क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है

Crypto Mining Apps: महाराष्ट्र के सोलापुर में क्रिप्टो क्लाउड माइनिंग ऐप के जरिए धोखाधड़ी! 30 लोगों को लगा लाखों का चूना
Crypto Mining App: सोलापुर पुलिस ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि लोगों को फर्जी क्रिप्टो माइनिंग ऐप के जरिए ठगने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
By: ABP Live | Updated at : 12 Oct 2022 09:58 AM (IST)
Crypto Cloud Mining Apps: बिटकॉइन (Bitcoin), इथेरियम (Ethereum) जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या में लगातार पिछले कुछ सालों में इजाफा हुआ है. लोग इसमें पैसे लगाकर लाखों करोड़ों की कमाई कर लेते हैं. उन्हीं में से एक बेहद पॉपुलर तरीका है माइनिंग का जिसके जरिए अच्छे पैसे कमाए जा सकते है, लेकिन कई बार ज्यादा पैसे कमाने की लालच आपको मुसीबत में डाल सकती है. हाल ही में एक ऐसा क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है ही मामला महाराष्ट्र (Maharashtra) के सोलापुर (Solapur) से आया है जहां 30 लोगों से करीब 45 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है. खबरों के मुताबिक इन लोगों ने क्रिप्टो क्लाउड माइनिंग ऐप (Crypto Cloud Mining App) के जरिए पैसे लगाए थे.
तीन लोगों के खिलाफ FIR
सोलापुर पुलिस ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि लोगों को फर्जी क्रिप्टो माइनिंग ऐप के जरिए ठगने के मामले में तीन लोगों को क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है गिरफ्तार किया गया है. इन लोगों को क्रिप्टो माइनिंग ऐप (Crypto Mining Apps) डाउनलोड करने के लिए कहा और निवेशकों को लाखों के रिटर्न का लालच दी. तीनों आरोपी सोलापुर में ज्वेलरी बेचने का बिजनेस चलाते हैं.
रुपये को डॉलर में बदलने का देते थे लालच
जो लोग इन आरोपियों की दुकान पर ज्वेलरी खरीदने आते थे, उन्हें वे अपना शिकार बनाते थे. आरोपी सबसे पहले निवेशकों से अच्छी खासी पहचान बनाते और फिर उन्हें CCH Cloud Miner app और क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप को डाउनलोड करने की सलाह देते थे. इससे वह निवेशकों को इस ऐप के जरिए रुपये तो डॉलर में बदलने की बात कहते थे. जब लोगों इन तीनों आरोपियों के कहने पर पैसे लगाए तो शुरू में कुछ समय तो उन्हें अच्छे रिटर्न मिले, लेकिन बाद उनके सारे पैसे डूब गए. अब तक करीब 30 लोगों ने इस तरह क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है के धोड़धोड़ा की शिकायत दर्ज कराई है.
ऐप्स हो चुके हैं बंद
शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया है कि निवेशकों से पैसे लेने के बाद ऐप बंद हो चुका है और तीन आरोपी गायब है. अब पुलिस इस मामले में जांच कर रही हैं और आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने की कोशिश कर रही है. आपको क्रिप्टो क्लाउड माइनिंग में लोग ऐप के जरिए क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाकर पैसे कमाते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय में देशभर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब फर्जी ऐप्स के जरिए लोगों के साथ धोखाधड़ी की गई है.
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Published at : 12 Oct 2022 09:58 AM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin Ethereum Crypto News India Crypto Mining Apps हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
क्रिप्टो माइनिंग (बिटकॉइन माइनिंग) क्या है और बिटकॉइन माइनिंग क्यों और कैसे करते हैं?
क्रिप्टो माइनिंग (बिटकॉइन माइनिंग) क्या है: दोस्तों हम पहले से जान चुके हैं क्रिप्टोकरेंसी क्या है?, और क्रिप्टोकरंसी का फाइनेंस सेक्टर में क्या महत्व रहा है. जब हम क्रिप्टो करेंसी की बात करते हैं तो हमारे सामने कई सारे सवाल भी आते हैं और कोई सारे ऐसे कठिन टर्म्स आते हैं जिसके बारे में हम नहीं जानते. और उसी समय हम को यह समझने में और कठिनाई का सामना करना पड़ता है.
जैसे की हम क्रिप्टो करेंसी की बात करे तो उसमें हम को कोई सारे टॉमस सुनने को मिलते हैं, जैसे कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी(Blockchain Technology), क्रिप्टो माइनिंग( Crypto Mining), पीर 2 पीर(Peer-to-peer), डिसेंट्रलाइजेशन(Decentralization) एक्सचेंज(Exchange), क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज(Cryptocurrency Exchange), क्रिप्टो वॉलेट(Crypto wallet), डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (Decentralized Finance) (DeFi) इत्यादि.
आज हम जानने वाले हैं क्रिप्टो माइनिंग (बिटकॉइन माइनिंग) क्या है और बिटकॉइन माइनिंग क्यों करते हैं? तो बिना समय बर्बाद की है आइए देखते हैं कि क्रिप्टो माइनिंग या बिटकॉइन माइनिंग क्या है. उससे पहले हमको यह जानना पड़ेगा कि ट्रेडिंग क्या है.
- क्रिप्टोकरेंसी में इंडिया में कैसे इन्वेस्ट करें
ट्रेडिंग क्या है
यदि आप क्रिप्टोकरेंसी के बारे में कुछ ना कुछ जानते हैं तो आप ट्रेडिंग के बारे में जरूर जानते होंगे. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ट्रेडिंग का मतलब यह होता है कि कोई भी चीज को कम दाम में खरीद के उसको ज्यादा दान में बेचना और उसी से प्रॉफिट निकालना.
जितने भी क्रिप्टो करेंसी है जैसे कि बिटकॉइन, एथेरियम, शीबा इनु कॉइन, को हम कम दाम में खरीदते हैं और उसको होल्ड करके रखते हैं जब तक उसका प्राइस अच्छा खासा बढ़ नहीं जाता. और जब बढ़ जाता है हम उसी को बेच देते हैं. आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि हम Bitcoin तो खरीद लिया पर Bitcoin बनता कैसे है. तो यहां पर आ जाता है बिटकॉइन माइनिंग बात, जहां से बनती है बिटकॉइन.
क्रिप्टो माइनिंग (बिटकॉइन माइनिंग) क्या है?
बिटकॉइन माइनिंग से बिटकॉइन बनता है. बिटकॉइन एक्लिमिटेड क्वांटिटी पर उपलब्ध है और कुछ लोग उसको माइनिंग करके निकलते हैं. जो लोग माइनिंग करते हैं उनको बिटकॉइन माइनर बोलते हैं. और इसीलिए इनको बिटकॉइन का कुछ हिस्सा मिलता है.
बिटकॉइन माइनिंग मैं जो माइनिंग का Term आता है, उसको आप जरुर जानते होंगे. माइनिंग का मतलब यह होता है कि कोई भी नेचुरल रिसोर्सेस जो हमारे धरती पर उपलब्ध है उसको खुदाई करके निकालना. नेचुरल रिसोर्सेज जैसे कि कोयला, लोहा, सोना इत्यादि एक लिमिटेड क्वांटिटी में धरती पर उपलब्ध होते हैं और उसी को हम माइनिंग करके निकलते हैं. ठीक वैसे ही बिटकॉइन कुछ लिमिटेड क्वांटिटी में है.
तो आइए जान लेते हैं बिटकॉइन से जुड़ी हुई कुछ जरूरी बातें
- Bitcoin: A Cryptocurrency
- Bitcoin Market cap: >US$775 billion
- Code of Bitcoin: BTC, XBT
- White paper: “Bitcoin: A Peer-to-Peer Electronic Cash System”
- Supply limit: ₿ 21,000,000 (21 Millon Bitcoin total)
- Circulating supply: ₿ 18,925,000 (As 2022 January)
- Symbols of Bitcoin: BTC, ฿, ₿
बिटकॉइन माइनिंग क्यों और कैसे करते हैं?
यदि हम आपको एक साधारण सा उदाहरण दे तो जैसे हम किसी के पास पैसा भेज ते हैं तो पहले हम जिस इंसान के बैंक अकाउंट में पैसा भेजते हैं, पहले उसका बैंक के पास एक रिक्वेस्ट जाता है और बैंक वालों ने उस रिक्वेस्ट को प्रोसेसिंग करके पर्टिकुलर उस बैंक अकाउंट का अकाउंट होल्डर के पास पैसा पहुंच जाता है. बैंक इसके लिए कुछ पैसा यूजर से चार्ज करता है.
ठीक वैसे जब सतोशी नाकामोतो ने क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है बिटकॉइन डेवलप किया था उसको हमारा बैंकिंग सिस्टम से थोड़ा बेहतर और अलग बनाया था. जब हम किसी के बैंक अकाउंट में पैसा भेजते हैं तो इसी के लिए जो प्रोसेस करता है उसके लिए कुछ चार्ज लेता है. और यह सिर्फ बैंक वालों के हाथों में है इसीलिए सिर्फ कुछ ही लोग जो बैंक में काम करते हैं उनको उसका फायदा होता है.
- बिटकॉइन का मालिक कौन है और कौन से देश का है
हमारे बैंक के पास हमारा पैसा ट्रांजैक्शन का एक रिकॉर्ड मेंटेन रहता है और उस रिकार्ड को सिर्फ बैंक और ट्रांजैक्शन होने वाला अकाउंट का मालिक के पास रहता है. परंतु बिटकॉइन में ऐसे नहीं है. सतोशी नाकामोतो ने जब बिटकॉइन का डिवेलप किया था तब उसको उसका रिकॉर्ड मेंटेन करने के लिए कोई चुनिंदा लोगों को नहीं रखा. उसको कोई भी एक्सेस कर सकते हैं और इसको Blockchain System बोलते हैं.
बिटकॉइन माइनिंग करने के लिए जो Miners होते हैं उनके पास High-end कंप्यूटर डिवाइस होते हैं और बिटकॉइन माइनिंग करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर भी होते हैं. जिसकी सहायता से आसानी से कई जटिल मैथमेटिकल कैलकुलेशन को समाधान करके बिटकॉइन माइनिंग करते हैं. 21 मिलियन बिटकॉइन से आज तक 18 मिलियन बिटकॉइन माइनिंग किया जा चुका है. और विशेष सूत्रों के मुताबिक हर दिन 800 बिटकॉइन Generate किया जा रहा है. तो इसीलिए बिटकॉइन माइनिंग करते हैं.
आज आपने क्या सीखा
आज हमने बात किया कि क्रिप्टो माइनिंग (बिटकॉइन माइनिंग) क्या है और बिटकॉइन माइनिंग क्यों और कैसे करते हैं? और यह भी देखा कि ट्रेडिंग क्या होता है. हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख बेहद पसंद आया होगा. यदि इसके ऊपर आपका कुछ सवाल है तो आप कमेंट में हमको जरूर पूछ सकते हैं. यदि क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है और कोई सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में भी दे सकते हैं. क्या आपने कभी बिटकॉइन पर इन्वेस्ट किया है या कभी दूसरे क्रिप्टोकरेंसी पर इन्वेस्ट किया है तो आपका फीडबैक जरूर दें.
Manas Ranjan
Graduate By Education, Blogger By Profession, Computer Learner By interest, Travel & Explorer By Hobby
Meaning Of Mining In Cryptocurrency – क्रिप्टोकरेंसी में माइनिंग क्या होती है?
Mining In Cryptocurrency :- देश में इन दिनों हर तरफ Cryptocurrency (Cryptocurrency) के बारे में बातें हो रही है. Market में पहले जहां Investment (Investment In Share Market) की बात होती तो Share Market का नाम सामने आता था. तो वहीं अब Cryptocurrency का नाम भी Investment के रूप में सामने आने लगा है. Cryptocurrency की लोकप्रियता तेजी से लोगों के बीच बढ़ती जा रही है. शुरुआत में जब Cryptocurrency के बारे में बातें होती थी तो Bitcoin का नाम सबसे पहले सुनने को मिलता था. लेकिन अब समय के साथ ऐसा देखने को मिल रहा है कि कई Cryptocurrency Market में आ गई है और धूम मचा रही है.
लोगों का ध्यान भी Crypto Currency में Investment (Invest In Cryptocurrency) की तरफ बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है. Cryptocurrency में पैसा लाने लगाने के लिए वैसे तो हमारे सामने कई App मौजूद है लेकिन इसके बावजूद भी कई लोग Cryptocurrency के नाम पर बहुत सारे Fraud भी कर रहे हैं. Cryptocurrency में बढ़ते हुए Fraud को देखते हुए सरकार भी सख्त रवैया अपना रही है. इसके साथ ही इंडिया में Cryptocurrency को Regulate करने के लिए कानून (Law For Cryptocurrency) भी बताए जाने की कोशिश की जा रही है.
Market में जो जब कभी Cryptocurrency में Investment की बातें आती है तो इससे जुड़े फायदे के बारे में तो बात होती ही है लेकिन साथ ही इससे जुड़े मुश्किल Terms भी सामने आ ही जाते हैं. इन Terms में Block chain Technology, Cryptocurrency Mining आदि का नाम शामिल है. आज के इस आर्टिकल में हम आपको Bitcoin Mining, block chain Technology और Mining कैसे की जाती है? आदि के बारे में बात करने जा रहे हैं. तो चलिए विस्तार से जानते हैं Cryptocurrency Mining और Mining से कमाई (Cryptocurrency Mining And Income From Mining) के बारे में विस्तार से.
Bitcoin Mining क्या होती है? What Is Bitcoin Mining
जब कभी हमारे सामने Mining शब्द आता है तो हमारे दिमाग में हीरे और कोयले की खदानों के चित्र ही आते हैं. हम सबसे पहले Mining के बारे में सुनकर सोने, हीरे या कोयले की खदान के बारे में सोचने लगते है. लेकिन यहां बात Mining नहीं बल्कि Crypto Mining के बारे में कर रहे हैं. दरअसल Crypto Mining का मतलब कुछ पजल को चालू करके नए Bitcoin का निर्माण करना है.
उदाहरण : जब हम अपने Account से किसी अन्य व्यक्ति के Account में पैसे भेजना चाहते हैं और इसके लिए Transaction करते हैं. तो सबसे पहले यह Process Bank के पास जाती है और उसके बाद इसे Validate किया जाता है. Validate करने के बाद Bank इसे आगे Process करता है.
लेकिन जब बात Cryptocurrency की होती है तो यहां Coin भेजने वाले और Coin को Receive करने वाले, दोनों के बीच केवल Computer काम करते हैं. यहां Bank जैसा कोई सिस्टम नहीं होता है. जब किसी व्यक्ति के द्वारा Coin भेजे जाते हैं तो वे Computers पर Receive होते हैं और इन Computers को कुछ लोग चलाते हैं इन Transactions को Validate करते हैं. लोगों की इस मेहनत के लिए उन्हें Bitcoin दिया जाता है. इस Process को ही Bitcoin Mining कहा जाता है. यह Mining दूसरी Cryptocurrency में भी इसी तरह काम करती है.
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या होती है? What Is block chain Technology
Mining तो हमने समझ ली अब हम बात करते हैं block chain Technology के बारे में. दरअसल जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को Cryptocurrency Sand करता है तो यह Transaction सबसे पहले Computer के पास जाती है. Computers के द्वारा Cryptocurrency Transactions को सबसे पहले Validate किया जाता है और फिर इन्हें Distributor Ledger में शामिल किया जाता है.
Transaction से जुड़ी सारी जानकारी एक Block में दर्ज की जाती है और प्रत्येक Block की साइज 1MB के करीब होती है. जब किसी Transaction के चलते एक Block पूरी तरह भर जाता है तो उसे Block कर दिया जाता है और इसके बाद उसकी जगह पर एक नया Blog बनाया जाता है. अब पुरानी Block को नए वाले Block से जोड़ दिया जाता है. इस तरह सभी Block एक दूसरे से जुड़ जाते हैं और एक चैन बनाते हैं. इस चैन को ही block chain Technology कहा जाता है.
Mining कौन कर सकता है? Who Can Mining
Cryptocurrency की Mining करने के लिए कुछ Special Computers की जरूरत होती है. Special Computers में एक Special Software डाला होता है जोकि जटील Cryptographic Mathematical Equations को भी Solve कर सकता है. जब Bitcoin की शुरुआत हुई थी तब इस Mining को एक Home Computer से केवल एक Single CPU Chip के द्वारा ही Mine कर सकते थे लेकिन समय बदलने के साथ इसमें काफी बदलाव किया गया है. अब यदि हम Mining करते हैं तो हमें इसके लिए एक Specialize Software की जरूरत होती है. इसके साथ ही यह पूरे समय Internet से जुड़ा रहता है. एक माइनर बनने के लिए आपको Online Mining Pool का Member होना भी काफी जरूरी है. यदि आप Mining Pool Member नहीं होते हैं तो आप Mining नहीं कर सकते हैं.
Mining करने में माइनर्स (Miners) की काफी अहम भूमिका होती है. Digital Currency के लिए Market में एक बहुत बड़ी चुनौती यह होती है कि Digital Platform आसान और अच्छा इसलिए है की अगर पैसे हो तो आसानी से इसे डिलीट किए जा सकते हैं. इस प्रॉब्लम को दूर करने के लिए Bitcoin Distributor Laser में केवल उन्हीं Minus को मान्यता दी जाती है जिन्हें डिजिटल Laser क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है में Transaction Update करने की अनुमति प्रदान होती है.
प्रूफ ऑफ वर्क क्या है? What Is Proff Of Work
Cryptocurrency में Investment लगातार बढ़ता ही जा रहा है ऐसे में इसकी Security को लेकर भी कई सवाल हमारे सामने आते रहते हैं. Proof Of Work की बात करें तो यह Cryptocurrency को Secure करने के लिए एक Algorithm है. मैंने उसके द्वारा Exit की जाने वाली है Process block chain में मैं Block को जोड़ने का एक जरूरी हिस्सा है.
जब कोई Minor किसी तरह का New Winning Proof Of Work लेकर आता है तब एक नया Blog केवल एक block chain System में Add किया जाता है. दरअसल Proof Of Work का उद्देश्य ऐसे Extra Coin Score Print किए जाने से रुकना है जो User के द्वारा खुद प्राप्त नहीं किए गए हैं.
Mining महंगी क्यों होती है? Why Is Mining Expensive
साल 2009 के दौरान जब Bitcoin अस्तित्व में आया था तब इसका Profit भी काफी अधिक होता था. इस दौरान Minus को किसी भी Question को Solve करने के लिए 50 Bitcoins दिए जाते थे. लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता गया Bitcoin Mining के लिए दिए जाने वाले Reward में कमी आती गई. क्योंकि अब Bitcoin का रेट भी काफी अधिक बढ़ चुका है और Market में Token के लिए Competition पर बहुत तेजी से बड़ा है. इसलिए अब Token को Mine करने के लिए अच्छे परफॉर्मेंस वाले Computer की जरूरत होती है. ऐसे में इस Process में खर्च होने वाली ऊर्जा भी बढ़ गई है और देखते देखते हैं Mining महंगी होती चली गई है.
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग, माइनिंग और पजेशन पर बैन से संबंधित कानून लाएगी सरकार
भारत सरकार देश में क्रिप्टो करेंसी पर बैन लगाने के लिए एक कानून लाने जा रही है. इस कानून के अनुसार अगर कोई व्यक्ति क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग करता है, माइनिंग करता है या इस डिजिटल एसेट को अपने पास रखता है, तब भी उस पर कानून के हिसाब से कार्रवाई की जा सकेगी. एक सीनियर सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी है. वास्तव में देश में क्रिप्टो करेंसी का जलवा है और लाखों निवेशक इस हॉट ऐसेट क्लास में निवेश करना चाहते हैं या कर चुके हैं. सरकार का कानून वास्तव में दुनिया के सबसे सख्त कानून में से एक हो सकता है. भारत में क्रिप्टो करेंसी को बैन करने से संबंधित यह कानून वास्तव में क्रिप्टो करेंसी के पजेशन, इसे जारी करने, माइनिंग, ट्रेडिंग और ट्रांसफर को अपराध घोषित कर देगा. एक सरकारी अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर यह जानकारी दी है.
रखने पर भी पेनाल्टी
अगर भारत सरकार ने यह कानून बना दिया तो भारत दुनिया की पहली ऐसी प्रमुख इकनोमी बन जाएगी जहां क्रिप्टो करेंसी को अपने पास रखना भी अवैध हो जाएगा. चीन ने हालांकि क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग और ट्रेडिंग पर क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है बैन लगाया हुआ है, लेकिन वहां क्रिप्टो करेंसी रखने पर कोई पेनाल्टी नहीं देनी पड़ती. भारत में बन रहे इस नए कानून के हिसाब से क्रिप्टो करेंसी रखने वाले लोगों को 6 महीने का समय दिया जाएगा, जिसमें हुए उसे बेचकर बाहर निकाल सके, अन्यथा उन पर जुर्माना लगाया जाएगा. सरकार के इस कदम का उद्देश्य यह है कि देश में क्रिप्टो करेंसी से जुड़ी किसी भी तरह की गतिविधि को इजाजत न दी जाए. इसका असर लाखों निवेशकों पर पड़ सकता है. पिछले कुछ समय में एक ऐसी ही क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन के भाव में लगातार तेजी दर्ज की जा रही है और लाखों लोगों ने इसमें निवेश किया हुआ है.
क्या होती है Crypto Mining? जिससे दुनिया में उभर रही बिजली संकट की समस्या
आज पूरी दुनिया में पैसे कमाने के लिए क्रिप्टो माइनिंग का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। बता दें कि यह एक ऐसा प्रोसेस है, जिसमें आपके क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित लेन देन को तरीकों से प्रमाणित किया जाता है और उसे ब्लॉक चेन डिजिटल लेजर में स्टोर किया जाता है।
बता दें कि बीते कुछ समय में बिटकॉइन, ईथर और डॉजकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में का चलन तेजी से बढ़ने के कारण, इस सेक्टर में काफी बूम आया है और आज सामान्य लोग भी इसमें पैसा लगाने के लिए तैयार हैं।
क्या होता है ब्लॉकचेन?
ब्लॉकचेन एक तरह से डिजिटल डेटाबेस, जिसमें हर लेन देन का रिकॉर्ड एक कंप्यूटर सिस्टम के पूरे नेटवर्क पर दर्ज किया जाता है। बता दें कि इसमें पैसों की सुरक्षा के लिए एक कभी न बदलने वाले क्रिप्टोग्राफिक सिग्नेचर के साथ दर्ज किया जाता है और लोग इसे हैश भी कहते हैं।
कैसे लोग करते हैं इस्तेमाल
क्रिप्टो करेंसी में पैसों का निवेश अमूमन दो तरह के लोग करते हैं। एक तो वे जो इसमें पैसा लगाते हैं और फायदा कमाते हैं और दूसरे वे लोग क्रिप्टो माइनिंग करते हैं।
बता दें कि आज से कुछ समय पहले चीन में क्रिप्टो माइनिंग सबसे बड़े पैमाने पर होती थी। लेकिन अब वहाँ क्रिप्टो माइनिंग पर बैन लगा दिया गया है। इसका फायदा, उसके पड़ोसी देश कजाकिस्तान ने खूब उठाया है और आज वहाँ काफी बड़े दायरे में क्रिप्टो माइनिंग होती है।
क्या होती है जरूरत
आज क्रिप्टो माइनिंग को आम लोगों के लिए सहज बनाने के लिए इंटरनेट पर कई ऐप्स मौजूद हैं। ये ऐप्स आपके मोबाइल में कोई प्रोसेसर और मेमोरी का इस्तेमाल नहीं करते हैं और आप इसका इस्तेमाल सीधे क्रिप्टो माइनिंग के लिए कर सकते हैं।
काफी होती है बिजली की जरूरत
यदि पूरे देश में क्रिप्टो माइनिंग का चलन काफी बढ़ जाए, तो देश के सामने भारी बिजली संकट पैदा हो सकती है। बीते दिनों अमेरिका में खबर आई थी कि Bitcoin जैसी क्रिप्टो करेंसी की माइनिंग के लिए कोयले से चलने वाले पावर प्लांट्स से बिजली की उपलब्धता तय करने पर, 2 साल का मोराटोरियम लागू हो क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग क्या है सकता है और इसे लेकर एक विधेयक भी पास किया गया है।
बता दें कि क्रिप्टो माइनिंग के लिए काफी बिजली की जरूरत होती है। क्योंकि इसमें ब्लॉकचेन ट्रांजैक्शंस को प्रमाणित करने के लिए गणित आधारित कई पहेलियों को कम्प्यूटर पर हल करने की जरूरत पड़ती है और पहेली को हल करने वाले माइनर को रिवॉर्ड के तौर पर क्रिप्टोकरेंसी दी जाती है।
ऐसे में यह जाहिर सी बात है कि यदि दुनिया में क्रिप्टो माइनिंग का इस्तेमाल बढ़ेगा, तो बिजली का इस्तेमाल भी बढ़ेगा और लोगों को आने वाले कुछ वर्षों में बिजली टैक्स में भारी उछाल के लिए तैयार रहना होगा।
क्या है उपाय
यदि आने वाले समय में क्रिप्टो माइनिंग से पैदा होने वाले खतरे से बचना है, तो दुनिया के तमाम देशों को उसकी तैयारी अभी से ही करनी होगी और उन्हें रिन्यूएबल एनर्जी के इस्तेमाल को तेजी से प्रोत्साहित करना होगा।
इस कड़ी में, सोलर सिस्टम का इस्तेमाल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। क्योंकि, सोलर एनर्जी एक कभी न खत्म होने वाला ऊर्जा स्त्रोत है और इसका इस्तेमाल आज हर घरेलू कार्य से लेकर व्यवसायिक क्षेत्र में आसानी से किया जा सकता है।
बता दें कि आज बाजार में अत्याधुनिक तकनीकों से लैस ऐसे सोलर पैनल्स लॉन्च हो चुके हैं, जो कम धूप में भी आपको पूरी बिजली बना कर देता है और इसका इस्तेमाल आप एसी, पंखा, कम्प्यूटर चलाने से लेकर मोटर पम्प चलाने तक में कर सकते हैं और खुद को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बना सकते हैं।
निष्कर्ष
हमें उम्मीद है कि क्रिप्टो माइनिंग पर आधारित यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा। यदि आप सोलर सिस्टम के बारे में कोई अन्य जानकारी चाहते हैं, तो अभी हमसे संपर्क करें। हमारे विशेषज्ञ आपकी मदद के लिए चौबीसों घंटे तैयार रहते हैं।