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ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी

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डेली न्यूज़

♦ उदाहरण के लिये - एक सरकारी कर्मचारी नए पारित होने वाले विनियमन के बारे में अपने ज्ञान के आधार पर काम करता है और विनियमन की जानकारी सार्वजनिक होने से कंपनी के शेयरों को खरीदकर और किसी अन्य कंपनी या फर्म को लाभान्वित कर सकता है।


कॉर्पोरेट प्रशासन

  • कॉर्पोरेट प्रशासन वह प्रणाली है जिसके द्वारा कंपनियों का प्रबंधन और नियंत्रण किया जाता है। इसमें प्रणालियों, प्रक्रियाओं और सिद्धांतों का एक सेट अथवा प्रारूप शामिल होता है जो यह सुनिश्चित करता है कि एक कंपनी अपने हितधारकों के सर्वोत्तम हित के साथ कार्य करे।
  • ‘अच्छा कॉर्पोरेट प्रशासन’ सुनिश्चित करता है -

♦ कॉर्पोरेट उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिये पर्याप्त जानकारियों का खुलासा एवं प्रभावी निर्णय।
♦ व्यापारिक लेन-देन में पारदर्शिता।
♦ वैधानिक और कानूनी अनुपालन।
♦ शेयरधारक के हितों की सुरक्षा।
♦ मूल्यों और व्यवसाय के नैतिक आचरण के लिये प्रतिबद्धता।

  • हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund-IMF) द्वारा प्रकाशित ग्लोबल फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट (Global Financial Stability report) यह दर्शाती है कि उभरते बाज़ारों में कॉर्पोरेट प्रशासन के मानदंडों में सुधार हुआ है, लेकिन 2006-2014 के बीच भारत के संदर्भ में इसमें गिरावट दर्ज की गई है।
  • कॉर्पोरेट प्रशासन में सुधार के लिये हालिया पहल –

कोटक पैनल की रिपोर्ट

  • उदय कोटक की अध्यक्षता में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा गठित पैनल ने कंपनियों के कॉर्पोरेट प्रशासन मानकों में सुधार के लिये कई बदलावों हेतु सुझाव दिये हैं।
  • बोर्ड के अध्यक्ष कंपनी के प्रबंध निदेशक/सीईओ नहीं हो सकते।
  • बोर्ड में न्यूनतम छह निदेशक होने चाहिये। जिसमें 50% स्वतंत्र निदेशक में से कम-से-कम एक महिला स्वतंत्र निदेशक होनी चाहिये।
  • स्वतंत्र निदेशकों के लिये न्यूनतम योग्यता और उनके प्रासंगिक कौशल की सार्वजनिक जानकारी को सुनिश्चित करना।
  • कंपनी और उसके प्रमोटरों के बीच जानकारी साझा करने के लिये एक औपचारिक चैनल का निर्माण करना।
  • सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को सूचीबद्ध विनियमन द्वारा नियंत्रित किया जाना चाहिये, न कि नोडल मंत्रालयों द्वारा।
  • यदि किसी भी लेखा परीक्षण में कोई त्रुटि पाई जाती है तो ऑडिटर्स को दंडित किया जाना चाहिये।
  • सेबी के पास ‘व्हिसिल ब्लोअर’ (Whistle Blowers) को प्रतिरक्षा प्रदान करने की शक्ति होनी चाहिये। कंपनियों को वार्षिक रिपोर्ट में माध्यम से दीर्घकालिक व्यापार रणनीति का खुलासा करना चाहिये।

‘उचित बाज़ार आचरण’ पर गठित टी. के. विश्वनाथन समिति द्वारा अगस्त, 2018 में प्रस्तुत अपनी रिपोर्ट में निम्नलिखित सिफारिशें की गई :

  • इनसाइडर ट्रेडिंग पर कई सिफारिशों के बीच, दो अलग-अलग आचार संहिता का निर्माण हुआ है।

♦ सूचीबद्ध कंपनियों द्वारा आतंरिक जानकारी लीक होने की समस्या से निपटने के लिये न्यूनतम मानक।
♦ मूल्य-संवेदनशील जानकारी से सम्बद्ध बाज़ार, मध्यस्थों और अन्य के लिये मानक।

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Crypto Trading : क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है और निवेश को सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्शन कोड का इस्तेमाल करती है. आप अपने क्रिप्टो टोकन या तो सीधे बायर को बेच सकते हैं या फिर ज्यादा सुरक्षित रहते हुए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर सकते हैं.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.

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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.

क्रिप्टो एक्सचेंज का एक वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?

इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.

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कौन कर सकता है ट्रेडिंग?

ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.

यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल क्या है?

यह डिजिटल कॉइन उसी तरह का निवेश है, जैसे हम सोने में निवेश करके इसे स्टोर करके रखते हैं. लेकिन अब कुछ कंपनियां भी अपने प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज़ के लिए क्रिप्टो में पेमेंट को समर्थन दे रही हैं. वहीं, कुछ देश तो इसे कानूनी वैधता देने पर विचार कर रहे हैं.

ट्रेडिंग बैलेंस ग्रोथ कैलकुलेटर

किसी भी व्यापारी के लिए, निवेश के संभावित लाभ को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। ऐसा करने से उन्हें बेहतर रणनीति बनाने और भविष्य के निवेश की तैयारी करने की अनुमति मिलेगी। दुर्भाग्य से, सभी व्यापारियों को नहीं पता कि निवेश से अपने संभावित मुनाफे के साथ कैसे आना चाहिए - हालांकि, के साथ Toro Demo ट्रेडिंग बैलेंस ग्रोथ कैलकुलेटर यह आसान है। इस उपकरण से ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी Toro Demo व्यापार व्यापारियों को उनकी गणना करने की अनुमति देता है लाभ की क्षमता कठोर विश्लेषण और अभिकलन किए बिना। यह फॉर्म में कुछ विवरण दर्ज करने और "गणना" बटन को हिट करने जितना आसान है।

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(नोट: इससे पहले कि हम जारी रखें, हमें एक देना होगा त्याग इस वेबसाइट पर सूचीबद्ध कंपनियों द्वारा पेश किए जाने वाले व्यापारिक उत्पादों में जोखिम का एक उच्च स्तर होता है और इसके परिणामस्वरूप आपके सभी फंड नष्ट हो सकते हैं। सीएफडी जटिल उपकरण हैं जो आपको पूरक आय प्रदान करने की गारंटी नहीं हैं। असल में, सीएफडी का व्यापार करते समय सभी खुदरा निवेशकों के लगभग 68% ने नुकसान का अनुभव किया. का उपयोग करने का प्रयास करने से पहले इसे ध्यान में रखना सुनिश्चित करें eToro मंच खुद। इस वेबसाइट पर मिलने वाली सभी जानकारी आधिकारिक ट्रेडिंग सलाह नहीं है और दिखाई गई सभी प्रथाओं को केवल डेमो खाते के उपयोग के लिए संदर्भित किया जाता है।)

यह कैसे काम करता है

सबसे पहले, आपको अपनी निवेश राशि के साथ पहला क्षेत्र भरना होगा। डिफ़ॉल्ट मुद्रा डॉलर में है लेकिन यह अन्य मुद्राओं के साथ भी काम करती है।

उसके बाद "शुरू करने की तिथि - शुरू होने की तिथि - रवाना होने की तिथि“वह क्षेत्र जहाँ आपको अपना निवेश शुरू करने की तारीख दर्ज करनी होगी। बस रिक्त स्थान के दाईं ओर कैलेंडर आइकन पर टिक करें और अपनी प्रारंभिक तिथि चुनें।

नीचे दिया गया अगला बॉक्स “ब्याज दरजिसमें आपको अपने लाभ की अपेक्षित दर दर्ज करनी होगी। मान लें कि आपके पास $ 10,000 का निवेश है और आप कम से कम $ 500 कमाने की उम्मीद करते हैं, तो आपको 5% ब्याज दर का उपयोग करने की आवश्यकता है।

और फिर आपको "भरने" की आवश्यकता होगीअवधि“वह क्षेत्र जो आपके निवेश के लाभ कमाने की अवधि बताता है। आप अपनी शर्तों के अनुसार जितना चाहें उतने लचीले हो सकते हैं - दिन, सप्ताह या महीने के आधार पर चयन करना। आप एक ऐसा शब्द चुन सकते हैं जो 1 से 2 दिनों के लिए छोटा हो, या यहां तक ​​कि क्षेत्र में दिनों की सही संख्या दर्ज करके वर्षों या दशकों तक।

ब्याज अवधि के लिए, आपको यह चुनना होगा कि आप कितनी बार अपने मुनाफे को अपनी निर्धारित ब्याज दर के अधीन लेंगे। पहले उल्लिखित समान उदाहरण का उपयोग करते हुए, यदि आप $ 10,000 का निवेश करते हैं और प्रति दिन 5% का लाभ उठाने की आशा करते हैं, तो आप लाभ के साथ स्वतः $ 500 प्रति दिन ले लेंगे।

फिर "के लिए एक छोटा सा टिक बॉक्स है।चक्रवृद्धि ब्याज“यदि आप चाहते हैं कि आपके निवेश में आपके मुनाफे को जोड़ा जाए तो उन्हें टिक या चेक किया जाना चाहिए। ऊपर के समान परिदृश्य के साथ, यदि आप कल $ 500 का लाभ उठाते हैं, तो आज आपका कुल निवेश $ 10,500 होगा।

अंतिम क्षेत्र में, "प्रतिशत लाभ पुनः निवेश”, आपको चक्रवृद्धि ब्याज को निर्दिष्ट करना होगा। इस क्षेत्र में, आप पिछले सभी निवेश किए गए निवेश के बजाय लाभ के केवल एक छोटे हिस्से को पुनर्निवेश करने का विकल्प चुन सकते हैं। अभी भी पहले के उदाहरण का जिक्र करते हुए, यदि आप $ 10,000 का निवेश 5% साप्ताहिक की ब्याज दर के साथ करते हैं, तो $ 50 के प्रत्येक लाभ के लिए 500% लाभ पुनर्निवेश का उपयोग करके, आपको मूल निवेश के रूप में $ 10,250 का लाभ होगा।

सैंपल ट्रेडिंग बैलेंस ग्रोथ कैलकुलेटर

जैसे ही आपने फॉर्म में सभी विवरण भरे हैं, बस “क्लिक करें”गणना"बटन अपने भुगतान अनुसूची प्राप्त करने के लिए। भुगतान शेड्यूल आपको आपके संभावित लाभ, ब्रेक-इवन पॉइंट्स के बारे में विस्तृत जानकारी, निर्दिष्ट अवधि के साथ संचित पुनर्निवेशित राशि, संचित निकासी मात्रा और बहुत कुछ देगा। परिणाम आपको आवश्यक जानकारी और संगणनाएँ प्रदान करेंगे जो आप अपनी ट्रेडिंग रणनीति और योजना के अनुसार उपयोग कर सकते हैं।

ट्रेडिंग बैलेंस ग्रोथ कैलकुलेटर आपको प्रत्येक कदम पर नजर रखने की अनुमति देता है। एक व्यापारी के रूप में आपके कौशल के स्तर के बावजूद, यह उपकरण आपको आपके संभावित लाभ और आपकी ट्रेडिंग रणनीति या योजना के अनुसार कैसे चलता है, के बारे में जानकारी देता है।

ट्रेडिंग बैलेंस ग्रोथ कैलकुलेटर का उपयोग करते हुए मेहनती अभ्यास के साथ, आप अपने निवेश और अपने मुनाफे को प्रबंधित करने में बेहतर हो जाएंगे जब विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग ब्रोकर के रूप में ट्रेडिंग करते हैं। eToro.

उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं।

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बसपा का मिशन 2024: मायावती का 'भाई-भतीजावाद' आनंद बने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, आकाश को मिला बड़ा पद

बसपा प्रमुख मायावती मिशन-2024 में जुट गई हैं. मायावती ने अपने भाई आनंद कुमार और भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में अहम जिम्मेदारी सौंपी है. आनंद कुमार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तो आकाश आनंद को नेशनल को-ऑर्डिनेटर बनाया है. बसपा में यह दोनों ही पद काफी महत्वपूर्ण हैं और मायावती के बाद इनकी पोजिशन नंबर दो की होगी.

मायावती और आकाश आनंद

आशीष श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 09 मार्च 2022,
  • (अपडेटेड 09 मार्च 2022, 12:34 PM IST)
  • बसपा ने 2024 के चुनाव की तैयारी अभी से शुरू की
  • मायावती ने भतीजे आकाश को राष्ट्रीय जिम्मा सौंपा
  • भाई आनंद कुमार की नंबर दो की हैसियत होगी

उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही बसपा प्रमुख मायावती ने 2024 की चुनावी तैयारी शुरू कर दी है. मायावती ने अपने सिपहसलारों को नई जिम्मेदारी सौंप दी है, जिसमें उन्होंने अपने भाई आनंद कुमार और भतीजे आकाश आनंद को अहम भूमिका में रखा है. एक बार फिर से आनंद कुमार को बसपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है तो आकाश आनंद को नेशनल को-ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी गई है. मायावती ने इस तरह से बसपा में नंबर दो की पोजिशन पर भाई और भतीजे को बैठाया है

बसपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दी है. इसके लिए बसपा में नेशनल को-ऑर्डिनेटर के पद पर तैनात रामजी गौतम को हटाते हुए मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का नेशनल को-ऑर्डिनेटर बना दिया है. इस तरह वह पूरे आने वाले चुनाव में आकाश आनंद पार्टी की राष्ट्रीय समस्याओं पर नजर रखेंगे. वो बसपा प्रमुख मायावती के दिशा-निर्देश में काम करेंगे.

आनंद कुमार को फिर उपाध्यक्ष पद

मायावती ने अपने भाई आनंद कुमार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद दिया है, जो पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत करने के लिए काम करेंगे. इससे पहले भी बसपा प्रमुख ने आनंद कुमार को सियासत में लेकर आई थी तो उन्हें इन्हें यही पद सौंपा था, पर जब उन पर परिवारवाद का आरोप लगा तो हटा दिया था. इसके बाद 2019 चुनाव के बाद दोबारा से आनंद कुमार कुमार को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त कर दिया था और अब फिर से उसी पर उनकी तैनाती की गई है.

बसपा ने राज्यों को सात सेक्टर में बांटा

बसपा ने अपने सियासी आधार को मजबूत और विस्तार करने के लिए राज्यों को सात सेक्टर (क्षेत्र) में बांटकर काम करने की रणनीति बनाई है. पार्टी ने हर सेक्टर के लिए अलग-अलग प्रभारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं, जिसके लिए मायावती ने सांसद रामजी गौतम, अशोक सिद्धार्थ, अशोक ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी रणधीर सिंह बेनीवाल, दिनेशचंद्र, सुबोध कुमार और लालजी गौतम मिलकर जिम्मेदारी सौंपी है.

बसपा ने अपने राष्ट्रीय महासचिव की संख्या में वृद्धि की है, जिसमें अब छह महासचिव कर दिए हैं. पहले राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा थे अब इनके अलावा अशोक सिद्धार्थ, आर एस मित्तल, मेवालाल लाल गौतम, आर श्रीधर और मुनकाद अली को राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है.

बहुजन समाज पार्टी के प्रवक्ता एमएच खान के मुताबिक पार्टी मजबूती से अब 2024 के चुनाव को लड़ेगी. बसपा का अपना एक मिशन है, जिसे लेकर वो चलती है. विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी अब 2024 के चुनाव की तैयारी में जुट रही है. बसपा हमेशा दो ट्रेडिंग रणनीति के लिए तैयारी कदम आगे चलती है. इस बार नई जिम्मेदारी दी गई है, जिसके लिए टीम को बड़ा किया गया है. बसपा ने लोकसभा चुनाव में अपनी तैयारी अभी से कर ली है जबकि बाकी पार्टियां विधानसभा में ही व्यस्त हैं.

बसपा की साख दांव पर लगी

बता दें कि 2012 के यूपी चुनाव से बसपा का सियासी ग्राफ लगातार गिरा है. हालत यह हो गई थी कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी. इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा महज 19 सीटें ही जीत सकी थी, लेकिन 2019 में सपा के साथ मिलकर 10 संसदीय सीटें जीतने में कामयाब रही. वहीं, 2022 के चुनाव में बसपा ने किसी के साथ गठबंधन नहीं किया और सभी 403 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ी है. इसके चलते बसपा का सियासी भविष्य दांव पर लगा है.

वहीं, यूपी चुनाव नतीजे से पहले ही बसपा प्रमुख मायावती ने मिशन-2024 की तैयारी शुरू कर दी है, जिसके लिए उन्होंने अपने संगठन का विस्तार करते हुए टीम गठित कर दी है. ऐसे में उन्होंने अपने भाई-भतीजे के अलावा अपने भरोसेमंद नेताओं को मोर्चे पर लगा दिया है.

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