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इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है?

इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है?

इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है?

Investment meaning in Hindi : Get meaning and translation of Investment in Hindi language with grammar,antonyms,synonyms and sentence usages by ShabdKhoj. Know answer of question : what is meaning of Investment in Hindi? Investment ka matalab hindi me kya hai (Investment का हिंदी में मतलब ). Investment meaning in Hindi (हिन्दी मे मीनिंग ) is निवेश.English definition of Investment : the act of investing; laying out money or capital in an enterprise with the expectation of profit

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वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.

म्यूचुअल फंड

म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम

रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? के इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त करना चाहते हैं.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड

पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.

एनपीएस

एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.

रियल एस्टेट

रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करता है.

गोल्ड बॉन्ड्स

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.

आरईआईटीएस

आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.

क्रिप्टो

क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

जोखिम उठाने की क्षमता आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.

अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.

बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है

  • प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
  • समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन

बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.

Investment Kya Hota Hai | इन्वेस्टमेंट कितने प्रकार की होती है ?

Investment Kya Hota Hai (what is investment in hindi) :-

इन्वेस्टमेंट जिसे हम हिंदी में निवेश कहते है जिसका मतलब होता है अपने पैसो को येसी जगह पर लगाये जिससे फ्यूचर में हम अपने लगाये हुए पैसो से ज्यादा रिटर्न मिल सके और लगाये हुए पैसो पर जितने पैसे हमें मिलते है उसे अपनी इन्वेस्टमेंट का रिटर्न कहते है |

उदाहरण के तौर पर समझे तो अगर हम किसी कंपनी शेयर में 1 लाख रूपए इन्वेस्ट करते है और फ्यूचर में हमारे इन्वेस्ट किये हुए पैसो की वैल्यू बढकर 1 लाख 40 हज़ार रूपए हो जाती है तो हम कन्हेगे की हमे 1 लाख की इन्वेस्टमेंट पर 40 हज़ार का रिटर्न मिला या अगर परसेंटेज में कहे तो हमे 40% का रिटर्न मिला दोस्तों इन्वेस्टमेंट करने पर हमे मैनली चार तरीको से ही होता है |

1 > हमारी इन्वेस्टमेंट की वैल्यू या तो बड जाती है जिसे हम capital appreciation कहते है |

2 > हमारी इन्वेस्टमेंट पर इंटरेस्ट मिलता है जैसे की बैंक में FD पर मिलता है |

3 > तीसरा हमे dividends मिलते है जब हम कंपनी के शेयर्स को होल्ड करते है

4 > और चौथा हमे रेंट मिलता है जब हम रियल स्टेट में इन्वेस्टमेंट करते है

तो साधारण तौर पर हमे इन चार तरीको से अपनी इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न मिलता इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? है ध्यान रखे की मार्केट के और भी कई तरह के इन्वेस्टमेंट होते है लेकिन वो कंही ना कंही ये चार तरीको पर बेस्ड होते है

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आखिर क्यों दुनिया के सबसे आमिर लोग इन्वेस्टमेंट करते है :

दोस्तों दुनिया की जानी मानी बुक rich dad poor dad जिनके लेखक रोबर्ट कियोसाकी ने कहा है जो सबसे इम्पोर्टेन्ट बात ये है की अमीर लोगो को गरीब लोगो से अलग बनाती है वो ये है की आमिर लोग पैसो के लिए काम नही करते है बल्कि पैसो को अपने लिए काम करवाते है और वह पैसे का सही जगह इन्वेस्टमेंट करके सही उपयोग है.

निवेश / इन्वेस्टमेंट कितने प्रकार की होती है (how many type of investment) :

1. real state investment

2. share market investment

3. gold (commodities) investment

4. mutual fund investment

5. equity investment

1. real state investment :-

real state investment का मतलब जमीन (land) , घर , बंगला अपार्टमेंट , दुकान , commerce और non- commerce प्रोपर्टी को खरीद एवं बिक्री से है

अगर आप रियल स्टेट में निवेश करने का फायदा इसमें risk काफी कम होता है |

रियल स्टेट एक एसी चीज है जिसका उत्पाद कोई भी कंपनी नही कर सकती ये एक physical asset है |

2. share market investment :-

दोस्तों शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते है उससे पहले आपको थोड़ी जानकारी होनी जरुरी है जैसे शेयर कैसे खरीदे और कौनसा शेयर ख़रीदे और कैसे ख़रीदे आम तौर पर शेयर में दो तरीको से इन्वेस्ट कर सकते है पहला आप खुद से ट्रेडिंग कर सकते है या फिर ऑफलाइन में किसी ब्रोकर की सहायता ले सकते है हो सकता आपसे ये ब्रोकर कुछ पैसे चार्ज करे उससे अच्छा है आप अपनी नालेज के हिसाब से इन्वेस्ट करे |

3. gold (commodities) investment :-

गोल्ड में इन्वेस्ट करना सबसे अच्छी इन्वेस्टमेंट मानी जाती है क्योकि सोने का प्राइस हर साल बड़ते ही जा रहा है आप इसे शेयर मार्केट के गोल्ड शेयर में इन्वेस्ट कर सकते है या फिर दुकान से सोना खरीद कर अपने पास रख सकते है जैसे ही सोने का प्राइस बढता है और अपनी आवस्यकता के अनुसार इसे बेच भी सकते है इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? |

4. mutual fund investment :-

म्यूच्यूअल फण्ड बहुत सारे लोगो के पैसो से बना एक म्यूच्यूअल फण्ड होता है जहा एक नालेज होल्डर फण्ड मेनेजर अपोइन्ट किया जाता है जो ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए और नुकसान से बचने के लिए फण्ड के पैसो को अपने पूरी टीम के साथ रिसर्च करके एक जगह इन्वेस्ट ना करके कई जगह थोडा थोडा इन्वेस्ट करना होता है और म्यूच्यूअल फण्ड में profit average अच्छा निकल जाता है और इसमें सबसे कम रिस्क होता है अगर आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हो तो म्यूच्यूअल फण्ड से ही इन्वेस्ट करे |

5. equity investment :-

दोस्तों इक्विटी फण्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है तो इसे अच्छे से समझना चाहिए तभी आप इसमें इन्वेस्ट करे इक्विटी फण्ड में कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन के अनुसार इन्वेस्टमेंट किया जाता है इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? इसमें अधिकांस लोग कम समय में अधिक रिटर्न कमाने के लिए इन्वेस्ट करते है

निवेश / इन्वेस्टमेंट का महत्त्व (importance of investment) :-

दोस्तों कहते है आपकी आज की बचत ये कल की कमाई है, महगाई का ज़माना है अगर आप आज से अपनी कमाई का कुछ हिस्सा नहीं बचायेंगे तो कल को कोई भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है इसलिए अपने कमाई का कुछ हिस्सा सेव करके रखिये जिससे आगे की लाइफ सेफ रहे |

आज बड़े बड़े लोग investment से ही बड़े बने है अब आपके मन में ये सवाल जरुर आ रहा होगा की investment कहा करना चाहिए तो निचे हमने इस विषय में आपको बताया है की इन्वेस्ट कहा करना है |

निवेश / इन्वेस्टमेंट कहा करे (where to investment) :-

दोस्तों इन्वेस्टमेंट आपको सही जगह पर करना चाहिए आप जिस भी बिजनेस या शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करते है आप उसकी फ्यूचर वैल्यू जरुर देखनी चाहिए और जिस जगह पर इन्वेस्टमेंट कर रहे है उसकी नालेज होनी चाहिए अगर आप शेयर में इन्वेस्टमेंट करना चाहते है तो आप सुरुआत में mutual fund से अपनी इन्वेस्टमेंट सुरु कर सकते है क्योकि शेयर मार्केट का चक्रव्युव सुरुआत में समझ नहीं आता है जैसे जैसे आपकी नालेज बढती है आप स्टॉक में इन्वेस्टमेंट कर सकते है इसके साथ साथ और भी जगहों पर इन्वेस्टमेंट कर सकते है जैसे की हमने आपको निचे पांच पॉइंट बताये है |

1 . mutual fund investment :-

2 . equity investment :-

3 . business investment :-

4 . real state investment :-

5 . fixed deposit investment :-

निवेश / इन्वेस्टमेंट के फायदे (benefit of investment) :-

अगर आपने सही जगह इन्वेस्ट किया है और लम्बे समय के लिए किया है आगे चलकर आपको एक अच्छा मुनाफा दे सकता है |

रिटायरमेंट के समय एक अच्छी बचत और उसका बेहतरीन रिटर्न के लिए अच्छी जगह इन्वेस्ट जरुरी है |

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते है तो आपको कंपाउंडिंग इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? का फायदा मिलता है |

जब कभी भी आर्थिक मंदी आती है उस समय आपकी इन्वेस्टमेंट आपका एक asset होता है तभी आपकी इन्वेस्टमेंट की अहमियत समझ में आती है |

निवेश / इन्वेस्टमेंट कितना करे (how much to investment) :-

आप कितना इन्वेस्ट करते है ये आप की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है अगर अपनी आय का कम से कम 10% हिस्सा भी इन्वेस्ट करते है तो एक अच्छी इन्वेस्टमेंट मानी जाएगी आप चाहे कंही भी इन्वेस्टमेंट करते है आपकी आगे की लाइफ उतनी ही सुरक्षित रहने वाली है तो कोशिश करे सुरुआत में थोडा थोडा इन्वेस्ट करना सुरु करे जब एक समय बाद आपके पास पैसा और नालेज हो जाएगी तब आप एक बड़ी इन्वेस्टमेंट कर सकते है |

निष्कर्स (conclusion) :-

दोस्तों अब तक आप समझ गए होंगे की इन्वेस्टमेंट क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कहा करना चाहिए अगर एक अच्छा return चाहिए आपको इन्वेस्टमेंट को अच्छे से समझना चाहिए उम्मीद करता हु आपको थोड़ी बहुत नालेज सिखने मिली होगी |

इन्वेस्टमेंट के लिए बेहतर विकल्प है Mutual Funds, केवल 100 रुपए से शुरू कर सकते हैं सुरक्षित निवेश

Mutual Funds Investment: एकमुश्त के अलावा आप इसमें मंथली किस्तों के रूप में SIP के माध्यम से इन्वेस्ट भी कर सकते हैं. Mutual Funds में भी SIP में लोगों का सबसे ज्यादा इंट्रस्टेड हैं.

Mutual Funds Investment: अगर आप इन्वेस्टमेंट की प्लानिंग कर रहे हैं और बेहतर स्कीम की तलाश में हैं तो आपके लिए बेस्ट है म्यूचुअल फंड का निवेश. यहां निवेशकों को कम रिस्क के साथ ज्यादा रिटर्न मिलता है. एकमुश्त के अलावा आप इसमें मंथली किस्तों के रूप में SIP के माध्यम से इन्वेस्ट भी कर सकते हैं. Mutual Funds में भी SIP में लोगों का सबसे ज्यादा इंट्रस्टेड हैं. SIP के माध्यम से आप छोटी-छोटी अमाउंट से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं.

एक्सपर्ट्स का मानना है कि लंबे समय के लिए Mutual Fund में इन्वेस्ट करना एक अच्छा ऑप्शन है. इसमें निवेश करते समय आपका एक टारगेट सेट होना चाहिए, कि आप किस उदेश्य के लिए इन्वेस्ट कर रहे हैं. इसलिए हर व्यक्ति को निवेश से पहले उसके साथ उदेश्य का भी पता होना चाहिए. एग्जाम्पल के तौर पर समझे तो, रिटारमेंट, फ्यूचर प्लानिंग और मकान भी शामिल कर सकते हैं.

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टारगेट सेट कर इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? करें निवेश

अगर आप मंथली 10000 रुपए इन्वेस्ट करना चाहते हैं, वो भी 20 साल तक के लिए तो आप 12% प्रति वर्ष के रेट के हिसाब से 91 लाख रुपए फंड बना सकते हैं. वहीं अगर आप अपनी इन्वेस्टमेंट अमाउंट बढ़ाकर 15000 रुपए मंथली कर देते हैं, तो आपको 20 साल के बाद 1.36 करोड़ रुपए बढ़कर मिलेगा.

100 रुपए से भी कर सकते हैं निवेश

Mutual Fund की सबसे खास बात ये है कि आप महज 100 रुपये की छोटी रकम से भी इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं. 100 रुपये मंथली SIP निवेश किया जा सकता है. म्यूचुअल फंड में लंबे समय के लिए इन्वेस्ट किया जाए तो, इसमें कम्‍पाउंडिंग यानी चक्रवृद्धि ब्याज का अच्छा फायदा मिलता है.

कैसे करें निवेश

Mutual Funds में इन्वेस्ट करना काफी आसान है. सबसे पहली बात, अगर आप पहली बार इन्वेस्ट कर रहे हैं, तो आपको KYC पूरा करना होगा. KYC का प्रोसेस कम्पलीट करने के लिए आप किसी भी डिस्ट्रिब्यूटर या एक्सपर्ट के पास जा सकते हैं. वहीं आप इसे ऑनलाइन भी निपटा सकते हैं. KYC पूरा करने के बाद ही आप किसी फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

KYC प्रोसेस कम्पलीट करने के बाद आप किसी Mutual Fund Distributor, रजिस्टर्ज निवेश सलाहकार, Stock Market Broker या फिर बैंक की मदद से इन्वेस्ट करने पर जोर दे सकते हैं. वहीं अगर आप खुदसे इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो आप फंड हाउस की वेबसाइट पर जाकर कर सकते हैं.

Income Tax में क्या होता है EEE? 5 टैक्स फ्री इन्वेस्टमेंट आपको बना सकती है करोड़पति- जानिए कैसे

What is EEE in Income Tax: आपको एक इन्वेस्टर के तौर पर ऐसे कई इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस पर सोच विचार करना चाहिए, जिससे आपके टैक्स का बोझ तो कम हो ही, साथ ही आपको मैच्योरिटी पर टैक्स फ्री इनकम मिले.

What is EEE in Income Tax: फ्यूचर की प्लानिंग अगर अभी से करेंगे, तो काफी अच्छी सेविंग्स हो सकती है. ऐसे कई युवा हैं, जो अपने भविष्य के लिए सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट को लेकर चिंतित हैं. (Investment Planning for Future) क्योंकि वो इन्वेस्टमेंट और पैसिव इनकम पर फोकस करना चाहते हैं, ताकि भविष्य के लिए ज्यादा से ज्यादा पैसा सेव हो. आपको एक इन्वेस्टर के तौर पर ऐसे कई इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस पर सोच विचार करना चाहिए, जिससे आपके टैक्स का बोझ तो कम हो ही, साथ ही आपको मैच्योरिटी पर टैक्स फ्री इनकम मिले.

अब बात करते हैं इनकम टैक्स में चर्चित EEE के बारे में. EEE यानी Exempt Exempt Exempt कैटेगिरी. आइए जानते है क्या है ये और कितना होता है फायदेमंद.

इन्वेस्टमेंट के समय इन बातों का रखें ख्याल

अगर आप छोटी सी अमाउंट के साथ किसी इन्वेस्टमेंट स्कीम (Investment Scheme) में टैक्स छूट (Tax Benefit) के लिए निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं, तो सबसे पहले आपकी इन्वेस्टमेंट में आपको टैक्स छूट का लाभ मिलेगा. क्योंकि जो सैलरी आप स्कीम में इन्वेस्ट कर रहे हैं, वो टैक्सेबल नहीं होगी और उस पर जो भी डिडक्शन होगा वो आपको मिल जाएगा.

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दूसरा फायदा आपको तब मिलता है, जब आपकी इन्वेस्टमेंट अमाउंट में से आपको इंट्रस्ट मिलता है. इन्वेस्टमेंट से जो पूरा इंट्रस्ट आपको मिलेगा, वो पूरी तरह से टैक्स फ्री होगा.

तीसरा और आखिरी फायदा आपको EEE कैटेगिरी में तब होगा, जब आपका मैच्योरिटी का समय आएगा. इसका मतलब ये कि जब आप मैच्योरिटी पर इनवेस्‍टमेंट क्‍या होती है? पैसा विद्रॉल करेंगे, तब आपके इंट्रस्ट और प्रिंसिपल अमाउंट पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. इसी को कहते हैं EEE- Exempt Exempt Exempt केटेगिरी, जिसमें इन्वेस्टमेंट, इंट्रस्ट/रिटर्न और मेच्योरिटी पर टैक्स छूट मिलती है.

कौन है स्मार्ट इन्वेस्टर (Who's a smart investor?)

स्मार्ट इन्वेस्टर वो है, जो अपनी इन्वेस्टमें और पार्क फंड्स दोनों को इस तरह प्लान करें, जिसमें टैक्स सेविंग और टैक्स फ्री बेनिफिट का EEE केटेगिरी में फायदा मिले.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF)

टैक्स बचाने और सुरक्षित जगह निवेश करने के लिए पीपीएफ (PPF) एक बेहतरी ऑप्शन है. इस स्कीम के तहत कोई भी निवेशक एक साल में कम से कम 500 रुपए और ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपए जमा कर सकता है. पीपीएफ पर 7.1 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है. इस स्कीम की खास बात यह है कि इसमें निवेश के पैसे, निवेश के पैसों मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी राशि सब टैक्स मुक्त होती है.

सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)

इस स्कीम के तहत निवेशक को 7.6 फीसदी का ब्याज मिलता है. इस स्कीम के तहत आप अपनी बेटी के खाते में सालाना 250 रुपए से 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं. यहां 14 साल तक पैसे जमा किए जाते हैं. जब बेटी 21 की हो जाती है तो पूरे ब्याज के साथ निवेशक को पैसे वापस मिल जाते हैं. यहां निवेश करने के लिए बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए.

इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (Equity Linked Savings Scheme)

इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ईएलएसएस) एक तरह का इक्विटी फंड है. यह एकमात्र म्यूचुअल फंड जिसमें आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की छूट मिलती है. ईएलएसएस में सालाना 1 लाख रुपये तक का रिटर्न/लाभ टैक्सेबल नहीं है. ईएलएसएस में सबसे कम लॉक-इन अवधि 3 साल की है, जो सभी टैक्स सेविंग निवेश विकल्पों में सबसे बेहतर है.

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