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किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं

किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं
ब्रोकरेज एंड रिसर्च फर्म समय-समय पर स्टॉक को लेकर सुझाव देती हैं. इसके तहत वे बताती हैं कि किस स्टॉक में खरीदारी करनी चाहिए और किस स्टॉक में अपनी पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करना चाहिए. (Image- Pixabay)

वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.

म्यूचुअल फंड

म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम

रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त करना चाहते हैं.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड

पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.

एनपीएस

एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.

रियल एस्टेट

रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करता है.

गोल्ड बॉन्ड्स

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.

आरईआईटीएस

आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.

क्रिप्टो

क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

जोखिम उठाने की क्षमता आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.

अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.

बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है

  • प्रति वर्ष 7.85% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
  • समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन

बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.

जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्‍या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा

शेयर बाजार में निवेश करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. यहां पर पारंपरिक निवेश की तुलना में ज्‍यादा रिटर्न मिलता है. हालांकि, शेयर बाजार में निवेश का जोखिम भी होता है.

जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्‍या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा

TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा

Updated on: Jul 22, 2021 | 10:32 AM

अब आम आदमी भी शेयर बाजार में निवेश कर ज्‍यादा रिटर्न पाने में रुचि दिखा रहा है. यही कारण है कि बीते एक साल में रिकॉर्ड संख्‍या में डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. पिछले महीने तक के आंकड़ों के अनुसार देशभर में करीब 6.9 करोड़ डीमैट अकांउट्स हैं. हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले आबादी के लिहाज से यह अनुपात अभी भी बहुत कम है. भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्‍यादा पैसा महाराष्‍ट्र, गुजरात और उत्‍तर प्रदेश के किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं लोग लगाते हैं. लक्षद्वीप, अंडमान एवं निकोबार से लेकर मिज़ोरम तक के लोग शेयर बाजार से अच्‍छी कमाई कर रहे हैं.

शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सबसे पहली जरूरत डीमैट अकाउंट की होती है. इसी अकाउंट में शेयर्स, ईटीएफ, बॉन्‍ड्स, म्‍यूचुअल फंड्स और सिक्योरिटीज को इलेक्‍ट्रॉनिक फॉर्मेट में रखा जाता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज एनसडीएल और सीडीएसल के साथ खोला जा सकता है. देश में कई स्‍टॉक ब्रोकिंग कंपनियां हैं, जो लोगों को शेयर बाजार में निवेश करने में मदद करती हैं. स्‍टॉक ब्रोकिंग कंपनियां ही इस सुविधा को आम आदमी तक पहुंचाती हैं. इस सुविधा के बदले ये ब्रोकरेज फर्म्‍स छोटी फीस वसूलते हैं.

इस बात की भी संभावना है कि आप ये ब्रोकरेज फर्म्‍स ही किन्‍हीं कारणों से बंद हो जाए. ऐसी स्थिति में क्‍या आपका निवेश पूरी तरह से डूब जाएगा? कहीं स्‍टॉक ब्रोकिंग कंपनी आपका पूरा पैसा लेकर तो नहीं भाग जाएगी? एक निवेशक के तौर पर आपके मन में जरूर इस तरह के सवाल उठ रहे होंगे. लेकिन अब आपको इसकी चिंता नहीं करनी हैं. क्‍योंकि हम आपको इस तरह के सभी सवालों के जवाब लेकर आए हैं.

ब्रोकरेज कंपनी बंद होने पर आपके निवेश का क्‍या होगा?

आप यह जानकार राहत की सांस ले सकते हैं कि स्‍टॉक किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं ब्रोकिंग कंपनी के डिफॉल्‍ट करने या बंद होने के बाद भी आपकी पूंजी या फंड पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. ऐसा नहीं होगा कि स्‍टॉक ब्रोकर आपकी पूंजी लेकर भाग जाए. उदाहरण के तौर पर देखें तो जब हर्षद मेहता स्‍कैम सामने आया था, तब उनकी ब्रोकिंग कंपनी ग्रो मोर रिसर्च एंड एसेट मैनेजमेंट को सेबी ने बैन कर दिया था. लेकिन इस कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ.

आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत कि ये स्‍टॉक ब्रोकिंग कंपनियां महज एक बिचौलिए के तौर पर काम करती हैं. आपके फंड पर इनकी पहुंच सीधे तौर पर नहीं होती है ताकि वे आपकी पूंजी पर अपना हम जमा सकें. लेकिन इनके पास पड़ी अपनी फंड या पूंजी को इस्‍तेमाल करने के लिए आप इन्‍हें निर्देश दे सकते हैं.

स्‍टॉक्‍स और शेयरों का क्‍या होगा?

आपका फंड डीमैट अकाउंट में जमा होता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज के पास खुलात है. सेबी ने दो डिपॉजिटरीज – नेशनल सिक्‍योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) को मंजूरी दी है. भारत सरकार के वित्‍त मंत्रालय के प्रति सेबी की जवाबदेही होती है.

किसी भी समय पर एक निवेशक का स्‍टॉक या शेयर ब्रोकरेज फर्म्‍स के पास किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं नहीं होता है. वे बस एक प्‍लेटफॉर्म के तौर पर काम करते हैं. इनका काम बस आपके निर्देश के हिसाब से आपकी जगह ट्रेड करना है. बदले में ये आपसे फीस वसूलते हैं.

इसी प्रकार आपका म्‍यूचुअल फंड इन्‍वेस्‍टमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास होता है. ऐसे में अगर ब्रोकरेज फर्म बंद भी हो जाता है तो आपका म्‍यूचुअल फंड सुरक्षित रहेगा.

भारत में बैठ कर कीजिए अमेरिकी शेयर बाजार में निवेश

औसत भारतीय (Indian) को अमेरिका तो लुभाता ही है, यहां के निवेशकों को अमेरिकी शेयर बाजार (US Stock Market) आकर्षित करता है। अब, भारत के खुदरा निवेशक (Reatil Investors) भी यूएस स्टॉक्स (US Stocks) में निवेश कर सकेंगे। इसके लिए एक्सिस सिक्योरिटीज (Axis Securities) ने एक ऑनलाइन निवेश प्‍लेटफॉर्म, वेस्‍टेड फाइनेंस (Vested Finance) के साथ साझेदारी की है।

अमेरिकी स्टॉक में करें निवेश एक डॉलर से

अमेरिकी स्टॉक में करें निवेश एक डॉलर से

हाइलाइट्स

  • शून्‍य ब्रोकरेज फीस के साथ यूएस स्‍टॉक्‍स में असीमित ट्रांजेक्‍शंस कर सकेंगे भारतीय निवेशक
  • एक से भी कम शेयर में निवेश करने की सुविधा
  • ऐमजॉन, गूगल या बर्कशायर हैथवे जैसे ऊंची कीमतों वाले शेयर्स में भी न्‍यूनतम $1 से निवेश शुरू कर सकते हैं
  • प्रोफेशनल्‍स द्वारा तैयार किये गये पोर्टफोलियोज और स्‍टॉकस व ईटीएफ के थीम-आधारित बास्‍केट्स में मिलेगा निवेश का मौका

कुछ क्लिक में हो जाएगा यूएस स्टॉक में निवेश
अब किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं निवेशक मात्र कुछ ही क्लिक्‍स में फेसबुक, एप्‍पल, नेटफ्लिक्‍स, गूगल व अन्‍य कंपनियों के शेयर्स की खरीद/बिक्री कर सकते हैं; या थीम-आधारित बाजारों या ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं। विशाल वैश्विक बाजार की आसान उपलब्‍धता के साथ, निवेशक न केवल भौगोलिक डाइवर्सिफिकेशन का लाभ ले सकते हैं बल्कि अपने पोर्टफोलियो को एक देश और एक मुद्रा के जोखिम से बचा सकते हैं। यह विशिष्‍ट समाधान, प्रोफेशनल्‍स द्वारा तैयार किये गये पोर्टफोलियो और थीम-आधारित स्टॉक्‍स व ईटीएफ उपलब्‍ध कराता है, जिसे लेने से लेकर फंड ट्रांसफर की पूरी प्रक्रिया डिजिटल है और इस प्रकार, यह सुनिश्चित करता है कि ग्‍लोबल इन्‍वेस्टिंग #सिम्‍पल है।

शून्य ब्रोकरेज शुल्क पर करें निवेश
ग्‍लोबल इन्‍वेस्टिंग के जरिए एक्सिस सिक्‍योरिटीज के ग्राहक शून्‍य ब्रोकरेज शुल्‍क पर यूएस स्‍टॉक बाजारों में निवेश कर सकते हैं। प्रीमियम प्‍लान के साथ, निवेशक कई सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं जैसे - नि:शुल्‍क खाता खोलना, शून्‍य ब्रोकरेज, और एक वर्ष के लिए नि:शुल्‍क निकासी व अन्‍य सुविधा।

एक डॉलर से शुरू कीजिए निवेश
इस प्‍लेटफॉर्म के जरिए निवेशक फ्रेक्शनल इंवेस्टिंग की सुविधा का लाभ उठा कर एक से भी कम स्‍टॉक में निवेश कर ऊंची कीमतों वाले शेयर्स में न्‍यूनतम $1 (डॉलर) से निवेश शुरू कर सकते हैं। इस प्‍लेटफॉर्म के माध्‍यम से, ग्राहक 1,000 से अधिक स्‍टॉक्‍स व ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं और उसे मैनेज कर सकते हैं। प्रोफेशनल्‍स द्वारा तैयार किये गये मॉडल पोर्टफोलियोज व थीम-आधारित बास्‍केट्स में निवेश के लिए अतिरिक्‍त सुविधा भी है।

निवेशकों का रूझान इंटरनेशनल स्टॉक्स में बढ़ा
एक्सिस सिक्‍योरिटीज के प्रबंध निदेशक और मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, बी गोपकुमार का कहना है कि भारत में अंतर्राष्‍ट्रीय निवेशों की मांग काफी बढ़ी है और विशेषकर टेक-सेवी मिलेनियल्‍स ने इंटरनेशनल स्‍टॉक्‍स में निवेश पर रूचि दिखाई है। उनके ग्‍लोबल इन्‍वेस्टिंग का उद्देश्‍य निवेशकों को दुनिया के सबसे इनोवेटिव कंपनियों व बिजनेसेज का शेयरधारक बनाना है। विशेष प्रकार से तैयार किये गये इन्‍वेस्‍टमेंट पोर्टफोलियोज, थीम-आधारित बास्‍केट्स व रिसर्च एडवायजरी के जरिए, उन्हें उम्‍मीद है कि इंटरनेशनल स्‍टॉक्‍स में निवेश आसान हो जायेगा और उन्‍हें सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

ग्लोबल ट्रेडिंग के द्वार खुलेंगे
वेस्‍टेड फाइनेंस के सह-संस्‍थापक एवं मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, विरम शाह का कहना है कि इस साझेदारी से भारतीय खुदरा निवेशकों का दायरा बढ़ेगा। ऐसा देखा गया है कि अब उनकी रूचि दीर्घकालिक निवेश हेतु भौगोलिक रूप से डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाने में है। उन्हें दृढ़ विश्‍वास है कि इस प्‍लेटफॉर्म से अनेक भारतीय निवेशकों के लिए ग्‍लोबल ट्रेडिंग के द्वार खुलेंगे। इस प्रोडक्‍ट से विदेशी निवेश को बढ़ावा मिलेगा और निवेशकों को सीधे यूएस स्‍टॉक बाजार में निवेश करने की असाधारण क्षमता प्राप्‍त होगी।

Stock Rating: जानिए क्या स्टॉक रेटिंग का मतलब, समझें ब्रोकरेज फर्मों की डिक्शनरी

Stock Rating: हर प्रकार की रेटिंग के अपने खास मतलब होते हैं जिन्हें शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले जानना बहुत जरूरी है ताकि अपना पोर्टफोलियो मजबूत बना सकें.

Stock Rating: जानिए क्या स्टॉक रेटिंग का मतलब, समझें ब्रोकरेज फर्मों की डिक्शनरी

ब्रोकरेज एंड रिसर्च फर्म समय-समय पर स्टॉक को लेकर सुझाव देती हैं. इसके तहत वे बताती हैं कि किस स्टॉक में खरीदारी करनी चाहिए और किस स्टॉक में अपनी पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करना चाहिए. (Image- Pixabay)

Stock Rating: ब्रोकरेज एंड रिसर्च फर्म समय-समय पर स्टॉक को लेकर सुझाव देती हैं. इसके तहत वे बताती हैं कि किस स्टॉक में खरीदारी करनी चाहिए और किस स्टॉक में अपनी पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करना चाहिए. पोजिशन को स्क्वायर ऑफ करने का मतलब है कि अपनी पोजिशन को सेल कर देना. ब्रोकरेज फर्म स्टॉक को चार्ट पैटर्न पर विभिन्न इंडिकेटर और उसे प्रभावित करने वाली खबरों को मिलाकर उसे रेटिंग देती है. हर प्रकार की रेटिंग के अपने खास मतलब होते हैं जिन्हें शेयर मार्केट में निवेश करने से पहले जानना बहुत जरूरी है ताकि अपना पोर्टफोलियो मजबूत बना सकें.

Stock Rating के ये होते हैं मतलब

  • Buy: किसी स्टॉक को यह रेटिंग दी गयी है तो इसका मतलब शेयर अगले 12 महीने में निवेश पर 15 फीसदी से अधिक रिटर्न दे सकता है यानी निवेशकों को यह स्टॉक खरीदने की सलाह दी जाती है.
  • Add: इस रेटिंग के तहत निवेशकों को अपने किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं पोर्टफोलियो में मौजूद अपने किसी कंपनी के शेयरों को बढ़ाने की सलाह दी जाती है. ब्रोकरेज फर्म यह रेटिंग उन स्टॉक्स को देती है जो अगले 12 महीनों में 5-15 फीसदी तक का रिटर्न दे सकती हैं.
  • Reduce: ब्रोकरेज फर्म यह रेटिंग ऐसे स्टॉक को देती है, जिसके भाव अगले 12 महीनों में 5 फीसदी तक ही बढ़ सकते हैं या उनमें 5 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है.
  • Sell: जिन स्टॉक के भाव में अगले 12 महीने में 5 फीसदी या इससे अधिक की गिरावट की आशंका रहती है, उन्हें ब्रोकरेज फर्म ‘सेल’ रेटिंग देती हैं.
  • Not Rated (NR): यह रेटिंग उन स्टॉक्स को दिया जाता है जिसके लिए ब्रोकरेज फर्म कोई रेटिंग या प्राइस टारगेट नहीं देती हैं और रिपोर्ट सिर्फ जानकारी के लिए तैयार की जाती है.
  • RS (Rating Suspended): इसका मतलब रहता है कि स्टॉक को लेकर रेटिंग व प्राइस टारगेट सस्पेंड कर दिया गया है और जो रेटिंग व प्राइस टारगेट पहले दिया गया है, वह अब प्रभावी नहीं है. प्रयाप्त फंडामेंटल आधार के अभाव या किसी कानूनी, नियामकीय, नीतिगत वजहों से रेटिंग या प्राइस टारगेट देना संभव नहीं हो पाता है तो यह रेटिंग दी जाती है.
    (इनपुट: कोटक सिक्योरिटीज)
    (नोट: यहां लेख महज जानकारी के लिए है.)

Stock Investment: 1 महीने के लिए करना है निवेश, मिल सकता है 20% तक रिटर्न, इन 4 शेयरों में आने वाली है तेजी

Route Mobile: रिकॉर्ड हाई से 45% टूटा, फिर भी निवेशकों का पैसा कर चुका है 4 गुना, भारी छूट के साथ निवेश का है मौका

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क्या आपने भी अभी तक शेयर बाजार में निवेश नहीं किया, 2022 में कर सकते हैं शुरुआत, समझिए निवेश रणनीति

 मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अपनी पूंजी का बहुत कम हिस्सा ही Penny Stocks में लगाना चाहिए.

मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अपनी पूंजी का बहुत कम हिस्सा ही Penny Stocks में लगाना चाहिए.

बाजार में बिना सोचे समझे निवेश करने की बजाय योजना बनाकर निवेश करना चाहिए. अगर आपने भी अभी तक बाजार में निवेश नहीं किया है तो यह साल आपके लिए शुरुआत के लिए अच्छा साल हो सकता है. आइए हम आपको यहां बताते हैं कि अगर आप बाजार में निवेश करने का सोच रहे हैं तो किन रणनीतियों को अपनाना होगा.

  • News18Hindi
  • Last Updated : January 05, 2022, 12:24 IST

Investment Tips: क्या आपने भी अभी तक शेयर बाजार में निवेश नहीं किया है. अगर शेयर बाजार में निवेश करने का सोच रहे हैं तो साल 2022 शुरुआत के लिए अच्छा समय हो सकता है. क्यों और कैसे हो सकता है ये जानना जरूरी है. पिछले साल आपने भी देखा- सुना होगा कि शेयर बाजार ने जोरदार रिटर्न दिया. वहीं आपने सुना होगा कि साल 2020 में शेयर बाजार बहुत ज्यादा गिरा था. शेयर बाजार ने अपनी गिरावट को जल्द ही रिकवर कर लिया. साथ ही निफ्टी ने बीते साल 20 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया.

इन घटनाओं ने एक बार फिर साबित किया कि अगर आप अच्छी कंपनी के शेयरों में निवेश करते हैं तो लॉन्ग टर्म में ये अच्छा रिटर्न देते हैं. साथ ही बीते साल ने ये भी बताया कि शेयर मार्केट का रास्ता एकतरफा नहीं होता, ये गिरता चढ़ता रहता है. लिहाजा बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव से घबराना नहीं चाहिए.

बाजार में बिना सोचे समझे निवेश करने की बजाय योजना बनाकर निवेश करना चाहिए. अगर आपने भी अभी तक बाजार में निवेश नहीं किया है तो यह साल आपके लिए शुरुआत के लिए अच्छा साल हो सकता है. आइए हम आपको यहां बताते हैं कि अगर आप बाजार में निवेश करने का सोच रहे हैं किन रणनीतियों को अपनाना होगा.

1- नियमित निवेश – बाजार में कब तेजी होगी या कब गिरावट इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. तेजी या गिरावट में पैसा लगाने से बचना चाहिए अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं. बल्कि आप नियमित निवेश या एसआईपी करते हैं. चाहें वो शेयर हो या म्यूचुअल फंड. इस तरह आपकी शेयर प्राइज एवरेज होकर सही रेट पर आ जाएगी.

2- पोर्टपोलियों में विविधता- अपने फोर्टफोलियों में विविधता रखें. किसी एक शेयर में पूरा पैसा न लगाएं. बल्कि कोशिश करें अलग अलग सेक्टर की मजबूत कंपनियों को पकड़े. जैसे ऑटो, बैंक, आईटी सेक्टर के अच्छे शेयरों को पकड़ें. एक ही शेयर या म्यूचुअल फंड में पूरा पैसा न लगाएं.

3-मजबूत कंपनी के शेयर में पैसा लगाए- अच्छी कंपनी के शेयरों को गिरावट में बेचने की बजाय खरीदें. कुछ समय के लिए अच्छे शेयर गिर सकते हैं लेकिन फिर वो रिकवर कर लेते हैं. इसलिए कमजोर या खराब शेयरों में पैसा न लगाएं.

4- लालच में न आएं- बाजार में जल्द से जल्द पैसे किस प्रकार की ब्रोकरेज कंपनियां हैं को कई गुना करने के चक्कर में न आएं. बहुत सारे यूट्यूब चैनल या टिप्स देने वाले आपको तुरंत करोड़पति बनाने का झांसा देते हैं. बाजार में आपको अपने निवेश पर बैंक या दूसरे निवेश माध्यमों से ज्यादा निवेश मिल सकता है न कि यह जादुई छड़ी है जो आपको कुछ दिन में ही अमीर बना देगा.

5- एक्सपर्ट से सलाह लें- अगर आप ज्यादा पैसा लगाना या लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं तो किसी मार्केट एक्सपर्ट या जानकारी सलाह लेकर पैसा लगाएं. किसी दोस्त या रिश्तेदार के टिप्स के भरोसे न चलें. बल्कि बहुत सारे ब्रोकरेज हाउस सर्टिफाइड एक्सपर्ट निवेश की सलाह देते हैं. ऐसे किसी विशेषज्ञ से ही सलाह लेकर पैसा लगाएं.

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