ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न

जानिए क्या होती है स्विंग ट्रेडिंग? क्या हैं इसके फायदे
Swing Trading: बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद आपको स्टॉक या इंडेक्स की सही दिशा का पता लगवाने में मदद करना होता है.
- nupur praveen
- Publish Date - August 31, 2021 / 12:52 PM IST
म्युचुअल फंड निवेश के मामले में भले ही काफी लोगों को अट्रैक्टिव लगते हों, लेकिन पुरानी धारणाओं के कारण लोग उनसे दूर रहना पसंद करते हैं. अगर आपने भी शेयर बाजार में हाल ही में शुरुआत की है तो स्विंग ट्रेडिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) उन ट्रेडिंग टेक्निक्स में से एक है, जिसमें ट्रेडर 24 घंटे से ज्यादा समय तक किसी पोजीशन को होल्ड कर सकता है. इसका उद्देश्य प्राइस ऑस्कीलेशन या स्विंग्स के जरिए निवेशकों को पैसे बनाकर देना होता है. डे और ट्रेंड ट्रेडिंग में स्विंग ट्रेडर्स कम समय में अच्छा प्रॉफिट बनाने के लिए स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) का विकल्प चुनता है. स्विंग ट्रेडिंग टेक्नीक में ट्रेडर अपनी पोजीशन एक दिन से लेकर कई हफ्तों तक रख सकता है.
यहां पर स्विंग ट्रेडिंग के जरिये एक ट्रेडर का लक्ष्य छोटे-छोटे प्रॉफिट के साथ लॉन्गर टाइम फ्रेम में एक बड़ा प्रॉफिट बनाने का होता है. जहां लॉन्ग टर्म निवेशकों को मामूली 25% लाभ कमाने के लिए पांच महीने तक इंतजार करना पड़ सकता है. वहीं स्विंग ट्रेडर हर हफ्ते 5% या इससे ज्यादा का भी प्रॉफिट बना सकते हैं बहुत ही आसानी से लॉन्ग टर्म निवेशकों को मात दे सकता है.
स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग में अंतर
शुरुआत के दिनों में नए निवेशकों को स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) और डे ट्रेडिंग एक ही लग सकते हैं, लेकिन जो स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग को एक दूसरे से अलग बनाता है वो होता है टाइम पीरियड. जहां एक डे ट्रेडर अपनी पोजीशन चंन्द मिनटो से ले कर कुछ घंटो तक रखता है वहीं एक स्विंग ट्रेडर अपनी पोजीशन 24 घंटे के ऊपर से ले कर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. ऐसे मे बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी भी कम हो जाती है और प्रॉफिट बनाने की सम्भावना भी काफी अधिक होती है जिसके कारण ज्यादातर लोग डे ट्रेडिंग की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग टेक्निकल इंडीकेटर्स पर निर्भर करती है. टेक्निकल इंडीकेटर्स का काम मार्किट में रिस्क फैक्टर को कम ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न करना और बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद आपको स्टॉक या इंडेक्स की सही दिशा का पता लगवाने में मद्दत करना होता है. जब आप अपने निवेश को किसी विशेष ट्रेडिंग स्टाइल पर केंद्रित करते हैं तो यह आपको राहत भी देता है. और साथ ही साथ आपको मार्किट के रोज़ के उतार-चढ़ाव पर लगातार नजर रखने की भी जरुरत नही पड़ती है. आपको सिर्फ अपनी बनाई गई रणनीति को फॉलो करना होता है.
स्विंग ट्रेडिंग से जुड़े कुछ जरूरी टर्म्स
स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) में अक्सर इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ शब्दों में एंट्री पोइंट, एग्जिट पॉइंट और स्टॉप लॉस शामिल हैं. जिस प्वाइंट पर ट्रेडर अलग अलग टेक्निकल इंडिकेटर की सहायता से खरीदारी करते है उसे एंट्री प्वाइंट कहा जाता है. जबकि जिस प्वाइंट पर ट्रेडर अपनी ट्रेड पोजीशन को स्क्वायर ऑफ करते हैं. उसे एग्जिट प्वाइंट के रूप में जाना जाता है. वही स्टॉप लॉस जिसे एक ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न निवेशक के नुकसान को सीमित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. ऐसा प्वाइंट होता है जहाँ आप अपने रिस्क को सीमित कर देते है. उदाहरण के लिए जिस कीमत पर आपने स्टॉक खरीदा था. उसके 20% नीचे के लिए स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट करना आपके नुकसान को 20% तक सीमित कर देता है.
कितने टाइप के होते है स्विंग ट्रेडिंग पैटर्न
स्विंग ट्रेडर्स अपनी निवेश रणनीति तैयार करने के लिए बोलिंगर बैंड, फिबोनाची रिट्रेसमेंट और मूविंग ऑसिलेटर्स जैसे ट्रेडिंग टूल्स का उपयोग करके अपने ट्रेड करने के तरीके बनाते हैं. स्विंग ट्रेडर्स उभरते बाजार के पैटर्न पर भी नजर रखते हैं जैसे
– हेड एंड शोल्डर पैटर्न
– फ्लैग पैटर्न
– कप एंड हैंडल पैटर्न
– ट्रेंगल पैटर्न
– मूविंग एवरेज का क्रॉसओवर पैटर्न
भारत में सबसे लोकप्रिय स्विंग ट्रेडिंग ब्रोकरों में एंजेल ब्रोकिंग, मोतीलाल ओसवाल, आईआईएफएल, ज़ेरोधा, अपस्टॉक्स और शेयरखान शामिल है.
क्रिप्टो बाजार अपडेट (Crypto Market Update)
नोट: यह ब्लॉग किसी बाहरी ब्लॉगर द्वारा लिखा गया है। इस पोस्ट में व्यक्त विचार और राय पूरी तरह से लेखक के हैं। क्रिप्टोकुरेंसी एक अनियमित डिजिटल मुद्रा है, कानूनी निविदा नहीं है और बाजार जोखिमों के अधीन है। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या WazirX की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।
एक बुरे सप्ताह के बाद, बिटकॉइन ने 34,000 डॉलर के स्तर तक गिरने के बाद 37,000 डॉलर के स्तर से आगे जाने के लिए कुछ लचीलापन दिखाया है। 2-घंटे की समय सीमा फ्लैग पैटर्न के गठन को दर्शाती है। हालांकि यह एक छोटी समय सीमा पर है, BTC ट्रेंड आशाजनक लगता है और हो सकता है जल्द ही ट्रेंड में परिवर्तन देखने को मिले। RSI अभी भी ओवरसोल्ड ज़ोन में बना हुआ है, लेकिन पिछले 6 दिनों से कम रहने के बाद 30 से ऊपर चला गया है।
इथेरियम 2,400 डॉलर के निशान से ऊपर चला गया है। BTC के मुकाबले ETH कमज़ोर बना हुआ है और 0.066 के स्तर के आसपास मंडरा रहा है। इथेरियम के लिए दैनिक ट्रेंड पैटर्न असेंडिंग चैनल पैटर्न के भीतर व्यापार करना जारी रखे हुए है। ट्रेंड समर्थन स्तरों के करीब कारोबार कर रहा है और इस पैटर्न से अलग होने से इथेरियम बिटकॉइन के मुकाबले और कमज़ोर हो सकता है। 0.0658 पर तत्काल समर्थन की उम्मीद है।
लूपरिंग (LRC) और HIVE पिछले 24 घंटों में 20% से अधिक लाभ के साथ शीर्ष लाभ प्राप्त करने वालों में शामिल रहे हैं, जिनका इसी अवधि में बिटकॉइन से बेहतर प्रदर्शन रहा है।
बिनोमो पर बुलिश फ्लैग कंटिन्यूएशन पैटर्न को समझना
क्या आपने कभी इस शब्द को सुना है, 'तेजी से ध्वज निरंतरता पैटर्न'? क्या 'के बारे में मंदी झंडा निरंतरता पैटर्न'?
जब समेकन की अपेक्षाकृत क्रमिक अवधि के बाद मूल्य का एक विस्फोटक रूप से मजबूत उदय होता है, जहां मूल्य न तो उगता है और न ही कुछ समय के लिए गिरता है, इस पैटर्न को फ्लैगपोल पर एक ध्वज के दृश्य समानता के बाद "ध्वज" कहा जाता है। अधिक बार इसे "ध्वज निरंतरता पैटर्न" कहा जाता है।
जब पैटर्न टूट जाता है, तो यह अगली प्रवृत्ति में उतार-चढ़ाव और मूल्य को ट्रिगर करता है और फिर आगे बढ़ता है। क्या एक विशिष्ट टूटने से ध्वज निरंतरता पैटर्न को अलग करता है या ब्रेकआउट 'फ्लैगपोल' द्वारा दर्शाए गए मूल्य का मजबूत उदय या गिरावट है। ये ध्वज पैटर्न अपट्रेंड फ्लैग पैटर्न (तेजी) या डाउनट्रेंड फ्लैग पैटर्न (मंदी) हो सकते हैं।
इस लेख के लिए, चलिए मंदी और तेजी के ध्वज निरंतरता पैटर्न का पता लगाते हैं, जिसका उपयोग करके आप आसानी से देख सकते हैं Binomo प्लेटफार्म पर ट्रेड कैसे करना है|
बुलिश फ्लैग कंटिन्यू पैटर्न
1 फ्लैगपोल है, 2 फ्लैग है, और 3 निरंतर अपट्रेंड है
तेजी से ध्वज निरंतरता पैटर्न को और अधिक विस्तार से देखें। "1" फ्लैगपोल को संदर्भित करता है। क्या आप ट्रेंड शुरू होने से ठीक पहले उस बड़ी तेजी वाली मोमबत्ती को देखते हैं? यह एक फ्लैगपोल की छाप देता है। सीमा स्वयं या "2" ध्वज भाग है। "3," इस बीच, निरंतर अपट्रेंड को दर्शाता है।
जब आप Binomo प्लेटफ़ॉर्म पर व्यापार कर रहे हों, तब तेज़ी से ध्वज निरंतरता का एक उदाहरण है।
क्या आप पैटर्न के तीन हिस्सों की पहचान कर सकते हैं?
बुलिश फ्लैग निरंतरता पैटर्न एक तरह का है झंडा पैटर्न अक्सर मजबूत अपट्रेंड वाली परिसंपत्तियों पर पाया जाता है। इस मामले में, पोल मूल्य में एक महत्वपूर्ण ऊर्ध्वाधर वृद्धि का परिणाम है, और फ्लैगबैक की छोटी अवधि से परिणाम होता है जब परिसंपत्ति मूल्य के उच्च और चढ़ाव लगभग एक दूसरे के समानांतर होते हैं। ध्वज को एक क्षैतिज आयत की तरह आकार दिया जा सकता है, लेकिन यह अक्सर प्रमुख प्रवृत्ति से दूर होता है।
ब्रेकआउट तब होता है जब मूल्य उच्चता की ओर वापस बढ़ता है और अगले अपट्रेंड चाल को ट्रिगर करने के लिए ऊपरी प्रतिरोध प्रवृत्ति रेखा के माध्यम से टूट जाता है। झंडे का पोल जितना तेज होता है, बैल का झंडा उतना ही शक्तिशाली होता है।
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बाजार में बिकने वाले लोगों को पकड़ा जाता है और एक गति विकसित होती है जहां अधिक से अधिक खरीदार बाजार में प्रवेश करते हैं। आखिरकार, खरीदारों की संख्या शांत हो जाती है और विक्रेता अपनी गति बढ़ाने का प्रयास करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप 'ध्वज' होता है। यह तब तक होता है जब तक कि प्रवृत्ति दूसरे अपट्रेंड में टूट जाती है।
द ओपोसिट: बेयरिश फ्लैग
मंदी का झंडा निरंतरता पैटर्न
मंदी का झंडा अधिक बारीक है, क्योंकि विचार करने के लिए बहुत अधिक हिस्से हैं। पैटर्न स्वयं तीन भागों से बना है, इसका केवल एक हिस्सा "ध्वज" है।
Binomo प्लेटफ़ॉर्म पर व्यापार करते समय मंदी का झंडा निरंतरता का एक उदाहरण है।
क्या आप झंडा देख सकते हैं?
एक मंदी के झंडे के मामले में, फ्लैगपोल एक छोटी अवधि में परिसंपत्ति के मूल्य की प्रारंभिक मजबूत गिरावट का वर्णन करता है। समय कम है और ड्रॉप तेज, फ्लैपरपोल हो जाता है। हालांकि, यह गिरावट या तो एक खड़ी या कोमल ढलान हो सकती है और निम्नलिखित प्रवृत्ति के लिए आधार स्थापित करेगी।
अगला, झंडा ही। यहां, ध्वज अधिक स्पष्ट रूप से कीमतों की प्रारंभिक गिरावट के बंद होने के बाद समेकन की अवधि प्रदर्शित करता है। इस अवधि के लिए, यह देखा जा सकता है कि कीमतें धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ सकती हैं और पिछले गिरावट से खोए हुए मूल्य को धीरे-धीरे वापस कर सकती हैं। इस बिंदु पर, व्यापारियों को अगले सुनिश्चित रुझान की दिशा में, निचले चढ़ाव में मूल्य बढ़ने की प्रतीक्षा करने की सलाह दी जाती है।
कई बार दिखने वाले मंदी के झंडे के कुछ उदाहरण।
जब मूल्य फिर से कम होना शुरू होता है, तो यह एक अंतिम ध्वज पैटर्न की पहचान करने के लिए आवश्यक अंतिम घटक बन जाता है। जब कीमत कम समर्थन को तोड़ती है और एक और डाउनट्रेंड को ट्रिगर करती है, तो व्यापारी एक मंदी की अवधि के आश्वासन के साथ बाजार में प्रवेश कर सकता है।
तेजी के झंडे के साथ, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि विक्रेताओं द्वारा ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न मजबूत मूल्य कटौती से खरीदारों को पकड़ा जाता है। झंडा खरीदारों को उनके प्रभुत्व को पुनः प्राप्त करने और परिसंपत्ति के नीचे की गति को रोकने की कोशिश कर रहा है, कम से कम जब तक कीमत एक बार फिर से टूट जाती है और मंदी का दौर जारी रहता है।
क्या आप अब मंदी और तेजी के झंडे निरंतरता पैटर्न की मूल बातें जानते हैं? यदि आपके कोई प्रश्न हैं, तो हमें टिप्पणियों में बताएं! और हमेशा की तरह, साइन अप करने के लिए मत भूलना मुफ्त Binomo ट्रेडिंग खाता और आज ही अपना ट्रेडिंग करियर शुरू करें!
तीन हफ्ते के लिए इन 8 शेयरों में लगाएं पैसा, मिल सकता है बंपर रिटर्न
मार्केट ऐनालिस्टों के मुताबिक चुनिंदा शेयरों में पोजिशन लेने से मार्केट के उतार-चढ़ाव का सामना करने में मदद मिलेगी।
प्रतीकात्मक तस्वीर।
1. HCL टेक्नोलॉजीज
रेटिंग: बाय
टारगेट प्राइस: ₹1,270
स्टॉप लॉस: ₹1,090
लॉन्ग टर्म चार्ट पर शेयर अच्छा दिख रहा है। इसमें इस महीने ब्रेकआउट हुआ है और एक साल तक 1,100-900 की रेंज के बीच रहने के बाद यह नए लाइफ टाइम हाई लेवल पर पहुंचा है। अब यह 1,300 रुपये तक जा सकता है। अगर आगे चलकर यह 1,100 रुपये से ऊपर बना रहता है तो इसमें पॉजिटिव मोमेंटम बरकरार रहेगा। मोहम्मद ने बताया, 'पोजिशनल ट्रेडर्स अभी और 1,100 के करीब पहुंचने पर इसमें निवेश कर सकते हैं।'
2. जिंदल स्टील एंड पावर
रेटिंग: बाय
टारगेट प्राइस: ₹190
स्टॉप लॉस: ₹167
165 रुपये के लेवल पर इसका शॉर्ट टर्म बॉटम बन चुका है। अगर स्टॉक 168 रुपये से ऊपर बना रहता है तो यह हालिया स्विंग 191 रुपये तक पहुंच सकता है। मोहम्मद ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न ने कहा, 'पोजिशनल ट्रेडर्स अभी और गिरकर 170 रुपये के करीब पहुंचने पर इसके शेयर खरीद सकते हैं।'
सालभर में 45% तक रिटर्न दे सकती हैं एचडीएफसी बैंक, डाबर जैसी कंपनियां
आदित्य अगरवाला, सीनियर मैनेजर, टेक्निकल ऐनालिसिस, यस सिक्यॉरिटीज
3. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
रेटिंग: बाय
टारगेट प्राइस: ₹340-360
स्टॉप लॉस: ₹297
वीकली चार्ट पर एसबीआई में तेजी दिख रही है। थ्रोबैक में वॉल्यूम कम होने का मतलब यह है कि अगली तेजी से पहले इसमें कुछ समय तक सुस्ती रहेगी। डेली चार्ट पर एसबीआई में बुलिश फ्लैग पैटर्न से ब्रेकआउट हुआ है। इससे आने वाले सेशंस में यह ऊपर जा सकता है। इसका आरएसआई ऊपर की तरफ शिफ्ट हुआ है और इससे पहले 50 के लेवल पर इसे सपॉर्ट मिला ता। डेली चार्ट पर स्टॉक में पॉजिटिव रिवर्सल भी हुआ है, जो इसमें तेजी आने का संकेत है।
4. शंकरा बिल्डिंग प्रॉडक्ट्स
रेटिंग: बाय
टारगेट प्राइस: ₹595-620
स्टॉप लॉस: ₹485
डेली चार्ट पर शंकरा बिल्डिंग प्रॉडक्ट्स ब्रेकआउट के करीब है। अगर इसमें 540 रुपये के बुलिश फ्लैग पैटर्न से ब्रेकआउट होता है तो वह शेयर में मंदी का दौर खत्म होने की निशानी होगी। इसमें कई हायर लो और हायर हाई बने हैं। इनसे भी स्टॉक में गिरावट रुकने के संकेत मिले हैं।
वैशाली पारेख, सीनियर टेक्निकल ऐनालिस्ट, प्रभुदास लीलाधर
5. अंबुजा सीमेंट
रेटिंग: बाय
टारगेट प्राइस: ₹240
स्टॉप लॉस: ₹219
इस शेयर को 200 डीएमए के करीब अच्छा सपॉर्ट मिला है, जो 216 रुपये के करीब है। अंबुजा सीमेंट में आई रिकवरी से इसमें तेजी बने रहने का संकेत मिला है। यह 240 रुपये की तरफ बढ़ सकता है। आरएसआई से भी ट्रेंड रिवर्सल के संकेत मिल रहे हैं।
गजेंद्र प्रभु, सीनियर टेक्निकल ऐनालिस्ट, HDFC सिक्यॉरिटीज
6. हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज
रेटिंग: बाय
टारगेट प्राइस: ₹390
स्टॉप लॉस: ₹332
इसमें 25 अप्रैल को डेली चार्ट पर बुलिश कैंडल पैटर्न बना था। इससे स्टॉक में बुलिश रिवर्सल का संकेत ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न मिला है। की शॉर्ट टर्म ट्रेंडलाइन से भी हेक्सावेयर में ब्रेकआउट हुआ है। इंट्राडे चार्ट पर इसमें हायर टॉप और हायर बॉटम बन रहा है, जो बुलिश डिवेलपमेंट है। टेक्निकल इंडिकेटर्स भी बुल्स के फेवर में दिख रहे हैं।
राजेश भोसले, टेक्निकल ऐनालिस्ट, एंजेल ब्रोकिंग
7. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज
रेटिंग: बाय
टारगेट प्राइस: ₹925
स्टॉप लॉस: ₹790
डेली चार्ट पर स्टॉक ने सारी बाधाएं पार कर ली हैं। एमसीएक्स का मार्च तिमाही का रिजल्ट अच्छा रहा, जिससे इसमें उसे मदद मिली है। रेजिस्टेंस से जिस तरह से ब्रेकआउट हुआ है, उससे बुलिश रिवर्सल पैटर्न बनने का संकेत मिलता है। आरएसआई से भी स्टॉक में बुलिश क्रॉसओवर की पुष्टि हुई है। इसलिए इसमें शॉर्ट टर्म के लिए खरीदारी की जा सकती है।
8. डॉ. रेड्डीज लैबरेटरीज
रेटिंग: बाय
टारगेट प्राइस: ₹3,100
स्टॉप लॉस: ₹2,775
पिछले हफ्ते में फार्मा स्टॉक्स ने आउटपरफॉर्म किया। इससे लगता है कि आखिर इस सेक्टर में भी तेजी का दौर शुरू हो रहा है। डॉ. रेड्डीज ने भी हालिया कंसॉलिडेशन जोन पार किया है और अब इसमें 52 हफ्ते के पीक पर ट्रेडिंग हो रही है। डॉ रेड्डीज ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न का स्टॉक बोलिंगर बैंड से ऊपर बंद हुआ है। इससे शॉर्ट टर्म में शेयर में तेजी आने का संकेत मिल रहा है।
मल्टीबैगर स्टॉक : अगले दो-तीन महीनों में अच्छा खासा रिटर्न दे सकता है SCI का स्टॉक
शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Shipping Corporation of India) एक साल में मल्टीबैगर स्टॉक रहा है और आगे भी जोरदार तेजी की संभावनाएं हैं.
गिरावट के समय ये चुनाव करना बेहद कठिन हो जाता है कि कौन-सा स्टॉक खरीदा जाए कि वह मल्टीबैगर हो जाए. Choice Broking के सुमित बगड़िया का कहना है कि शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Shipping Corporation of India) एक साल में मल्टीबैगर स्टॉक रहा है और आगे भी जोरदार तेजी की संभावनाएं हैं. अगले 2-3 महीने में यह शेयर 146 रुपये के अपने वर्तमान भाव से करीब 37 फीसदी की बढ़त दिखाते हुए 200 रुपये का लेवल आसानी से छू सकता है. 2-3 महीने की अवधि में इस शेयर में करीब 37 फीसदी की तेजी मुमकिन है.
- News18Hindi
- Last Updated : November 27, 2021, 15:52 IST
नई दिल्ली. इन दिनों मार्केट में अच्छी खासी गिरावट आ चुकी है. हर गिरावट में कहा जाता है कि खरीदारी करनी चाहिए, ताकि अच्छा रिटर्न लिया जा सके. गिरावट के समय ये चुनाव करना बेहद कठिन हो जाता है कि कौन-सा स्टॉक खरीदा जाए कि वह मल्टीबैगर हो जाए. आज हम आपके लिए लाए हैं एक एक्सपर्ट की नजर से परखा गया स्टॉक, जिसमें अगले कुछ समय में मल्टीबैगर होने के सारे गुण हैं.
यह स्टॉक एक सरकारी कंपनी का स्टॉक है और इसका नाम है शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (Shipping Corporation of India). इसे आप SCI के नाम से ट्रेडिंग प्लेटफार्म में खोज सकते हैं. यह स्टॉक अभी तक काफी अच्छे रिटर्न दे रहा है. इस साल इस शेयर ने लगभग 65% का रिटर्न दिया है. यह शेयर एक साल में 88.45 रुपए से चलकर 146.20 रुपए तक आ गया है.
अगले 2-3 महीने में कितना रिटर्न दे सकता है ये स्टॉक
Choice Broking के सुमित बगड़िया का कहना है कि इस शेयर में आगे भी जोरदार तेजी की संभावनाएं हैं. सुमित बगड़िया का कहना है कि अगले 2-3 महीने में यह शेयर 146 रुपये के अपने वर्तमान भाव से करीब 37 फीसदी की बढ़त दिखाते हुए 200 रुपये का लेवल आसानी से छू सकता है. 2-3 महीने की अवधि में इस शेयर में करीब 37 ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न फीसदी की तेजी मुमकिन है.
टेक्नीकली कितना स्ट्रांग है ये शेयर
सुमित बगड़िया का कहना है कि वीकली चार्ट पर बुलिश फ्लैग पैटर्न के ब्रेकआउट के बाद यह स्टॉक बुलिश जोन में नजर आ रहा है. जो इस स्टॉक में लॉन्ग टर्म में तेजी आने का संकेत है. हाल के हफ्ते में यह स्टॉक 145.50 रुपये के स्विग हाई से ऊपर जाता नजर आया है जो इस स्टॉक में बुलिश ट्रेन्ड के संकेत है.
इसके अलावा यह स्टॉक Ichimoku Cloud औऱ Upper Bollinger Band formation के ऊपर चक्कर ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न लगा रहा है. जो लॉन्ग टर्म के लिए तेजी का संकेत है.
सुमित बगड़िया का कहना है इन तकनीकी मानकों को ध्यान में रखते हुए SCI के स्टॉक में वर्तमान भाव पर भी और किसी गिरावट में 145 रुपये के आसपास मिलने पर 180 रुपये से 280 रुपये के लक्ष्य के लिए खरीदारी की सलाह है. इस खरीद के लिए 125 रुपये का स्टॉपलॉस (Stoploss) लगाएं.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|