बाइनरी ऑप्शन टिप्स

ट्रेड कॉइन बॉट्स आज सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं

ट्रेड कॉइन बॉट्स आज सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं
पासवर्ड बनाने में ये गलतियां न करें

नहीं छूट रही कमजोर पासवर्ड बनाने की आदत: password और 123456 जैसे पासवर्ड बना रहे भारतीय, एक सेकेंड में हैक हो जाते हैं

साइबर क्राइम की घटनाएं बढ़ने के बावजूद भी भारतीय यूजर अपने पासवर्ड को स्ट्रॉन्ग बनाने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। पासवर्ड मैनेजमेंट कंपनी नॉर्डपास की एक रिपोर्ट के अनुसार पासवर्ड के रूप में सबसे ज्यादा 'password' का ही इस्तेमाल किया गया। 'password' को 34.90 लाख बार पासवर्ड बनाया गया। वहीं 123456 को 1.66 लाख बार पासवर्ड बनाया गया।

वहीं इस साल 'bigbasket' और 'googledumy' भी भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले पासवर्ड में शामिल हैं। इसके अलावा 123456 और 12345678 के पासवर्ड अभी भी लोगों की पसंद बने हुए हैं।

अमेरिका, UK और जापान के लोग भी स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बनाने में फिसड्डी
30 देशों के लोगों पर किए गए रिसर्च में सामने आया है कि UK में सबसे ज्यादा पासवर्ड liverpool, qwerty, guest, arsenal, chelsea, liverpool1, password1, football, cheese, thoma और london शब्द हैं।

Explained: 120 मिनट रहा व्हाट्सएप का ग्रहण काल, 8 अरब मैसेज न जा सके, न आ सके

By: अलका राशि | Updated at : 25 Oct 2022 03:39 PM (IST)

लगभग डेढ़ घंटे डाउन रहा व्हाटसऐप

दिन मंगलवार, समय करीब दोपहर 12.30, दफ्तर में अचानक ये आवाज़ गूंजी की व्हाट्सएप काम नहीं कर रहा है. मैसेज न जा रहा है और न ही आ रहा है. ग्रुप मैसेज भी बंद है. पेमेंट सर्विस ने भी काम करना बंद कर दिया है. देखते देखते ये पता चला कि व्हाट्सएप पूरी दुनिया में ठप है, ये सिलसिला करीब दो घंटे तक चला और आखिरकार एक बार फिर मैसेज का जाना-आना शुरू हो गया, ऐसा लगा जैसे रुकी हुई दुनिया एक बार फिर रवां-दवां हो गई है. ट्विटर पर जारी मीम्म ने विराम लिया, व्हाट्सएप को लेकर टीवी की खबरों पर ब्रेक लग गया. और दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के पुराने मैसेज से व्हाट्सएप भर गया.

इस बीच सवाल उठता है कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मैसेजिंग एप के करीब दो घंटे तक ठप रहने से यूजर्स का कैसा बुरा हाल रहा है, वो किन परेशानियों से गुजरे, खुद व्हाट्सएप और मेटा के लिए ये कितना बुरी खबर है. आइए जानते हैं कि दुनियाभर में व्हाट्सएप के कितने यूजर्स हैं. करीब 2 घंटे सर्विस ठप हो से कितने करोड़े मैसेज अटक गए या न भेजे जा सके, न ही रिसीव ट्रेड कॉइन बॉट्स आज सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं किए जा सके. पेमेंट सर्विस का नुकसान हुआ वो अलग.

Explained: 120 मिनट रहा व्हाट्सएप का ग्रहण काल, 8 अरब मैसेज न जा सके, न आ सके

By: अलका राशि | Updated at : 25 Oct 2022 03:39 PM (IST)

लगभग डेढ़ घंटे डाउन रहा व्हाटसऐप

दिन मंगलवार, समय करीब दोपहर 12.30, दफ्तर में अचानक ये आवाज़ गूंजी की व्हाट्सएप काम नहीं कर रहा है. मैसेज न जा रहा है और न ही आ रहा है. ग्रुप मैसेज भी बंद है. पेमेंट सर्विस ने भी काम करना बंद कर दिया है. देखते देखते ये पता चला कि व्हाट्सएप पूरी दुनिया में ठप है, ये सिलसिला करीब दो घंटे तक चला और आखिरकार एक बार फिर मैसेज का जाना-आना शुरू हो गया, ऐसा लगा जैसे रुकी हुई दुनिया एक बार फिर रवां-दवां हो गई है. ट्विटर पर जारी मीम्म ने विराम लिया, व्हाट्सएप को लेकर टीवी की खबरों पर ब्रेक लग गया. और दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के पुराने मैसेज से व्हाट्सएप भर गया.

इस बीच सवाल उठता है कि दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मैसेजिंग एप के करीब दो घंटे तक ठप रहने से यूजर्स का कैसा बुरा हाल रहा है, वो किन परेशानियों से गुजरे, खुद व्हाट्सएप और मेटा के लिए ये कितना बुरी खबर है. आइए जानते हैं कि दुनियाभर में व्हाट्सएप के कितने यूजर्स हैं. करीब 2 घंटे सर्विस ठप हो से कितने करोड़े मैसेज अटक गए या न भेजे जा सके, न ही रिसीव किए जा सके. पेमेंट सर्विस का नुकसान हुआ वो अलग.

डेटा के सरकारी स्रोत गैर-भरोसेमंद होते जा रहे हैं, निजी स्रोत सोने की खान साबित हो रहे हैं

प्रज्ञा घोष | दिप्रिंट

क्या डाटा के बाजार का निजीकरण होता जा रहा है? अभी पूरी तरह तो ऐसा नहीं हुआ है मगर चीजें उसी दिशा में आगे बढ़ रही हैं. जरा इस पर गौर कीजिए— सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले रोजगार के आंकड़े सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआइई) प्रस्तुत करता है, जो ऐसे सर्वेक्षणों के आधार पर होता है जिनका सेंपल साइज सरकार द्वारा इस्तेमाल सेंपल साइज जितना बड़ा होता है.

भारत में स्कूली शिक्षा की सही स्थिति के डाटा का शायद सबसे विश्वसनीय स्रोत ‘प्रथम’ है, जो एक नॉन- प्रॉफ़िट संगठन है. यह हर साल शिक्षा की स्थिति का सर्वे करता है, जिसका काफी इंतजार किया जाता है. जिन दूसरे आंकड़ों पर करीबी नजर रखी जाती ट्रेड कॉइन बॉट्स आज सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं है उनमें ‘आईएचएस मार्किट’ का पर्चेजिंग मैनेजर सूचकांक भी है, जो आर्थिक गति का विश्वसनीय जायजा देता है. विश्लेषण करने वाली फर्म ‘क्रिसिल’ कंपनियों की साख के बारे में स्रोत का काम करती है. तकनीकी मसलों पर डाटा के मामले में सेंटर फॉर टेक्नोलॉजी, इनोवेशन, एंड इकोनॉमिक्स रिसर्च का मुक़ाबला कोई नहीं कर सकता. मौसम की भविष्यवाणी करने वाली स्काईमेट जैसी निजी कंपनी ने ट्रेड कॉइन बॉट्स आज सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं इधर कुछ वर्षों से सरकारी मौसम विभाग से बेहतर काम कर रही है. और जब विश्व स्वास्थ्य संगठन कहता है कि भारत में कोविड से हुई मौतों की वास्तविक संख्या इसके सरकारी आंकड़ों से 10 गुना ज्यादा है, तब कई लोगों को सरकारी आंकड़ों को लेकर हैरानी हो सकती है.

Bharat bandh 2022 : आज केंद्रीय ट्रेड यूनियनों का भारत बंद, बैंकिंग सेक्टर पर पड़ेगा बड़ा प्रभाव

central trade unions Bharat bandh today, big impact on banking sector

Bharat bandh 2022 : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों (Central Trade Unions) के आज और कल यानी 28 और 29 मार्च के भारत बंद (Bharat Bandh) का असर आज देश भर में दिखेगा। ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध और अपनी मांगोंं के लिए इस बंद का आयोजन किया है। आज होेने वाले इस बंद का सबसे बड़ा असर बैंकिंग सेक्टर पर पड़ेगा। इसके अलावा अन्य सेक्टरों में भी बंद का असर दिखने की संभावना है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने इस बंद को समर्थन दिया है।

दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी भारत बंद के दस प्रमुख प्वाइंट्स
1. भारत के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बाद सरकार के खिलाफ यह पहला बड़ा विरोधा है। भाजपा पांच में से चार राज्यों - उत्तर प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड और गोवा में सरकार बनाने में सफल रही है, जबकि आप ने पंजाब में जीत हासिल की। भाजपा ने कहा कि उसने अपने जन-समर्थक और विकास-समर्थक एजेंडे के कारण चार राज्यों में जीत हासिल की।

रेटिंग: 4.17
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 841
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *