मुद्रा व्यापार

दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी

दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी

Cryptocurrency Regulation: क्रिप्टो मार्केट पर नकेल कसने की तैयारी, बड़ी गिरावट से पहले कानून बनाने की कवायद

Cryptocurrency Regulation दुनियाभर में दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी अनियमित ट्रेड के दायरे में आने वाला क्रिप्टो बाजार जल्द ही नियमों से बंध जाएगा। G20 देशों के बीच मौद्रिक नियमों का समन्वय करने वाले वित्तीय स्थिरता बोर्ड (FSB) ने इसके लिए नियम बनाने की सिफारिश की है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रिप्टो बाजार को नियमों से बांधने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। कानूनविदों ने प्रस्ताव किया है कि क्रिप्टोएसेट कंपनियों को बैंकों की तरह एक निर्धारित पूंजी सिक्योरिटी के रूप में रखनी पड़ेगी। लगातार हो रहे घोटालों और एक और 'क्रिप्टो विंटर' (तेज गिरावट) से पहले क्रिप्टो टोकंस के लिए वैश्विक नियमों का प्रस्ताव किया गया है। आपको बता दें कि 'क्रिप्टो विंटर' ने एक झटके में 16,4654 लाख करोड़ रुपये का सफाया कर दिया, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।

नियामकों ने मंगलवार को अपने पहले वैश्विक नियमों के प्रस्ताव में बड़ी गिरावट को 'क्रिप्टोकरंसी विंटर' के रूप में परिभाषित किया है। वित्तीय स्थिरता बोर्ड (FSB), जो 20 अर्थव्यवस्थाओं के समूह (G20) के बीच वित्तीय नियम बनाने का समन्वय करता है, इसके लिए नौ सिफारिशें कीं। उसने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी कंपनियों को इसी तरह की गतिविधियों को करते समय बैंकों की तरह पूंजी को अलग रखना चाहिए।

क्रिप्टो पर नकेल कसने की तैयारी

वर्तमान में अधिकांश देशों में क्रिप्टो बाजार काफी हद तक अनियमित हैं। इनके लिए कोई विशेष नियम कानून नहीं हैं। इनके ऊपर केवल मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग के नियम लागू होते हैं। नियामकों ने निवेशकों को चेतावनी दी है कि अगर वे क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाते हैं तो वे जोखिम उठा रहे हैं। एफएसबी की अध्यक्षता करने वाले डच केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष क्लास नॉट ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी में हाल ही में तेज गिरावट ने बोर्ड के इस आकलन को मजबूत किया है कि इस बाजार में संरचनात्मक खामियां हैं।

हो सकता है बड़ा फैसला

नॉट ने जी20 वित्त मंत्रियों को लिखे एक पत्र में कहा है कि वित्तीय स्थिरता के लिए वे जो जोखिम पैदा करते हैं, उसके खतरे जल्द ही सामने आ सकते हैं। एफएसबी ने क्रिप्टोकरेंसी फर्मों पर निगरानी​​, जोखिम और डाटा प्रबंधन के लिए एक रूपरेखा तैयार करने की सिफारिश की है। यह नियमों का उल्लंघन करने वाली क्रिप्टोकरंसी फर्मों को बंद करने भी योजना बना रही है। कोशिश यह है कि लेनदेन की गतिविधि के लिए एक ही जैसा नियम बनाया जाना चाहिए, चाहे वह क्रिप्टोएसेट कंपनी हो या बैंक।

2023 के मध्य तक अंतिम रूप दिए जाने से पहले प्रस्तावों को 15 दिसंबर तक सार्वजनिक परामर्श के लिए रखा गया है। एवॉचडॉग ने कहा कि अधिकांश मौजूदा स्टॉक इसके मार्गदर्शन को पूरा नहीं करते हैं।

क्रिप्टो का मायाजाल: 50 पर नजर, एक हजार एक्सचेंज से धोखाधड़ी

इंदौर. क्रिप्टो करेंसी का ऑनलाइन बाजार मायाजाल बनता जा रहा है। 1 जुलाई 2022 से सरकार हर खरीदी-बिक्री पर 1 प्रतिशत टीडीएस ले रही है। विशेषज्ञ बताते हैं कि सरकार 50 एक्सचेंज पर ही नजर रख रही है, लेकिन एक हजार से ज्यादा एक्सचेंज हैं और उनका कारोबार धोखाधड़ी का गढ़ बन गया है। करीब 80 प्रतिशत मामलों में धोखाधड़ी हो रही है। क्रिप्टो करेंसी आधिकारिक नहीं है इसलिए धोखाधड़ी रोकने के लिए कोई एजेंसी निगरानी नहीं कर रही है। टैक्स स्कीम से क्रिप्टो करेंसी में लग रही ब्लैक मनी का खेल तो आउट हो गया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्लेकमेलिंग, रिश्वतखोरी व हवाला के रूप में इस्तेमाल जारी है।

क्रिप्टो का मायाजाल: 50 पर नजर, एक हजार एक्सचेंज से धोखाधड़ी

दुनियाभर में क्रिप्टो के करीब 15 करोड़ निवेशक हैं। कई छोटे देशों ने इसे मान्यता दी, जिससे वहां जोरदार कारोबार हो रहा है।

- क्रिप्टो करेंसी कई नाम से हैं और लगातार लाॅन्चिंग हो रही है। कई सेलिब्रिटी भी मैदान में आ गए।

- कुछ समय पहले एक एक्सचेंज के 400 बिटक्वाइन हैकर ने उड़ा दिए। निवेशकों को लाखों का नुकसान हुआ, लेकिन आयकर विभाग इन्हेंं वसूली के नोटिस दे रहा है।

- एक एप्लीकेशन डिलीट करने से एक हजार निवेशकों का पैसा गया। भोपाल साइबर सेल में शिकायत हुई, लेकिन कोई पकड़ में नहीं आया।

- 2021 की दीपावली यानी 4 नवंबर को दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी बिटक्वाइन का रेट 47 लाख 06 हजार 417 था, जो इस दीपावली 16 लाख 56 हजार रह गया। यानी एक साल में 30 लाख तक भाव कम हो गया।

- 4 नवंबर 2021 को करेंसी इथेरियम की कीमत 3 लाख 63 हजार 099 रुपए थी, जो 23 अक्टूबर की शाम 4 बजे 1 लाख 07 हजार 570 रुपए पर आ गई। यानी तीन गुना से ज्यादा नुकसान।

क्रिप्टो करेंसी एक तरह से सट्टा बन गई है। क्रिप्टो किराए पर देने वाले भी ठगा रहे हैं। भारत में निगरानी है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज में करेंसी का रिकॉर्ड नहींं है। पहले लोग ब्लैक मनी से कारोबार करते थे, लेकिन देश में निगरानी होने से यह बाहर हो गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैकर ब्लैकमेलिंग कर क्रिप्टो करेंसी में वसूली कर रहे हैं। रिश्वत में क्रिप्टो दी जा रही है। हवाला कारोबार में भी भूमिका हो गई है। कई अवैैध काम में इसका उपयोग हो रहा है। पंकज शाह, चार्टर्ड अकाउंटेंट

भविष्य अच्छा, सावधानी जरूरी सरकार ने खरीदी-बिक्री पर एक प्रतिशत टीडीएस लेना शुरू किया है। 1 जुलाई से नोटिस जारी किए जा रहे हैं। करीब 50 एक्सचेंज की खरीदी-बिक्री की निगरानी है, हालांंकि एक हजार से ज्यादा एक्सचेंज चल रहे हैं। युवा लगातार निवेश कर रहे हैं। क्रिप्टो करेंसी का भविष्य अच्छा है, इसी कारण आरबीआइ ने भी ई-रुपया लांच किया है। लोगों को सावधानी के साथ निवेश करने की जरूरत है। सुनील माहेश्वरी, सीए व क्रिप्टो करेंसी विशेषज्ञ

लोगों को जागरूक करना होगा क्रिप्टो में लगातार नए लोग जुड़ रहे हैं, लेकिन सेंट्रलाइज एक्सचेंज पर विश्वास करना होगा। ब्लॉक चेन, क्विक मनी के दावे करने वाले धोखाधड़ी कर रहे हैं। नई एप्लीकेशन इंस्टाल करने की जरूरत नहीं है। सरकारी एजेंसियों को लोगों को जागरूक करना होगा, अन्यथा धोखाधड़ी बढ़ती जाएगी। डॉ. राम पढि़यार, करेंसी फाउंडर

साइबर एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी के मुताबिक, क्रिप्टो करेंसी अनिश्चितता का बाजार है। अभी करीब 80 प्रतिशत धोखाधड़ी हो रही है। चीन की माइनिंग मशीन धोखाधड़ी का केंद्र है। कौन सही-कौन गलत, इसकी पहचान नहीं होने से युवा धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों को निगरानी करने की जरूरत है।

Crypto फर्म Blockchain.com अब इटली में रेगुलेटर की देखरेख में देगी सर्विसेज

Blockchain.com अब इटली के नागरिकों और दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी संस्थागत निवेशकों को यहां के रेगुलेटर OAM के अंतर्गत क्रिप्टो और डिजिटल वॉलेट्स संबंधित सर्विसेज मुहैया करवा सकती है

Crypto फर्म Blockchain.com अब इटली में रेगुलेटर की देखरेख में देगी सर्विसेज

फर्म अब क्रिप्टोकरेंसी में रेगुलेटर की देखरेख में सर्विसेज दे सकेगी

खास बातें

  • Binance, Coinbase, Crypto.com के पास भी इटली में है रेगुलेटरी अप्रूवल
  • फर्म OAM के अंतर्गत करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
  • OAM इटली में फाइनेंशिअल एजेंट्स और क्रेडिट ब्रोकर्स की निगरानी करता है

लंदन आधारित क्रिप्टोकरेंसी फर्म Blockchain.com को इटली के रेगुलेटर से सर्विसेज के लिए अप्रूवल मिल गया है. यानि कंपनी अब क्रिप्टो और डिजिटल दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी वॉलेट्स सर्विसेज को रेगुलेटर की देखरेख में इटली के नागरिकों और निवेशकों को उपलब्ध करवा सकती है. डिजिटल एसेट्स से जुड़ी फर्मों में ऐसा करने वाली Blockchain.com लेटेस्ट कंपनी है.

साल की शुरुआत में फरवरी में इटली ने इसके ब्रोक्रेज रेगुलेटर के साथ एक स्पेशल रजिस्टरी की थी. इसके अंतर्गत क्रिप्टो ऑपरेटर्स को रखा गया था ताकि वे स्थिर रूप से देश में काम कर सकें. हालांकि इसके लिए सरकार ने कुछ शर्तें भी रखी थीं, जिनको ऑपरेटर्स को पूरा करना होता है.

Blockchain.com ने एक बयान में कहा कि अब यह इटली के नागरिकों और संस्थागत निवेशकों को यहां के रेगुलेटर OAM के अंतर्गत क्रिप्टो और डिजिटल वॉलेट्स संबंधित सर्विसेज मुहैया करवा सकती है. इसके पहले बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज्स जैसे Binance, Coinbase, Crypto.com और Trade Republic भी उन फर्मों की लिस्ट में शामिल हैं जो OAM के अंतर्गत अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. Coinbase दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी यूएस आधारित फर्म है, Crypto.com सिंगापुर आधारित है, जबकि Trade Republic जर्मनी का इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म है.

दुनियाभर में रेगुलेटर क्रिप्टो सेक्टर को ऊपर उठाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें बहुत सारे पेचीदा नियम हैं. कन्ज्यूमर प्रोटेक्शन, फाइनेंशिअल स्टेबिलिटी के खतरे और डिजिटल करेंसी का गैर कानूनी कामों में इस्तेमाल कुछ ऐसे मुद्दे हैं जो इस राह में बड़ी अड़चन हैं. यूरोपियन यूनियन ने पिछले महीने क्रिप्टो को लेकर कुछ नियम लागू करने की बात कही है. क्रिप्टो प्लेटफॉर्म इन नियमों के लागू होने से पहले यूरोप में अपने आधार को मजबूत बनाने में लगे हुए हैं.

अनुमान है कि ये नियम 2024 तक लागू किए जा सकते हैं जिसके अंतर्गत क्रिप्टो फर्मों को कस्टमर्स को डिजिटल टोकन जारी करने या सेल करने से पहले एक लाइसेंस की जरूरत होगी और कस्टमर्स के लिए कुछ सुरक्षा उपायों को भी सुनिश्चित करना होगा. इस संबंध में Blockchain.com ने कहा है कि इस रजिस्ट्रेशन के बाद क्रिप्टो संबंधी सर्विसेज देने के लिए यूरोप में हमारी स्थिति मजबूत हुई दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी है. OAM इटली में फाइनेंशिअल एजेंट्स और क्रेडिट ब्रोकर्स की निगरानी करता है.

Cryptocurency: भारतीयों में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बढ़ रहा जबरदस्त क्रेज, भारत में हैं क्रिप्टो के सबसे ज्यादा निवेशक

Cryptocurrency

नई दिल्ली। दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों में काफी क्रेज बढ़ रहा है। रोजाना लाखों लोग इस क्षेत्र से जुड़ रहे हैं। लेकिन सबसे ज्यादा भारत में क्रिप्टोकरेंसी के निवेशकों की संख्या बढ़ रही है। भारतीय लोगों में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर काफी तेजी से क्रेज बढ़ रहा है। बीते दिन क्रिप्टोकरेंसी ने जिस तेजी से निवेशकों को मालामाल किया है, उससे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश भी बढ़ गया है। तो वहीं सरकार भी क्रिप्टोकरेंसी की निगरानी दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी के लिए विधेयक लाने की तैयारी में लगी हुई है। उसके बाद भी भारत में बिटकॉइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों में काफी क्रेज बना हुआ है। सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में क्रिप्टोकरेंसी के मालिक हैं। भारत में क्रिप्टो मालिकों की संख्या 10.07 करोड़ है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा कही जा रही है।

Cryptocurrency

दूसरे नंबर पर अमेरिका

वहीं इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर अमेरिका का नाम आता है। अमेरिका में क्रिप्टो मालिकों की संख्या 2.74 करोड़ है, जिसके बाद रूस और नाइजीरिया हैं। स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार भारत में स्टॉक निवेशकों की संख्या जून 2021 में 70 मिलियन से बढ़कर 80 मिलियन हो गई है। जनसंख्या के प्रतिशत के हिसाब से अगर बात करें तो भारत की कुल जनसंख्या का 7.30% क्रिप्टो के मालिक हैं। जनसंख्या के आधार पर भारत पांचवें स्थान पर है। 12.73% लोगों के साथ यूक्रेन पहले स्थान पर है, इसके बाद रूस (11.91%), केन्या (8.52%) और अमेरिका (8.31%) लोग क्रिप्टो मालिक हैं।

Cryptocurrency

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट वैल्यू

भारत में क्रिप्टोकरेंसी इंडस्ट्री बीते दो सालों में काफी तेजी से फैली है, ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की कुल वैल्यू अभी 2 ट्रिलियन डॉलर के आसपास बताई जा रही है। वहीं, बाजार में 11,000 क्रिप्टोकरेंसी ऐसी भी है, जिनकी ट्रेडिंग हो रही है। क्रिप्टोकरेंसी वर्चुअल करेंसी इनक्रिप्टेड रहती है।

क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियों पर बढ़ा ये खतरा

माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों द्वारा मुंबई स्थित क्रिप्टो करेंसी एक्सचेज वजीर एक्स पर कर चोरी को लेकर की गयी कार्रवाई के बाद अब देश में स्थित अन्य क्रिप्टो एक्सचेंजों पर भी निगरानी का खतरा बढ़.

क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियों पर बढ़ा ये खतरा

माल एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिकारियों द्वारा मुंबई स्थित क्रिप्टो करेंसी एक्सचेज वजीर एक्स पर कर चोरी को लेकर की गयी कार्रवाई के बाद अब देश में स्थित अन्य क्रिप्टो एक्सचेंजों पर भी निगरानी का खतरा बढ़ गया।

मुंबई में की गयी कार्रवाई में 40.5 करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़े जाने और 49.20 करोड़ रुपये की वसूली से उत्साहित जीएसटी सतर्कता महानिदेशालय ने अब जांच का दायरा बढ़ा दिया है। इससे जुड़े सूत्रों का कहना है कि क्वाइनस्विच कुबेर और यूनोक्वाई जैसे क्रिप्टो एक्सचेंज भी अब जीएसटी दुनियाभर में क्रिप्टो पर निगरानी अधिकारियों की निगरानी में हैं। इनके भी कर चोरी करने की आशंका जतायी जा रही है।

वित्त मंत्रालय ने यहां जारी एक बयान में कहा कि वजीर एक्स के कर चोरी करने की जानकारी मिलने पर की गयी कार्रवाई में 40.5 करोड़ रुपये के कर चोरी का पता चला है और संबंधित कंपनी से जीएसटी चोरी, ब्याज और जुर्माने के तौर पर 49.20 करोड़ रुपये की वसूली की गयी है।

इस क्रिप्टो एक्सचेंज के देश के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज होने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। इसका संचालन जनमाई लैब्स प्राइवेट लिमिटेड करती है और यह एक्सचेंज रूपया या डब्ल्यूआरएक्स में ट्रेडरों को लेनदेन की अनुमति देता है। लेनदेन पर ट्रेडरों को सेवा शुल्क देना होता है जो जीएसटी के दायरे में हैं। संबंधित कंपनी इसकी का चोरी कर रही थी। डब्ल्यू आरएक्स की खरीद सर्फि वजीरएक्स प्लेटफॉर्म से ही किया जा रहा है। डब्ल्यूआरएक्स का स्वामत्वि सेसली की कंपनी बिनानस इंवेस्टमेंट कंपनी लिमिटेड के पास है।

जीएसटी अधिकारियों ने अब कर चोरी किये जाने की आशंका में ई कॉमर्स, ऑनलाइन गेमिंग , नॉन फंगिबल टोकन आदि का कारोबार करने वाली कंपनियों पर भी निगरानी बढ़ा दी है।
उल्लेखनीय है कि देश में क्रिप्टो करेंसी को वैध मुद्रा का दर्जा नहीं दिया गया है। रिजर्व बैंक और सरकार दोनों कर चुके हैं कि वे इसको मान्यता नहीं दे रहे हैं। हालांकि रिजर्व बैंक देश में भारतीय डिजिटल मुद्रा लाने पर विचार कर रहा है।

रेटिंग: 4.18
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 640
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *