मुख्य निवेश विकल्प

तो वैसे बेहतरीन जोखिम-मुक्त निवेश कौन-से हैं जिनमें आप अपना पैसा लगा सकते हैं? यहां उनमें से कुछ का जिक्र किया गया है, जिसे आप शून्य से कम जोखिम के बीच अपने निवेश के लिए बेहतर विकल्प के रूप में आजमा सकते है।
भारत में निवेश के ins और बहिष्कार
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निवेश करना सीखें
अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फण्ड (एआईएफ) निवेश का अपेक्षाकृत नया साधन है और कुछ वर्षों में इसका प्रचलन काफी बढ़ा है. विगत तीन वर्षों में सरकार के विभिन्न नियामक सुधारों, जैसे कि कमोडिटी डेरिवेटिव्स में निवेश करने की इजाजत, केटेगरी 1 और 2 फंड्स के लिए टैक्स पास-थ्रू ढांचा का क्रियान्वयन और आटोमेटिक रूट के तहत फण्ड में विदेशी निवेशों का समावेश के कारण वैकल्पिक निवेशों की तेज वृद्धि हुयी है.
इस आलेख में हम आपको अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स और इससे सम्बंधित हर चीज के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे. तो चलिए हम सबसे पहले अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स यानी वैकल्पिक निवेश फंड्स को समझने के साथ शुरुआत करते हैं.
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अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स क्या हैं ?
अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड्स भारत में स्थापित या निगमित निजी तौर पर समुच्चित निवेश साधन है. यह जानकार निवेशकों से फण्ड एकत्र करके उनका समुच्चय खडा करता है जिनमें भारतीय और विदेशी दोनों होते हैं. इस तरह मुख्य निवेश विकल्प जमा फण्ड को अपारंपरिक विकल्पों, जैसे कि रियल एस्टेट फंड्स, हेज फंड्स, प्राइवेट इक्विटी आदि में निवेश कर दिया जाता है. निवेश के उत्पाद की व्यापक रेंज से निवेशकों को अपने निवेश पोर्टफोलियो को व्यापक बनाने और विविधीकृत करने में मदद मिलती है.
Low Risk Investment Options: निवेश के इन विकल्पों में रिस्क है कम, जरूरत के हिसाब से चुन सकते हैं ऑप्शन
Low Risk Investment Options हम सभी अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखते हुए इसे बढ़ाना चाहते हैं। कोई भी अपने पैसे को समय के साथ यूं ही नहीं पड़े देना चाहता। बल्कि सभी इससे कुछ अर्जित करना ही चाहते हैं।
नई दिल्ली, हर्ष जैन। जब बात निवेश की आती है तो अधिकांश लोग ऐसे विकल्प की तलाश करते हैं जो सुरक्षित और विश्वसनीय हो और साथ ही यह उन्हें जोखिम का सामना करने से बचाए। जाहिर तौर पर यह स्वाभाविक भी है। हम सभी अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखते हुए इसे बढ़ाना चाहते हैं। कोई भी अपने पैसे को समय के साथ यूं ही नहीं पड़े देना चाहता। बल्कि, सभी इससे कुछ अर्जित करना ही चाहते हैं। एक सुरक्षित निवेश एक ऐसा निवेश है जो शून्य से थोड़े जोखिम के बीच होता है। हां, निवेश के ऐसे अन्य विकल्प मौजूद हैं जिनमें उच्च जोखिम शामिल हैं, लेकिन जो निवेशक पूंजी वृद्धि के मुकाबले आम तौर पर अपने वित्त की सुरक्षा के बारे में चिंतित हैं, वे सर्वाधिक सुरक्षित निवेश की तलाश करते हैं।
बचत खाते (Savings Account)
प्रत्येक कॉमर्शियल बैंक अपने ग्राहकों को उनकी गाढ़ी कमाई में मुख्य निवेश विकल्प से बचत करने के लिए एक बचत खाता प्रदान करता है। वित्त का प्रबंधन मुख्य निवेश विकल्प करने के लिए बचत खाता की जरूरत होती है, लेकिन यह कम रिटर्न देता है। सामान्य तौर पर रिटर्न लगभग 4% होता है और यह बैंक दर बैंक अलग-अलग होता है। यदि आप अपना पैसा रखना चाहते हैं और बार-बार निकासी करना चाहते हैं, तो बचत खाता एक आदर्श विकल्प हो सकता है। इसलिए आप मुख्य निवेश विकल्प एक बचत खाता चुनते हुए ब्याज दरों की तुलना कर अपने लिए सबसे अच्छे खाते का चयन कर सकते हैं।
भारतीय डाक विभाग विभिन्न योजनाएं उपलब्ध कराता है जो व्यक्तियों को अपना धन बढ़ाने में मदद कर सकती हैं। यह बचत की आदत भी विकसित करता है। और साथ ही, डाकघरों की योजनाओं से मिलने वाला रिटर्न बैंकों और अन्य एनबीएफसी की तुलना में अधिक है। एक डाकघर योजना आमतौर पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या ट्रैकिंग सिस्टम की पेशकश नहीं करती है, और इसके लिए आपके लिए अपने नजदीकी डाकघर जाना ही पड़ेगा। डिजिटलीकरण तेजी से हो रहा है, तो हम उम्मीद कर सकते हैं कि डाक विभाग जल्द ही इसे अपनाएगा।
फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit)
आपने इसके बारे में सुना होगा और निश्चित तौर पर सावधि जमा या फिक्स्ड डिपॉजिट भारत में सर्वाधिक सुरक्षित निवेश में से एक है। दशकों तक यह भारतीयों के लिए पसंदीदा विकल्प रहा है और यह बात अतीत में साबित भी हुई है। सरप्लस फंड के लिए इससे बेहतर जगह और क्या हो सकती है? यह ज्यादातर परिपक्वता पर तयशुदा रिटर्न के साथ सभी बैंकों द्वारा ऑफर किया जाता है और सर्वाधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि यह स्पष्ट रूप से जोखिम मुक्त है।
आवर्ती जमा या रेकरिंग डिपॉजिट काफी हद तक सावधिक जमा के समान हैं। सावधि जमा में निवेश एकमुश्त जमा के माध्यम से किया जाता है। आवर्ती जमा में नियमित अंतराल पर निश्चित राशि के रूप में निवेश किया जाता है, मुख्य निवेश विकल्प जैसे कि महीने में एक बार। सावधिक जमा की तरह आवर्ती जमा भी रिटर्न की गारंटी देता है, और आवर्ती जमा पर ब्याज दर पूरी निवेश अवधि में मुख्य निवेश विकल्प नहीं बदलती है और परिपक्वता पर निवेश की गई राशि को उस पर अर्जित ब्याज के साथ एकमुश्त राशि के रूप में लौटा दिया जाता है।
PPF (सार्वजनिक भविष्य निधि)
सार्वजनिक भविष्य निधि भी भारत में बचत का एक बहुत लोकप्रिय विकल्प है, और यह रिटर्न और कर छूट की गारंटी भी देता है। सरकार यह योजना व्यक्तियों को उनकी सेवानिवृत्ति पर बचत करने में मदद करने के लिए प्रदान करती है। यह एक ऐसी योजना है जिसे बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है। आमतौर पर इस योजना का कार्यकाल 15 साल का होता है और जरूरत पड़ने पर इसे और भी बढ़ाया जा सकता है। हालांकि इस योजना में समय से पहले आकस्मिक निकासी का भी प्रावधान है। इसलिए यह एक बेहतर स्थिति है। यह सुरक्षित है, गारंटीड या तयशुदा रिटर्न देने वाला है और साथ ही यह आपको कर बचत का विकल्प देता है।
गैर-इक्विटी म्युचुअल फंड डेट और गिल्ट फंड की तरह हैं, और ये पूंजी की सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये ऐसी योजनाएं हैं जिनमें कम जोखिम होता है। यह हमेशा सरकारी बॉन्ड, डिबेंचर और फिक्स्ड सिक्यॉरिटीज वाले गोल्ड बॉन्ड जैसे सुरक्षित उत्पादों में निवेश करता है। इन योजनाओं की समयावधि छोटी, मध्यम या दीर्घकालिक है, और यह उस फंड के प्रकार पर निर्भर करता है, जिसे आपने अपने वित्तीय लक्ष्य के मुताबिक चुना है।
कम पैसे में करना चाहते ज्यादा कमाई, ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन
नई दिल्ली, ब्रांड डेस्क। क्या आप निवेश की योजना बना रहे हैं लेकिन तय नहीं कर पा रहे हैं कि पैसा कहां लगाएं, तो चिंता न करें आप अकेले नहीं हैं जो इस दुविधा से गुजर रहे हैं। आम धारणा है कि लोग पैसा न होने की वजह से निवेश नहीं कर पाते। हालांकि निवेश न कर पाने की मुख्य वजह पैसा नहीं होती, वास्तविकता में लोग ये चुनाव ही नहीं कर पाते कि उन्हें अपना पैसा कहां लगाना है और इसी सवाल का जवाब तलाशते हुए वो गैर-जरूरी कामों में पैसा खर्च कर देते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं कि निवेश कितनी तरह के होते हैं जिससे आप वक्त पड़ने पर निवेश का सही फैसला ले सकें।
निवेश कर अमीर बनने के ये हैं 10 बेहतरीन विकल्प
निवेश के किसी विकल्प को चुनते वक्त आपको जोखिम उठाने की अपनी क्षमता के बारे में जानना-समझना जरूरी है. कुछ निवेश ऐसे हैं जिनमें लंबी अवधि में अधिक जोखिम के साथ अधिक रिटर्न का मौका मिलता है.
निवेश के वास्तव में दो तरीके हैं-वित्तीय और गैर वित्तीय निवेश विकल्प.
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वित्तीय प्रोडक्ट में आप शेयर बाजार से संबद्ध विकल्प (शेयर, म्यूचुअल फंड) चुन सकते हैं या फिक्स्ड इनकम (PPF, बैंक FD आदि) के विकल्प चुन सकते हैं. गैर वित्तीय निवेश विकल्प में सोना, रियल एस्टेट आदि आते हैं. ज्यादातर भारतीय निवेश अब तक निवेश के इसी गैर वित्तीय निवेश विकल्प का प्रयोग करते रहे हैं.