने से पहले, आपके पास तीन अकाउंट होने चाहिए. ये डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट हैं.
डीमैट या डीमैटेरियलाइज्ड अकाउंट (Demat Account) वह अकाउंट है, जहां आप अपने शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर कर सकते हैं. निवेश के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. इसके लिए आपको किसी भी बैंक या शेयर ब्रोकरेज कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं. वर्षों पहले शेयरों की फिजिकल ट्रेडिंग होती थी. इसमें शेयर सीधे ट्रांसफर होते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब इनकी खरीद-बिक्री किसी बैंक या वित्तीय संस्थान के डीमैट खाते के जरिए होती है. आप खुद या आपके बदले कोई शेयर ब्रोकिंग कंपनी शेयरों की खरीद-बिक्री कर सकती है.
ट्रेडिंग अकाउंट के जरिये भेजें ऑर्डर
जहां तक ट्रेडिंग अकाउंट (Trading account) का सवाल है, यह अकाउंट शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने में अहम भूमिका निभाता है. ट्रेडिंग अकाउंट का आशय एक ऐसे अकाउंट से है, जिसके जरिये निवेशक शेयर मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने के ऑर्डर स्टॉक एक्सचेंज पर भेजने में सक्षम होता है. आपको बता दें कि शेयर मार्केट में निवेश के लिए ये तीनों अकाउंट एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं.
इन तीनों अकाउंट को खोलने के बाद ही निवेशक शेयर खरीदने बेचने के योग्य होते हैं. जब हम शेयर बेचते हैं, तो इस दौरान शेयर हमारे डीमैट से ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते है. इसी तरह शेयर ख्ररीदने के मामले में शेयर हमारे डीमैट अकाउंट में आ जाते हैं. एक ट्रेडिंग अकाउंट किसी निवेशक के डीमैट अकाउंट और बैंक खाते को जोड़ता है.
बैंक अकाउंट भी जरूरी
बैंक अकाउंट (Bank Account) के बारे में तो आप जानते ही होंगे. शेयर बाजार में निवेश के लिए इसकी भी आवश्यकता होती है. जब कोई निवेशक शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करता है, तो उस दौरान रकम जमा करने और निकालने का कार्य बैंक अकाउंट के जरिये होता है.
लाइवमिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, आप अपने तीसरे अकाउंट यानी बैंक अकाउंट को डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के साथ खोल सकते हैं. बहुत से स्टॉक ब्रोकर हैं, जो किसी एक बैंक के साथ जुड़कर आपको ट्रेडिंग, डीमैट अकाउंट के साथ एक रजिस्टर्ड बैंक के साथ सेविंग अकाउंट भी खोल कर देते हैं. बैंक अकाउंट से आप आसानी से अपने ट्रेडिंग अकाउंट में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं.
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डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों को खरीदा और बेचा कैसे जाता है?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है. जैसे एक सेविंग अकाउंट (बचत खाता) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है, वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: मनीष रंजन
Updated on: Oct 20, 2022 | 11:17 AM
शेयर मार्केट में निवेश ( इन्वेस्टमेंट ) शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट ( खातों ) की जरूरत होती है . ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट , ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट . हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है , लेकिन ट्रांजैक्शन ( लेन – देन ) को पूरा करने के लिए तीनों एक – दूसरे पर निर्भर होते हैं . शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए .
डीमैट अकाउंट क्या है ?
डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है . जैसे एक सेविंग अकाउंट ( बचत खाता ) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है , वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है . डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है . ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैटरियलाइज्ड फॉर्म में स्टोर ( संग्रहित ) करते हैं . फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म ( रूप ) में परिवर्तित करने की प्रक्रिया ( प्रोसेस ) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है . जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है . डीमैट अकाउंट के प्रकार ( टाइप ) डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव सावधानी से करना चाहिए . कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है . निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . 5 पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं . डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं .
1)- रेगुलर डीमैट अकाउंट एक रेगुलर डीमैट अकाउंट भारतीय निवासी निवेशकों के लिए होता है जो केवल शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं और सिक्योरिटीज को जमा ( डिपॉजिट ) करना चाहते हैं . जब आप शेयर बेचते हैं तो शेयर अकाउंट से डेबिट हो जाते हैं . इसी तरह जब आप शेयर खरीदेंगे तो वह आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे . यदि आप फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग कर रहे हैं तो डीमैट अकाउंट की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस तरह की डील के लिए स्टोरेज की कोई जरूरत नहीं होती है .
2)ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? - बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट यह एक नए तरह का डीमैट अकाउंट है , जिसे बाजार नियामक ( मार्केट रेगुलेटर ) सेबी (SEBI) ने पेश किया है . छोटे निवेशकों को ध्यान में रखते हुए यह अकाउंट शुरू किया गया है . 50,000 रुपये से कम के स्टॉक और बॉन्ड रखने के लिए कोई मेंटेनेंस चार्ज ( रखरखाव शुल्क ) नहीं देना होगा . 50,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक की सिक्योरिटी रखने पर सिर्फ 100 रुपये का चार्ज लगेगा .
3)- प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट (Repatriable Demat Account) प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट NRI ( अनिवासी भारतीयों ) के लिए है . इसके जरिए वे भारतीय बाजार में निवेश कर सकते हैं और विदेश में भी पैसा भेज सकते हैं . हालांकि फंड ट्रांसफर करने के लिए डीमैट अकाउंट को NRI (Non-Resident External) अकाउंट से जोड़ना होगा .
4)- गैर प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट (Non-repatriable Demat Account) अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए एक गैर – प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट भी मौजूद है . हालांकि इस अकाउंट के जरिए विदेश में पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा सकता .
डीमैट अकाउंट के फायदे
डीमैट अकाउंट बिना किसी परेशानी के शेयरों को तेजी से ट्रांसफर करने की सुविधा देता है . शेयर या सिक्योरिटीज सर्टिफिकेट एक डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म से रखे जाते हैं . ऐसे में उनकी चोरी , जालसाजी और नुकसान होने की संभावना बहुत कम होती है . ट्रेडिंग ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? एक्टिविटीज को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है . डीमैट अकाउंट को कभी भी और कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है . बोनस स्टॉक , राइट्स इश्यू , स्प्लिट शेयर अपने आप अकाउंट में जमा हो जाते हैं .
डीमैट अकाउंट कैसे खोलें
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खोलना अनिवार्य है . आप किसी वित्तीय संस्थान या ब्रोकर के जरिए डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . सबसे पहले आपको इसके लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) को चुनना होगा . यह एक वित्तीय संस्थान , अधिकृत बैंक या ब्रोकर हो सकता है . आप उनके साथ एक डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं . DP को ब्रोकरेज चार्ज , सालाना चार्ज और लीवरेज के आधार पर चुना जाना चाहिए . DP का चयन करने के बाद आपको अकाउंट खोलने का फॉर्म , KYC फॉर्म भरना होगा और उसे जमा करना होगा . इसके साथ आपको कुछ दस्तावेज भी देने होंगे . इनमें पैन कार्ड , रेजिडेंस प्रूफ , आईडी प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं .
ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai?
Trading Account क्या होता है ,कैसे खोले और क्या है इसके फायदे ?
- Post last modified: July 12, 2020
- Post author: Yogesh Singh
- Post category: Share Market
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हेलो दोस्तों ! Trading account के बारे में पढ़ने से पहले आप हमारे पिछली पोस्ट डीमैट अकाउंट क्या होता है ? वह जरूर देख ले | चलिए आगे बढ़ते है क्या आप को पता है Trading Account क्या होता है (What is trading account in hindi)? कैसे आप भी Trading Account खोल सकते है ? इसके क्या क्या फायदे है ?बाजार में निवेश करने के लिए Trading Account क्यों जरुरी है ?आईये विस्तार में जानते है |
Trading Account क्या होता है (What is Trading Account in Hindi )?
ट्रेडिंग खाते का उपयोग शेयरों को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए किया जाता है। यदि आप शेयर बाजार में शेयर्स की लेन-देन करना चाहते हैं तो आपके पास ट्रेडिंग खाता होना अनिवार्य है।
ट्रेडिंग खाते की मदद से आप शेयर्स खरीदने की पेमेंट कर पाते है और शेयर्स बेचने पर बेचे हुए शेयर्स की राशि आपके ट्रेडिंग अकाउंट में आ जाती है | जिसे सेविंग बैंक अकाउंट में भी स्थानांतरित किया जा सकता है |
शेयर्स की लेन देन करने की प्रक्रिया को पूरा के लिए केवल ट्रेडिंग अकाउंट का होना ही काफी नहीं है आपके पास डीमैट अकाउंट और सेविंग बैंक अकाउंट का भी होना भी अनिवार्य है ताकि आपका ब्रोकर आपके खरीदे हुए शेयर्स को डीमैट अकाउंट में रख सके और शेयर्स खरीदेने पर उनके पैसे को सेविंग अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में ट्रांसफर कर सके और शेयर्स बेचने पर पैसो को ट्रेडिंग अकाउंट में रख सके और आप ट्रेडिंग अकाउंट से वह पैसे अपने सेविंग अकाउंट में भी ट्रांसफर कर सकते है |
Trading Account खुलवाने के लिए कौन कौन से Documents की जरुरत पड़ती है ?
ट्रेडिंग खाता खुलवाने के लिए आपके पास नीचे ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? दिए गए डाक्यूमेंट्स की जरुरत पड़ती है|
- पैन कार्ड (Pan Card)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- २ पासपोर्ट फोटो (2 Passport Size Photos)
- बैंक विवरण (6 month bank statement or ITR filing)
Trading Account को कैसे Open किया जाता है?
Trading Account सिर्फ स्टॉक ब्रोकर के द्वारा ही खोला जाता है और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने किये आपके पास Demat Account जरुर होना चाहिए |
Discounted Brokers के आ जाने से Demat और Trading अकाउंट खुलवाने की प्रक्रिया काफी किफायती हो गयी है तो आप अपना Demat और Trading अकाउंट Upstox,Zerodha जैसे Discounted Brokers के पास भी खुलवा सकते है | यहाँ तक की ब्रोकर्स तो फ्री में डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा के देते है वह भी एक साल फ्री Maintenance के साथ फ्री में अकाउंट खुलवाने के लिए आप Upstox and Angel Broker जैसे Discounted Brokers पास जा सकते है |
- Trading Account खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड का होना अनिवार्य है और उसके साथ पहचान पत्र और एक सेविंग अकाउंट भी होना चाहिए ताकि ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए आप इसमें से फंड ट्रांसफर कर सके.
- सबसे पहले आपको एक ब्रोकर खोजने की आवश्यकता है जिसके साथ आप एक ऑनलाइन Trading Account खोलना चाहते हैं।
- एक बार जब आप सारे आवश्यक दस्तावेजों के साथ इस फॉर्म को upload कर लेते हैं तो आपकी ब्रोकिंग कंपनी के पास यह फॉर्म आ जाता है और सब कुछ सही होने पर इसके तुरंत बाद वो आपको Login Credentials प्रदान कर देते है |
Trading Account के फायदे
- Trading Account आपको Margin Money की सुविधा प्रदान करता है जिसके मदद से आप कम पैसे में ज्यादा मूल्य वाले स्टॉक्स पे ट्रेड कर सकते है |
- Trading Account से आप दुनिया में कई भी रहते हुए सिर्फ मोबाइल के एक क्लिक से शेयर्स खरीद और बेच सकते है |
- Online Trading Account की मदद से जब एक स्थान से दूसरे स्थान पर धनराशि स्थानांतरित करने की बात आती है तो इसमें कोई कठिनाई नहीं होती है ।
- Trading account खोलते ही देश के विभिन्न प्रकार के स्टॉक एक्सचेंजों तक आप की पहुंच हो जाती है। जिससे आपको अपने निवेश को बेहतर और मजबूत बनाने में मदद मिलते है और निश्चित रूप से आपके पास shares को तलाशने के लिए अधिक विकल्प होते है ।
- Trading account की मदद से आप कभी भी अपने मोबाइल से खाते तक पहुंचने का लाभ उठा ट्रेडिंग अकाउंट Kya Hai? सकते हैं ।
यह भी पढ़े
Conclusion
आज हमने जाना की Trading Account क्या होता है किसी निवेशक के लिए यह कितना जरुरी है | अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप हमे कमेंट कर सकते है |