अपने दलाल दर

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उचित मार्केट दर तय नही की तो रोकेंगे रेल
रोहतक ब्यूरो
Updated Sun, 30 Jun 2019 11:37 PM IST
जुलाना। जींद रोहतक मार्ग पर गांव किलाजफरगढ़ में भूमि अधिग्रहण मुआवजे की मांग को लेकर लगातार 10 अप्रैल से आठ गांवों के किसान धरना दे रहे हैं। किसानों की मांग है कि उन्हें मार्केट दर के हिसाब से बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए। जिसको लेकर किसान लगातार सरकार और प्रशासन को चेता रहे हैं और रेल को रोकने का आंदोलन भी एक्शन मोड़ में रखा गया है। किसानों ने सरकार और प्रशासन को चेताया है कि अगर प्रशासन ने जरा सी भी चुक की तो किसान रेल को रोकने से पीछे नही हटेंगे। किसानों ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सोमवार को कोई भी कोताही बरती तो किसान कोई भी निर्णय लेने से नही हिचकेंगे।
किसान नेता रमेश दलाल के नेतृत्व में किसानों के प्रतिनिधि मंडल ने रविवार को लगातार दूसरे दिन क्षेत्र के किसानों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गांवों का दौरा किया। रविवार को किसान प्रतिनिधि मंडल ने भैरो खेड़ा, ललित खेडा, भड़ताना, सिवाहा, आसन, निडाना, ढिगाना आदि गांव का दौरा किया तथा सोमवार ज्यादा से ज्यादा संख्या में धरनास्थल पर पहुंचने का निमंत्रण दिया। किसान नेता रमेश दलाल ने कहा कि सोमवार को किसान अपने अधिकारों की लड़ाई के लिए धरनास्थल पर पहुंचेंगे। जहां एक तरफ किसी भी समय जिला प्रशासन द्वारा संशोधित अवार्ड की घोषणा हो सकती है वहीं, दूसरी तरफ किसान भारी संख्या में पूरी ताकत से धरनास्थल पर पहुंचेंगे। रेल रोको आंदोलन को लेकर रमेश दलाल पहले ही स्पष्ट कर चुके है कि रेल रोको आंदोलन स्थगित नही किया गया है तथा किसान एक्शन मोड़ में है। जब तक मुद्दे का समाधान सही दिशा में चलेगा, तब तक किसान रेल नही रोकेंगे पर जैसे ही सरकार द्वारा कोई गड़बड़ी की गई तो किसान बिना कोई नोटिस दिए रेल की पटरियों पर जा कर बैठ जाएंगे। प्रतिनिधि मंडल में नंदगढ़ बारहा प्रधान चौ. होशियार सिंह दलाल, अमीर सिंह, अजित, अनिल और राजेंद्र आदि मौजूद रहे।
सीडीपीओ मतलब ‘करप्शन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर’ (भाग-1)
जिलाधिकारी के गत जनता दरबार में हाल के आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के चयन में धांधली की बात कई पीडितों ने बताई. जाहिर सी बात है, पूर्व से ही तय था कि चयन प्रक्रिया में पैसे का नंगा नाच चलेगा. दरें तय थी और ये विश्वास करना कहीं से शोभा नहीं देता है कि जिले में बैठे आलाधिकारी इस लूट-कथा से अनजान रहे.
जिले भर की अधिकाँश सीडीपीओ ने इस बार करोड़ों का मुंह देख लिया जो पहले एक साथ देखना मुमकिन नहीं हो पाया था. ये अलग बात है कि उसमें कुछ हिस्सा जिला भी पहुँचाना पड़ा. अब ऊपर वालों ने अपने से ऊपर वाले के लिए क्या रखा ये तो तफ्शीश का विषय है.
मेधा सूची में पूरे जिले में धांधली हुई है. योग्य को अयोग्य करार अपने दलाल दर देना और अयोग्य को योग्य ‘ करप्शन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर ’ के लिए बाएं हाथ का खेल है. फर्जी मार्कशीट लाकर सीडीपीओ साहिबा को दे दीजिए, आईसीडीएस में बड़ा बाबू या कोई अन्य चहेता दलाल आपका काम ऊपर के अधिकारी की सहमति से निर्धारित दर पर कराने को मिल जायगा. अब मधेपुरा जिले में सीडीपीओ एक और बात की गारंटी देने लगी है कि वो दूसरी उम्मीदवार के फर्जी कागजात को गुप्त रखेगी, चाहे आप आरटीआई ही क्यों न लगा दें. कहावत है, ‘ चोर के लिए ताला क्या, बेईमान के लिए केवला क्या और फ्रॉड के लिए नियम आरटीआई वाला क्या ? ’
पर्सनल लोन किश्तवाड़ के लिए जरूरी दस्तावेज
सभी आवेदकों के लिए सामान्य दस्तावेज
पहचान प्रमाण: निम्नलिखित दस्तावेजों को पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाता है
- पासपोर्ट
- वोटर आईडी कार्ड
- आधार कार्ड
- राशन पत्रिका
- ड्राइविंग लाइसेंस
निवास प्रमाण: निम्नलिखित दस्तावेजों को निवास प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाता है
- पासपोर्ट
- वोटर आईडी कार्ड
- आधार कार्ड
- राशन पत्रिका
- ड्राइविंग लाइसेंस
यदि आवेदक किराये के अपार्टमेंट में रहता है तो वे अपना पंजीकृत किराये का समझौता और बिजली बिल जमा करेंगे जो उनके नाम पर होगा और मालिक को संबोधित होगा।
- केवाईसी के तहत, प्रत्येक आवेदक को अपना पैन कार्ड अनिवार्य रूप से जमा करना होगा।
- दो रंगीन पासपोर्ट आकार के फोटोग्राफ (आवेदक कोई भी चश्मा पहने होंगे)।
पर्सनल लोन मनमाड ब्याज दर
पर्सनल लोन की ब्याज दरें लोन की अवधि, लोन की अवधि और आवेदक के सिबिल स्कोर पर निर्भर करती हैं। सामान्य तौर पर, ब्याज की व्यक्तिगत ऋण दर 10.75% प्रति वर्ष से शुरू होती है। सभी प्रमुख बैंकों के लिए पर्सनल लोन ब्याज दर की जाँच करने के लिए आप जा सकते हैं: पर्सनल लोन ब्याज दरें
तत्काल पर्सनल लोन मनमाड के लिए आवेदन करने के लिए, आवेदकों को बैंक की शाखा पर जाने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आवेदक इसके लिए पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
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पर जाये।
- इसके बाद, ऋण अनुभाग पर जाएं और व्यक्तिगत ऋण लिंक पर जाएं। यह आपको व्यक्तिगत ऋण की विस्तृत जानकारी के लिए निर्देशित करेगा जहां आप अपना शहर चुन सकते हैं। अधिक जानकारी और मुफ्त मार्गदर्शन के लिए, कृपया 9878981166 पर कॉल करें।
PERSONAL LOAN
पर्सनल लोन मनमाड पर प्रसंस्करण शुल्क / पूर्वभुगतान शुल्क
हर बैंक और एनबीएफसी आपके पर्सनल लोन मनमाड के आवेदन के लिए शुल्क लेता है। ये शुल्क स्वीकृत ऋण राशि का 1.5% – 2.5% है।
अवसर पर कि आप चुने हुए अग्रिम निवास से पहले अपने क्रेडिट को बंद करना चाहते हैं, सभी ऋण प्रतिष्ठान आपको पूर्वभुगतान व्यय के रूप में सजा देंगे। आमतौर पर, आपको एक वर्ष के समय से पहले अपना क्रेडिट बंद करने की अनुमति नहीं होगी। उसके बाद, अग्रिम समाप्त अपने दलाल दर होने वाले वर्षों की संख्या पर निर्भर करते हुए शुल्क अलग-अलग होते हैं। यह शुल्क दूसरे वर्ष में अग्रिम राशि के 4% से क्रेडिट के चौथे वर्ष में 2% तक बदल जाता है।
ब्याज दर के बारे में जानने के लिए पर्सनल लोन ब्याज दर पर देखे
पर्सनल लोन मनमाड ईएमआई कैलकुलेटर
समान मासिक किस्तों को ईएमआई के रूप में भी जाना जाता है जो मासिक निर्धारित शुल्क हैं जो आप बैंक को उधार ली गई राशि के लिए मासिक चुकौती के रूप में भुगतान करते हैं। आपकी प्रोफ़ाइल के आधार पर, आपके पर्सनल लोन मनमाड पर ब्याज दर निर्धारित की जाती है। आपकी ईएमआई की गणना बैंक द्वारा आपके द्वारा ली जाने वाली ब्याज दर और पर्सनल लोन मनमाड की राशि के आधार पर की जाती है और जिस अवधि के लिए आप पर्सनल लोन मनमाड का आनंद लेते हैं।
ईएमआई कैलकुलेटर पर अधिक जानकारी के लिए यहां देखे: पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर
पर्सनल लोन मनमाड ब्याज दर
पर्सनल लोन की ब्याज दरें लोन की अवधि, लोन की अवधि और आवेदक के सिबिल स्कोर पर निर्भर करती हैं। सामान्य तौर पर, ब्याज की व्यक्तिगत ऋण दर 10.75% प्रति वर्ष से शुरू होती है। सभी प्रमुख बैंकों के लिए पर्सनल लोन ब्याज दर की जाँच करने के लिए आप जा सकते हैं: पर्सनल लोन ब्याज दरें
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हर बैंक और एनबीएफसी आपके पर्सनल लोन मनमाड के आवेदन के लिए शुल्क लेता है। ये शुल्क स्वीकृत ऋण राशि का 1.5% – 2.5% है।
अवसर पर कि आप चुने हुए अपने दलाल दर अग्रिम निवास से पहले अपने क्रेडिट को बंद करना चाहते हैं, सभी ऋण प्रतिष्ठान आपको पूर्वभुगतान व्यय के रूप में सजा देंगे। आमतौर पर, आपको एक वर्ष के समय से पहले अपना क्रेडिट बंद करने की अनुमति नहीं होगी। उसके बाद, अग्रिम समाप्त होने वाले वर्षों की संख्या पर निर्भर करते हुए शुल्क अलग-अलग होते हैं। यह शुल्क दूसरे वर्ष में अग्रिम राशि के 4% से क्रेडिट के चौथे वर्ष में 2% तक बदल जाता है।
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पर्सनल लोन मनमाड ईएमआई कैलकुलेटर
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पर्सनल लोन मनमाड के लिए आवश्यक सिबिल स्कोर
हर उधार संस्था या बैंक एक पर्सनल लोन आवेदन पर कार्रवाई के लिए आवश्यक न्यूनतम सिबिल स्कोर के लिए अपने स्वयं के मापदंड है। अधिकांश संस्थानों या बैंकों को आपके पर्सनल लोन आवेदन को संसाधित करने के लिए न्यूनतम स्कोर 750 जरुरी है। इसमें पर्सनल लोन मनमाड के प्रकार और ली गई राशि का विवरण शामिल है। अगर आपने अपने पिछले लोन का भुगतान समय से नहीं किया है तो ये आपके लिए मुश्किल की बात हो सकती है।
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Interest Rate 9.99%
राजनीतिक अनिश्चितता
आमतौर पर राजनीतिक अनिश्चितता शेयर बाज़ार की दुश्मन होती है. बाजार स्थिरता में फलता फूलता है.
आम चुनाव का समय अनिश्चितता का होता है और शेयर बाज़ार में शेयर के भाव जितने तेज़ी से बढ़ते हैं, उतनी ही तेज़ी से नीचे भी गिर जाते हैं. साल 2009 के आम चुनाव से पहले ऐसा ही हुआ था.
भारतीय बाज़ार पिछले पांच साल से कठिन दौर से गुज़र रहा है. यहां लंबे अरसे तक मंदी छाई रही है. इस अरसे में विदेशी निवेशकों ने अपने पैसे निकाल लिए.
इसके अलावा, आर्थिक विकास की दर लगातार घटती जा रही है और आर्थिक सुधार लगभग रुक गए हैं. सवाल ये है कि ऐसे में शेयर बाज़ार में तेज़ उछाल आने का क्या कारण है ?
मोदी का विकास मॉडल
इमेज स्रोत, WWW.GUJARAT.GOV.IN
शेयर दलाल कहते हैं कि नरेंद्र मोदी ने जिस विकास मॉडल को प्रमोट करने की कोशिश की है उसने उद्योग जगत और शेयर बाज़ार को प्रभावित किया है.
आलोक चूड़ीवाला कहते हैं, "नरेंद्र मोदी जिस विकास मॉडल की बात कर रहे हैं उस पर विदेशी निवेशकों को यक़ीन है, क्योंकि गुजरात में ये मॉडल पहले से काम कर रहा है."
लेकिन स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक के एक आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि आर्थिक विकास की दर में प्रगति वापस लाने के लिए अर्थव्यवस्था के बुनियादी पहलू अब भी कमज़ोर हैं और इसके दोबारा तेज़ रफ़्तार पकड़ने के आसार कम ही दिख रहे हैं.
मुंबई के एक अन्य शेयर दलाल अमित पारिख कहते हैं कि ये दावे के साथ कहना मुश्किल है कि बाज़ार में मौजूदा उछाल का कारण मोदी के प्रधानमंत्री बनने का उत्साह है.
बाज़ार में उत्साह
उनके मुताबिक, "ये सही है कि दलाल स्ट्रीट में मोदी को लेकर बेहद उत्साह है लेकिन बाज़ार में उछाल सभी उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में है. अगर भारत में चुनाव नहीं भी हो रहा होता तो शायद बाजार में मंदी नहीं रहती."
पारिख कहते हैं कि अगर मोदी प्रधानमंत्री बन भी जाते हैं तो ये कोई ज़रूरी नहीं कि आर्थिक प्रगति रफ़्तार पकड़ ही ले. उन्होंने कहा, "पांच साल से कांग्रेस सरकार आर्थिक कठिनाइयों से रूबरू है और मोदी के पास कोई जादू की छड़ी तो है नहीं कि वो आते ही इन कठिनाइयों को दूर कर देंगे."
शेयर बाज़ार से जुड़े लोगों के अनुसार ब्राज़ील, मेक्सिको और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में भी बाज़ार में उछाल है. बल्कि विश्व भर में शेयर बाज़ार में तेज़ी आई है.
इसका असर भारत के बाज़ारों पर भी पड़ा है लेकिन केवल बाहरी कारणों से भारत के बाज़ारों में तेज़ी नहीं आती है. देश के अंदर के माहौल का बाज़ार पर अधिक असर होता है.
भारतीय निवेशक
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दिनभर: पूरा दिन,पूरी ख़बर
मोदी अगले प्रधानमंत्री हों या कोई और, अगली सरकार के सामने चुनौतियाँ काफ़ी होंगी. भारत के निर्माण क्षेत्र का बुरा हाल है. विमानन क्षेत्र में अनिश्चितता है. बेरोज़गारी बुलंदी पर है. विदेशी निवेश रुक सा गया है. अर्थव्यवस्था में सुधार की रफ़्तार थम-सी गई है.
शेयर दलाल चूड़ीवाला के अनुसार पिछले कुछ सालों से भारतीय बाज़ारों और उद्योगपतियों में आत्मविश्वास की कमी रही.
वे कहते हैं, "बड़े भारतीय निवेशकों ने बाज़ार में पैसा डालना बंद कर दिया है और बड़े प्रोजेक्ट्स को हाथ नहीं लगा रहे हैं. वे बेहतर माहौल बनने का इंतज़ार कर रहे हैं. मोदी के वादे उनके लिए उम्मीद की एक किरण है. इसलिए वे चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनें."
इन सबके बीच सवाल ये भी है कि यदि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में वापस लौटती है तो क्या ये शेयर बाज़ार और उद्योग जगत के लिए एक बुरी ख़बर होगी? और क्या इससे शेयर के भाव जितनी तेज़ी से बढ़े हैं, उतनी तेज़ी से नीचे गिरने लगेंगे?