म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा?

म्यूच्यूअल फंड क्या है?
म्यूचुअल फंड (mutual fund) निवेश करने का एक तरीका है जिसके मदद से आप सोना, रियल स्टेट ,शेयर मार्केट और इक्विटी में अपना पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं । यह एक प्रकार का संस्था है जो अलग-अलग लोगों से पैसा लेकर फाइनेंस एक्सपर्ट के निगरानी में उसे निवेश करती है और शेयर प्राइस बढ़ने से या डिविडेंड से जो भी फायदा होता है उसे सभी इन्वेस्टर के बीच उनके इन्वेस्टेड अमाउंट के अनुसार बांट दिया जाता है और फायदे का एक छोटा हिस्सा सामान्यत: एक से तीन परसेंट हिस्सा यह म्यूच्यूअल फंड संस्था रख लेती है ।
एक जिन्हें शेयर मार्केट और उसके अंतर्गत सारी कंपनियों की जानकारी होती है इन्वेस्ट म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा? करने की स्ट्रेटेजी पता होती है और वह अपना पैसा किसी भी शेयर में लगाने के लिए आत्मनिर्भर होते हैं ।
दूसरे प्रकार के लोग जिन्हें किसी प्रकार का फाइनेंसियल नॉलेज नहीं होता है जो किसी फाइनेंस एक्सपर्ट या फाइनेंस कंपनी पर अपना पैसा इन्वेस्ट करने के लिए निर्भर होते हैं ।
म्यूच्यूअल फंड एक आसान तरीका है दूसरे प्रकार के लोगों के लिए अपने पैसे को सही जगह इन्वेस्ट कर के लाभ उठाने का । म्यूचुअल फंड में आप बहुत ही कम अमाउंट वे इन्वेस्ट कर सकते हैं ।
मान लीजिए अदानी शेयर का एक शेयर का दाम 20000 है और आपके पास मात्र 2,000 हैं इन्वेस्ट करने के लिए , म्यूच्यूअल फंड आपके जैसे और लोगों से दो दो हजार लेकर उससे अदानी का एक शेयर खरीद लेती और शेयर प्राइस बढ़ने पर या डिविडेंड मिलने पर जो भी फायदा होगा उससे सभी इन्वेस्टर के बीच बराबर हिस्से में बांट दिया जाएगा और 1 से 3% हिस्सा म्यूच्यूअल फंड कंपनी रख लेती है ।
म्यूचुअल फंड में निवेश करने के फायदे-
म्यूचुअल फंड में निवेश करने का नुकसान-
अगर मार्केट क्रैश में है और आप अपना पैसा निकालना चाहते हैं तो फंड मैनेजर को आपके साथ-साथ पूरे फंड को घाटे में डाल कर आपको पैसा लौटाना होगा
फंड मैनेजर अपना नौकरी और इज्जत को बचाने के लिए रिस्क कम लेकर सिर्फ बड़े कंपनियों में निवेश कर सकता हैं
म्यूच्यूअल फंड का इस्तेमाल क्यों करें-
निवेश की दृष्टि से अगर आप कम रिस्क के साथ अपने पैसों को इन्फ्लेशन से बचाते हुए कुछ फायदा भी बनाना चाहते हैं तो कम रिस्क और कम परेशानी के साथ नीचल फोन कर के लिए सबसे अच्छा उपाय है ।
अगर बात करें कि आपको म्यूच्यूअल फंड मैं कैसे और किस लिए निवेश करना चाहिए तो उसकी कुछ सामान्य जवाब है ।
अगर आपको अपने बच्चे की शादी करनी है और 15 साल के बाद आपको 1500000 की जरूरत है तो आप उसके हिसाब से नेचुरल फंड कैलकुलेटर की मदद से अपना हर महीने का एसआईपी सेट कर ले ।
5 साल के बाद आपको अमेरिका अपने परिवार के साथ घूमने जाना है तो खर्च को नजर में रखते हुए आप धीरे-धीरे म्युचुअल म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा? फंड में पैसा लगाकर अपने पूरे परिवार को एक सुखद अनुभव के साथ अमेरिका घुमा सकते हैं ।
म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें
टेक्नोलॉजी मैं उत्थान के बाद ऐसे कई म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा? प्लेटफार्म है जिसने शेयर मार्केट कमीशन फंड में पैसों का निवेश बहुत आसान बना दिया आज हम आपको पता ही नहीं 8 ऐसे प्लेटफार्म जिसकी मदद से आप घर बैठे आसानी से मिलकर फंड में निवेश कर सकते हैं-
Top 10 platforms for Mutual Fund
आपने ऊपर पड़ा म्यूचल फंड के बारे में सामान्य जानकारी उसके फायदे नुकसान के बारे में चलिए जानते हैं हिमाचल फंड कितने प्रकार के होते हैं और आप के लिए सबसे बेहतरीन कौन सा है-
Types of Mutual Fund
यह सभी म्यूच्यूअल फंड का अलग-अलग प्रकार है लेकिन आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले इन सभी के बारे में जान लेना चाहिए कि कौन सा प्लान आपके हिसाब से सबसे अच्छा है । सभी फंड का अलग-अलग जरूरत है और कोई बिल्कुल कम रिस्क वाला है तो कोई हाई रिस्क वाला सब आपके पैसों का निवेश अलग-अलग जगह करेगा । इसलिए आपको जानना जरूरी है कि आप के लिए सबसे सटीक म्युचुअल फंड कौन सा है ।
उदाहरण से समझते हैं अगर आपको अपने बच्चे के एडमिशन के लिए फाउंड शुरू करना म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा? है तो कम रिस्क वाला फंड लेना चाहिए मगर अगर आप अपने परिवार के साथ कहीं घूमने जाना चाहते हैं तो आप हाय रिस्क म्यूच्यूअल फंड भी शुरू कर सकते हैं क्योंकि उसमें आपको ज्यादा फायदा हो सकता है और अगर नहीं हुआ तो वह आपके लिए एक नॉर्मल स्थिति होगा ।
म्यूच्यूअल फंड में कौन सा तरीका सही – एकमुश्त निवेश या एस आए पी (सिप)?
क्या आप म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए तैयार हैं? अगर आपका जवाब हाँ हैं तो क्या आपने क्निश्चित कर लिया हैं की आप किस तरह अपना पैसा म्यूच्यूअल फंड में निवेश करेंगे – एकमुश्त (लम्प सम ) या फिर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) में करेंगे?
अगर आप इसी सवाल में उलझ रहे हैं यह समझ ले की यह दोनों सिर्फ रिटर्न की दृष्टि से अलग नहीं हैं बल्कि पैसे इन्वेस्ट या निवेश करने के तरीके से भी काफी अलग हैं |
लेकिन एक बात समझ ली जिये अगर आप एकमुश्त (लम्प सम) इन्वेस्टमेंट करना चाह रहे हैं तो आप के पास एक बार में इन्वेस्ट’करने के लिए बहुत पैसा होना ज़रूरी हैं | और आप सिप का रूट तब ले सकते हैं जब आप जानते हैं की आप हर महीने एक निश्चित रकम इन्वेस्ट कर सकते हैं | चलिए इन दोनों इन्वेस्टमेंट प्लान को और नज़दीक के समझ लेते हैं |
सिप (SIP) क्या हैं
सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP में आपके चुने गए समय अंतराल पर आपके अकाउंट से एक निश्चित राशि निकल कर आपके चुने हुए मुटुआल फंड में इन्वेस्ट किया जाता हैं |
बस इतना समझ ले की यहाँ आपका इन्वेस्टमेंट अमाउंट को कई किश्तों में बाट दिया जाता हैं| इससे आप की सिर्फ नकदी संकट से बच सकते हैं बल्कि आप अचानक मार्किट क्रैश होने के कारण जो रिस्क होता हैं, आप उससे भी बच जाते हैं | अब आप पूछेंगे कैसे? तो जवाब सरल हैं – क्योंकि SIP में आप अपना सारा पैसा एक बार में निवेश नहीं करते हैं।
सिप निवेशक को रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का फ़ायदा देता हैं, इसलिए बुरी मार्किट कंडीशन में भी यह आप को प्रॉफिट या लाभ देता हैं| सीधे लफ़्ज़ों में SIP आप के इन्वेस्टमेंट प्लान का रिस्क कम करता हैं| और क्या, आप अपने SIP की किश्तको भविष्य में बढ़ा भी सकते हैं|
स्कीम चुनते वक़्त आप अपनी जोखम उठानी क्षमता, रिटर्न की उम्मीद औवित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रखे| इस लिए आवश्यक रकम पर विचार करें और फिर इन्वेस्ट करे।
एकमुश्त निवेश क्या हैं
अगर आप लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेन्ट प्लान कर रहें हैं और आप के पास फंड भी हो तो आप
एकमुश्त निवेश यानी लम्प सम इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं | क्यों की एकमुश्त निवेश आप को शानदार रिटर्न दे सकता है, बशर्ते आपने पैसा लॉन्ग टर्म क लिए इन्वेस्ट किया हो और मार्केट को ठीक से समझ लिया हो। एक बात गाठ बांधले जब मार्केट डाउन हो, उस समय इन्वेस्टमेंट करने से अच्छा रिटर्न मिलने की अपेक्षा होती है।
यदि आप मिड-टर्म रेतुर्न चाहते हैं तो डेट फंड में लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना सही रहेगा। अगर आप ज्यादा रिस्क उठाने की चाहत रखते हैं तो इक्विटी म्यूच्यूअल फंड में लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना आप के लिए सही होगा |
मार्केट डाउन होने पर और बहुत जल्द रिकवरी की उम्मीद रखने वालो को हमेशा लम्प सम इन्वेस्टमेंट करना चाहिए | लेकिन यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं या सीनियर सिटीजन हैं तो एकमुश्त रकम के साथ एक इक्विटी फंड में कोई बड़ा रिस्क लेने से बचना चाहिए |
SIP में निवेश करने की फायदे एकमुश्त निवेश कीतुलना में
- SIP नए निवेशकों के लिए बेहतर होता हैं
- SIP निवेशकों में अनुशासन लता हैं क्यों की आप हर महीने एक नियंत्रित रकम निवेश करते हैं
- आप को बाजार ट्रैक नहीं करना पढता हैं अगर आप SIP में निवेश करते हैं| यहाँ आप कम पैसा नियंत्रित रूप से निवेश करते हैं, इससे आपकी रिस्क फैक्टर कम हो जाती हैं| एकमुश्त इन्वेस्टमेंट में रिस्क ज्यादा होता हैं और रेतुर्न भी|
- SIP द्वारा आप नियमित निवेश करते हैं| इसलिए जब बाजार कमज़ोर होता हैं तब आप ज़्यादा म्यूच्यूअल फंड यूनिट् खरीद सकते हैं और जब मजबूत होती है बाजार तब कम|एकमुश्त इन्वेस्टमेंट आप को यह फ़ायदा नहीं मिलता हैं |
- SIP में इन्वेस्ट करने वालो को मार्किट की अस्थिरता से कम तनाव होती हैं
अब आपको SIP और लम्प सम इन्वेस्टमेंट में क्या अंतर हैं और क्या फायदे हैं जान चुके हैं| लेकिन इन दोनों में सेएकसहीऑप्शन चुनने के लिए आप एक्सपर्ट सलाह ले सकते हैं| इन्वेस्टमेंट करते वक़्त म्यूच्यूअल फंड से होने वाली मुनाफ़े पे लगने वाली टैक्स का भी ध्यान रखना चाहिए| इन्वेस्टकरतेवक़्तअपने फाइनैंशल टार्गेट और रिस्क उठाने की चाहत के हिसाब से पैसा निवेश करें| म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा? कोई भी निवेश से पहले अपने इन्वेस्टमेंट अडवाइजर से कंसल्ट करे, इसी में बुद्धिमानी है।
डिस्क्लेमर : म्यूच्यूअल फंड निवेस बाज़ार के जोखमों के अधीन है | निवेश करने से पहले पड़ताल करले और अपने फाइनेंसियल अद्विसेर से सलाह लेकर निवेश करें |
Mutual Fund SIP : हर महीने 500 रुपए जमा करके लाखों का फंड कैसे बनाएं, पढ़िए निवेश रणनीति
अगर लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प नजर आता है. अच्छी बात यह है कि इतने लंबे समय . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 01, 2022, 08:10 IST
Mutual Fund SIP : पिछले कुछ सालों से म्यूचुअल फंड पसंदीदा निवेश विकल्पों में से एक बनकर उभरा है. Mutual Fund SIP में निवेश करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है. एफडी में घटती ब्याज दर और म्यूचुअल फंड में अच्छा रिटर्न लोगों को इस तरफ आकर्षित कर रहा है. अगर लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प नजर आता है.
निवेश अवधि 20 या 25 साल या उससे अधिक की है, तो बेहिचक म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं. अच्छी बात यह है कि इतने लंबे समय में आपकी छोटी-छोटी निवेश राशि एक बड़ा फंड बन जाएगी. यहां हम आपको बताएंगे कि 500 रु का मासिक निवेश 30 साल तक में कितना बन सकता है.
एसआईपी है बेस्ट
म्यूचुअल फंड में एसआईपी निवेश का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है. रिटर्न की बात करें तो लंबी अवधि में अधिकतर फंड्स का सालाना एसआईपी रिटर्न 12 फीसदी या इससे ज्यादा रह सकता है. हम यहां इसी रिटर्न के आधार पर निवेश राशि की गणना करेंगे. एसआईपी का फायदा यह भी है कि आपको बाजार में डायरेक्ट निवेश के जोखिम का सामना नहीं करना होता.
20 साल का फंड
यदि आप 500 रुपये की मंथली एसआईपी शुरू करते हैं तो एसआईपी कैलकुलेटर के अनुसार 12 फीसदी सालाना औसत रिटर्न पर करीब 5 लाख रुपये का फंड बना सकते हैं. इनमें आपका 20 साल में कुल निवेश 1.20 लाख रु होगा. जबकि अनुमानित रिटर्न का राशि 3.79 लाख रुपये होगी. यदि आपको ज्यादा रिटर्न मिला तो ये राशि बड़ी हो सकती है.
25 साल का फंड
एसआईपी कैलकुलेटर के मुताबिक 500 रुपये की एसआईपी यदि 25 साल तक जारी रखी जाए तो आप करीब 9.5 लाख रुपये का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका 25 साल में कुल निवेश 1.50 लाख रुपये होगा, जबकि अनुमानित रिटर्न की राशि करीब 8.5 लाख रु रुपये होगी.
30 साल का फंड
एसाईपी कैलकुलेटर के मुताबिक 500 रुपये की एसआईपी 30 साल तक जारी रखने पर 17.65 लाख रुपये का फंड बना सकते हैं. इसमें आपका 30 साल में कुल निवेश 1.80 लाख रुपये होगी, जबकि अनुमानित रिटर्न राशि 15.85 रुपये होगी.
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म्यूच्यूअल फंड कैसे काम करता हैं
जब भी हम धन बचाने के बारे में सोचते है, तो हमारे दिमाग़ में बैंक में जमा खाता, योजनाएं, RD ओर FD जैसी बहुत सारी धन बचत योजना घूमती हैं| लेकिन आजकल के समय में अपनी पूंजी की सरहाना करने के और कम समय में अधिक बचत के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं हैं,जिसमें एक निवेश विकल्प हैं जिसमें निवेश करके आप कम जोखिम में अपने धन की एक अच्छी कीमत ले सकते हैं | यह म्यूचुअल फंड हैं, जो आपको आपकी भविष्य निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं|
म्यूचुअल फंड विभिन्न प्रकार म्यूच्यूअल फंड क्या करेगा? के निवेश स्टॉक या बॉन्ड से भरी टोकरी हैं, जो लोगों को व्यक्तिगत प्रतिभूतियों को चुनने के जोखिम को कम करते हुए निवेश करने की अनुमति देते हैं।
म्यूचुअल फंड कैसे काम करता हैं
निवेशक म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं- म्यूचुअल फंड निवेशों का एक संग्रह है,म्यूचुअल फंड आपके पैसे को अन्य निवेशकों के पैसे के साथ जोड़कर और अन्य परिसंपत्तियों के पोर्टफोलियो (जैसे, स्टॉक, बॉन्ड) में निवेश करके काम करता हैं। इसका मतलब है कि आप उन पोर्टफोलियो में निवेश करने में सक्षम होंगे जो आप अकेले नहीं कर पाएंगे क्योंकि आप अन्य निवेशकों के साथ निवेश कर रहे हैं म्यूचुअल फंड आमतौर पर एक फंड मैनेजर द्वारा प्रबंधित होते हैं, जो पोर्टफोलियो में किये गए निवेशों को चुनता हैं|
म्यूचुअल फंड एक ऐसी कंपनी है- जो निवेशकों के कई प्रकार के निवेश करने के लिए निवेशकों के पैसे को पूल करती है, जिसे पोर्टफोलियो के रूप में जाना जाता है। स्टॉक, बॉन्ड और मनी मार्केट फंड में निवेश करते हैं, जो म्यूचुअल फंड बनाता हैं। निवेश किए गए पैसे का उपयोग म्यूचुअल फंड यूनिट खरीदने के लिए किया जाता है|
म्यूचुअल फंड में निवेश का प्रबंधन म्यूचुअल फंड आमतौर पर एक फंड मैनेजर द्वारा प्रबंधित किया जाता है, जो पोर्टफोलियो में सभी निवेशों को चुनता है। यह अक्सर शुरुआती निवेशकों जिनके पास बहुत अधिक अनुभव नहीं होता है ,एक पोर्टफोलियो मैनेजर जो कि एक्सपेर्ट हैं ,वे दिन-प्रतिदिन प्रतिभूतियों के आधार पर फंड का प्रबंधन करते हैं, ओर यह तय करते हैं कि फंड के निवेश के उद्देश्यों के अनुसार कब और कैसे बेचना ओर खरीदना है।
क्योंकि ये फंड मैनेजर सक्रिय (active)रूप से आपके पैसे का प्रबंधन करते हैं, आप कभी-कभी म्यूचुअल फंड को "सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड के रूप में संदर्भित(refer) करते हैं।
म्यूचुअल फंड एक पेशेवर निवेश प्रबंधक द्वारा प्रबंधित किया जाता है जो फंड के सबसे प्रभावी विकास के लिए प्रतिभूतियों को खरीदता है और बेचता है। म्यूचुअल फंड निवेशक के रूप में, आप म्यूचुअल फंड कंपनी के "शेयरधारक" बन जाते हैं। जब मुनाफा होगा तो आप लाभांश अर्जित करेंगे। जब नुकसान होते हैं, तो आपके शेयर मूल्य में कमी आएंगे।और अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड मैनेजर कि भूमिका महत्वपूर्ण है।
आप अपने धन को उनके कोष में रखकर अनिवार्य रूप से निवेश कर रहे हैं। उनके पास आपके लिए एक अच्छा काम करने के लिए प्रोत्साहन का बहुत कुछ है, क्योंकि उनकी नौकरियां शाब्दिक रूप से इस बात पर निर्भर करती हैं कि फंड कितना अच्छा प्रदर्शन करते हैं। अगर वे अच्छा काम करते हैं तो उन्हें बढ़िया बोनस भी मिलता है।
यदि मूल्य में वृद्धि हुई है- ओर पेशावर या निवेशक फंड प्रतिभूतियों को बेचता है, तो फंड का पूंजीगत लाभ होता है। अधिकांश धनराशि निवेशकों को वितरण में इन लाभों पर भी जाती है। यदि फंड होल्डिंग्स की कीमत में वृद्धि होती है लेकिन फंड मैनेजर द्वारा नहीं बेची जाती है, तो फंड के शेयरों की कीमत बढ़ जाती है। फिर आप बाजार में अधिक लाभ के लिए अपने म्यूचुअल फंड शेयर बेच सकते हैं।
म्यूचुअल फंड पर पैसा बनाने के 2 तरीके
पूंजीगत लाभ - यदि आप इसके लिए भुगतान किए गए से अधिक के लिए अपना म्यूचुअल फंड बेचते हैं, तो आपके पास पूंजीगत लाभ होगा। यदि आप अपने म्यूचुअल फंड को इसके लिए भुगतान किए गए से कम पर बेचते हैं, तो आपको पूंजीगत नुकसान होगा।
वितरण - आपके द्वारा खरीदे जाने वाले फंड के प्रकार के आधार पर, आप लाभांश, ब्याज, पूंजीगत लाभ या अन्य आय के भी प्राप्त कर सकते हैं जो फंड अपने निवेश पर कमाता है। आप नकद में वितरण प्राप्त करना चुन सकते हैं या उन्हें आपके लिए निधि में पुनर्निवेशित कर सकते हैं। जब तक आप वितरण को नकद में भुगतान करने के लिए नहीं कहते हैं, तब तक म्यूचुअल फंड आमतौर पर आपके लिए वितरण को फिर से संगठित करेगा।
विविधीकरण के उपयोग के माध्यम से कम पोर्टफोलियो जोखिम प्राप्त किया जाता है, क्योंकि अधिकांश म्यूचुअल फंड 50 से 200 विभिन्न प्रतिभूतियों में कहीं भी निवेश करेंगे - यह फोकस पर निर्भर करता है। कई स्टॉक इंडेक्स म्यूचुअल फंड 1,000 या अधिक व्यक्तिगत स्टॉक पदों के मालिक हैं।
म्यूचुअल फंड के लाभ
- सरलता- म्यूचुअल फंड्स को खरीदना ओर समझना आसान है| म्युचुअल फंड में कम से कम निवेश होता है म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए अर्थशास्त्र, वित्तीय वक्तव्यों या वित्तीय बाजारों के अनुभव या ज्ञान की आवश्यकता नहीं होती है।
- विविधीकरण- म्युचुअल फंड में व्यापक बाजार एक्सपोजर होता है| म्यूचुअल फंड दर्जनों, सैकड़ों, या यहां तक कि हजारों विभिन्न निवेश प्रतिभूतियों में निवेश कर सकता है, जिससे केवल एक फंड में निवेश करके विविधीकरण प्राप्त करना संभव हो जाता है। हालांकि, यह कई अलग-अलग म्यूचुअल फंडों में विविधता लाने के लिए स्मार्ट है।
- अफोर्डेबिलिटी- अधिकांश म्यूचुअल फंड में निवेश कि शुरुआत 500 और 100 रुपए से भी की जा सकती हैं। कई मामलों में, निवेशक एक व्यवस्थित निवेश कार्यक्रम शुरू कर सकते है।
- लचीलापन- म्यूचुअल फंड के कई उपयोग और अनुप्रयोग हैं, म्यूचुअल फंड के उपरोक्त सभी लाभ सरलता और लचीलेपन में ओवरलैप होते हैं। आप सिर्फ एक फंड में निवेश कर सकते हैं या एक विस्तृत विविधता में निवेश कर सकते हैं।
- टैक्स फ्री
यदि आप एक पंजीकृत योजना में अपने म्युचुअल फंडों को रखते हैं,आप कर का भुगतान नहीं करते हैं, जब तक आप उस पैसे को योजना में शामिल करते हैं, तब आप जो पैसा कमाते हैं। जब योजना से पैसा निकाला जाता है, तो उस आय के रूप में थोड़ा कर लगाया जाता हैं।